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Class 6th Science Chapter 10 Question Answer in Hindi Medium
Science Class 6 Chapter 10 Question Answer in Hindi
Class 6 Science Ch 10 Question Answer in Hindi सजीव विशेषताओं का अन्वेषण
(पृष्ठ 197 – 198)
प्रश्न 1.
पौधों और जंतुओं के जीवन चक्र में समानताओं और भिन्नताओं को सूचीबद्ध कीजिए ।
उत्तर:
समानताएँ-
- जीवन-चक्र – दोनों में एक जीवन-चक्र होता है। जिसमें वे जन्म लेते हैं, विकसित होते हैं, और अंततः मर जाते हैं।
- प्रजनन – पौधों और जंतुओं दोनों में प्रजनन की प्रक्रिया होती है। जिससे उनकी अगली पीढ़ी का जन्म होता है।
- वृद्धि और विकास – दोनों के जीवन-चक्र में वृद्धि और विकास के चरण होते हैं, जैसे कि पौधे के अंकुरण से वृक्ष बनने तक और जंतु के बचपन से वयस्क बनने तक।
भिन्नताएँ-
- पौधे जीवन चक्र में स्थिर रहते हैं और वृद्धि करते हैं, जबकि जंतु चलते-फिरते रहते हैं।
- पौधे की वृद्धि सीधे रूप से सूर्य के प्रकाश और जल पर निर्भर होती है, जबकि जंतु भोजन ग्रहण करके ऊर्जा प्राप्त करते हैं।
- पौधे बीज से उत्पन्न होते हैं और जड़, तना, पत्तियाँ आदि का विकास करते हैं, जबकि जंतु एक भ्रूण के रूप में विकसित होते हैं और अंगों का विकास करते हैं।
प्रश्न 2.
नीचे तालिका में कुछ विवरण (डाटा) दिया गया है। तालिका का अध्ययन कीजिए और दूसरे व तीसरे स्तंभ में दी गई स्थितियों के लिए उपयुक्त उदाहरणों का पता लगाने का प्रयास कीजिए। यदि आपको लगता है कि नीचे दी गई किसी भी स्थिति के लिए उदाहरण संभव नहीं है, तो स्पष्ट कीजिए कि ऐसा क्यों है?
उत्तर:
प्रश्न 3.
आपने सीखा है कि बीजों के अंकुरण के लिए भिन्न-भिन्न परिस्थितियों की आवश्यकता होती है। अनाजों और दालों के उपयुक्त भंडारण के लिए हम इस ज्ञान का उपयोग किस प्रकार कर सकते हैं?
उत्तर:
बीजों के अंकुरण के लिए आवश्यक नमी, उचित तापमान और वायु जैसी परिस्थितियों को नियंत्रित करके हम अनाजों और दालों को अंकुरित होने से बचा सकते हैं। भंडारण के दौरान नमी को कम रखने, तापमान को नियंत्रित करने और वायुप्रवाह को सीमित रखने से अनाज और दालें सुरक्षित रह सकती हैं।
प्रश्न 4.
आपने सीखा है कि टैडपोल की एक पूँछ होती है लेकिन जब वृद्धि के बाद यह मेंढक बनता है तो पूँछ लुप्त हो जाती है। टैडपोल अवस्था में पूँछ होने से क्या लाभ मिलता है?
उत्तर:
टैडपोल की पूँछ उसे तैरने में सहायता करती है। यह जल में तेजी से गति कर पाने और भोजन प्राप्त करने में सहायक होती है। पूँछ से उसे शिकारियों से बचने में भी मदद मिलती है । पूँछ के माध्यम से टैडपोल संतुलन बनाए रख सकता है।
प्रश्न 5.
चरण का कहना है लकड़ी का लट्ठा निर्जीव है क्योंकि इसमें गति नहीं होती। इसके विपरीत चारु इसे सजीव मानती हैं, क्योंकि यह वृक्षों से प्राप्त होता है। चरण और चारु के कथनों के पक्ष या विपक्ष में अपने-अपने तर्क दीजिए।
उत्तर:
- चरण का तर्कः चरण का कहना है कि लकड़ी का लट्ठा निर्जीव है क्योंकि इसमें जीवन की कोई क्रिया नहीं है। जैसे- वृद्धि, श्वास, पोषण आदि। यह से अलग होने पर निर्जीव वस्तु बन जाती है। क्योंकि यह जैविक प्रक्रिया वृक्ष जारी नहीं रखता है।
- चारु का तर्कः चारु का कहना है कि लकड़ी का लट्ठा कभी सजीव था क्योंकि यह वृक्ष से प्राप्त हुआ है, जो सजीव था। उसमें जीवन की सारी क्रियाएँ हो रही थी, लेकिन अब यह सजीव नहीं है क्योंकि इसमें जीवन की कोई क्रिया नहीं हो रही है। जब लकड़ी का लट्ठा काटा जाता है तब यह अपनी सजीव अवस्था को खो देता है।
प्रश्न 6.
मच्छर और मेंढक के जीवन-चक्र में क्या समानताएँ और क्या विभेदकारी विशेषताएँ होती हैं?
उत्तर:
समानताएँ-
अंडा अवस्था
- दोनों का जीवन-चक्र अंडे से शुरू होता है।
- दोनों के जीवन चक्र में लार्वा (टैडपोल) अवस्था होती है।
- दोनों जल में अपने जीवन का प्रारंभिक समय व्यतीत करते हैं।
विभेदकारी विशेषताएँ-
- मच्छर के जीवन-चक्र में प्यूपा अवस्था होती है, जबकि मेंढक की नहीं होती।
- मच्छर के लार्वा जल में तैरते हैं, जबकि टैडपोल मछली की तरह तैरते हैं।
- मच्छर का विकास वायु में होता है जबकि मेंढक का विकास भूमि और जल दोनों में होता है।
- मच्छर का जीवन-चक्र छोटा होता है तथा मेंढक का जीवन-चक्र लम्बा होता है।
प्रश्न 7.
एक पौधे को उसकी वृद्धि के लिए उपयुक्त सभी स्थितियाँ उपलब्ध कराई गई हैं (चित्र 10.7)। एक सप्ताह पश्चात आप इस पौधे के प्ररोह और जड़ में क्या देखने की अपेक्षा करते हैं? उसका चित्र बनाइए। इसके कारण भी लिखिए।
उत्तर:
एक सप्ताह पश्चात पौधे की जड़ नीचे की ओर बढ़ेगी और प्ररोह ऊपर की ओर बढ़ेगा ! प्ररोह हमेशा प्रकाश की दिशा में बढ़ता है। इसे प्रकाशानुवर्तन कहा जाता है। जड़ गुरुत्वाकर्षण की दिशा में बढ़ती है इसे गुरुत्वानुवर्तन कहा जाता है।
इसके कारण हैं-
जड़ें पानी और खनिजों के स्रोत की ओर बढ़ती है जबकि प्ररोह सूर्य के प्रकाश की ओर बढ़ता है।
प्रश्न 8.
तारा और विजय ने एक प्रयोग का सेट-अप तैयार किया है जिसे चित्र 10.8 में दर्शाया गया है। आप क्या सोचते हैं कि वे क्या पता करना चाहते हैं? और उन्हें यह कैसे पता चलेगा कि वे सही हैं?
उत्तर:
तारा और विजय यह पता करना चाहते हैं कि पौधे की वृद्धि किस दिशा में होती है। वे देखना चाहते हैं पौधा किस दिशा में बढ़ता है जब उसे सभी दिशाओं से प्रकाश मिलता है। वे यह जान सकते हैं कि वे सही हैं। पौधा सभी दिशाओं में समान रूप से बढ़ता है या किसी एक दिशा में अधिक बढ़ता है।
प्रश्न 9.
बीज अंकुरण पर तापमान के प्रभाव की जाँच करने के लिए एक प्रयोग की योजना लिखिए।
उत्तर:
प्रयोग की योजना:
(i) समान प्रकार के बीज लें और उन्हें तीन अलग-अलग बर्तनों में रखें।
(ii) पहले बर्तन को कम तापमान (फ्रिज में), दूसरे को सामान्य तापमान, तीसरे को उच्च तापमान (धूप में) रखें।
(iii) सभी बर्तनों में समान मात्रा में पानी दें और समान समय अंतराल पर निरीक्षण करें।
(iv) अंकुरण की दर और गति को नोट करें और तुलना करें कि किस तापमान पर बीज जल्दी और अच्छी तरह अंकुरित होते हैं।
Class 6 Science Chapter 10 Question Answer in Hindi Intext Questions
(पृष्ठ 185)
प्रश्न 1.
आप बीजों को सजीव या निर्जीव किस श्रेणी में रखेंगे?
उत्तर:
बीज सजीव है। बीज मिट्टी, वायु, पानी, प्रकाश व अंधेरा की सही परिस्थितियों में पौधे में विकसित हो सकता है।
(पृष्ठ 191)
प्रश्न 2.
मच्छरों के जीवन चक्र को किस प्रकार भंग किया जा सकता है?
उत्तर:
एक मच्छर के जीवन-चक्र को स्थिर पानी पर मिट्टी के तेल का छिड़काव करके बाधित किया जा सकता है। मिट्टी का तेल पानी की सतह पर एक पतली परत बनाता है। यह परत पानी को हवा से अलग करती है और लार्वा और प्यूपा को हवा में सांस लेने की अनुमति नहीं देती है। इसके परिणामस्वरूप मच्छर के लार्वा की मृत्यु हो जाती है।