Understanding the question and answering patterns through Class 12 Geography Question Answer in Hindi Chapter 3 जनसंख्या संघटन will prepare you exam-ready.
Class 12 Geography Chapter 3 in Hindi Question Answer जनसंख्या संघटन
अन्य महत्त्वपूर्ण प्रश्न
वस्तुनिष्ठ प्रश्न
प्रश्न 1.
निम्न में से जिस देश में विश्व में निम्नतम लिंगानुपात पाया जाता है, वह है –
(अ) संयुक्त राज्य अमेरिका
(ब) रूस
(द) अफगानिस्तान
(स) संयुक्त अरब अमीरात
उत्तर:
(स) संयुक्त अरब अमीरात
प्रश्न 2.
यूरोप के एक बड़े भाग में स्त्रियों की संख्या अधिक होने का कारण है –
(अ) निम्न जन्म दर
(ब) उच्च मृत्यु दर
(स) स्त्रियों की बेहतर स्थिति
(द) पुरुषों का उच्च स्तर
उत्तर:
(स) स्त्रियों की बेहतर स्थिति
प्रश्न 3.
निम्न में से जिस देश का आयु लिंग पिरामिड घण्टी के आकार का है, वह है –
(अ) चीन
(सं) भारत
(ब) आस्ट्रेलिया
(द) रूस
उत्तर:
(ब) आस्ट्रेलिया
प्रश्न 4.
त्रिभुजाकार आयु लिंग पिरामिड किस प्रकार के देशों का प्रतिरूपी है –
(अ) विकासशील देश
(ब) विकसित देश
(स) अल्पविकसित देश
(द) आदिम अवस्था वाले देश
उत्तर:
(स) अल्पविकसित देश
प्रश्न 5.
पिरामिड का चौड़ा आधार तथा तेजी से पतला होता शीर्ष संकेत करता है –
(अ) बढ़ती जन्म दर तथा उच्च मृत्यु दर
(ब) घटती जन्म दर तथा निम्न मृत्यु दर
(स) बढ़ती जन्म दर तथा घटती मृत्यु दर
(द) घटती जन्म दर तथा बढ़ती मृत्यु दर
उत्तर:
(अ) बढ़ती जन्म दर तथा उच्च मृत्यु दर
अतिलघूत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
सर्वाधिक लिंगानुपात वाला देश कौनसा है व उसका लिंगानुपात कितना है?
उत्तर:
विश्व में सर्वाधिक लिंगानुपात वाला देश लैटविया है जहाँ प्रति 100 स्त्रियों पर 85 पुरुष हैं।
प्रश्न 2.
लोगों को किस आधार पर पृथक् किया जा सकता है?
उत्तर:
लोगों को आयु, लिंग, उनके निवास, व्यवसाय, शिक्षा और जीवन- प्रत्याशा के आधार पर पृथक् किया जा सकता है।
प्रश्न 3.
लिंग अनुपात से क्या अभिप्राय है?
उत्तर:
किसी दी गई जनसंख्या में स्त्रियों तथा पुरुषों की संख्या के मध्य के अनुपात को लिंग अनुपात कहा जाता है।
प्रश्न 4.
किन प्रदेशों में लिंग अनुपात स्वियों के प्रतिकूल होता है?
उत्तर:
जिन प्रदेशों में लिंग भेदभाव अनियंत्रित होता है, वहाँ लिंग अनुपात निश्चित रूप से स्त्रियों के प्रतिकूल होता है।
प्रश्न 5.
विश्व में निम्नतम लिंग अनुपात किस देश में दर्ज किया गया है एवं यह कितना है?
उत्तर:
विश्व में निम्नतम लिंग अनुपात संयुक्त अरब अमीरात में दर्ज किया गया है जहाँ प्रति 100 स्त्रियों की तुलना में 311 पुरुष हैं।
प्रश्न 6.
यूरोप महाद्वीप के अनेक देशों में पुरुषों की कमी क्यों पाई जाती है ? दो कारण लिखिए।
उत्तर:
- इस क्षेत्र में महिलाओं की समाज में बेहतर स्थिति।
- भूतकाल में इस क्षेत्र से वृहत् स्तर पर हुआ पुरुष उत्प्रवास
प्रश्न 7.
संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा सूचीबद्ध कितने देशों में लिंग अनुपात स्त्रियों के लिए अनुकूल तथा प्रतिकूल है ? बताइये।
उत्तर:
संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा सूचीबद्ध 139 देशों में लिंग अनुपात स्त्रियों के लिए अनुकूल है, जबकि शेष 72 देशों में लिंग अनुपात स्त्रियों के लिए प्रतिकूल है।
प्रश्न 8.
विश्व में किस महाद्वीप में लिंग अनुपात निम्न है? इसके प्रमुख देशों के नाम बताइये, जहाँ लिंगानुपात निम्न है।
उत्तर:
विश्व में एशिया महाद्वीप में लिंग अनुपात निम्न है। इसके प्रमुख देश – चीन, भारत, सऊदी अरब, पाकिस्तान व अफगानिस्तान हैं।
प्रश्न 9.
आयु संरचना से क्या अभिप्राय है?
उत्तर:
आयु संरचना विभिन्न आयु वर्गों में लोगों की संख्या को प्रदर्शित करती है। जनसंख्या संगठन का यह एक महत्त्वपूर्ण सूचक है।
प्रश्न 10.
आयु- लिंग संरचना से क्या अभिप्राय है? स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
विभिन्न आयु वर्गों में स्त्रियों तथा पुरुषों की जनसंख्या के अनुपात को जनसंख्या की आयु-लिंग संरचना कहा जाता है।
प्रश्न 11.
जनसंख्या पिरामिड की आकृति से क्या परिलक्षित होता है? बताइए।
उत्तर:
जनसंख्या पिरामिड की आकृति जनसंख्या की विशेषताओं को परिलक्षित करती है।
प्रश्न 12.
जनसंख्या पिरामिड का प्रयोग किसलिए किया जाता है? बताइये।
उत्तर:
जनसंख्या पिरामिड का प्रयोग आयु- लिंग संरचना को दर्शाने के लिए किया जाता है।
प्रश्न 13.
जनसंख्या का ग्रामीण और नगरीय में विभाजन का आधार बताइये।
उत्तर:
जनसंख्या का ग्रामीण और नगरीय में विभाजन निवास के आधार पर किया जाता है।
प्रश्न 14.
ग्रामीण और नगरीय जीवन किस आधार पर अलग-अलग होते हैं?
उत्तर:
ग्रामीण और नगरीय जीवन आजीविका, सामाजिक दशाओं, आयु-लिंग संगठन, व्यावसायिक संरचना, जनसंख्या घनत्व तथा विकास के स्तर के आधार पर अलग- अलग होते हैं।
प्रश्न 15.
ग्रामीण क्षेत्र से क्या अभिप्राय है?
उत्तर:
सामान्य रूप से वे क्षेत्र, जिनमें लोग प्राथमिक क्रियाओं में संलग्न होते हैं, ग्रामीण क्षेत्र कहलाते हैं।
प्रश्न 16.
नगरीय क्षेत्र से क्या अभिप्राय है?
उत्तर:
सामान्य रूप से वे क्षेत्र, जिनमें अधिकांश कार्यशील जनसंख्या गैर-प्राथमिक क्रियाओं में संलग्न होती है नगरीय क्षेत्र कहलाते हैं।
प्रश्न 17.
यूरोप, कनाडा और संयुक्त राज्य अमेरिका के नगरीय क्षेत्रों में महिलाओं की अधिकता क्यों पाई जाती है ? बताइये।
उत्तर;
नगरीय क्षेत्रों में रोजगार के अवसरों की अधिक संभावनाओं के कारण ग्रामीण क्षेत्रों से महिलाओं के आगमन के कारण महिलाओं की अधिकता है।
प्रश्न 18.
त्रिभुजाकार पिरामिड किस प्रकार के देशों का प्रतिरूपी है?
उत्तर:
विस्तृत आकार वाला त्रिभुजाकार पिरामिड अल्पविकसित देशों का प्रतिरूपी है।
प्रश्न 19.
भारत में नगरीय क्षेत्रों में महिलाओं की कमी के कारण बताइये ।
उत्तर:
कृषि कार्यों में महिलाओं की ऊँची सहभागिता, नगरों में आवास की कमी, रहन-सहन की उच्च लागत, रोजगार के अवसरों की कमी तथा सुरक्षा की कमी के कारण नगरीय क्षेत्रों में महिलाओं की कमी पाई जाती है।
प्रश्न 20.
किसी देश में साक्षर जनसंख्या का अनुपात किसका प्रतीक होता है ?
उत्तर:
किसी देश में साक्षर जनसंख्या का अनुपात उसके सामाजिक-आर्थिक विकास का सूचक होता है।
प्रश्न 21.
मानव की प्राथमिक एवं द्वितीयक क्रियाएँ बताइये।
उत्तर:
कृषि, वानिकी, मत्स्यन तथा खनन मानव की प्राथमिक क्रियाएँ हैं, जबकि विनिर्माण द्वितीयक क्रिया है।
प्रश्न 22.
मानव की तृतीयक एवं चतुर्थक क्रियाएँ बताइये।
उत्तर:
परिवहन, संचार तथा अन्य सेवाएँ मानव की तृतीयक क्रियाएँ हैं, जबकि अनुसंधान और वैचारिक विकास .से जुड़े कार्य चतुर्थक क्रियाएँ हैं।
प्रश्न 23.
यदि किसी देश की वर्तमान में अर्थव्यवस्था आदिम अवस्था में है तब प्राथमिक क्रियाओं में संलग्न लोगों का अनुपात अधिक क्यों होता है? बताइये ।
उत्तर:
क्योंकि इसमें केवल प्राकृतिक साधनों का विदोहन किया जाता है।
प्रश्न 24.
लिंगानुपात प्रतिकूल कब होता है?
उत्तर:
जब पुरुषों की संख्या स्त्रियों की संख्या से अधिक होती है, तब लिंगानुपात प्रतिकूल होता है।
प्रश्न 25.
विश्व में किस देश का ह्रासमान जनसंख्या पिरामिड है ?
उत्तर:
विश्व में जापान का ह्रासमान जनसंख्या पिरामिड है।
प्रश्न 26.
विश्व में किस देश का स्थिर जनसंख्या पिरामिड है ?
उत्तर:
विश्व में आस्ट्रेलिया का स्थिर जनसंख्या पिरामिड है।
लघूत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
विश्व में ग्रामीण एवं नगरीय जनसंख्या संघटन का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
विश्व के विकसित राष्ट्रों में नगरीय जनसंख्या का प्रतिशत उच्च तथा ग्रामीण जनसंख्या का प्रतिशत निम्न पाया जाता है जबकि विकासशील तथा अल्पविकसित राष्ट्रों में नगरीय जनसंख्या का प्रतिशत निम्न तथा ग्रामीण जनसंख्या का प्रतिशत उच्च पाया जाता है। पश्चिमी देशों में नगरीय क्षेत्रों में स्त्रियों की संख्या पुरुषों की अपेक्षा अधिक है। जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में कम है। इसके विपरीत एशिया के अधिकांश देशों में नगरीय क्षेत्रों में पुरुषों की संख्या स्त्रियों की अपेक्षा बहुत अधिक है।
प्रश्न 2.
नाइजीरिया की जनसंख्या का पिरामिड विस्तृत प्रकार का क्यों है? बताइये ।
उत्तर:
नाइजीरिया की जनसंख्या का पिरामिड अर्थात् आयु-लिंग पिरामिड विस्तृत आकार वाला त्रिभुजाकार पिरामिड है। यह आधार पर चौड़ा है तथा शिखर की तरफ कम चौड़ा है। यहाँ उच्च जन्म दर के कारण युवा वर्ग के लोगों की संख्या अधिक है। विश्व के प्रायः अल्पविकसित देशों में इसी प्रकार का जनसंख्या पिरामिड पाया जाता है ।
प्रश्न 3.
आस्ट्रेलिया की जनसंख्या का आयु-लिंग पिरामिड घंटाकार क्यों है? बताइये ।
उत्तर:
आस्ट्रेलिया का जनसंख्या पिरामिड घण्टी के आकार का है। यह शीर्ष की तरफ शुंडाकार होता जाता है। इसमें जन्म दर तथा मृत्यु दर लगभग एकसमान है, जिसके फलस्वरूप जनसंख्या स्थिर हो जाती है। इस प्रकार यह पिरामिड स्थिर जनसंख्या को दर्शाता है।
प्रश्न 4.
जापान का जनसंख्या पिरामिड ह्रासमान क्यों है?
उत्तर:
जापान के जनसंख्या पिरामिड का आधार संकीर्ण तथा शीर्ष शुंडाकार है। यहाँ जन्मदर तथा मृत्युदर दोनों ही निम्न है। जनसंख्या वृद्धि शून्य या ऋणात्मक है। इसी कारण जापान का जनसंख्या पिरामिड ह्रासमान है।
प्रश्न 5.
किसी प्रदेश में मिलने वाले निम्न लिंगानुपात के लिए कौन-कौन से कारक उत्तरदायी हैं?
उत्तर:
किसी प्रदेश में पुरुषों की तुलना में महिलाओं की कम संख्या मिलने के लिए प्रमुख रूप से निम्नलिखित कारक उत्तरदायी होते हैं –
प्रश्न 5.
किसी प्रदेश में मिलने वाले निम्न लिंगानुपात के लिए कौन-कौन से कारक उत्तरदायी हैं?
उत्तर:
किसी प्रदेश में पुरुषों की तुलना में महिलाओं की कम संख्या मिलने के लिए प्रमुख रूप से निम्नलिखित कारक उत्तरदायी होते हैं-
(i) स्त्री भ्रूण हत्या तथा स्त्री शिशु हत्या की अधिक घटनाओं का मिलना ।
(ii) महिलाओं के प्रति घरेलू हिंसा तथा उत्पीड़न की घटनाओं का अधिक मिलना।
(iii) महिलाओं के सामाजिक-आर्थिक स्तर का निम्न मिलना।
प्रश्न 6.
विकसित देशों की जनांकिकीय विशेषताएँ बताइये।
उत्तर:
(i) विकसित देशों में वृद्ध लोगों का अनुपात अधिक होता है।
(ii) इन देशों में जीवन प्रत्याशा बढ़ने के कारण उच्च आयु वर्ग में लोगों का अनुपात बढ़ गया है।
(iii) इन देशों में जन्म दर कम होने के कारण शिशुओं का अनुपात कम हो गया है।
प्रश्न 7.
स्पष्ट कीजिए कि लिंग अनुपात किसी देश में स्त्रियों की स्थिति के सम्बन्ध में महत्त्वपूर्ण सूचना होती है।
उत्तर:
लिंग अनुपात किसी देश में स्त्रियों की स्थिति के सम्बन्ध में महत्त्वपूर्ण सूचना होती है। जिन प्रदेशों व देशों में लिंग भेदभाव अनियंत्रित होता है वहाँ लिंग अनुपात निश्चित रूप से स्त्रियों के प्रतिकूल होता है। इन क्षेत्रों में स्त्री भ्रूण हत्या तथा स्त्री-शिशु हत्या और स्त्रियों के प्रति घरेलू हिंसा की प्रथा प्रचलित होती है। इसका प्रमुख कारण इन क्षेत्रों में स्त्रियों का सामाजिक-आर्थिक स्तर का निम्न होना हो सकता है।
प्रश्न 8.
आयु संरचना से क्या अभिप्राय है? स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
आयु संरचना विभिन्न आयु वर्गों में लोगों की संख्या को प्रदर्शित करती है। जनसंख्या संघटन का यह एक महत्त्वपूर्ण सूचक होता है; क्योंकि 15 से 59 आयु वर्ग बीच जनसंख्या का बड़ा आकार एक विशाल कार्यशील जनसंख्या को दर्शाता है। 60 वर्ष से अधिक आयु वाली जनसंख्या का एक बड़ा भाग उस वृद्ध जनसंख्या को प्रदर्शित करता है जिसे स्वास्थ्य सम्बन्धी सेवाओं के लिए अधिक खर्च की आवश्यकता होती है। इसी प्रकार युवा जनसंख्या के उच्च अनुपात का अर्थ है कि प्रदेश में जन्म दर ऊँची है। तथा जनसंख्या युवा है।
प्रश्न 9.
आयु लिंग पिरामिड से क्या अभिप्राय है? स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
जनसंख्या की आयु लिंग संरचना का अभिप्राय विभिन्न आयु वर्गों में स्त्रियों और पुरुषों की संख्या से है। जनसंख्या पिरामिड का प्रयोग जनसंख्या की आयु – लिंग संरचना को दर्शाने के लिए किया जाता है। जनसंख्या पिरामिड की आकृति जनसंख्या की विशेषताओं को परिभाषित करती है। प्रत्येक आयु वर्ग में बायाँ भाग पुरुषों का प्रतिशत तथा दायाँ भाग स्त्रियों का प्रतिशत दर्शाता है। यह विभिन्न प्रकार के हो सकते हैं, जैसे – त्रिभुजाकार पिरामिड, घंटी के आकार का पिरामिड आदि।
प्रश्न 10.
जनसंख्या का ग्रामीण एवं नगरीय में विभाजन क्यों आवश्यक माना जाता है?
उत्तर:
जनसंख्या का ग्रामीण और नगरीय में विभाजन निवास के आधार पर किया जाता है। यह विभाजन आवश्यक है; क्योंकि ग्रामीण और नगरीय जीवन आजीविका और सामाजिक दशाओं में एक-दूसरे से अलग होते हैं। ग्रामीण और नगरीय क्षेत्रों में आयु लिंग संघटन, व्यावसायिक संरचना, जनसंख्या का घनत्व तथा विकास के स्तर अलग-अलग होते हैं।
प्रश्न 11.
स्पष्ट कीजिये कि किसी देश में साक्षर जनसंख्या का अनुपात उसके सामाजिक-आर्थिक विकास का सूचक होता है।
उत्तर:
किसी देश में साक्षर जनसंख्या का अनुपात उसके सामाजिक-आर्थिक विकास का सूचक होता है; क्योंकि इससे रहन-सहन के स्तर, महिलाओं की सामाजिक स्थिति, शैक्षणिक सुविधाओं की उपलब्धता तथा सरकार की नीतियों की जानकारी प्राप्त होती है। आर्थिक विकास का स्तर साक्षरता का कारण एवं परिणाम दोनों ही हैं। भारत में साक्षरता दर 7 वर्ष से अधिक आयु वाले जनसंख्या के उस प्रतिशत को सूचित करता है, जो कि पढ़-लिख सकता है और जिसमें समझ के साथ अंकगणितीय परिकलन की योग्यता होती है।
प्रश्न 12.
स्पष्ट कीजिए कि कार्यशील जनसंख्या का अनुपात किसी राष्ट्र के आर्थिक विकास के स्तरों का एक अच्छा सूचक होता है।
उत्तर:
प्राथमिक क्रियाओं, द्वितीयक क्रियाओं, तृतीयक क्रियाओं तथा चतुर्थक क्रियाओं में कार्यशील जनसंख्या का अनुपात किसी राष्ट्र के आर्थिक विकास के स्तरों का एक अच्छा सूचक होता है। इसका प्रमुख कारण यह है कि केवल उद्योगों और अवसंरचना से युक्त एक विकसित अर्थव्यवस्था ही द्वितीयक, तृतीयक तथा चतुर्थक सैक्टरों में अधिक कर्मियों को समायोजित कर सकती है। यदि अर्थव्यवस्था अभी भी आदिम अवस्था में है तब प्राथमिक क्रियाओं में संलग्न लोगों का अनुपात अधिक होगा; क्योंकि इसमें केवल प्राकृतिक संसाधन का विदोहन किया जाता है।
प्रश्न 13.
विश्व में विभिन्न क्षेत्रों में लिंगानुपात में विभिन्नताओं के कारण बताइये ।
उत्तर:
विभिन्न क्षेत्रों में लिंगानुपात में विभिन्नताओं के कारण निम्न प्रकार से हैं –
- विकासशील देशों में शिशु मृत्यु दर महिलाओं की अपेक्षा पुरुषों में अधिक होती है।
- विकसित देशों में पुरुषों की मृत्यु दर अधिक होती है।
- स्त्रियों तथा पुरुषों का स्थानान्तरण भी लिंगानुपात को प्रभावित करता है।
- विकासशील देशों में ग्रामीण क्षेत्रों से पुरुषों का नगरों की तरफ प्रवास लिंगानुपात पर प्रभाव डालता है।
निबन्धात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
लिंगानुपात किसे कहते हैं? इसकी गणना किस प्रकार की जाती है? विश्व में लिंग संघटन का संक्षिप्त वर्णन कीजिए।
उत्तर:
लिंगानुपात – जनसंख्या में स्त्रियों और पुरुषों की संख्या के बीच के अनुपात को लिंग अनुपात कहा जाता है।
लिंगानुपात की गणना कुछ देशों में यह निम्न सूत्र द्वारा परिकलित किया जाता है –
अथवा प्रति हजार स्त्रियों पर पुरुषों की संख्या । भारत में लिंग अनुपात ज्ञात करने के लिए निम्न सूत्र काम में लिया जाता है-
अथवा प्रति हजार पुरुषों पर स्त्रियों की संख्या । लिंग अनुपात किसी देश में स्त्रियों की स्थिति के संबंध में महत्त्वपूर्ण सूचना होती है।
विश्व में लिंग संघटन – विश्व की जनसंख्या का औसत लिंग अनुपात, प्रति 100 स्त्रियों पर 102 पुरुष हैं। विश्व में उच्चतम लिंग अनुपात लैटविया में है जहाँ प्रति 100 महिलाओं की तुलना में 85 पुरुष हैं। इसके विपरीत निम्नतम लिंग अनुपात संयुक्त अरब अमीरात में है जहाँ प्रति 100 स्त्रियों की तुलना में 311 पुरुष हैं। लिंग अनुपात के विश्व प्रतिरूप से विश्व के विकसित प्रदेशों में कोई अलग अंतर नहीं दिखाई पड़ता है। संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा सूचीबद्ध 139 देशों में लिंग अनुपात स्त्रियों के लिए अनुकूल है, जबकि शेष 72 देशों में यह उनके लिए प्रतिकूल है।
एशिया के अधिकांश देशों में लिंग अनुपात निम्न पाया जाता है। चीन, भारत, सऊदी अरब, पाकिस्तान व अफगानिस्तान जैसे देशों में लिंग अनुपात और भी निम्न है। इसके विपरीत रूस सहित यूरोप के एक बड़े भाग में स्त्रियों की तुलना में पुरुष अल्प संख्या में हैं। यूरोप के अनेक देशों में पुरुषों की कमी के मुख्य कारण हैं – वहाँ स्त्रियों की बेहतर स्थिति तथा भूतकाल में विश्व के विभिन्न भागों में अत्यधिक पुरुष उत्प्रवास।
प्रश्न 2.
विश्व की आयु संरचना पर एक भौगोलिक निबंध लिखिये।
उत्तर:
आयु संरचना – आयु संरचना किसी भी जनसंख्या की एक आधारभूत विशेषता होती है। किसी क्षेत्र की जनसंख्या में विभिन्न आयु वर्ग के व्यक्ति रहते हैं। किसी व्यक्ति की आयु उसकी जन्म तिथि तथा वर्तमान तिथि के मध्य का समय होता है। किसी क्षेत्र की आयु संरचना में समस्त व्यक्तियों की आयु को पूर्ण वर्षों में व्यक्त किया जाता है, आयु संरचना की विभिन्नताएँ सामाजिक एवं आर्थिक विभिन्नताओं को जन्म देती हैं। आयु संरचना का महत्त्व आयु संरचना जनसंख्या के अनेक रहस्यों को उजागर करती है तथा आयु संरचना की भिन्नता दूरगामी परिणाम रखती है।
किसी क्षेत्र की आयु संरचना से उस क्षेत्र की श्रम शक्ति का पता चलता है। आयु संरचना देश की आवश्यकताओं व कार्यक्षमता व रोजगार पर प्रभाव डालती है। इससे जनसंख्या के आश्रित वर्ग का पता चलता है। इससे देश की भावी जनसंख्या वृद्धि के प्रतिरूप का ज्ञान भी होता है। आयु संरचना को निर्धारित करने वाले कारक- किसी देश व प्रदेश में जनसंख्या की संरचना को प्रमुख रूप से निम्न तीन कारकों के द्वारा निर्धारित किया जाता है, यथा –
(i) प्रजनन अर्थात् जन्म दर
(ii) मृत्यु दर
(iii) प्रवास अर्थात् स्थानान्तरण।
आयु वर्ग – आयु के अनुसार जनसंख्या को निम्नलिखित तीन वर्गों के अन्तर्गत विभाजित किया जाता है –
(1) बाल आयु वर्ग – इस आयु वर्ग में 0-14 वर्ष की जनसंख्या शामिल की जाती है। विकासशील अथवा आर्थिक दृष्टि से पिछड़े देशों की 40 प्रतिशत जनसंख्या इसी वर्ग में शामिल होती है, जबकि दूसरी तरफ विकसित देशों की केवल 20 से 25 प्रतिशत तक जनसंख्या इस आयु वर्ग में शामिल होती है। विश्व में सामान्य रूप से 30 प्रतिशत जनसंख्या इस आयु वर्ग में है।
(2) युवा आयु वर्ग -इस आयु वर्ग में 15 से 59 वर्ष की जनसंख्या शामिल की जाती है। जनसंख्या का यह समूह आर्थिक रूप से सर्वाधिक उत्पादक तथा जैविक रूप से सबसे अधिक प्रजननकारी होता है। विकसित देशों में इस आयु वर्ग में 60 प्रतिशत तथा विकासशील देशों में 35 प्रतिशत जनसंख्या पाई जाती है।
(3) वृद्ध आयु वर्ग – इस आयु वर्ग में 60 वर्ष व उससे अधिक उम्र की जनसंख्या शामिल की जाती है। विकसित देशों की कुल जनसंख्या में इस आयु वर्ग का प्रतिशत 10 से 12 प्रतिशत के मध्य पाया जाता है, जबकि अविकसित देशों में यह 4 प्रतिशत से कम रहता है।
प्रश्न 3.
जनसंख्या पिरामिड से क्या अभिप्राय है? इसके विभिन्न प्रकारों का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
जनसंख्या पिरामिड – जनसंख्या की आयु- लिंग संरचना को प्रदर्शित करने वाले पिरामिड को जनसंख्या पिरामिड कहा जाता है। प्रत्येक आयु वर्ग में बायाँ भाग पुरुषों के प्रतिशत को तथा दायाँ भाग स्त्रियों के प्रतिशत को प्रदर्शित करता है। इसे आयु- लिंग पिरामिड भी कहा जाता है। जनसंख्या पिरामिड के प्रकार- जनसंख्या पिरामिड के निम्नलिखित तीन प्रकार होते हैं –
(i) विस्तारित होती जनसंख्या वाला पिरामिड- इस पिरामिड में उच्च जन्म दर के कारण निम्न आयु वर्गों में जनसंख्या विशाल रूप में पाई जाती है। यह विस्तृत आधार वाला त्रिभुजाकार पिरामिड होता है, विश्व के सभी अल्पविकसित देशों का प्रतिरूपी है। नीचे नाइजीरिया देश का आयु-लिंग पिरामिड प्रदर्शित किया गया है –
(ii) स्थिर जनसंख्या का पिरामिड – यह पिरामिड उन विकसित देशों की आयु लिंग संरचना को प्रदर्शित करता है, जिनमें जन्म दर तथा मृत्यु दर लगभग समान है, जिसके परिणामस्वरूप जनसंख्या स्थिर हो जाती है। यह पिरामिड घंटी के आकार का होता है, जो शीर्ष की ओर शुंडाकार होता जाता है। नीचे आस्ट्रेलिया देश का आयु- लिंग पिरामिड दिया गया है-
(iii) ह्रासमान जनसंख्या वाला पिरामिड – यह पिरामिड उन विकसित देशों की आयु – लिंग संरचना को प्रदर्शित करता है, जिनमें जनसंख्या की जन्म दरें एवं मृत्यु दरें निम्न पाई जाती हैं, जिसके परिणामस्वरूप जनसंख्या वृद्धि शून्य अथवा ऋणात्मक होती है। इनका आधार सामान्यतः संकीर्ण तथा शीर्ष शुंडाकार होता है। नीचे जापान देश का आयु-लिंग पिरामिड दिया गया है –
प्रश्न 4.
विश्व में ग्रामीण-नगरीय लिंग-संघटन पर एक निबन्ध लिखिये।
उत्तर:
विश्व में ग्रामीण-नगरीय लिंग संघटन विश्व के पश्चिमी देशों में ग्रामीण क्षेत्रों की कुल जनसंख्या में सामान्यतः स्त्रियों की तुलना में पुरुषों की संख्या अधिक है। जबकि नगरीय क्षेत्रों में स्त्रियों की संख्या पुरुषों की अपेक्षा अधिक है। इसका प्रमुख कारण पश्चिमी देशों के नगरीय क्षेत्रों में रोजगार के अधिक अवसरों की उपलब्धता होना है, जिस कारण ग्रामीण क्षेत्रों से नगरीय क्षेत्रों में महिला प्रधान प्रवास होता है। इसी कारण यूरोप, कनाडा और यू. एस. ए. के नगरीय क्षेत्रों में महिलाओं की प्रधानता है।
इसके अलावा इन देशों में कृषि भी अत्यधिक मशीनीकृत है और यह लगभग पुरुष प्रधान व्यवसाय है। इसके विपरीत एशिया महाद्वीप के नगरीय क्षेत्रों में ग्रामीण क्षेत्रों से पुरुष प्रधान प्रवास होता है, जिस कारण अधिकांश नगरीय क्षेत्रों में पुरुषों की संख्या महिलाओं से अधिक है एवं ग्रामीण क्षेत्रों में पुरुषों की तुलना में महिलाओं की संख्या अधिक है। इसके अतिरिक्त भारत जैसे देशों में ग्रामीण क्षेत्रों के कृषि कार्यों में महिलाओं की सहभागिता काफी ऊँची है।
नगरों में आवास की कमी, रहन-सहन की उच्च लागत, रोजगार के अवसरों की कमी और सुरक्षा की कमी महिलाओं के गाँव से नगरीय क्षेत्रों में प्रवास को रोकते हैं। आगे दिए गए चित्र में विश्व के छह चयनित देशों के ग्रामीण-नगरीय लिंग संघटन को प्रदर्शित किया गया उपर्युक्त चित्र से स्पष्ट है कि कनाडा और फिनलैण्ड जैसे पश्चिमी यूरोपीय देशों में ग्रामीण-नगरीय लिंग अनुपात में अन्तर अफ्रीकी और एशियाई देशों क्रमशः जिम्बाब्वे तथा नेपाल के ग्रामीण-नगरीय लिंग अनुपात के विपरीत है।