Check the below MCQ Questions for Class 7 Hindi with Answers Chapter 3 फूल और काँटा MCQ Questions were prepared based on the latest exam pattern.
Students can also read NCERT Solutions for Class 7 Hindi Chapter 3 Questions and Answers at LearnInsta.
Class 7 Hindi Chapter 2 MCQ तीन बुद्धिमान
तीन बुद्धिमान Class 7 MCQ
तीन बुद्धिमान MCQ Questions with Answers
दिए गए काव्यांशों को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प चुनकर दीजिए-
1. हैं जनम लेते जगत में एक ही,
एक ही पौधा उन्हें है पालता ।
रात में उन पर चमकता चाँद भी,
एक ही – सी चाँदनी है डालता । (पृष्ठ 29)
शब्दार्थ : जनम लेते – पनपते / उगते हैं । जगत-संसार । पालता-पालन करना । चमकता – प्रकाश डालता है, रोशन करता है। चाँदनी – चंद्रमा की शीतल रोशनी ।
भावार्थ – इन पंक्तियों में कवि कहते हैं कि फूल और काँटा दोनों एक ही पौधे पर जन्म लेते हैं। उन्हें पनपने हेतु एक जैसा वातावरण मिलता है चाहे वह पौधे द्वारा किया गया पालन-पोषण हो या रात को उन पर पड़ने वाली चाँद की रोशनी। यानी, उनके जीवन की प्रारंभिक परिस्थितियाँ बिल्कुल एक जैसी होती हैं। लेकिन फिर भी दोनों का स्वभाव अलग-अलग है। फूल सुंदर रूप में खिलकर सबको अपनी ओर आकर्षित करता है और काँटा अपने कठोर और नुकीले स्वरूप से या तो किसी की उँगलियाँ छेद देता है या वस्त्र फाड़ देता है। यह पंक्तियाँ इस बात की ओर संकेत करती हैं कि एक जैसी परिस्थितियों में जन्म लेने वाले दो व्यक्ति भी अलग-अलग स्वभाव और विचारों के हो सकते हैं।
बहुवैकल्पिक प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1.
फूल और काँटा कहाँ जन्म लेते हैं?
(क) अलग-अलग पौधों पर
(ख) एक ही पौधे पर
(ग) तारा
(घ) कहीं नहीं
उत्तर :
(ख) एक ही पौधे पर
प्रश्न 2.
पालता’ शब्द का अर्थ क्या है?
(क) मारता है।
(ख) भोजन देता है।
(ग) पालन-पोषण करता है।
(घ) परिस्थितियाँ देता है।
उत्तर :
(ग) पालन-पोषण करता है।
प्रश्न 3.
चाँदनी कैसी होती है ?
(क) गरम
(ख) तेज
(ग) शीतल
(घ) कड़ी
उत्तर :
(ग) शीतल
प्रश्न 4.
इन पंक्तियों में कवि क्या समझाना चाहते हैं?
(क) चाँद अच्छा है।
(ख) फूल काँटे से बेहतर है।
(ग) एक जैसी परिस्थितियाँ सबको समान नहीं बनातीं।
(घ) पौधे सुंदर होते हैं।
उत्तर :
(ग) एक जैसी परिस्थितियाँ सबको समान नहीं बनातीं।
प्रश्न 5.
फूल और काँटे को समान रूप से क्या प्राप्त होता है?
(क) चंद्रमा की चाँदनी और पौधे द्वारा किया गया पालन-पोषण ।
(ख) चंद्रमा की रोशनी और पौधे द्वारा किया गया पालन-पोषण ।
(ग) चाँद की चाँदनी और ठंडी हवाएँ।
(घ) चाँद की चाँदनी और वर्षा का जल ।
उत्तर :
(क) चंद्रमा की चाँदनी और पौधे द्वारा किया गया पालन-पोषण ।
2. मेह उन पर है बरसता एक सा,
एक सी उन पर हवायें हैं बही।
पर सदा ही यह दिखाता है हमें,
ढंग उनके एक से होते नहीं । (पृष्ठ 29)
शब्दार्थ : मेह- वर्षा | हवायें – वायुएँ, पवनें। सदा – हमेशा । ढंग – तरीका |
भावार्थ – कवि कहते हैं कि फूल और काँटे पर एक जैसी वर्षा होती है, एक जैसी हवाएँ बहती हैं, यानी उन्हें प्राकृतिक रूप से समान वातावरण मिलता है लेकिन समय यह दिखाता है कि उनका व्यवहार या स्वभाव एक जैसा नहीं होता। यह दर्शाता है कि केवल बाहरी परिस्थितियाँ ही नहीं, बल्कि आंतरिक प्रवृत्तियाँ और संस्कार व्यक्ति को महान या तुच्छ बनाते हैं।
बहुवैकल्पिक प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1.
‘मेह’ शब्द का अर्थ क्या है?
(क) धूप
(ख) वर्षा
(ग) हवा
(घ) बर्फ़
उत्तर :
(ख) वर्षा
प्रश्न 2.
फूल और काँटे पर कैसी हवाएँ बहती हैं?
(क) गरम
(ख) तेज़
(ग) अलग-अलग
(घ) एक-सी
उत्तर :
(घ) एक-सी
प्रश्न 3.
‘सदा ही यह दिखाता है समय हमें ‘ – इसका क्या अर्थ है?
(क) समय सब कुछ बदल देता है।
(ख) समय सब सिखा देता है।
(ग) समय अंतर दर्शाता है।
(घ) समय फूल और काँटे के विचारों को एक कर देता है।
उत्तर :
(ग) समय अंतर दर्शाता है।
प्रश्न 4.
इन पंक्तियों का मुख्य संदेश क्या है?
(क) बारिश फूलों को नुकसान देती है।
(ख) हवाएँ काँटे को तोड़ देती हैं।
(ग) समान परिस्थिति में भी स्वभाव भिन्न हो सकते हैं।
(घ) फूल काँटों से बेहतर होते हैं ।
उत्तर :
(ग) समान परिस्थिति में भी स्वभाव भिन्न हो सकते हैं।
प्रश्न 5.
‘ ढंग उनके एक-से होते नहीं’ – किसके लिए कहा गया है?
(क) पौधों के लिए
(ख) फूल और काँटे के लिए
(ग) हवाओं के लिए
(घ) समय के लिए
उत्तर :
(ख) फूल और काँटे के लिए
3. छेद कर काँटा किसी की उँगलियाँ,
फाड़ देता है किसी का वर बसन ।
प्यार – डूबी तितलियों का पर कतर,
भौंर का है बेध देता श्याम तन । (पृष्ठ 29)
शब्दार्थ : छेद- चुभना, छेद करना । वर बसन- सुंदर वस्त्र। कतर-काट देना । भौंर – भौंरा, मधुमक्खी जैसा काला कीड़ा। बेध देता – चुभो देता, घायल कर देता । श्याम तन- काले रंग का शरीर ।
भावार्थ- इन पंक्तियों में काँटे के नकारात्मक स्वभाव को दिखाया गया है। काँटा लोगों की उँगलियों में चुभता है, उनके सुंदर वस्त्रों को फाड़ देता है, तितलियों के सुंदर पंख काट देता है और भौंरे के काले शरीर को घायल कर देता है । यह दर्शाता है कि काँटे का स्वभाव हिंसक, हानिकारक और नाशकारी होता है। यहाँ काँटे को एक नकारात्मक प्रवृत्ति के प्रतीक के रूप में प्रस्तुत किया गया है।
बहुवैकल्पिक प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1.
काँटा किसकी उँगलियों को छेदता है?
(क) भौंरे की
(ख) फूल की
(ग) किसी मनुष्य की
(घ) पेड़ की
उत्तर :
(ग) किसी मनुष्य की
प्रश्न 2.
‘वर बसन’ का अर्थ क्या है?
(क) साधारण वस्त्र
(ख) सुंदर वस्त्र
(ग) गंदे कपड़े
(घ) फूलों की माला
उत्तर :
(ख) सुंदर वस्त्र
प्रश्न 3.
काँटा तितली के साथ क्या करता है?
(क) उसे पकड़ता है।
(ख) उसके पर काट देता है।
(ग) उसे फूल पर बिठाता है।
(घ) उसे भगा देता है।
उत्तर :
(ख) उसके पर काट देता है।
प्रश्न 4.
भौंरे के शरीर को काँटा कैसे प्रभावित करता है?
(क) भौंरे का रंग बदल देता है।
(ख) उसे सँवार देता है।
(ग) बेध देता है, घायल करता है।
(घ) कुछ नहीं करता।
उत्तर :
(ग) बेध देता है, घायल करता है।
प्रश्न 5.
इन पंक्तियों में काँटे को किस रूप में दर्शाया गया है?
(क) रक्षक
(ख) विनम्र
(ग) हानिकारक
(घ) प्रिय
उत्तर :
(ग) हानिकारक
4. फूल लेकर तितलियों को गोद में,
भौंर को अपना अनूठा रस पिला ।
निज सुगंधों औ निराले रंग से,
है सदा देता कली जी की खिला । (पृष्ठ 29)
शब्दार्थ : गोद-गोद में लेना, प्रेमपूर्वक स्थान देना । अनूठा-अद्वितीय, विशेष। निज – अपना । सुगंधों-खुशबूदार । कली जी की खिला – हृदय को प्रसन्न करना, प्रसन्नता फैलाना ।
भावार्थ- इन पंक्तियों में कवि फूल के सौम्य और सुंदर स्वभाव का चित्रण करते हैं। फूल तितलियों को अपनी गोद में प्रेम से बैठाता है, भौंरे को अपना अनोखा मधुर रस पिलाता है। वह अपनी सुगंध और निराले (अनोखे) रंगों से सभी के मन को प्रसन्न करता है, लोगों के दिलों की कलियाँ खिला देता है। यहाँ फूल को कोमलता, सेवा और प्रेम का प्रतीक बताया गया है।
बहुवैकल्पिक प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1.
फूल तितलियों को कहाँ बिठाता है?
(क) काँटों पर बिठा देता है।
(ख) पौधे की जड़ में बिठाता है ।
(ग) अपनी गोद में बिठाता है।
(घ) इनमें से कहीं नहीं ।
उत्तर :
(ग) अपनी गोद में बिठाता है।
प्रश्न 2.
फूल भौंरे को क्या पिलाता है?
(क) पानी
(ख) शहद
(ग) अनूठा रस
(घ) दूध
उत्तर :
(ग) अनूठा रस
प्रश्न 3.
फूल आकर्षक क्यों होते हैं ?
(क) अपनी सुगंध के कारण
(ख) नाजुक होने के कारण
(ग) अपने सुंदर रंगों के कारण
(घ) ‘क’ और ‘ख’ दोनों
उत्तर :
(घ) ‘क’ और ‘ख’ दोनों
प्रश्न 4.
‘कली जो की खिला’ का तात्पर्य क्या है?
(क) फूल खिलना
(ख) मन प्रसन्न करना
(ग) पेड़ लगाना
(घ) बाग सजाना
उत्तर :
(ख) मन प्रसन्न करना
प्रश्न 5.
इन पंक्तियों में फूल का स्वभाव कैसा बताया गया है?
(क) कठोर
(ख) हिंसक
(ग) कोमल और मधुर
(घ) निष्क्रिय
उत्तर :
(ग) कोमल और मधुर
5. है खटकता एक सब की आँख में,
दूसरा है सोहता सुर शीश पर ।
किस तरह कुल की बड़ाई काम दे,
जो किसी में हो बड़प्पन की कसर । (पृष्ठ 29)
शब्दार्थ : खटकता – चुभता है, बुरा लगता है। सोहता – शोभा पाता है। सुर शीश – देवताओं का सिर । कुल – वंश, जाति। बड़प्पन की कसर – महानता या गुणों की कमी।
भावार्थ- यहाँ कवि कहता है कि काँटा सबकी आँखों में खटकता है, जबकि फूल देवताओं के सिर पर शोभा पाता है। दोनों एक ही कुल (पौधा) से हैं, फिर भी उनके व्यवहार और गुणों में अंतर है । कवि यह समझाना चाहता है कि कुल (वंश) की महानता तभी सार्थक होती है जब व्यक्ति में स्वयं बड़प्पन यानी गुण हों; केवल कुल से महानता नहीं मिलती।
बहुवैकल्पिक प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1.
काँटा लोगों को कैसा लगता है?
(क) सुंदर
(ख) कोमल
(ग) खटकता है, बुरा लगता है
(घ) प्रिय
उत्तर :
(ग) खटकता है, बुरा लगता है
प्रश्न 2.
फूल कहाँ शोभा पाता है?
(क) राजा के चरणों में
(ख) मंदिर के द्वार पर
(ग) देवताओं के सिर पर
(घ) खेतों में
उत्तर :
(ग) देवताओं के सिर पर
प्रश्न 3.
‘कुल की बड़ाई’ का क्या तात्पर्य है?
(क) पौधे की ऊँचाई
(ख) वंश की प्रतिष्ठा
(ग) जाति का नाम
(घ) पेड़ की छाया
उत्तर :
(ख) वंश की प्रतिष्ठा
प्रश्न 4.
गुणों की कमी को कवि ने किस रूप में कहा है?
(क) सुंदरता
(ख) कसर
(ग) शान
(घ) महत्त्व
उत्तर :
(ख) कसर
प्रश्न 5.
कविता का मुख्य संदेश क्या है ?
(क) काँटा सुंदर होता है।
(ख) फूल काँटे से कमजोर है।
(ग) कुल की बड़ाई नहीं, गुणों की बड़ाई महत्त्वपूर्ण है।
(घ) केवल बड़े परिवारों में महान लोग होते हैं।
उत्तर :
(ग) कुल की बड़ाई नहीं, गुणों की बड़ाई महत्त्वपूर्ण है।
हिमालय की बेटियाँ Class 7 MCQs Questions with Answers
Question 1.
गद्यांश के पाठ और लेखक का नाम इनमें से कौन-सा है?
(a) दादी माँ-शिवप्रसाद सिंह
(b) हिमालय की बेटियाँ-नागार्जुन
(c) फूले कदंब-नागार्जुन
(d) कठपुतली-भवानी प्रसाद मिश्र
Answer
Answer: (b) हिमालय की बेटियाँ-नागार्जुन
Question 2.
लेखक ने किन्हें दूर से देखा था?
(a) हिमालय पर्वत को
(b) हिमालय की चोटियों को
(c) हिमालय से निकलने वाली नदियों को
(d) हिमालय के समतल मैदानों को
Answer
Answer: (c) हिमालय से निकलने वाली नदियों को
Question 3.
नदियों की बाल लीला कहाँ देखी जा सकती है?
(a) घाटियों में
(b) नंगी पहाड़ियों पर
(c) उपत्यकाओं में
(d) उपर्युक्त सभी
Answer
Answer: (d) उपर्युक्त सभी
Question 4.
निम्नलिखित में से किस नदी का नाम पाठ में नहीं आया है?
(a) रांची
(b) सतलुज
(c) गोदावरी
(d) कोसी
Answer
Answer: (c) गोदावरी
Question 5.
बेतवा नदी को किसकी प्रेयसी के रूप चित्रित किया गया है? ।
(a) यक्ष की
(b) कालिदास की
(c) मेघदूत की
(d) हिमालय की
Answer
Answer: (c) मेघदूत की
Question 6.
लेखक को नदियाँ कहाँ अठखेलियाँ करती हुई दिखाई पड़ती हैं?
(a) हिमालय के मैदानी इलाकों में
(b) हिमालय की गोद में
(c) सागर की गोद में
(d) घाटियों की गोद में
Answer
Answer: (b) हिमालय की गोद में
Question 7.
लेखक ने नदियों और हिमालय का क्या रिश्ता कहा है?
(a) पिता-पुत्र का
(b) पिता-पुत्रियों का
(c) माँ-बेटे का
(d) भाई-बहन का
Answer
Answer: (b) पिता-पुत्रियों का
Question 8.
लेखक किस नदी के किनारे बैठा था?
(a) गोदावरी
(b) सतलुज
(c) गंगा
(d) यमुना
Answer
Answer: (b) सतलुज
(1)
अभी तक मैंने उन्हें दूर से देखा था। बड़ी गंभीर, शांत, अपने आप में खोई हुई लगती थीं। संभ्रांत महिला की भाँति वे प्रतीत होती थीं। उनके प्रति मेरे दिल में आदर और श्रद्धा के भाव थे। माँ और दादी, मौसी और मामी की गोद की तरह उनकी धारा में डुबकियाँ लगाया करता।
परंतु इस बार जब मैं हिमालय के कंधे पर चढ़ा तो वे कुछ और रूप में सामने थीं। मैं हैरान था कि यही दुबली-पतली गंगा, यही यमुना, यही सतलुज समतल मैदानों में उतरकर विशाल कैसे हो जाती हैं!
Question 1.
इनमें से गद्यांश के पाठ और लेखक के नाम हैं
(a) कठपुतली-भवानी प्रसाद मिश्र
(b) फूले कदंब-नागार्जुन
(c) दादी माँ-शिव प्रसाद सिंह
(d) हिमालय की बेटियाँ-नागार्जुन
Answer
Answer: (d) हिमालय की बेटियाँ-नागार्जुन
Question 2.
लेखक ने नदियों को कैसे देखा था?
(a) पहाड़ से
(b) छूकर
(c) नजदीक से
(d) दूर से
Answer
Answer: (d) दूर से
Question 3.
लेखक को नदियाँ कैसी लगती थीं?
(a) शांत
(b) उग्र
(c) गंभीर
(d) निश्चल
Answer
Answer: (a) शांत
Question 4.
समतल मैदान में पहुँचकर नदियाँ कैसी हो जाती हैं?
(a) सँकरी
(b) छोटी
(c) विशाल
(d) दुबली
Answer
Answer: (c) विशाल
Question 5.
‘संभ्रांत’ शब्द का समानार्थक शब्द है-
(a) अशिष्ट
(b) चरित्रहीन
(c) शिष्ट, कुलीन
(d) विपन्न
Answer
Answer: (c) शिष्ट, कुलीन
(2)
इस बार जब मैं हिमालय के कंधे पर चढ़ा तो वे कुछ और रूप में सामने थीं। मैं हैरान था कि यही दुबली-पतली गंगा, यही यमुना, यही सतलुज समतल मैदानों में उतरकर विशाल कैसे हो जाती हैं ! इनका उछलना और कूदना, खिलखिलाकर लगातार हँसते जाना, इनकी यह भाव-भंगी, इनका यह उल्लास कहाँ गायब हो जाता है मैदान में जाकर? किसी लड़की को जब मैं देखता हूँ, किसी कली पर जब मेरा ध्यान अटक जाता है, तब भी इतना कौतूहल और विस्मय नहीं होता, जितना कि इन बेटियों की बाललीला देखकर!
Question 1.
‘मैं’ शब्द किसके लिए आया है?
(a) हिमालय के लिए
(b) नदियों के लिए
(c) पहाड़ के लिए
(d) लेखक के लिए
Answer
Answer: (d) लेखक के लिए
Question 2.
‘हिमालय के कंधे पर चढ़ना’ का अर्थ है-
(a) हिमालय की चढ़ाई चढ़ने की कोशिश
(b) हिमालय की ऊँचाई पर चढ़ना
(c) हिमालय के बीचोबीच जाना
(d) हिमालय के किनारे पर जाना हिमालय की बेटियाँ
Answer
Answer: (b) हिमालय की ऊँचाई पर चढ़ना
Question 3.
हिमालय की चढ़ाई पर चढ़कर जब लेखक ने नदियों की देखा तो कैसी लगी?
(a) सकरी
(b) लंबी-चौड़ी
(c) फैलाव लिए हुए
(d) दुबली-पतली
Answer
Answer: (d) दुबली-पतली
Question 4.
लेखक ने नदियों को हिमालय की बेटियों की संज्ञा क्यों दी?
(a) क्योंकि नदी शब्द स्त्रीलिंग है
(b) लेखक नदियों को हिमालय की बेटियाँ मानता है
(c) हिमालय से निकलने के कारण हिमालय उसे नदियों का पिता लगता है
(d) वे बाल लीलाएँ कर रही थीं
Answer
Answer: (c) हिमालय से निकलने के कारण हिमालय उसे नदियों का पिता लगता है
(3)
कहाँ ये भागी जा रही हैं ? वह कौन लक्ष्य है जिसने इन्हें बेचैन कर रखा है ? अपने महान पिता का विराट प्रेम पाकर भी अगर इनका हृदय अतृप्त ही है तो वह कौन होगा जो इनकी प्यास मिटा सकेगा! बरफ़ जली नंगी पहाड़ियाँ, छोटे-छोटे पौधों से भरी घाटियाँ, बंधुर अधित्यकाएँ, सरसब्ज़ उपत्यकाएँ-ऐसा है इनका लीला निकेतन! खेलते-खेलते जब ये ज़रा दूर निकल जाती हैं तो देवदार, चीड, सरो, चिनार, सफ़ेदा, कैल के जंगलों में पहुँचकर शायद इन्हें बीती बातें याद करने का मौका मिल जाता होगा। कौन जाने, बुड्ढा हिमालय अपनी इन नटखट बेटियों के लिए कितना सिर धुनता होगा! बड़ी-बड़ी चोटियों से जाकर पूछिए तो उत्तर में विराट मौन के सिवाय उनके पास और रखा ही क्या है ?
Question 1.
कौन भागी जा रही हैं?
(a) हिमालय
(b) समुद्र
(c) नदियाँ
(d) लेखक
Answer
Answer: (c) नदियाँ
Question 2.
नदियों के भागने का कारण है
(a) प्रसन्न होना
(b) उदास होना
(c) बेचैन होना
(d) संतुष्ट होना
Answer
Answer: (c) बेचैन होना
Question 3.
नदियों का पिता है-
(a) समुद्र
(b) हिमालय
(c) मैदान
(d) बूढ़ा पहाड़ी
Answer
Answer: (b) हिमालय
Question 4.
हिमालय की बेटियाँ कैसी हैं ?
(a) चंचल
(b) नटखट
(c) गंभीर
(d) क्रूर
Answer
Answer: (b) नटखट
Question 5.
‘अतृप्त’ शब्द का अभिप्राय है-
(a) उदंड
(b) अशांत
(c) असंतुष्ट
(d) भूखा
Answer
Answer: (c) असंतुष्ट
(4)
काका कालेलकर ने नदियों को लोकमाता कहा है। किंतु माता बनने से पहले यदि हम इन्हें बेटियों के रूप में देख लें तो क्या हर्ज है ? और थोड़ा आगे चलिए…इन्हीं में अगर हम प्रेयसी की भावना करें तो कैसे रहेगा? ममता का एक और भी धागा है, जिसे हम इनके साथ जोड़ सकते हैं। बहन का स्थान कितने कवियों ने इन नदियों को दिया है। एक दिन मेरी भी ऐसी भावना हुई थी। थोलिङ् (तिब्बत) की बात है। मन उचट गया था, तबीयत ढीली थी। सतलज के किनारे जाकर बैठ गया। दोपहर का समय था। पैर लटका दिए पानी में। थोड़ी ही देर में उस प्रगतिशील जल ने असर डाला। तन और मन ताज़ा हो गया।
Question 1.
काका कालेकर ने नदियों को किस नाम से पुकरा है?
(a) लोकलुभावनी
(b) लोकमाता
(c) लोक कल्याणी
(d) लोककथा
Answer
Answer: (b) लोकमाता
Question 2.
कवियों ने नदियों को किसका स्थान दिया है?
(a) प्रेयसी का
(b) बेटी का
(c) बहन का
(d) माता का
Answer
Answer: (c) बहन का
Question 3.
लेखक किस नदी के किनारे बैठा था?
(a) सतलुज
(b) गंगा
(c) यमुना
(d) गोदावरी
Answer
Answer: (a) सतलुज
Question 4.
उपरोक्त गद्यांश में कहाँ का वर्णन है?
(a) तिब्बत का
(b) नेपाल का
(c) हिमालय का
(d) हिमाचल का
Answer
Answer: (a) तिब्बत का
Question 5.
किस काम से लेखक का मन ताज़ा हो गया?
(a) आराम करने से
(b) सतलुज के किनारे बैठने से
(c) प्राकृतिक दृश्य देखने से
(d) हिमालय पर चढ़ने से
Answer
Answer: (b) सतलुज के किनारे बैठने से
(5)
अभी तक मैंने उन्हें दूर से देखा था। बड़ी गंभीर, शांत, अपने आप में खोई हुई लगती थीं। संभ्रांत महिला की भाँति वे प्रतीत होती थीं। उनके प्रति मेरे दिल में आदर और श्रद्धा के भाव थे। माँ और दादी, मौसी और मामी की गोद की तरह उनकी धारा में डुबकियाँ लगाया करता।
Question 1.
लेखक ने किन्हें दूर से देखा था?
Answer
Answer: लेखक ने हिमालय से निकलने वाली नदियों को देखा था।
Question 2.
दूर से देखने पर नदियाँ लेखक को कैसी प्रतीत होती थीं?
Answer
Answer: दूर से देखने पर लेखक को नदियाँ गंभीर, शांत और अपने आप में खोई हुई किसी शिष्ट महिला की भाँति प्रतीत होती थीं।
Question 3.
लेखक द्वारा धारा में नहाने की तुलना किससे की गई है?
Answer
Answer: लेखक द्वारा धारा में नहाने की तुलना माँ, दादी, मौसी की गोद में खेलने से की गई है।
Question 4.
लेखक के मन में नदियों के प्रति कैसे भाव थे?
Answer
Answer: लेखक के मन में नदियों के प्रति श्रद्धा और आदर के भाव थे।
Question 5.
नदियों में लेखक को स्नान करना कैसा लगता था?
Answer
Answer: लेखक को नदियों में स्नान करना उन्हें माँ, मौसी, दादी या मामी की गोद जैसा ममत्व प्रतीत होता था।
(6)
कहाँ ये भागी जा रही हैं? वह कौन लक्ष्य है जिसने इन्हें बेचैन कर रखा है? अपने महान पिता का विराट प्रेम पाकर भी अगर इनका हृदय अतृप्त ही है तो वह कौन होगा जो इनकी प्यास मिटा सकेगा! बरफ़ जली नंगी पहाड़ियाँ, छोटे-छोटे पौधों से भरी घाटियाँ, बंधुर अधित्यकाएँ, सरसब्ज उपत्यकाएँ-ऐसा है इनका लीला निकेतन! खेलते-खेलते जब ये ज़रा दूर निकल जाती हैं तो देवदार, चीड़, सरो, चिनार, सफ़ेदा, कैल के जंगलों में पहुँचकर शायद इन्हें बीती बातें याद करने का मौका मिल जाता होगा।
Question 1.
नदियों के भागने का कारण क्या है?
Answer
Answer: नदियों का भागने का कारण इनकी बेचैनी है।
Question 2.
नदियों की बाललीला कहाँ देखी जा सकती है?
Answer
Answer: नदियों की बाललीला घाटियों में और नंगी पहाड़ियों पर देखी जा सकती है।
Question 3.
तेज़ बेग से बहती नदियों को देखकर लेखक के मन में क्या विचार उठा?
Answer
Answer: तेज़ बेग से बहती नदियों को देखकर लेखक के मन में विचार उठता है कि नदियाँ किस लक्ष्य को पाने के लिए इतनी तेज़ी से बह रही हैं। अपने पिता हिमालय के विशाल प्रेम को पाकर भी न जाने हृदय में किसके प्रेम को पाने की मंशा है।
Question 4.
इन्हें कब बीती बातें याद करने का मौका मिलता होगा?
Answer
Answer: ये नदियाँ बहती हुई जब दूर निकल जाती हैं तब देवदार, चीड़, सरो, चिनार, सफ़ेदा, कैल के जंगलों में पहुँचकर इन्हें बीती बातों को याद करने का मौका मिल जाता होगा।
Question 5.
हिमालय का चित्रण किस रूप में किया गया है? वह क्या करता होगा?
Answer
Answer: हिमालय का चित्रण बूढे पिता के रूप में किया गया है। वह अपने बेटियों के लिए सिर धुनता है।
(7)
काका कालेलकर ने नदियों को लोकमाता कहा है। किंतु माता बनने से पहले यदि हम इन्हें बेटियों के रूप में देख लें तो क्या हर्ज है? और थोड़ा आगे चलिए…इन्हीं में अगर हम प्रेयसी की भावना करें तो कैसा रहेगा? ममता का एक और भी धागा है, जिसे हम इनके साथ जोड़ सकते हैं। बहन का स्थान कितने कवियों ने इन नदियों को दिया है। एक दिन मेरी भी ऐसी भावना हुई थी। थोलिङ् (तिब्बत) की बात है। मन उचट गया था, तबीयत ढीली थी। सतलज के किनारे जाकर बैठ गया। दोपहर का समय था। पैर लटका दिए पानी में। थोड़ी ही देर में उस प्रगतिशील जल ने असर डाला। तन और मन ताज़ा हो गया।
Question 1.
काका कालेलकर ने नदियों को किस नाम से पुकारा है?
Answer
Answer: काका कालेलकर ने नदियों को लोकमाता के नाम से पुकारा है।
Question 2.
लोग नदियों को किन-किन रूपों में देखते हैं ?
Answer
Answer: लेखक नदियों को बेटी, बहन और प्रेयसी के रूपों में देखते हैं।
Question 3.
एक दिन लेखक की कैसी भावना हुई ?
Answer
Answer: एक दिन लेखक की भावना उचट हो गई। उनका तबियत खराब हो गया।
Question 4.
लेखक किस नदी के किनारे बैठा था?
Answer
Answer: लेखक सतलुज नदी के किनारे बैठा था।
Question 5.
लेखक नदियों के साथ कौन-सा धागा जोड़ना चाहता है? वह धागा कौन-सा है तथा क्यों?
Answer
Answer: लेखक नदियों के साथ बहन मानकर ममता का एक और धागा जोड़ना चाहता है क्योंकि नदियाँ मनुष्य की शारीरिक और मानसिक परेशानी दूर करती हैं।