Understanding the question and answering patterns through NCERT Solutions Class 12 Geography in Hindi Chapter 10 परिवहन तथा संचार will prepare you exam-ready.
NCERT Class 12 Geography Chapter 10 Solutions in Hindi परिवहन तथा संचार
पृष्ठ 117
प्रश्न 1.
दक्षिण ( भारत ) में बंगलौर तथा हैदराबाद और उत्तर (भारत ) में दिल्ली, कानपुर तथा पटना महत्वपूर्ण केन्द्रों के रूप में क्यों उभरे हैं?
उत्तर:
दक्षिण भारत में बंगलौर तथा हैद्राबाद और उत्तर भारत में दिल्ली, कानुपर तथा पटना महत्वपूर्ण केन्द्र बन गए हैं; क्योंकि इन नगरों में औद्योगिक विकास अपेक्षाकृत अधिक हुआ है तथा इन नगरों की धरातलीय संरचना भी परिवहन मार्गों के निर्माण हेतु अनुकूल दशा रखती है। किसी भी क्षेत्र में सड़क घनत्व मुख्यतः भूभाग की प्रकृति और आर्थिक विकास के स्तर पर निर्भर करता है। चूंकि उत्तरी भारत में समतल धरातलीय क्षेत्र पाया जाता है, जिस कारण यहाँ सड़क निर्माण सस्ता व आसान है।
इसी प्रकार दक्षिणी भारत का धरातलीय स्वरूप चट्टानी है, जिस कारण इन क्षेत्रों में सड़क निर्माण हेतु पत्थर आसानी से उपलब्ध हो जाते हैं। किसी भी क्षेत्र का विकास विशेषतः परिवहन के साधनों पर ही निर्भर करता है। अतः स्पष्ट है कि परिवहन मार्गों के विकास के साथ-साथ हुए औद्योगिक विकास के कारण उपर्युक्त क्षेत्र देश में महत्वपूर्ण केन्द्रों के रूप में उभरे हैं।
पाठ्यपुस्तक के प्रश्न
1. नीचे दिए गए चार विकल्पों में से सही उत्तर को चुनिए-
प्रश्न (i) भारतीय रेल प्रणाली को कितने मंडलों में विभाजित किया गया है?
(क) 9
(ख) 12
(ग) 16
(घ) 14
उत्तर:
(ग) 16
प्रश्न (ii) राष्ट्रीय जल मार्ग संख्या-1 किस नदी पर तथा किन दो स्थानों के बीच पड़ता है?
(क) ब्रह्मपुत्र-सादिया-धुबरी
(ख) गंगा-हल्द्या-इलाहाबाद
(ग) पश्चिमी तट नहर-कोट्टापुरम से कोल्लाम
उत्तर:
(ख) गंगा-हल्द्या-इलाहाबाद
प्रश्न (iii) निम्नलिखित में से किस वर्ष में पहला रेडियो कार्यक्रम प्रसारित हुआ था?
(क) 1911
(ख) 1936
(ग) 1927
(घ) 1923
उत्तर:
(घ) 1923
नोट-1. वर्तमान में भारत में रेल मण्डलों की संख्या 18 हो गई है।
2. निम्नलिखित प्रश्नों का उत्तर लगभग 30 शब्दों में दें –
प्रश्न (i) परिवहन किन क्रियाकलापों को अभिव्यक्त करता है? परिवहन के तीन प्रमुख प्रकारों के नाम बताइए।
उत्तर:
परिवहन तृतीयक वर्ग का क्रियाकलाप होता है। परिवहन कच्चे माल को कारखानों एवं उत्पादन स्थलों तक पहुँचाने के साथ-साथ प्रतिदिन की आवश्यक वस्तुओं, जैसे-दूध, कपड़े, साबुन, खाद्य पदार्थ आदि को उत्पादन स्थलों से बाजार तक पहुँचाता है।
परिवहन के तीन प्रमुख प्रकार निम्न प्रकार से हैं-
(i) स्थल परिवहन
(ii) जल परिवहन
(iii) वायु परिवहन।
प्रश्न (ii) पाइप लाइन परिवहन के लाभ एवं हानि की विवेचना करें।
उत्तर:
लाभ –
(1) यह परिवहन का सस्ता व सुविधाजनक साधन है।
(2) दुर्गम क्षेत्रों, घने वनों, मरुस्थलों तथा पर्वतों पर भी इसका निर्माण संभव है।
(3) इसके द्वारा पदार्थों की सुनिश्चित आपूर्ति बनी रहती है।
(4) सड़क व रेल परिवहन की तुलना में इसमें कम समय लगता है।
(5) प्रदूषणरहित परिवहन का साधन है।
(6) इनके द्वारा ठोस पदार्थों को भी द्रवीय अवस्था में परिवर्तित कर परिवहन किया जा सकता है।
हानि –
(1) एक बार पाइप लाइन बिछा देने के पश्चात् इसकी क्षमता में वृद्धि नहीं की जा सकती।
(2) भूमिगत पाइप लाइन की मरम्मत करने में कठिनाई होती है।
(3) पाइप लाइन से पदार्थों के रिसाव का पता लगाना भी कठिन होता है।
(4) इसके द्वारा केवल द्रवीय पदार्थों का ही परिवहन कर सकते हैं।
प्रश्न (iii) ‘संचार’ से आपका क्या अभिप्राय है?
उत्तर:
विभिन्न साधनों के माध्यम से विचारों, दर्शन एवं संदेशों का एक स्थान से दूसरे स्थान अथवा एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक विनिमय संचार कहलाता है। इस प्रकार किसी भी माध्यम से सूचना के उद्गम से लक्ष्य की ओर पहुँचने की प्रक्रिया संचार कहलाती है।
प्रश्न (iv) भारत में वायु परिवहन के क्षेत्र में ‘एयर इंडिया’ तथा ‘इंडियन’ के योगदान की विवेचना करो।
उत्तर:
देश में वायु परिवहन का 1953 में राष्ट्रीयकरण करके दो निगमों-एयर इंडिया ल्भिमिटेड और इंडियन एयरलाइन्स का गठन किया गया था।
- एयर इंडिया-यह यात्रियों तथा नौभार यातायात, दोनों के लिए, अन्तर्राष्ट्रीय वायु सेवाएँ उपलब्ध कराती है। मुंबई, दिल्ली, कोलकाता और चेन्नई एयर इंडिया के केन्द्रबिन्दु हैं।
- इंडियन एयर लाइंस-घरेलू वायु परिवहन के लिए यही निगम उत्तरदायी है। यह निगम देश के भीतरी भागों, पड़ौसी दक्षिण-पूर्वी तथा पश्चिमी एशियाई देशों के साथ आवागमन की व्यवस्था करता है। अब इंडियन एयरलाइंस का एयर इंडिया में विलय हो गया है।
3. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लगभग 150 शब्दों में दें –
प्रश्न (i) भारत में परिवहन के प्रमुख साधन कौनकौनसे हैं? इनके विकास को प्रभावित करने वाले कारकों की विंवेचना करें।
उत्तर:
परिवहन के प्रमुख साधन-भारत में परिवहन के निम्नलिखित साधन उपलब्ध हैं-
- स्थल परिवहन-इसके अन्तर्गत सड़क परिवहन, रेल परिवहन और पाइप लाइन परिवहन को सम्मिलित किया जाता है।
- जल परिवहन-इसके अन्तर्गत अंतःस्थलीय परिवहन तथा सागरीय व महासागरीय परिवहन आता है, जो कि नौकाओं और जहाजों द्वारा किया जाता है।
- वायु परिवहन-यह राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर वायुयानों के माध्यम से किया जाता है।
परिवहन तन्त्र के विकास को प्रभावित करने वाले कारक-भारत में परिवहन तंत्र के विकास को प्रभावित करने वाले मुख्य कारक निम्नलिखित हैं-
(1) भौतिक कारक-भारत में समतल मैदानी भागों व धरातलीय क्षेत्रों में परिवहन तंत्र का विकास अधिक हुआ है। इसी कारण देश के 50 प्रतिशत से अधिक रेलमार्ग उत्तरी भारत में हैं। इसके विपरीत दक्षिणी भारत, पूर्वोत्तर भारत, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, मरुस्थलीय क्षेत्र विशेषकर पश्चिमी राजस्थान में धरातल ऊबड़-खाबड़ एवं दुर्गम होने के कारण परिवहन तंत्र अपेक्षाकृत कम विकसित हो पाया है।
(2) सांस्कृतिक कारक-देश में पाई जाने वाली जनसंख्या घनत्व की भिन्नता भी परिवहन तंत्र के विकास को प्रभावित करती है। देश के कम जनसंख्या वाले क्षेत्रों में परिवहन के साधनों का विकास बहुत कम हुआ है, जैसेपश्चिमी राजस्थान का क्षेत्र, छोटा नागपुर पठारी क्षेत्र आदि।
(3) आर्थिक कारक-देश में बड़े-बड़े औद्योगिक एवं व्यापारिक नगरों तथा प्रमुख पत्तनों के समीप रेलमार्गों तथा सड़कों का अधिक विस्तार हुआ है, क्योंकि इन क्षेत्रों में मशीनों, श्रमिक एवं अन्य पदार्थों को लाने-ले जाने में आवागमन के साधनों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है।
(4) सुरक्षात्मक कारक-सीमावर्ती एवं दूरस्थ क्षेत्रों की सुरक्षात्मक एवं सैन्य आवश्यकताओं की पूर्ति हेतु भी परिवहन तंत्र का विकास किया जाता है।
(5) राजनैतिक कारक-सरकारी नीति व राजनैतिक उद्देश्यों पर भी परिवहन तंत्र का विकास निर्भर करता है। सरकार की आर्थिक विकेन्द्रीकरण व पंचायती राज व्यवस्था स्थापित करने की नीति को प्रभावशाली ढंग से लागू करने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों को रेल अथवा सड़क मार्गों द्वारा जोड़ने का कार्य किया जा रहा है।
प्रश्न (ii) पाइप लाइन परिवहन से लाभ एवं हानि की विवेचना करें।
उत्तर:
पाइप लाइन परिवहन के लाभ-पाइप लाइनों द्वारा पदार्थों के परिवहन में निम्नलिखित लाभ हैं-
(1) सस्ता साधन-पाइप लाइनों को बनाने के बाद इनके संचालन में बहुत कम व्यय होता है।
(2) ऊबड़-खाबड़ मार्ग से परिवहन-पाइप लाइनों को कठिन, ऊबड़-खाबड़ धरातल पर भी बिछाया जा सकता है।
(3) ऊर्जा की बचत-इसमें ऊर्जा का बहुत कम खर्च होता है। इस परिवहन में कुछ स्थानों पर पम्पिंग में ही कुछ ऊर्जा की खपत होती है, जो नगण्य है।
(4) समुद्र जल में भी पाइप लाइन को बिछाना संभव है। अपतट क्षेत्रों से कच्चा तेल स्थल भाग तक पाइप लाइनों के द्वारा ही आता है।
(5) सुनिश्चित आपूर्ति-पाइप लाइन से पदार्थों की निरन्तर आपूर्ति होती रहती है।
(6) समय की बचत-पाइप लाइन परिवहन में सड़क व रेल परिवहन की तुलना में बहुत कम समय लगता है।
(7) प्रदूषण का कम खतरा-तेल जैसे पदार्थों का सड़क व रेल से परिवहन के दौरान तेल के रिसने से पर्यावरण प्रदूषण होता है, जबकि पाइप लाइन परिवहन प्रदूषण रहित होता है।
पाइप लाइन परिवहन से हानि-उपर्युक्त लाभों के साथ-साथ पाइप लाइन से पदार्थों के परिवहन से कई हानियाँ भी होती हैं, जैसे –
(1) एक बार पाइप लाइन बिछा देने के पश्चात् इसकी क्षमता में वृद्धि और कमी नहीं की जा सकती है।
(2) पाइप लाइन की सुरक्षा करना एक कठिन कार्य है।
(3) भूमिगत पाइप लाइन की मरम्मत में कठिनाई होती है।
(4) भूमिगत पाइप लाइन में रिसाव का पता लगाना भी कठिन होता है।
(5) पाइप लाइन को बनाने में बहुत अधिक समय और पूँजी की जरूरत पड़ती है।
(6) पाइप लाइन के द्वारा केवल द्रवीय पदार्थों का ही परिवहन किया जा सकता है।
प्रश्न (iii) भारत के आर्थिक विकास में सड़कों की भूमिका का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
सड़क परिवहन, परिवहन का एक प्राचीन साधन है तथा परिवहन के अन्य साधनों की तुलना में अधिक विस्तृत एवं सुलभ है। यह देश के विभिन्न भागों में महत्वपूर्ण आर्थिक योगदान देता है। ग्रामीण अर्थव्यवस्था तो मुख्यतः सड़क परिवहन पर ही निर्भर है। सड़क परिवहन एक लचीला, विश्वसनीय तथा तीव्रगामी साधन है। देश के पर्यंटन को प्रोत्साहित करने के लिए सड़क परिवहन एक आदर्श साधन है। सड़क परिवहन के द्वारा पदार्थ व वस्तुओं का विनिमय देश के एक कोने से दूसरे कोने तक प्रतिदिन किया जाता है, जिससे सरकार को टैक्स के रूप में पूँजी की प्राप्ति होती है।
करोड़ों लोगों को प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से सड़क परिवहन द्वारा रोजगार प्राप्त होता है। दूध, फल, सब्जी, कारखानों के लिए कच्चा माल, तैयार उत्पाद को बाजार तक सड़क परिवहन के द्वारा ही पहुँचाया जाता है। सामान्यतः प्रतिवर्ष सड़कों द्वारा लगभग 85 प्रतिशत यात्री तथा 70 प्रतिशत भार यातायात का परिवहन किया जाता है। छोटी दूरियों की यात्रा के लिए सड़क परिवहन अपेक्षाकृत अनुकूल होता है। किसी भी देश की अर्थव्यवस्था में सड़क परिवहन का सबसे महत्वपूर्ण योगदान यह होता है कि सड़क परिवहन ऐसे दुर्गम धरातलीय क्षेत्रों तक अपनी सेवाएँ देने में सक्षम होती है, जहाँ पर अन्य किसी परिवहन के साधन का पहुँचना नामुमकिन होता है।