Students often revise Exploring Society India and Beyond Class 6 Extra Questions and Class 6 SST Chapter 9 Extra Questions and Answers in Hindi परिवार और समुदाय before their exams for better preparation.
Class 6 Social Science Chapter 9 Extra Questions and Answers in Hindi Medium परिवार और समुदाय
बहुवैकल्पिक प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1.
समुदाय के सदस्य क्यों एक साथ आते हैं?
(a) केवल पैसे कमाने के लिए
(b) त्योहार मनाने, मेले, विवाह और अन्य अवसरों के आयोजन के लिए
(c) केवल शिक्षा प्राप्त करने के लिए
(d) केवल कामकाजी समय में सहयोग देने के लिए
उत्तर:
(b) त्योहार मनाने, मेले, विवाह और अन्य अवसरों के आयोजन के लिए
प्रश्न 2.
समुदाय के सदस्य एक-दूसरे की किस प्रकार सहायता करते हैं, जैसा कि पैराग्राफ में बताया गया है?
(a) चिकित्सा सेवाएँ प्रदान करके
(b) कृषि कार्यों जैसे – फसल कटाई और भूमि तैयार करने में सहायता करके
(c) व्यापारिक लेन-देन में मदद करके
(d) राजनीतिक गतिविधियों में भाग लेकर
उत्तर:
(b) कृषि कार्यों जैसे – फसल कटाई और भूमि तैयार करने में सहायता करके
प्रश्न 3.
समुदाय के संसाधनों का साझा उपयोग किससे संबंधित है?
(a) केवल सरकारी सहायता
(b) पानी, चरागाहों और वन-उत्पाद जैसे प्राकृतिक संसाधनों का साझा उपयोग
(c) केवल प्राकृतिक आपदाओं में मदद
(d) सामूहिक रूप से शिक्षा देना
उत्तर:
(b) पानी, चरागाहों और वन-उत्पाद जैसे प्राकृतिक संसाधनों का साझा उपयोग
प्रश्न 4.
‘अलिखित नियम’ का उद्देश्य क्या है?
(a) प्रत्येक सदस्य को सामान प्रदान करना
(b) समुदाय को संसाधनों तक सुरक्षित पहुँच प्रदान करना
(c) केवल बड़े परिवारों के अधिकारों की रक्षा करना
(d) व्यापारिक गतिविधियों को नियंत्रित करना
उत्तर:
(b) समुदाय को संसाधनों तक सुरक्षित पहुँच प्रदान करना
प्रश्न 5.
यदि समुदाय के सदस्य अपने कर्तव्यों को नहीं निभाते हैं, तो क्या होता है?
(a) समुदाय और अधिक विकसित हो जाता है
(b) समुदाय सुचारु रूप से कार्य नहीं कर पाता
(c) सदस्य एक-दूसरे से सहयोग नहीं करते
(d) समुदाय का विकास तेजी से होता है
उत्तर:
(b) समुदाय सुचारु रूप से कार्य नहीं कर पाता
वस्तुनिष्ठ प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1.
रिक्त स्थान भरें:
1. समुदाय के सदस्य विभिन्न ……….. पर एक साथ आते हैं, जैसे कि त्योहार मनाने और मेले, विवाह आदि ।
2. कुछ गाँवों में लोग ………….. कार्यों में एक-दूसरे को सहायता देने के लिए एक साथ आते हैं।
3. समुदाय के भीतर ………. के साझा उपयोग पर सहमति बनी हुई है, जैसे- पानी, चरागाह और वन-उत्पाद।
4. ‘अलिखित नियम ‘……….. तक सुरक्षित पहुँच प्रदान करते हैं और समुदाय को सुचारु रूप से कार्य करने में मदद करते हैं।
5. यदि समुदाय के सदस्य अपने ……….. को नहीं निभाते, तो समुदाय सुचारु रूप से कार्य नहीं कर पाएगा।
उत्तर:
1. अवसरों
2. कृषि
3. प्राकृतिक संपदा
4. संसाधनों
5. कर्तव्य
प्रश्न 2.
सही पर (✓) और गलत पर (X) का निशान लगाइए
1. अंग्रेज़ी भाषा में पारिवारिक संबंधों का वर्णन करने के लिए बहुत सारे शब्द होते हैं।
2. भारतीय भाषाओं में पारिवारिक संबंधों के लिए बुआ, ताऊ, चाचा आदि जैसे कई शब्द होते हैं।
3. तमिल भाषा में बड़े और छोटे भाई-बहन के लिए अलग-अलग शब्द नहीं होते।
4. ‘ कजिन’ का अर्थ केवल ‘भाई’ और ‘बहन’ होता है, और इससे परिवार में गहरे संबंधों का पता चलता है।
5. भारतीय भाषाओं में ‘कजिन’ के लिए कोई एक सामान्य शब्द होता है।
उत्तर:
1. गलत (अंग्रेज़ी में पारिवारिक संबंधों का वर्णन करने के लिए बहुत अधिक शब्द नहीं होते। )
2. सही
3. गलत ( तमिल में बड़े और छोटे भाई-बहन के लिए अलग-अलग शब्द होते हैं। )
4. सही
5. गलत (अधिकांश भारतीय भाषाओं में ‘कजिन’ के लिए कोई एक शब्द नहीं होता । )
कथन और कारण पर आधारित प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1.
कथन ( Assertion ) : परिवार समाज की मूल इकाई है।
कारण (Reason ) : परिवार में प्रत्येक सदस्य को समान अधिकार और दायित्व मिलते हैं।
(a) कथन और कारण दोनों सही हैं, और कारण कथन की सही व्याख्या करता है।
(b) कथन और कारण दोनों सही हैं, लेकिन कारण कथन की सही व्याख्या नहीं करता है।
(c) कथन सही है, लेकिन कारण गलत है।
(d) कथन गलत है, लेकिन कारण सही है।
उत्तर:
(a) कथन और कारण दोनों सही हैं, और कारण कथन की सही व्याख्या करता है।
प्रश्न 2.
कथन ( Assertion ) : समुदाय का विकास केवल एक ही परिवार पर निर्भर करता है।
कारण (Reason ) : सभी परिवार मिलकर एक समुदाय का निर्माण करते हैं।
(a) कथन और कारण दोनों सही हैं, और कारण कथन की सही व्याख्या करता है।
(b) कथन और कारण दोनों सही हैं, लेकिन कारण कथन की सही व्याख्या नहीं करता है।
(c) कथन गलत है, लेकिन कारण सही है।
(d) कथन और कारण दोनों गलत हैं।
उत्तर:
(c) कथन गलत है, लेकिन कारण सही है।
प्रश्न 3.
कथन ( Assertion ) : परिवार और समुदाय व्यक्ति को सामाजिक जीवन जीने की शिक्षा देते हैं।
कारण (Reason): परिवार और समुदाय मिलकर व्यक्ति के सामाजिक गुणों का विकास करते हैं।
(a) कथन और कारण दोनों सही हैं, और कारण कथन की सही व्याख्या करता है।
(b) कथन और कारण दोनों सही हैं, लेकिन कारण कथन की सही व्याख्या नहीं करता है।
(c) कथन सही है, लेकिन कारण गलत है।
(d) कथन गलत है, लेकिन कारण सही है।
उत्तर:
(a) कथन और कारण दोनों सही हैं, और कारण कथन की सही व्याख्या करता है।
अन्य महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1.
कमल परमार ने वंचित बच्चों की मदद करने के लिए अपनी कार्यशैली में क्या परिवर्तन किया और इसके परिणामस्वरूप उनके प्रयासों ने समुदाय पर क्या प्रभाव डाला?
उत्तर:
कमल परमार ने अपनी कार्यशैली में एक महत्वपूर्ण परिवर्तन किया, जब उन्होंने अपने नियमित काम के बाद वंचित बच्चों को पढ़ाना शुरू किया। उन्होंने उन्हें हर दिन शाम 5.30 बजे से रात 9.30 बजे तक शिक्षा प्रदान की और साथ ही मुफ्त भोजन भी कराया। इसके परिणामस्वरूप, धीरे-धीरे उनकी कक्षा में 150 बच्चे नियमित रूप से आने लगे। बच्चों में शिक्षा के प्रति रुचि बढ़ी और उन्होंने जीवन में सकारात्मक बदलाव की दिशा में कदम बढ़ाया। यह कदम न केवल बच्चों के जीवन में सुधार लाया, बल्कि पूरे समुदाय में शिक्षा के महत्व को भी उजागर किया।
प्रश्न 2.
समाज को सभी बच्चों की शिक्षा तक पहुँच सुनिश्चित करने के लिए क्या कदम उठाने चाहिए, जैसा कि इस कहानी में देखा गया है?
उत्तर:
समाज को सभी बच्चों की शिक्षा तक पहुँच सुनिश्चित करने के लिए विद्यालयों और समुदायों को मिलकर काम करना चाहिए। बच्चों को शिक्षा देने के लिए शिक्षक और समुदायों का सहयोग आवश्यक है, जैसा कि कमल परमार के प्रयासों में दिखता है। इसके अलावा, सरकार और समाज को वंचित वर्ग के बच्चों के लिए सुविधाएँ जैसे- निःशुल्क शिक्षा, भोजन, और अन्य सहायक सेवाएँ सुनिश्चित करनी चाहिए. ताकि हर बच्चा शिक्षा प्राप्त कर सके।
प्रश्न 3.
समाज में बच्चों के प्रति अन्यायपूर्ण व्यवहार के क्या उदाहरण हैं और इस समस्या का समाधान समाज कैसे कर सकता है?
उत्तर:
समाज में बच्चों के प्रति अन्यायपूर्ण व्यवहार के कई उदाहरण हो सकते हैं। उदाहरणस्वरूप, वंचित समुदायों के बच्चों को शिक्षा की कमी, असमय श्रम, बाल विवाह जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता हैं। इन बच्चों को अक्सर शैक्षिक अवसरों से वंचित रखा जाता है, और उनकी पूरी क्षमता का विकास नहीं हो पाता। ऐसे बच्चों को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक करने की आवश्यकता है, और समाज को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वे अपनी शिक्षा प्राप्त करें। इस समस्या का समाधान समाज तभी कर सकता है जब सरकारी नीतियाँ और कार्यक्रम वंचित बच्चों तक पहुँचे। इसके अलावा, समाज में शिक्षा के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण को बढ़ावा देना, बच्चों को मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ रखने के लिए समुचित सुविधा प्रदान करना भी आवश्यक है।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1.
‘हलमा’ परंपरा के बारे में विस्तार से समझाइए और यह कैसे पर्यावरण संरक्षण में योगदान करती है?
उत्तर:
‘हलमा’ एक महत्त्वपूर्ण सामाजिक प्रथा है जिसे भील समुदाय ने अपनाया है। यह परंपरा संकट के समय एक-दूसरे की सहायता करने के लिए सामूहिक प्रयासों को प्रेरित करती है। उदाहरण के रूप में, झाबुआ क्षेत्र में जल संकट के दौरान, भील समुदाय ने मिलकर हजारों पेड़ लगाए, तालाब खोदे और वर्षा जल संचय की संरचनाएँ बनाई। इस परंपरा का उद्देश्य न केवल संकट के समय सहायता करना है, बल्कि धरती माँ की सेवा के रूप में पर्यावरण संरक्षण में योगदान देना भी है। यह परंपरा आज भी इस समुदाय में जीवित है, जो यह दर्शाता हैं कि समुदाय की ताकत एकजुटता में है, और यह धरती के प्रति कर्तव्य का एहसास भी कराती है। इस तरह के सामूहिक कार्य पर्यावरणीय संतुलन बनाए रखने में मदद करते हैं।
प्रश्न 2.
कमल परमार के प्रयासों को देखते हुए, समाज में वंचित बच्चों के प्रति क्या मानसिकता विकसित हो सकती है? और उनके लिए समाज को क्या कदम उठाने चाहिए?
उत्तर:
कमल परमार ने जो प्रयास किए, वह समाज में बच्चों के प्रति संवेदनशीलता और जिम्मेदारी की भावना को उजागर करते हैं। उन्होंने अपनी निजी साधनों से वंचित बच्चों के लिए शिक्षा का एक मंच प्रदान किया, जिससे यह सिद्ध होता है कि शिक्षा केवल शहरी या संपन्न परिवारों के बच्चों तक सीमित नहीं होनी चाहिए। इसके माध्यम से यह संदेश मिलता है कि सभी बच्चों को समान अवसर मिलना चाहिए, चाहे वे किसी भी परिस्थिति में हों। इसके साथ ही, समाज को यह समझने की आवश्यकता है कि वंचित बच्चों के लिए सरकारी और निजी क्षेत्रों से मिलकर शिक्षा तक पहुँच सुनिश्चित करना चाहिए। समाज को उन्हें शैक्षिक अवसर, मानसिक समर्थन और समुचित संसाधन प्रदान करने चाहिए ताकि वे आगे बढ़ सकें और अपनी पूरी क्षमता का विकास कर सकें।
प्रश्न 3.
इस कहानी से यह स्पष्ट होता है कि कमल परमार के कार्यों में कौन-कौन से मानवीय मूल्य प्रदर्शित होते हैं?
उत्तर:
कमल परमार के कार्यों में कई महत्वपूर्ण मानवीय मूल्य प्रदर्शित होते हैं, जिनमें सर्वप्रथम समाज सेवा का मूल्य है। उन्होंने निःस्वार्थ रूप से वंचित बच्चों की शिक्षा में योगदान दिया। इसके अलावा, संवेदनशीलता का भाव भी दिखता है, क्योंकि उन्होंने बच्चों की शैक्षिक और सामाजिक स्थिति को महसूस किया और सुधारने के लिए कदम उठाया। समाज के प्रति जिम्मेदारी का भी बोध कमल परमार को था, जो उन्होंने अपनी कार्यशैली में शामिल किया। उनके प्रयासों ने यह सिद्ध किया कि स्वेच्छा से काम करने और अन्यथा के लिए कुछ करने से समाज में सकारात्मक बदलाव लाया जा सकता है। इन सभी प्रयासों से समानता और संघटन का विचार भी प्रकट होता है. जो शिक्षा के अधिकार को सभी तक पहुँचाने के लिए बेहद आवश्यक है।
प्रश्न 4.
‘समुदाय’ की लचीली संकल्पना को विस्तार से समझाइए और विभिन्न प्रकार के समुदायों के उदाहरण दीजिए।
उत्तर:
‘समुदाय’ एक लचीली संकल्पना है, क्योंकि इसके अर्थ और स्वरूप समय, स्थान और परिस्थिति के अनुसार बदलते रहते हैं। समुदाय केवल एक भौतिक स्थान पर नहीं, बल्कि एक साझा लक्ष्य, रुचि, या विश्वास के आधार पर भी बन सकता है। उदाहरण के लिए, ‘मुंबई का पारसी समुदाय’ या ‘केरल का वैज्ञानिक समुदाय’ ऐसे समुदायों का प्रतिनिधित्त्व करते हैं जो विशिष्ट कार्यों या विश्वासों से जुड़े होते हैं। इसके अलावा, आवासीय कल्याण समितियाँ, जिनमें लोग अपने क्षेत्र की सफाई, कूड़ा प्रबंधन और सामान्य नियमों का पालन करते हुए भी एक प्रकार का समुदाय है । इसके अलावा, विद्यालय, खेल समूह, राष्ट्रीय सेवा योजना और राष्ट्रीय कैडेट कोर जैसे छोटे समुदाय भी होते हैं, जहाँ विभिन्न प्रकार के व्यक्ति एक समान उद्देश्य के लिए एकजुट होते हैं। इस प्रकार, समुदाय का रूप विभिन्न प्रकार की जरूरतों और कार्यों के आधार पर बनता है और यह हर व्यक्ति को एक-दूसरे पर निर्भर करता है।
पाठ संबंधी महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर ( पृष्ठ 137)
प्रश्न 1.
परिवार की इकाई क्यों महत्त्वपूर्ण हैं?
उत्तर:
परिवार की इकाई का महत्त्व: परिवार समाज की सबसे छोटी और बुनियादी इकाई है। यह व्यक्ति के जीवन में भावनात्मक मानसिक और शारीरिक विकास के लिए आधार प्रदान करता है। परिवार सदस्य एक-दूसरे की देखभाल करते हैं, आपसी समर्थन और प्रेम का आदान-प्रदान करते हैं, और मूल्यों, संस्कृतियों तथा परंपराओं को आगे बढ़ाते हैं। इसके अलावा, परिवार सामाजिक अनुशासन, सुरक्षा और स्थिरता भी प्रदान करता | है, जिससे व्यक्तित्त्व निर्माण में मदद मिलती है।
प्रश्न 2.
समुदाय क्या है और इसकी क्या भूमिका है?
उत्तर:
समुदाय और उसकी भूमिका: समुदाय एक समूह होता है जिसमें लोग किसी विशेष स्थान, संस्कृति या सामान्य लक्ष्यों के आधार पर जुड़े होते हैं। समुदाय का उद्देश्य सामाजिक सहायता, सहयोग और सामूहिक कल्याण को बढ़ावा देना होता है। यह व्यक्तियों को एक-दूसरे के साथ जुड़ने, समस्याओं का समाधान खोजने, और एक-दूसरे की मदद करने का अवसर देता है। समुदाय समाज की सामाजिक संरचना को सुदृढ़ करने में मदद करता है, जिससे हर व्यक्ति को सुरक्षा, शिक्षा, और स्वास्थ्य जैसे बुनियादी अधिकार मिल पाते हैं।
आइए पता लगाएँ (पृष्ठ 138 )
प्रश्न 1.
आपको अपने आस-पास किस प्रकार के परिवार दिखाई देते हैं?
उत्तर:
परिवारों के विभिन्न प्रकार होते हैं। जो निम्नलिखित प्रकार से हैं-
संयुक्त परिवार: जिसमें दादा-दादी, माता-पिता, और बच्चे एक साथ रहते हैं।
एकल परिवार: जिसमें केवल माता-पिता और उनके बच्चे रहते हैं।
प्रश्न 2.
किस प्रकार के परिवारों की संख्या अधिक है? आपके विचार से ऐसा क्यों है?
उत्तर:
न्यूक्लियर परिवार ( माता-पिता और बच्चे ): आजकल के शहरी क्षेत्रों में न्यूक्लियर परिवार अधिक देखे जाते हैं, क्योंकि लोग अपने व्यक्तिगत जीवन और कैरियर पर ध्यान देने के लिए छोटे परिवारों को प्राथमिकता देते हैं।
संयुक्त परिवार: ग्रामीण क्षेत्रों में पारंपरिक परिवारों की संख्या अधिक हो सकती है, क्योंकि वहाँ संयुक्त परिवारों की संस्कृति मजबूत होती है।
क्यों अधिक हैं?
शहरीकरण, शिक्षा और रोजगार के कारण लोग अधिक स्वतंत्रता चाहते हैं, जिससे न्यूक्लियर परिवारों की संख्या बढ़ी है।
ग्रामीण क्षेत्रों में संयुक्त परिवार की परंपरा और परिवारिक संबंधों की मजबूती के कारण वहाँ विस्तारित परिवार अधिक होते हैं।
प्रश्न 3.
कक्षा की गतिविधि के रूप में आपको प्राप्त हुई जानकारी की अपने सहपाठियों की जानकारियों के साथ तुलना कर चर्चा कीजिए।
उत्तर:
आप कक्षा में प्राप्त जानकारी को अन्य सहपाठियों के साथ साझा करें और देखें कि उनके परिवार किस प्रकार के हैं। इससे आपको यह समझने में मदद मिलेगी कि आपके आस-पास के समाज में किस प्रकार के परिवार अधिक प्रचलित हैं और यह समाज की सांस्कृतिक, आर्थिक और भौगोलिक स्थितियों पर किस प्रकार प्रभाव डालता है।
इस प्रकार, इस गतिविधि के माध्यम से आप विभिन्न परिवारों की संरचना को समझ सकते हैं और समाज में उनके महत्त्व को भी जान सकते हैं।
आइए पता लगाएँ (पृष्ठ 139)
अपने परिवार के सभी सदस्यों की सूची बनाइए जिनके बारे में आप सोच पाते हैं। इनमें कुछ दूर के संबंधी भी हो सकते हैं। अपनी मातृभाषा या क्षेत्रीय | भाषा में इनके लिए प्रयुक्त होने वाले शब्द लिखिए और अंग्रेजी में इनके समकक्ष शब्द खोजने का प्रयास कीजिए। नीचे ऐसे दो उदाहरण दिए गए हैं-
प्रश्न 1.
नाम | हिंदी में शब्द | अंग्रेजी में विवरण/शब्द |
रानी | बहन | माँ के भाई की बेटी (कजिन) ( अन्य संभावित अर्थों में से एक) |
समीर | चाचा | पिता के छोटे भाई (अंकल) |
उत्तर:
गीता | मौसी | माँ की बहन ( आंटी) |
आइए पता लगाएँ (पृष्ठ 140 )
प्रश्न 1.
आपके परिवार में इसका निर्णय कौन लेता है कि बाजार से क्या लाना है?
उत्तर:
मेरे परिवार में यह निर्णय आमतौर पर माँ या पिताजी लेते हैं। वे घर की ज़रूरतों के हिसाब से सामान की सूची बनाते हैं और फिर बाजार से आवश्यक सामान खरीदते हैं।
प्रश्न 2.
आपके घर में भोजन कौन पकाता है?
उत्तर:
हमारे घर में भोजन आमतौर पर मेरी माँ पकाती हैं, लेकिन कभी-कभी मेरे पिताजी भी खाना बनाते हैं, खासकर वीकेंड्स पर।
प्रश्न 3.
आपके परिवार में सबसे अधिक आयु किसकी है?
उत्तर:
मेरे परिवार में मेरी दादी सबसे अधिक आयु की हैं। वे 80 वर्ष की हैं।
प्रश्न 4.
आपके घर में फर्श की सफाई कौन करता है?
उत्तर:
हमारे घर में फर्श की सफाई आमतौर पर घर के सभी सदस्य मिलकर करते हैं, लेकिन मेरी माँ और मैं इसमें मुख्य रूप से मदद करते हैं ।
प्रश्न 5.
आपके घर में बर्तन कौन साफ करता है?
उत्तर:
बर्तन की सफाई आमतौर पर मेरी बहन करती है, लेकिन कभी-कभी हम सभी मिलकर बर्तन साफ करते हैं, खासकर अगर घर में कोई खास आयोजन हो।
प्रश्न 6.
आपके गृहकार्य में आपकी सहायता कौन करता है?
उत्तर:
मेरे गृहकार्य में आमतौर पर मेरी माँ मुझे मदद करती हैं, खासकर पढ़ाई में। वे मुझे समझाती हैं और मुझे बेहतर तरीके से सीखने में मदद करती हैं।
आइए पता लगाएँ (पृष्ठ 141 )
प्रश्न 1.
सात सदस्यों के इस परिवार की वंशावली का एक सरल चित्र बनाइए ।
उत्तर:
सात सदस्यों के इस परिवार की वंशावली का चित्र:
(i) दादा-दादी (पुरानी पीढ़ी)
पिता ( दादा ) और माता ( दादी )
(ii) पिता – माँ (मध्य पीढ़ी)
पिता और माँ (शालिनी के माता-पिता)
(iii) शालिनी और उसकी भाई-बहनें ( नई पीढ़ी) शालिनी, उसके भाई और बहन
प्रश्न 2.
आपके विचार से शालिनी के माता-पिता सभी के लिए कपड़े क्यों लाए ?
उत्तर:
शालिनी के माता-पिता सभी के लिए कपड़े लाए होंगे क्योंकि परिवार में कोई खास अवसर या पर्व (जैसे कि त्योहार, शादी, या परिवार का कोई अन्य महत्त्वपूर्ण दिन) हो सकता है। यह एक पारंपरिक आदत हो सकती है, जहाँ माता-पिता अपने बच्चों और परिवार के अन्य सदस्यों के लिए उपहार या विशेष चीजें लाते हैं।
प्रश्न 3.
यदि आप शालिनी की जगह होते, क्या करते?
उत्तर:
यदि मैं शालिनी की जगह होता. तो मैं अपने माता-पिता के इस प्यार और स्नेह को समझता और उन्हें धन्यवाद देता। मैं उनके साथ खुश होकर उन कपड़ों को स्वीकार करता, क्योंकि यह एक परिवार के प्यार और रिश्तों का प्रतीक होता है।
आइए पता लगाएँ (पृष्ठ 143)
प्रश्न 1.
भारत के किसी क्षेत्र के ऐसे परिवार की कहानी की रचना कीजिए, जहाँ पारिवारिक मूल्यों का पालन किया जा रहा हो। इसे लिखकर अथवा चित्र बनाकर कक्षा में साझा कीजिए।
उत्तर:
कहानी: ” परिवार की शक्ति’
यह कहानी एक छोटे से गाँव में रहने वाले एक परिवार की है। इस परिवार में दादी-दादा, माता-पिता और दो बच्चे रहते हैं। परिवार का मुखिया रामलाल जी हैं, जो गाँव के प्रमुख किसान हैं। उनकी पत्नी रानी देवी घर की देखभाल करती हैं। उनके बेटे विजय और बहुरानी कामकाजी हैं, जबकि उनकी बेटी नीतू और बेटे रोहित अभी स्कूल जाते हैं।
इस परिवार में सभी एक-दूसरे के साथ मिलकर काम करते हैं। बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ पारिवारिक मूल्यों की भी शिक्षा दी जाती है। दादी और दादा बच्चों को अपनी जिंदगी के अनुभवों और पारंपरिक ज्ञान से अवगत कराते हैं। घर में कोई भी निर्णय बड़े और छोटे मिलकर लेते हैं, चाहे वह खेती से संबंधित हो या घर के खर्चों के बारे में।
एक दिन गाँव में एक बड़ी समस्या उत्पन्न होती है । किसान की फसल को बेमौसम बारिश ने बर्बाद कर दिया। रामलाल जी बहुत चिंतित थे, लेकिन उनकी पत्नी रानी देवी ने संयम से काम लिया और पूरे परिवार को एकजुट किया। सभी ने मिलकर खेती के बाकी कामों को संभालने की योजना बनाई। विजय और रानी ने मिलकर परिवार के बजट को बेहतर बनाने के लिए शहर में व्यापार करने का निर्णय लिया।
इस परिवार की सफलता इसी बात में थी कि वे एक-दूसरे के साथ संवाद करते थे और हर मुश्किल घड़ी में मिलकर समाधान ढूँढ़ते थे । इसने उन्हें न केवल वित्तीय संकट से उबारा, बल्कि पारिवारिक रिश्तों में और भी मजबूती दी।
प्रश्न 2.
अपनी कक्षा के सहपाठियों को साथ लेकर दो या तीन परिवारों के आस-पास एक लघु नाटिका का मंचन कीजिए। आपके द्वारा लिखे गए नाटक में ऐसी चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों को अवश्य सम्मिलित कीजिए, जिनका सामना परिवार करते हैं एवं उन्हें हल करते हैं।
उत्तर:
नाटिका का विषय : “परिवार में संतुलन”
दृश्य 1: ( स्थान: एक सामान्य परिवार का घर)
सपना (माँ): ( चिंतित होकर ) बच्चो ! पापा को पिछले महीने काम से कम पैसे मिले हैं। हमें खर्चों पर कड़ी नजर रखनी होगी ।
राहुल (पिता): ( मुस्कराते हुए) चिंता मत करो सपना, हम सब मिलकर इस समस्या का हल निकाल लेंगे।
किरण ( बेटी ): ( सहानुभूति दिखाते हुए) हम घर के छोटे खर्चों पर काबू पा सकते हैं, जैसे कि टेलीविजन का कम इस्तेमाल करना और बाहर खाना कम खाना ।
आर्यन ( बेटा ): (सुझाव देते हुए) हम कुछ पुराने कपड़े बेच सकते हैं और उनका पैसा बचत में डाल सकते हैं।
दृश्य 2: ( दूसरा परिवार : एकल परिवार )
मायावती (माँ): ( चिंतित होकर ) हमें अब दोनों काम करना होगा, ताकि घर के खर्चे पूरे हो सकें।
नरेश ( पिता ): (उदास) हाँ, लेकिन बच्चों को अच्छे से देखना और संभालना भी जरूरी है।
सारिका (बेटी): ( सहायक स्वर में ) मैं छोटे भाई का ध्यान रख सकती हूँ, लेकिन हमें पैसे की जरूरत है, क्या हम कुछ काम कर सकते हैं?
नरेश: ( सुनकर ) ठीक है, हम दोनों ने मिलकर एक साथ काम करने का निर्णय लिया है, ताकि बच्चों की शिक्षा में कोई कमी न हो और घर की स्थिति भी सुधरे।
समाप्तिः दोनों परिवार अपने-अपने तरीके से अपनी समस्याओं का समाधान ढूँढ़ते हैं। यह नाटिका दर्शाती है कि पारिवारिक मूल्यों, एकजुटता और सहकारिता से हर समस्या का समाधान हो सकता है, चाहे वह संयुक्त परिवार हो या एकल परिवार ।
प्रश्न 3.
शालिनी और तेनजिंग की कहानियों में हम संयुक्त परिवारों को देखते हैं। आपके विचार से आधुनिक जीवन शैली के वह कौन-से आयाम हैं जिनके कारण कुछ दंपत्ति एकल परिवार को अपनाते हैं (अर्थात, बुजुर्ग पीढ़ी या अन्य परिजनों से अलग जीवन जीना )। दोनों प्रकार के परिवारों के कुछ लाभ और कुछ हानियाँ क्या हैं?
उत्तर:
आधुनिक जीवन शैली के कारण एकल परिवार अपनाने के आयाम: आजकल कुछ दंपत्तियाँ एकल परिवार अपनाती हैं, इसके कई कारण हो सकते हैं-
आर्थिक स्वतंत्रता: एकल परिवार में पति-पत्नी दोनों काम करते हैं, जिससे वे आर्थिक रूप से स्वतंत्र दोनों काम करते हैं, जिससे वे आर्थिक रूप से स्वतंत्र रहते हैं और निर्णय लेने में स्वतंत्रता महसूस करते हैं।
पारिवारिक दबाव कम होना: संयुक्त परिवार में अक्सर विभिन्न पीढ़ियों के बीच सामंजस्य बैठाना मुश्किल हो सकता है, जिससे मानसिक दबाव बढ़ता है । एकल परिवार में ऐसे तनाव कम होते हैं।
निजी स्पेस की आवश्यकताः आधुनिक जीवनशैली में लोग अपनी निजी स्वतंत्रता और स्पेस को प्राथमिकता देते हैं, जिसे एकल परिवार में अधिक आसानी से पाया जा सकता है।
शहरीकरण और नौकरी के अवसरः शहरी इलाकों में नौकरी के बेहतर अवसर और जीवनशैली को ध्यान में रखते हुए कई परिवार अलग रहते हैं।
संयुक्त परिवार के लाभ
- भावनात्मक सहाराः परिवार के सदस्य एक- दूसरे के साथ रहते हैं, जिससे कठिन समय में सहारा मिलता है।
- बच्चों की बेहतर देखभाल: दादी-दादा या अन्य बुजुर्ग सदस्य बच्चों की शिक्षा, पालन-पोषण और नैतिक मूल्यों की ओर ध्यान रखते हैं।
- आर्थिक मदद: संयुक्त परिवार में वित्तीय बोझ साझा किया जा सकता है, जिससे एक-दूसरे को आर्थिक मदद मिलती है।
संयुक्त परिवार के नुकसान
- सामंजस्य की कमी: विभिन्न पीढ़ियों और व्यक्तित्त्वों के बीच सामंजस्य बैठाना कभी-कभी मुश्किल हो सकता है।
- व्यक्तिगत स्वतंत्रता की कमी: हर व्यक्ति को अपनी स्वतंत्रता और स्पेस नहीं मिल पाता।
- अधिक जिम्मेदारियाँ: परिवार के हर सदस्य पर जिम्मेदारियों का बोझ होता है, जो मानसिक दबाव उत्पन्न कर सकता है।
एकल परिवार के लाभ
- स्वतंत्रता और गोपनीयताः परिवार के सदस्य अपने फैसले स्वतंत्र रूप से ले सकते हैं और अपनी जिंदगी को निजी रख सकते हैं।
- मनोरंजन और आरामः बिना किसी अन्य व्यक्ति | के दबाव से अपनी जीवनशैली का आनंद ले सकते हैं।
- भावनात्मक अकेलापनः बुजुर्गों का अकेलापन और बच्चों को दादी-दादा से उचित संपर्क न मिल पाना ।
- आर्थिक दबाव: दोनों पति-पत्नी पर आर्थिक बोझ होता है, जिससे कुछ समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं।
कम सामाजिक समर्थन: परिवार के अन्य सदस्य मदद नहीं कर पाते, जिससे किसी भी आपातकालीन स्थिति में समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं।
समाप्ति में कहा जा सकता है कि दोनों प्रकार के परिवारों के अपने फायदे और नुकसान होते हैं। यह व्यक्ति की जीवनशैली, आवश्यकताओं और परिस्थितियों पर निर्भर करता है कि वह कौन-सा मॉडल अपनाए ।
आइए विचार करें (पृष्ठ 142 )
प्रश्न 1.
तेनजिंग के पिता विशेष खर्चों के बारे में अपनी पत्नी से सलाह क्यों लेते हैं?
उत्तर:
तेनजिंग के पिता विशेष खर्ची के बारे में अपनी पत्नी से सलाह इसलिए लेते हैं, क्योंकि वे परिवार की वित्तीय स्थिति और निर्णयों में सामूहिक भागीदारी को महत्त्व देती हैं। यह दिखाता है कि वे अपने परिवार के बजट और खर्चों को साझा जिम्मेदारी मानते हैं। एक पारस्परिक निर्णय प्रक्रिया से परिवार में सामंजस्य और सहमति बनी रहती है, जिससे खर्चों को लेकर कोई विवाद नहीं होता और वित्तीय प्रबंधन भी बेहतर होता है।
प्रश्न 2.
घरेलू कार्यों में तेनजिंग के पिता की भागीदारी के बारे में आपका क्या विचार है?
उत्तर:
तेनजिंग के पिता घरेलू कार्यों में सक्रिय रूप से भाग लेते हैं, जो एक सकारात्मक संकेत है। यह दिखाता है कि पारंपरिक लिंग भूमिकाओं से परे जाकर वे परिवार की जिम्मेदारियों को साझा करते हैं। इस प्रकार की भागीदारी से न केवल घरेलू वातावरण में सामंजस्य आता है, बल्कि यह बच्चों के लिए भी एक आदर्श प्रस्तुत करता है, जिससे वे भविष्य में समान अधिकार और जिम्मेदारियों का पालन कर सकते हैं। यह लिंग समानता और सहयोग को बढ़ावा देने वाला कदम है।
प्रश्न 3.
तेनजिंग के दादी-दादा कौन-सी भूमिकाएँ निभाते हैं?
उत्तर:
तेनजिंग के दादी-दादा परिवार में एक मार्गदर्शक और सहायक भूमिका निभाते हैं। वे अपने अनुभव और ज्ञान से परिवार के अन्य सदस्यों को सलाह देते हैं। इसके अलावा, वे तेनजिंग और अन्य बच्चों के लिए भावनात्मक सहारा भी होते हैं, और पारंपरिक मूल्यों, संस्कृति और परिवार की परंपराओं को जीवित रखने में मदद करते हैं। दादी-दादा अक्सर बच्चों के लिए एक स्थिर और सुरक्षित भावनात्मक आधार प्रदान करते हैं, जो परिवार के आपसी रिश्तों को मजबूत करता है।
आइए पता लगाएँ (पृष्ठ 147)
प्रश्न 1.
अपने परिवार के बाहर उन सभी लोगों की सूची बनाइए, जो अपने कार्यों के माध्यम से किसी न किसी रूप में आपको सहायता प्रदान करते हैं।
उत्तर:
अपने परिवार के बाहर कई ऐसे लोग होते हैं जो अपने कार्यों के माध्यम से हमें मदद करते हैं। ये लोग हमारे जीवन में विभिन्न रूपों में सहायक होते हैं। नीचे उन लोगों की सूची दी गई है-
1. शिक्षक/शिक्षिकाएँ: ये हमें शिक्षा, मार्गदर्शन और प्रेरणा प्रदान करते हैं। ये न केवल पाठ्यक्रम में मदद करते हैं, बल्कि जीवन के महत्त्वपूर्ण पाठ भी सिखाते हैं, जैसे समय प्रबंधन, अनुशासन, और सोचने की क्षमता।
2. कक्षा के सहपाठी /सहपाठिनियाँ: सहपाठी हमारे साथ मिलकर अध्ययन करते हैं, एक-दूसरे को कठिन विषयों में मदद करते हैं, और समूह अध्ययन से हमारी समझ बढ़ाते हैं। इसके अलावा, वे हमारी मानसिक स्थिति को समझते हैं और हमें सहारा देते हैं।
3. विद्यालय के कक्षाकार ( कक्षा अध्यापक ) और स्टाफ: कक्षा अध्यापक हमारे व्यवहार और शिक्षा की दिशा में मार्गदर्शन करते हैं, जबकि अन्य स्टाफ सदस्य, जैसे प्रिंसिपल, लाइब्रेरियन और काउंसलर हमारे समग्र विकास में सहायता प्रदान करते हैं।
4. दोस्त और पड़ोसी : हमारे दोस्त और पड़ोसी मुश्किल परिस्थितियों में भावनात्मक समर्थन प्रदान करते हैं, जैसे परीक्षा के समय मानसिक सहारा या किसी सामाजिक गतिविधि में मदद। साथ ही, वे कभी-कभी घरेलू कार्यों में भी सहायक होते हैं, जैसे किताबें उधार देना या विशेष काम में मदद करना ।
5. समाजसेवी संगठन और स्वयंसेवक: जब किसी जरूरतमंद स्थिति में, जैसे- प्राकृतिक आपदा या किसी सामाजिक कार्य में मदद की आवश्यकता होती है तो समाजसेवी संगठन और उनके स्वयंसेवक महत्त्वपूर्ण मदद करते हैं। ये संगठन शिक्षा, स्वास्थ्य, या अन्य जीवन की जरूरतों में सहायता प्रदान करते हैं।
6. स्वास्थ्यकर्मी (डॉक्टर, नर्स आदि ): जब कभी भी स्वास्थ्य संबंधी समस्याएँ उत्पन्न होती हैं, तो डॉक्टर, नर्स और अन्य स्वास्थ्यकर्मी हमारी शारीरिक और मानसिक भलाई के लिए सहायक होते हैं। वे हमें उचित उपचार और सलाह प्रदान करते हैं।
7. बैंककर्मी और वित्तीय सलाहकारः बैंककर्मी हमारे वित्तीय लेन-देन, बचत, निवेश और अन्य बैंकिंग कार्यों में मदद करते हैं। यदि हमें किसी वित्तीय योजना या निवेश पर मार्गदर्शन चाहिए होता है, तो वे सलाहकार के रूप में सहायक होते हैं।
8. ट्रांसपोर्ट कर्मचारी ( बस ड्राइवर, कंडक्टर, आदि ): जब हमें स्कूल या किसी अन्य स्थान पर यात्रा करनी होती है, तो ट्रांसपोर्ट कर्मचारी हमारे दैनिक जीवन में सहायक होते हैं, जो हमें सुरक्षित रूप से एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुँचाने का कार्य करते हैं।
9. स्वच्छता कर्मचारी: हमारे आस-पास सफाई रखने में स्वच्छता कर्मचारी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। वे सार्वजनिक स्थानों, स्कूल, या मोहल्ले में सफाई और स्वच्छता बनाए रखने के लिए काम | करते हैं।
10. संचार कर्मचारी ( इंटरनेट और टेलीफोन सेवा) : इंटरनेट सेवा प्रदाता, टेलीफोन कंपनी के कर्मचारी, आदि हमें डिजिटल संचार में मदद करते हैं, जो हमारे अध्ययन, कार्य और सामाजिक जीवन का अहम हिस्सा बन चुका है। इन सभी व्यक्तियों और समूहों के माध्यम से हमें जीवन के विभिन्न पहलुओं में सहायता प्राप्त होती है. और यह हमें व्यक्तिगत और सामूहिक रूप से बेहतर जीवन जीने में मदद करता है।
आइए पता लगाएँ (पृष्ठ 147)
प्रश्न 1.
आप किन प्रकार के समुदायों का हिस्सा हैं?
उत्तर:
मैं विभिन्न प्रकार के समुदायों का हिस्सा हूँ, जो अलग-अलग रूपों में मेरे जीवन का हिस्सा हैं-
परिवार : यह मेरा पहला और सबसे अहम समुदाय है, जहाँ मैं अपने माता-पिता, भाई-बहनों और अन्य रिश्तेदारों के साथ समय बिताता हूँ। यहाँ पर मेरे जीवन के मूलभूत मूल्य और संस्कार विकसित होते हैं।
विद्यालय समुदाय: मैं अपने विद्यालय के छात्र समुदाय का हिस्सा हूँ। यहाँ हम सभी एक साथ शिक्षा प्राप्त करते हैं, एक-दूसरे से सीखते हैं और सामाजिक गतिविधियों में भाग लेते हैं। यह एक सहयोगात्मक वातावरण है, जहाँ हम एक-दूसरे की मदद करते हैं और व्यक्तिगत विकास की ओर बढ़ते हैं।
सामाजिक समुदायः मैं अपने मित्रों और आस-पड़ोस के लोगों के साथ भी एक सामाजिक समुदाय का हिस्सा हूँ, जिसमें हम विचारों, गतिविधियों और उत्सवों का आदान-प्रदान करते हैं।
ऑनलाइन समुदायः डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर भी विभिन्न ऑनलाइन समुदायों का हिस्सा हूँ, जैसे कि शिक्षा, रुचियों या शौक से संबंधित समूहों में सक्रिय रहता हूँ। यहाँ पर हम एक-दूसरे से विचारों का आदान-प्रदान करते हैं और ज्ञान साझा करते हैं।
प्रश्न 2.
क्या आपके विद्यालय में कोई क्लब है, जिसमें आप सम्मिलित हैं? यह कैसे काम करता है?
उत्तर:
हाँ, मेरे विद्यालय में कई क्लब हैं, और मैं एक ” साहित्य क्लब ” का सदस्य हूँ। यह क्लब मुख्य रूप से किताबों, लेखन और साहित्यिक गतिविधियों के लिए समर्पित है।
यह क्लब इस तरह से काम करता है-
साप्ताहिक बैठकें : हर हफ्ते हम एक बैठक आयोजित करते हैं, जिसमें हम कुछ साहित्यिक विषयों पर चर्चा करते हैं, किताबों की समीक्षा करते हैं, और नए लेखन विचारों पर विचार करते हैं ।
कविता और लेख प्रतियोगिताएँ: समय-समय पर क्लब में कविता, निबंध और कहानी लेखन प्रतियोगिताएँ आयोजित की जाती हैं। हम इसमें भाग लेकर अपनी लेखन क्षमता को सुधारते हैं और अन्य छात्रों के लेखन से सीखते हैं।
साहित्यिक कार्यक्रमः क्लब स्कूल के वार्षिक समारोहों में भी भाग लेता है, जैसे कि पुस्तक मेला, कवि सम्मेलन और लेखकों से मिलन आदि ।
सामाजिक जिम्मेदारी: साहित्य क्लब के सदस्य स्कूल के समुदाय में सामाजिक जागरूकता फैलाने के लिए विभिन्न जागरूकता अभियानों और कार्यक्रमों का आयोजन करते हैं।
इस क्लब में शामिल होकर मुझे अपनी लेखन और साहित्य से जुड़ी रुचियों को और विकसित करने का मौका मिलता है। साथ ही, यह मुझे अपनी आत्म-अभिव्यक्ति और संवाद कौशल को बेहतर बनाने में मदद करता है।