पेड़ों की अम्मा ‘थिमक्का’ NCERT Class 3rd Hindi Veena Chapter 13 Question Answer
पेड़ों की अम्मा ‘थिमक्का’ Class 3 Question Answer
बातचीत के लिए
प्रश्न 1.
पेड़ हमारे किस-किस काम आते हैं?
उत्तर-
पेड़ हमें फल, फूल, दवाइयाँ प्रदान करते हैं। पेड़ों की लकड़ी फ़र्नीचर और ईंधन के काम आती है। पेड़ों से हमें ऑक्सीजन भी मिलती है जिससे हम जीवित रहते हैं।
प्रश्न 2.
क्या आपने कभी किसी पौधे की देखभाल की है? कैसे?
उत्तर-
छात्र अपने अनुभव के आधार पर बताएँ।
प्रश्न 3.
यदि आपको समाज के लिए उपयोगी काम करने का अवसर मिले तो आप कौन-सा काम करेंगे?
उत्तर-
छात्र स्वयं सोचकर उत्तर बताएँ; जैसे- अपने आस-पास के वातावरण को स्वच्छ बनाने का पानी बचाने और उसके प्रति जागरूक करने का, वृक्ष लगाने और उनकी देखभाल करने का पुरानी किताबें गरीब बच्चों को देने का आदि।
सोचिए और लिखिए
प्रश्न 1.
थिमक्का अपने किस काम के कारण प्रसिद्ध हुईं?
उत्तर-
थिमक्का हुलिकल और कुदुर के बीच स्थित 45 किलोमीटर लंबे राजमार्ग पर लगभग 385 बरगद के पेड़ लगाने के लिए प्रसिद्ध हुई।
प्रश्न 2.
थिमक्का को और किस-किस नाम से जाना जाता है?
उत्तर-
थिमक्का को ‘अम्मा’, ‘वृक्षमाता’ और ‘सालूमरदा थिमक्का’ के नाम से भी जाना जाता है। ‘सालूमरदा’ कन्नड़ भाषा में पेड़ों की पंक्ति को कहते हैं।
प्रश्न 3.
अम्मा ने बरगद के पौधे लगाने क्यों शुरू किए थे?
उत्तर-
पर्यावरण को लाभ पहुँचाने तथा राष्ट्रीय राजमार्ग को सुंदर और सुसज्जित बनाने के लिए उन्होंने बरगद के पौधे लगाने शुरू किए।
प्रश्न 4.
इतने सारे पेड़ लगाने के लिए अम्मा को किन-किन चुनौतियों का सामना करना पड़ा होगा?
उत्तर-
पौधे, बीज आदि खरीदने के लिए धन की समस्या आई होगी क्योंकि थिमक्का आर्थिक रूप से इतनी सक्षम नहीं थीं। 45 किलोमीटर के मार्ग में पौधे लगाने के लिए इतनी दूरी तय करना, इतनी दूर तक पौधे लाना-ले जाना, पानी देना, मौसम (जैसे- गरमी-बरसात) आदि चुनौतियों का सामना करना पड़ा होगा।
पाठ के आगे
प्रश्न 1.
यदि आपको थिमक्का अम्मा का परिचय देना हो तो आप कैसे देंगे?
उत्तर-
थिमक्का अम्मा 107 वर्ष की हैं। कर्नाटक में रहने वाली थिमक्का 80 वर्षों से सड़कों के किनारे पौधे लगा रही हैं। इन्होंने हुलिकल और कुदुर के बीच स्थित 45 किलोमीटर लंबे राजमार्ग पर लगभग 385 बरगद के पौधे लगाए। इस कार्य के लिए भारत सरकार से उन्हें पद्मश्री सम्मान भी प्राप्त हुआ है। आज भी थिमक्का वनों के विकास से जुड़े कार्यों में संलग्न रहकर समाज सेवा कर रही हैं।
प्रश्न 2.
यदि आपको अम्मा के काम में उनकी सहायता करने का अवसर मिले तो आप कैसे करेंगे?
उत्तर-
संकेत बिंदु-
- पौधों में पानी देना
- पौधों की देखभाल करना
- पौधे लाकर देना
- अम्मा के लिए खाने-पीने की व्यवस्था करना आदि।
छात्र स्वयं सोचकर उत्तर दें।
भाषा की बात
प्रश्न 1.
‘थिमक्का’ में ‘क्का’ आया है। ऐसे व्यंजनों को द्वित्व व्यंजन कहते हैं। ऐसे और शब्द सोचकर दिए गए स्थान पर लिखिए-
उत्तर
रस्सी – पत्ता
मक्का – चम्मच
चप्पल – गन्ना
प्रश्न 2.
पेड़ को वृक्ष भी कहा जाता है। क्या आप बता सकते हैं कि अलग-अलग भाषाओं में पेड़ को क्या-क्या कहा जाता है-
उत्तर-
डाल – गाछ – गाछी
(गढ़वाली / कुमाऊँनी भाषा) – (बांग्ला भाषा) – (मैथिली भाषा)
छात्र आपस में चर्चा कर स्वयं उत्तर दें।
प्रश्न 3.
कई बार, हम एक वर्ण और एक अक्षर को मिलाकर एक नया ‘संयुक्त अक्षर’ बनाते हैं, जैसे-
उपरोक्त उदाहरणों के आधार पर नीचे दिए गए चित्रों को देखकर शब्द पूरे कीजिए-
उत्तर-
कुछ नया करें
प्रश्न 1.
आपने थिमक्का के बारे में पढ़ा और उनके काम से प्रेरित हुए। थिमक्का को एक पत्र लिखकर उन्हें अपने मन की बात बताइए-
उत्तर-
छात्र दिए गए प्रारूप में तारीख लिखें। पत्र लिखकर अंत में अपना नाम लिखें।
प्रश्न 2.
चित्र देखकर उन वस्तुओं पर गोला बनाएं जो हमें पेड़ों से मिलती हैं-
उत्तर-
Class 3 Hindi Chapter 13 पेड़ों की अम्मा ‘थिमक्का’ पाठ का सारांश
प्रस्तुत पाठ कर्नाटक की महान पर्यावरणविद् पर आधारित है जो एक सामाजिक कार्यकर्ता भी हैं। इन्हें ‘अम्मा’ और ‘वृक्षमाता’ के नाम से भी जाना जाता है। वृक्षारोपण के अपने उत्कृष्ट कार्य हेतु इन्हें कई पुरस्कारों से पुरस्कृत किया जा चुका है, जिसमें भारत सरकार द्वारा दिया गया पद्मश्री भी शामिल है। अपनी निष्ठा और श्रद्धा के बल पर लोगों की प्रेरणास्रोत बनकर ये 107 वर्ष की उम्र में आज भी अपने इस कार्य में जुटी हुई हैं।
शब्दार्थ- विख्यात – प्रसिद्ध, रमणीय – सुंदर, खान – खदान (जैसे- लोहे की खदान), वनीकरण – वनों का विकास करना, पेड़ लगाना, उत्कृष्ट – उत्तम।