Students often revise Exploring Society India and Beyond Class 6 Extra Questions and Class 6 SST Chapter 14 Extra Questions and Answers in Hindi हमारे आस-पास की आर्थिक गतिविधियाँ before their exams for better preparation.
Class 6 Social Science Chapter 14 Extra Questions and Answers in Hindi Medium हमारे आस-पास की आर्थिक गतिविधियाँ
वस्तुनिष्ठ प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1.
आपके द्वारा पढ़े गए पाठ के अनुसार बताएँ कि निम्नलिखित वाक्य सत्य हैं या गलत:
1. प्राथमिक क्षेत्रक में वे गतिविधियाँ आती हैं, जो प्राकृतिक संसाधनों से सीधे जुड़ी होती हैं।
2. द्वितीयक क्षेत्रक में लोगों द्वारा कच्चे माल को केवल कच्चा ही बेचा जाता है।
3. तृतीयक क्षेत्रक की गतिविधियाँ उत्पादन और वितरण में सहायता प्रदान करने का कार्य करती हैं।
4. अमूल डेयरी का सहकारी संगठन दूध उत्पादन से संबंधित एक प्राथमिक गतिविधि है।
5. गुजरात के किसान पहले अपने दूध को बिचौलियों के माध्यम से बेचते थे, लेकिन अब वे सहकारी संगठन के माध्यम से बेचते हैं।
6. द्वितीयक क्षेत्रक में कृषि क्षेत्र से प्राप्त अनाज को केवल उपभोग के लिए ही परिवर्तित किया जाता है, बिक्री के लिए नहीं ।
7. तृतीयक क्षेत्रक में कोई भौतिक उत्पाद का निर्माण नहीं होता, यह केवल सेवाओं से संबंधित है।
8. अमूल के उत्पादों का विपणन पूरे देश में किया जाता है, लेकिन इसका निर्यात नहीं होता ।
9. प्राथमिक क्षेत्रक की गतिविधियाँ केवल प्राकृतिक संसाधनों के प्रयोग तक सीमित होती हैं और इनमें कोई अन्य रूपांतरण प्रक्रिया नहीं होती ।
10. पाठ्यपुस्तकें बनाने की प्रक्रिया में केवल द्वितीयक क्षेत्रक की गतिविधियाँ शामिल होती हैं।
उत्तर:
1. सही
2. गलत ( द्वितीयक क्षेत्रक में कच्चे माल को प्रसंस्कृत करके उसे तैयार उत्पाद में बदला जाता है।)
3. सही
4. सही
5. सही
6. गलत (द्वितीयक क्षेत्रक में अनाज को प्रसंस्कृत करके उसे बिक्री के लिए तैयार किया जाता है | )
7. सही
8. गलत (अमूल अपने उत्पादों का निर्यात भी करता है | )
9. सही
10. गलत ( पाठ्यपुस्तकें बनाने की प्रक्रिया में तीनों क्षेत्रक – प्राथमिक, द्वितीयक, और तृतीयक – की गतिविधियाँ शामिल होती हैं। )
प्रश्न 2.
रिक्त स्थान की पूर्ति करें:
1. जब किसानों ने ………… का परामर्श लिया, तो उन्होंने बिचौलियों से मुक्ति पाने के लिए सहकारी संगठन की स्थापना की।
2. अमूल के सहकारी संगठन में दूध का ……….. एवं प्रसंस्करण किया जाता है, ताकि यह विभिन्न रूपों में परिवर्तित हो सके ।
3. ……….. के अंतर्गत विभिन्न प्रकार के वाहन और सेवाएँ तृतीयक क्षेत्रक में सम्मिलित हैं।
4. प्राथमिक क्षेत्रक की गतिविधियों में ……….. और पशु पालन जैसी आर्थिक गतिविधियाँ शामिल होती हैं।
5. ……… क्षेत्रक की आर्थिक गतिविधियाँ, जो उत्पादों को उपभोग के लिए तैयार करती हैं, उनमें कच्चे माल को रूपांतरित किया जाता है।
6. अमूल द्वारा उत्पादित ……….. जैसे दूध के उत्पादों का विपणन और वितरण पूरे देश में किया जाता है।
7. अमूल के सहकारी संगठन में किसानों को ………. की आवश्यकता नहीं रही और उनकी आमदनी बढ़ी।
8. तृतीयक क्षेत्रक की गतिविधियाँ …………. को सुविधा प्रदान करती हैं, जैसे बैंकिंग और सॉफ्टवेयर सेवाएँ ।
9. अमूल के सहकारी संगठन ने दूध उत्पादन के साथ-साथ ………….. और दूध का पाउडर बनाने का भी निर्णय लिया।
10. ………… क्षेत्रक की गतिविधियाँ सेवाओं का प्रावधान करती हैं, जिनमें अस्पतालों, विद्यालयों और हवाई अड्डों की सेवाएँ शामिल हैं।
उत्तर:
1. सरदार वल्लभभाई पटेल
2. पाश्चीकरण
3. परिवहन
4. कृषि
5. द्वितीयक
6. घी
7. बिचौलियों
8. प्राथमिक और द्वितीयक क्षेत्रक
9. मक्खन
10. तृतीयक
प्रश्न 3.
दिए गए अनुच्छेद को ध्यान से पढ़ें और सबसे उपयुक्त शब्दों से रिक्त स्थान भरें:
मामला 1: गुजरात के आणंद जिले के एक गाँव में किसान अपनी गायों से दूध दुहते हैं और फिर उसे एक सहकारी संगठन में बेचते हैं। पहले वे बिचौलियों | पर निर्भर रहते थे, लेकिन अब वे अमूल के सहकारी संगठन के तहत अपने दूध का उत्पादन, प्रसंस्करण और वितरण स्वयं करते हैं। इस सहकारी संगठन ने किसानों की आय में वृद्धि की है और बिचौलियों की आवश्यकता को समाप्त किया है।
1. किसान अमूल के सहकारी संगठन के तहत ………….. क्षेत्रक की आर्थिक गतिविधि में शामिल होते हैं।
2. दूध का प्रसंस्करण करने के बाद, अमूल इसे ……… क्षेत्रक की गतिविधि के तहत विभिन्न स्थानों पर बेचता है।
3. अमूल ने दूध से …………. जैसे उत्पाद भी तैयार किए हैं।
उत्तर:
1. प्राथमिक
2. तृतीयक
3. मक्खन
मामला 2:
कृष्णा ने गाँव में एक बांस उद्योग शुरू किया। वह बांस से विभिन्न प्रकार के उत्पाद जैसे टोकरी, फर्नीचर और सजावटी सामान तैयार करते हैं। उन्होंने अब तक अपनी कुटीर इकाई से 50 से अधिक लोगों को रोजगार दिया है। उनके उत्पादों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में बेचा जा रहा है।
1. कृष्णा के द्वारा तैयार किए गए बांस उत्पाद ………. क्षेत्र की गतिविधि है।
2. कृष्णा के बांस उत्पादों का राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में बेचना ……….. क्षेत्र की गतिविधि है।
उत्तर:
1. द्वितीयक
2. तृतीयक
कथन और कारण पर आधारित प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1.
कथन (A): प्राथमिक, द्वितीयक और तृतीयक क्षेत्र आपस में जुड़े हुए हैं और एक-दूसरे की गतिविधियों का समर्थन करते हैं।
कारण (R) : प्राथमिक क्षेत्र में कच्चे माल का उत्पादन होता है, द्वितीयक क्षेत्र में उस कच्चे माल का प्रसंस्करण किया जाता हैं और तृतीयक क्षेत्र में इन उत्पादों का वितरण और विपणन किया जाता है।
(क) दोनों सही हैं और कारण कथन को सही तरह से समर्थन करता है।
(ख) दोनों सही हैं, लेकिन कारण कथन को सही तरह से समर्थन नहीं करता है।
(ग) कथन सही है. लेकिन कारण गलत है।
(घ) कथन गलत है, लेकिन कारण सही है।
उत्तर:
(क) दोनों सही हैं और कारण कथन को सही तरह से समर्थन करता है।
प्रश्न 2.
कथन (A): अमूल के सहकारी संगठन की
स्थापना ने किसानों की आमदनी में वृद्धि की है।
कारण (R) : अमूल ने किसानों को बिचौलियों से मुक्ति दिलाई और उनके दूध का उत्पादन, प्रसंस्करण और वितरण पर नियंत्रण प्रदान किया।
(क) दोनों सही हैं और कारण कथन को सही तरह से समर्थन करता है।
(ख) दोनों सही हैं, लेकिन कारण कथन को सही तरह से समर्थन नहीं करता है।
(ग) कथन सही है, लेकिन कारण गलत है।
(घ) कथन गलत है, लेकिन कारण सही है।
उत्तर:
(क) दोनों सही हैं और कारण कथन को सही तरह से समर्थन करता है।
प्रश्न 3.
कथन (A): तृतीयक क्षेत्र का मुख्य उद्देश्य कच्चे माल का उत्पादन करना है।
कारण (R) : तृतीयक क्षेत्र का काम उत्पादन और प्रसंस्करण करना है, जैसे कृषि उत्पादों को उत्पादित करना ।
क) दोनों सही हैं और कारण कथन को सही तरह से समर्थन करता है।
(ख) दोनों सही हैं, लेकिन कारण कथन को सही तरह से समर्थन नहीं करता है।
(ग) कथन सही है, लेकिन कारण गलत है।
(घ) कथन गलत है, लेकिन कारण सही है।
उत्तर:
(ग) कथन सही है, लेकिन कारण गलत है।
प्रश्न 4.
कथन (A): सहकारी संगठन के माध्यम से किसान एकजुट होकर अपनी समस्याओं का समाधान कर सकते हैं।
कारण (R) : सहकारी संगठन में सामूहिक निर्णय लेने की प्रक्रिया से किसानों को अपने उत्पादन पर अधिक नियंत्रण मिलता है।
(क) दोनों सही हैं और कारण कथन को सही तरह से समर्थन करता है।
(ख) दोनों सही हैं, लेकिन कारण कथन को सही तरह से समर्थन नहीं करता है।
(ग) कथन सही है, लेकिन कारण गलत है।
(घ) कथन गलत है, लेकिन कारण सही है।
उत्तर:
(क) दोनों सही हैं और कारण कथन को सही तरह से समर्थन करता है।
प्रश्न 5.
कथन (A): तृतीयक क्षेत्र का मुख्य कार्य केवल सेवाएँ प्रदान करना है, जैसे परिवहन और विपणन ।
कारण (R): तृतीयक क्षेत्र का काम कच्चे माल का उत्पादन और प्रसंस्करण करना होता है।
(क) दोनों सही हैं और कारण कथन को सही तरह से समर्थन करता है।
(ख) दोनों सही हैं, लेकिन कारण कथन को सही तरह से समर्थन नहीं करता है।
(ग) कथन सही है, लेकिन कारण गलत है।
(घ) कथन गलत है, लेकिन कारण सही है।
उत्तर:
(ग) कथन सही है, लेकिन कारण गलत है।
अति लघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1.
प्राथमिक क्षेत्रक की मुख्य गतिविधि क्या होती है?
उत्तर:
प्राकृतिक संसाधनों से वस्तुओं का उत्पादन |
प्रश्न 2.
द्वितीयक क्षेत्रक में कच्चे माल से तैयार उत्पाद बनाने की प्रक्रिया को क्या कहा जाता है?
उत्तर:
प्रसंस्करण।
प्रश्न 3.
तृतीयक क्षेत्रक की गतिविधियाँ किससे संबंधित होती हैं?
उत्तर:
सेवाओं।
प्रश्न 4.
अमूल डेयरी किस राज्य से संबंधित है?
उत्तर:
गुजरात |
प्रश्न 5.
अमूल के सहकारी संगठन का उद्देश्य क्या था?
उत्तर:
किसानों को बिचौलियों से मुक्त करना ।
प्रश्न 6.
प्राथमिक क्षेत्रक में दूध का उत्पादन किस स्त्रोत से होता है?
उत्तर:
गायों और भैंसों से।
प्रश्न 7.
द्वितीयक क्षेत्रक के अंतर्गत किस प्रकार की गतिविधियाँ आती हैं?
उत्तर:
उत्पादन और निर्माण।
प्रश्न 8.
अमूल के द्वारा तैयार किए गए कुछ उत्पादों में कौन-कौन शामिल हैं?
उत्तर:
घी, मक्खन पनीर ।
प्रश्न 9.
अमूल द्वारा उत्पादों का वितरण किस माध्यम से किया जाता है?
उत्तर:
परिवहन ( ट्रक, रेल, वायुयान) ।
प्रश्न 10.
किसी उत्पाद को अंतिम रूप देने में किसे कहा जाता है जो उसे बनाने के बाद बेचने या उपभोग के लिए तैयार करता है?
उत्तर:
द्वितीयक क्षेत्रक।
लघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1.
गुजरात के किसान दूध बेचने के लिए पहले कैसे काम करते थे?
उत्तर:
वे साइकिल या पैदल गाँव तक दूध बेचने जाते थे।
प्रश्न 2.
अमूल के सहकारी संगठन की स्थापना कब की गई थी ?
उत्तर:
1946 में।
प्रश्न 3.
अमूल के सहकारी संगठन के संस्थापक कौन थे?
उत्तर:
श्री त्रिभुवन दास पटेल और डॉ. वर्गीज कुरियन ।
प्रश्न 4.
अमूल के सहकारी संगठन का मुख्य उद्देश्य क्या था ?
उत्तर:
किसानों को बिचौलियों से मुक्त करना और उनका नियंत्रण बढ़ाना।
प्रश्न 5.
द्वितीयक क्षेत्रक की गतिविधियाँ किस प्रक्रिया से जुड़ी होती हैं ?
उत्तर:
कच्चे माल को उत्पादों में परिवर्तित करने की प्रक्रिया से ।
प्रश्न 6.
प्राथमिक क्षेत्रक की गतिविधियों में किस प्रकार के प्राकृतिक संसाधनों का उपयोग होता है?
उत्तर:
जमीन, जल, खनिज और वनस्पति जैसे प्राकृतिक संसाधनों का ।
प्रश्न 7.
अमूल का सहकारी संगठन कैसे किसानों के जीवन को सुधारता है?
उत्तर:
किसानों को एकजुट करके उन्हें बेहतर मूल्य और उत्पादन के अधिकार मिलते हैं।
प्रश्न 8.
तृतीयक क्षेत्रक की गतिविधियाँ किस रूप में कार्य करती हैं?
उत्तर:
संचार, परिवहन और सेवाओं के रूप में।
प्रश्न 9.
अमूल के उत्पादों का वितरण किस प्रकार से होता है?
उत्तर:
विभिन्न स्थानों पर परिवहन के माध्यम से और खुदरा दुकानों में बिक्री के लिए।
प्रश्न 10.
अमूल के सहकारी संगठन में किस प्रकार की गतिविधियाँ की जाती हैं?
उत्तर:
दूध का संग्रहण, प्रसंस्करण और वितरण |
दीर्घ उत्तरीय प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1.
प्राथमिक, द्वितीयक और तृतीयक क्षेत्रक के बीच अंतर को स्पष्ट करते हुए उदाहरणों के माध्यम से समझाएँ ।
उत्तर:
प्राथमिक क्षेत्रक में ऐसी गतिविधियाँ आती हैं जो सीधे प्रकृति से जुड़ी होती हैं, जैसे- कृषि, खनन, मछली पालन और पशुपालन। उदाहरण के रूप में, दूधउत्पादन को प्राथमिक क्षेत्रक की गतिविधि कहा जा सकता है, क्योंकि यह प्राकृतिक संसाधनों जैसे गायों और भैंसों से प्राप्त होता है। द्वितीयक क्षेत्रक में कच्चे माल को रूपांतरित कर तैयार उत्पाद बनाए जाते हैं, जैसे कृषि उत्पादों का प्रसंस्करण । उदाहरण के लिए, दूध को पाश्चीकरण कर मक्खन, घी या दूध पाउडर में बदला जाता है। तृतीयक क्षेत्रक में वे सेवाएँ आती हैं जो उत्पादन और वितरण में सहायक होती हैं, जैसे परिवहन, बैंकिंग और खुदरा व्यापार । इस प्रकार, इन तीनों क्षेत्रकों में परस्पर निर्भरता होती है, जहाँ प्राथमिक क्षेत्रक से कच्चा माल प्राप्त होता है, द्वितीयक क्षेत्रक उसे रूपांतरित करता है और तृतीयक क्षेत्रक उसका वितरण और विपणन करता है।
प्रश्न 2.
अमूल के सहकारी संगठन की स्थापना के समय की समस्याओं का समाधान किस प्रकार किया गया और यह संगठन किसानों के लिए कैसे लाभकारी साबित हुआ?
उत्तर:
अमूल के सहकारी संगठन की स्थापना 1946 में की गई थी। उस समय गुजरात के किसान अपनी दूध की बाल्टियाँ लेकर गर्मी में पैदल या साइकिल से दूर-दूर तक दूध बेचने जाते थे। इस कारण दूध जल्दी खराब हो जाता था और वे बिचौलियों पर निर्भर रहते थे, जिससे उन्हें कम मूल्य मिलता था। किसानों को बिचौलियों से बचाने के लिए सरदार वल्लभभाई पटेल ने एक सहकारी संगठन बनाने का सुझाव दिया। इस संगठन के माध्यम से किसानों ने सामूहिक रूप से दूध का उत्पादन, पाश्चीकरण और बिक्री की प्रक्रिया को नियंत्रित किया, जिससे उनकी आमदनी में वृद्धि हुई और बिचौलियों का प्रभाव खत्म हुआ। इसके बाद अमूल ने अपने उत्पादों का प्रसंस्करण करना शुरू किया और उसे पूरे देश में विपणन किया। इस प्रकार, किसानों को न केवल दूध का बेहतर मूल्य मिला, बल्कि वे स्वयं | अपने उत्पादन पर नियंत्रण रख पाए ।
प्रश्न 3.
किसी भी आर्थिक गतिविधि की सफलता में प्राथमिक, द्वितीयक और तृतीयक क्षेत्रकों के बीच सहयोग का क्या महत्व है? एक उदाहरण से समझाइए |
उत्तर:
किसी भी आर्थिक गतिविधि की सफलता में प्राथमिक, द्वितीयक और तृतीयक क्षेत्रकों का आपसी सहयोग अत्यंत महत्वपूर्ण है। उदाहरण के लिए, अमूल का सहकारी संगठन एक आदर्श उदाहरण प्रस्तुत करता है। यहाँ प्राथमिक क्षेत्रक के तहत किसान गायों से दूध प्राप्त करते हैं, जो प्राकृतिक संसाधन हैं। फिर इस दूध को द्वितीयक क्षेत्रक में प्रसंस्कृत किया जाता है, जहाँ इसे मक्खन, घी, पनीर और दूध पाउडर में बदला जाता है। अंत में, तृतीयक क्षेत्रक की गतिविधियाँ होती हैं, जैसे परिवहन, विपणन और खुदरा बिक्री, जो इस उत्पाद को उपभोक्ताओं तक पहुँचाती हैं। इन तीनों क्षेत्रकों के बीच सहयोग से अमूल की सफलता संभव हुई है, जिससे किसानों की आमदनी बढ़ी और उपभोक्ताओं को गुणवत्तापूर्ण उत्पाद मिल सके।
प्रश्न 4.
अमूल का सहकारी संगठन किस प्रकार से सामाजिक और आर्थिक दृष्टि से किसानों के जीवन में सुधार लाने में मदद करता है?
उत्तर:
अमूल का सहकारी संगठन किसानों के जीवन में सुधार लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। पहले, किसान बिचौलियों के माध्यम से दूध बेचते थे, जिसके कारण उन्हें दूध का वास्तविक मूल्य नहीं मिलता था और उनकी आमदनी बहुत कम थी। अमूल ने इस प्रक्रिया को बदल दिया । सहकारी संगठन के माध्यम से किसान सामूहिक रूप से दूध का उत्पादन, संग्रहण, प्रसंस्करण और वितरण करते हैं, जिससे वे बिचौलियों से मुक्त हो जाते हैं और दूध का अधिकतम मूल्य प्राप्त करते हैं। इसके अलावा, अमूल के द्वारा तैयार किए गए उत्पादों का विपणन पूरे देश में किया जाता है, जिससे किसानों को स्थिर और बेहतर आय मिलती है। यह संगठन न केवल किसानों को आर्थिक लाभ पहुँचाता है, बल्कि महिलाओं और छोटे किसानों को भी रोजगार और अधिकार प्रदान करता है।
प्रश्न 5.
अमूल के सहकारी संगठन की सफलता को ध्यान में रखते हुए, आप यह कैसे कह सकते हैं कि इस प्रकार के सहकारी संगठन अन्य क्षेत्रों में भी प्रभावी हो सकते हैं?
उत्तर:
अमूल का सहकारी संगठन यह साबित करता है कि जब समुदाय के लोग एकजुट होते हैं और उत्पादों अपने संसाधनों का सामूहिक रूप से प्रबंधन करते हैं, तो उन्हें आर्थिक और सामाजिक रूप से लाभ होता है। अमूल की सफलता का मुख्य कारण यह है कि इसने किसानों को बिचौलियों से मुक्त किया और उन्हें दूध के उत्पादन, प्रसंस्करण और वितरण पर नियंत्रण दिया ।इसी तरह, अन्य क्षेत्रों में जैसे कृषि, वस्त्र उद्योग या हैं। हस्तशिल्प में सहकारी संगठन स्थापित किए जा सकते हैं। यदि समुदाय के लोग एकजुट होकर अपने का सामूहिक रूप से प्रसंस्करण और विपणन करें, तो वे उच्च मूल्य प्राप्त कर सकते हैं और उनका जीवन स्तर बेहतर हो सकता है। इस प्रकार के संगठन न केवल आर्थिक लाभ प्रदान करते हैं, बल्कि समाज में सामूहिकता और सहयोग की भावना भी उत्पन्न करते है।