Reading Class 5 Hindi Notes Veena Chapter 11 हमारे ये कलामंदिर Hamare Ye Kalamandir Summary in Hindi helps students understand the main plot quickly.
Hamare Ye Kalamandir Class 5 Summary in Hindi
Hamare Ye Kalamandir Class 5 Hindi Summary
हमारे ये कलामंदिर का सारांश – Hamare Ye Kalamandir Summary in Hindi
प्रस्तुत पाठ हमारी भारतीय संस्कृति के कलात्मक स्वरूप को दर्शाता है। हमारे प्राचीन मंदिर हमारी संस्कृति की कलात्मक धरोहर को अपने में समेटे हुए हैं। उसी सौंदर्य को पाठ में प्रस्तुत किया गया है। निशा अपनी मौसी के साथ दशहरे की छुट्टियों में अजंता, ऐलोरा की गुफाएँ देखने गई। वह पहले रेलगाड़ी से महाराष्ट्र राज्य के एक नगर संभाजीनगर पहुँची, जहाँ रात को विश्राम के पश्चात् प्रातः वह अपनी मौसी के साथ बस के द्वारा सौ किलोमीटर दूर अजंता की गुफाओं में पहुँची । वहाँ का दृश्य अत्यंत मनोरम था। वहाँ उनतीस गुफाएँ एक ही पंक्ति में थीं जिनका मुँह पूर्व दिशा की तरफ होने से प्रकाशित था। गुफा के नीचे पानी का कुंड था।

घाटी के चारों तरफ सुंदर फूल खिले थे जो वहाँ की सुंदरता को और बढ़ा रहे थे। अजंता की गुफाएँ देखकर वह संभाजीनगर वापस लौटी और फिर अगले दिन चालीस किलोमीटर दूर एलोरा की गुफाएँ देखने गई। वहाँ हिंदू, बौद्ध और जैन धर्म से संबंधित बड़ी-बड़ी मूर्तियाँ थीं। जिन्हें विशाल चट्टानों को तराशकर बनाया गया था। वह उस अद्भुत कला को देखकर मंत्रमुग्ध थी। वहीं उसने कैलाश मंदिर को भी देखा जो एक ही पहाड़ को तराशकर बनाया गया था, निशा उस अद्भुत कला के नमूने को देखती ही रह गई । घर वापस लौटकर भी निशा कला के उन बेजोड़ नमूनों के प्रति विशेष रूप से आकर्षित थी। उसे अपने देश की बेमिसाल कला पर गर्व अनुभव हो रहा था ।
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हमारी संस्कृति और कला न केवल अद्भुत व बेमिशाल है अपितु ये हमारे गर्व और सम्मान की भी परिचायक हैं; हमें सदैव इस धरोहर को संभालकर रखना चाहिए।

हमारे ये कलामंदिर शब्दार्थ
पृष्ठ 129
- उत्सुकता – जिज्ञासा।
- कार्यक्रम – योजना ।
- आरक्षण – विशेष परिस्थिति में सीट निश्चित करना ।
- विश्रामगृह- विश्राम (आराम ) करने का स्थान ।
- मनोरम – मन को अच्छा लगने वाला।
- शिलाखंड – चट्टानों के टुकड़े।
- कुंड – जलाशय ।
पृष्ठ 130
- अत्यंत – अत्यधिक।
- तप तपस्या, साधना ।
- भिक्षा – भीख ।
- सजीव – जीवित ।
- आश्चर्यचकित हैरान ।
- अनोखा – निराला ।
- टकटकी – बिना पलक झपके लगातार देखना ।
- मुद्रा हाव-भाव ।
- अंगों की लोच – अंगों की लचक।
- तराशकर – काटकर ।
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पृष्ठ 131
- संबंधित – जुड़ी हुई।
- कारीगरी – कलाकारी ।
- गढ़ी गई – बनाई गई ।
- चकित – हैरान ।
पृष्ठ 132
- बेजोड़ – जिसके बराबर का कोई दूसरा ना हो ।
- कलाकृतियों – मूर्तियों