Students often revise Exploring Society India and Beyond Class 6 Extra Questions and Class 6 SST Chapter 13 Extra Questions and Answers in Hindi कार्य का महत्व before their exams for better preparation.
Class 6 Social Science Chapter 13 Extra Questions and Answers in Hindi Medium कार्य का महत्व
बहुवैकल्पिक प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1.
राजेश लकड़ी से बने फर्नीचर की बिक्री में मूल्य संवर्धन किसे दर्शाता है ?
(a) लकड़ी की कीमत में वृद्धि
(b) फर्नीचर की बिक्री पर लाभ
(c) लकड़ी के बिक्री से पहले के प्रयास
(d) कुर्सी बनाने में खर्च हुआ समय और कौशल
उत्तर:
(d) कुर्सी बनाने में खर्च हुआ समय और कौशल
प्रश्न 2.
साहिल को किस प्रकार का भुगतान मिलता है?
(a) केवल धन
(b) केवल सामान
(c) दैनिक मजदूरी और आम के रूप में भुगतान
(d) केवल वेतन
उत्तर:
(c) दैनिक मजदूरी और आम के रूप में भुगतान
प्रश्न 3.
काव्या के पिता, राजेश द्वारा लकड़ी से फर्नीचर बनाने की प्रक्रिया को क्या कहा जाता है?
(a) मूल्य संवर्धन
(b) गुणवत्ता नियंत्रण
(c) प्रक्रिया विश्लेषण
(d) कार्यस्थल सुरक्षा
उत्तर:
(a) मूल्य संवर्धन
प्रश्न 4.
स्वच्छ भारत अभियान में सामूहिक सहभागिता किस उद्देश्य से की जाती है?
(a) केवल सरकारी स्वच्छता कार्यक्रमों को बढ़ावा देना
(b) अपने घरों और आस-पास के क्षेत्रों को साफ रखना
(c) पर्यावरण संरक्षण के लिए वृक्षारोपण करना
(d) केवल सड़क निर्माण कार्य करना
उत्तर:
(b) अपने घरों और आस-पास के क्षेत्रों को साफ रखना
प्रश्न 5.
आर्थिक गतिविधि क्या होती है?
(a) एक ऐसी गतिविधि जिसमें केवल वस्तु का आदान-प्रदान होता है
(b) एक ऐसी गतिविधि जिसमें पैसा शामिल होता है या पैसे के बदले वस्तु के रूप में भुगतान किया जाता है
(c) एक ऐसी गतिविधि जिसमें केवल सेवा प्रदान की जाती है
(d) एक ऐसी गतिविधि जो केवल सामाजिक लाभ के लिए होती है
उत्तर:
(b) एक ऐसी गतिविधि जिसमें पैसा शामिल होता है या पैसे के बदले वस्तु के रूप में भुगतान किया जाता है।
प्रश्न 6.
मूल्यवर्धन किसे कहा जाता है?
(a) कच्चे माल का मूल्य घटाना
(b) कच्चे माल को तैयार उत्पाद में बदलने की प्रक्रिया में मूल्य में वृद्धि
(c) केवल सेवा प्रदान करने की प्रक्रिया
(d) उत्पादों का वितरण
उत्तर:
(b) कच्चे माल को तैयार उत्पाद में बदलने की प्रक्रिया में मूल्य में वृद्धि ।
वस्तुनिष्ठ प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1.
रिक्त स्थान की पूर्ति करें:
1. लोग या तो अपनी आजीविका कमाने के लिए या ……….. की मूल्यवान भावना पैदा करने के लिए काम करते हैं।
2. काव्या के अंकल को उनके काम के बदले ………… मिलता है।
3. काव्या को राजमार्ग के बनने से ……….. कम समय में आना-जाना होगा।
4. साहिल को आम के बगीचे में ………… मिलती है।
5. आर्थिक गतिविधियाँ आजीविका बनाए रखने के लिए आवश्यक ………. संसाधन प्रदान करती हैं।
उत्तर:
1. आत्म- मूल्य
2. वेतन
3. 5 घंटे से घटकर 2 घंटे
4. दैनिक मज़दूरी
5. वित्तीय
प्रश्न 2.
सही और गलत आधारित प्रश्नोत्तर
1. श्रम का सम्मान करना समाज में समानता को बढ़ावा देता है।
2. केवल मानसिक कार्य ही समाज के लिए महत्वपूर्ण होता है।
3. हर व्यक्ति अपने कार्य के माध्यम से समाज में योगदान देता है।
4. कार्य को छोटा या बड़ा मानने से सामाजिक असमानता पैदा होती है।
5. शिक्षा का उद्देश्य केवल नौकरी पाना है।
6. आत्मनिर्भरता से व्यक्ति और समाज दोनों का विकास होता है।
7. समाज में सफाईकर्मी और डॉक्टर की भूमिकाएँ एक समान हैं।
8. श्रम का सम्मान केवल मजदूरों के लिए जरूरी है।
9. सभी कार्य समाज की उन्नति के लिए आवश्यक होते हैं।
10. कार्य करने से व्यक्ति का आत्मविश्वास और आत्मनिर्भरता बढ़ती है।
उत्तर:
1. सही
2. गलत
3. सही
4. सही
5. गलत
6. सही
7. सही
8. गलत
9. सही
10. सही
कथन और कारण पर आधारित प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1.
कथन (Statement ) : श्रम का सम्मान करना समाज में समानता लाने का एक महत्वपूर्ण तरीका है।
कारण (Reason ) : श्रम के प्रति सम्मान से सभी कार्यों को समान दृष्टि से देखा जा सकता है। विकल्पः
(a) दोनों कथन और कारण सही हैं. और कारण कथन की सही व्याख्या करता
(b) दोनों कथन और कारण सही हैं, लेकिन कारण कथन की सही व्याख्या नहीं करता
(c) कथन सही है, लेकिन कारण गलत है।
(d) कथन गलत है, लेकिन कारण सही है।
उत्तर:
(a) दोनों कथन और कारण सही हैं, और कारण कथन की सही व्याख्या करता है।
प्रश्न 2.
कथन ( Statement): किसी कार्य को छोटा या बड़ा मानना सामाजिक असमानता को बढ़ावा देता हैं।
कारण (Reason ) : समाज में सभी कार्य समान रूप से आवश्यक नहीं होते।
विकल्पः
(a) दोनों कथन और कारण सही हैं, और कारण कथन की सही व्याख्या करता है।
(b) दोनों कथन और कारण सही हैं, लेकिन कारण कथन की सही व्याख्या नहीं करता है।
(c) कथन सही है, लेकिन कारण गलत है।
(d) कथन गलत है, लेकिन कारण सही है।
उत्तर:
(c) कथन सही है, लेकिन कारण गलत है।
प्रश्न 3.
कथन (Statement ) : आत्मनिर्भरता से समाज और देश का विकास होता है।
कारण (Reason ) : आत्मनिर्भरता से व्यक्ति अपनी जरूरतें स्वयं पूरी कर सकता है।
विकल्पः
(a) दोनों कथन और कारण सही हैं, और कारण कथन की सही व्याख्या करता है।
(b) दोनों कथन और कारण सही हैं, लेकिन कारण कथन की सही व्याख्या नहीं करता है।
(c) कथन सही है, लेकिन कारण गलत है।
(d) कथन गलत है, लेकिन कारण सही है।
उत्तर:
(a) दोनों कथन और कारण सही हैं, और कारण कथन की सही व्याख्या करता है।
प्रश्न 4.
कथन ( Statement) : शिक्षा केवल नौकरी पाने का माध्यम है।
कारण (Reason ) : शिक्षा से कार्य के प्रति सही दृष्टिकोण विकसित किया जा सकता है।
(a) दोनों कथन और कारण सही हैं, और कारण कथन की सही व्याख्या करता
(b) दोनों कथन और कारण सही हैं, लेकिन कारण कथन की सही व्याख्या नहीं करता है।
(c) कथन गलत है, लेकिन कारण सही है।
(d) कथन सही है, लेकिन कारण गलत है।
उत्तर:
(c) कथन गलत है, लेकिन कारण सही है।
प्रश्न 5.
कथन ( Statement ) : समाज में सफाईकर्मी, किसान और डॉक्टर की भूमिकाएँ समान रूप से महत्वपूर्ण हैं।
कारण (Reason ) : हर व्यक्ति समाज में अपने कार्यों के माध्यम से योगदान देता है।
विकल्पः
(a) दोनों कथन और कारण सही हैं, और कारण कथन की सही व्याख्या करता है।
(b) दोनों कथन और कारण सही हैं, लेकिन कारण कथन की सही व्याख्या नहीं करता है।
(c) कथन सही है, लेकिन कारण गलत है।
(d) कथन गलत है, लेकिन कारण सही है।
उत्तर:
(a) दोनों कथन और कारण सही हैं. और कारण कथन की सही व्याख्या करता है।
अति लघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1.
कार्य कितने प्रकार के होते हैं?
उत्तर:
कार्य दो प्रकार के होते हैं- शारीरिक कार्य और मानसिक कार्य ।
प्रश्न 2.
श्रम का क्या महत्व है?
उत्तर:
श्रम समाज और अर्थव्यवस्था के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देता है।
प्रश्न 3.
आत्मनिर्भरता का क्या अर्थ है?
उत्तर:
आत्मनिर्भरता का अर्थ है अपनी आवश्यकताओं को स्वयं पूरा करने की क्षमता |
प्रश्न 4
समाज में श्रम का सम्मान क्यों करना चाहिए?
उत्तर:
श्रम का सम्मान करने से सामाजिक समानता और कार्य के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण विकसित होता है।
प्रश्न 5.
शिक्षा का उद्देश्य क्या है?
उत्तर:
शिक्षा का उद्देश्य केवल नौकरी पाना नहीं है, बल्कि कार्य के प्रति सही दृष्टिकोण विकसित करना और समाज में बदलाव लाना है।
प्रश्न 6.
समाज में कौन-कौन से कार्य समान रूप से महत्वपूर्ण हैं?
उत्तर:
समाज में सफाईकर्मी, किसान, डॉक्टर, शिक्षक, और वैज्ञानिक जैसे सभी कार्य समान रूप से महत्वपूर्ण हैं।
प्रश्न 7.
कार्य को छोटा या बड़ा मानने से क्या होता है?
उत्तर:
कार्य को छोटा या बड़ा मानने से समाज में असमानता और भेदभाव बढ़ता है।
प्रश्न 8.
परिश्रम से क्या लाभ होता है?
उत्तर:
परिश्रम से व्यक्ति आत्मनिर्भर बनता है और समाज के विकास में योगदान देता है।
प्रश्न 9. कार्य का समाज पर क्या प्रभाव पड़ता है?
उत्तर:
कार्य समाज को संगठित करता है और उसके विकास में मदद करता है।
प्रश्न 10.
क्या हर कार्य का सम्मान करना चाहिए?
उत्तर:
हाँ, हर कार्य का सम्मान करना चाहिए क्योंकि सभी कार्य समाज के लिए आवश्यक हैं।
लघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1.
वे कौन-सी विभिन्न प्रकार की गतिविधियाँ हैं जिनमें लोग संलग्न हैं?
उत्तर:
दो प्रकार की गतिविधियाँ हैं जिनमें लोग लगे हुए हैं। ये हैं-
आर्थिक गतिविधियाँ: आर्थिक गतिविधि एक ऐसी गतिविधि है जिसमें पैसा शामिल होता है या पैसे के बदले में किया जाता है। उदाहरण के लिए: पायलट, शिक्षक, अभिनेता, पत्रकार और फैशन डिजाइनर ।
गैर-आर्थिक गतिविधियाँ: ये गतिविधियाँ जो धन की भागीदारी के बिना कृतज्ञता, प्रेम और देखभाल की भावना से की जाती है, गैर-आर्थिक गतिविधि कहलाती हैं।
उदाहरण के लिए: खाना पकाना, मंदिर या गुरुद्वारे में सेवा करना, वृद्धाश्रम में बुजुर्गों की देखभाल की स्वैच्छिक सेवाएँ करना आदि।
प्रश्न 2.
सामुदायिक भागीदारी के दो उदाहरण दीजिए।
उत्तर:
सामुदायिक भागीदारी के दो उदाहरण इस प्रकार हैं-
(i) स्वच्छ भारत अभियान – इसमें सभी भारतीय नागरिक मिलकर अपने घरों और आस-पास के क्षेत्रों को साफ रखते हैं, जिससे पूरे समाज और राष्ट्र को स्वच्छ रखा जा सके।
(ii) वन महोत्सव – यह समुदाय के सदस्यों को एकत्रित कर वृक्षारोपण अभियानों में भाग लेने के लिए प्रेरित करता है, जिससे वृक्षों के महत्व और वन संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाई जाती है।
प्रश्न 3.
राजेश एक बढ़ई है जो फर्नीचर बनाने के लिए पास के बाजार से ₹500 में लकड़ी खरीदता है। कुर्सी बनाने के लिए वह विशेष उपकरणों और अन्य सामग्रियों का उपयोग करता है। मुकेश बाजार में एक कुर्सी ₹ 1100 में बेचता है। उसके द्वारा
जोड़ा गया मूल्य कितना है ?
उत्तर:
राजेश ने लकड़ी ₹500 में खरीदी और कुर्सी ₹ 1100 में बेची।
उसके द्वारा जोड़ा गया मूल्य ( मूल्य संवर्धन ) की गणना इस प्रकार की जा सकती है-
जोड़ा गया मूल्य = कुर्सी की बिक्री मूल्य – लकड़ी की लागत
जोड़ा गया मूल्य = ₹ 1100 – ₹500
जोड़ा गया मूल्य = ₹600
तो, राजेश द्वारा जोड़ा गया मूल्य ₹600 है।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1.
मूल्यवर्धन की अवधारणा आर्थिक गतिविधियों पर कैसे लागू होती है ? उदाहरण सहित समझाइए ।
उत्तर:
मूल्यवर्धन की अवधारणा आर्थिक गतिविधियों में उस प्रक्रिया को दर्शाती है, जिसमें किसी वस्तु या सेवा के कच्चे माल से लेकर तैयार उत्पाद तक के प्रत्येक चरण में मूल्य (धन) में वृद्धि होती है। यह मूल्य वृद्धि किसी वस्तु के उत्पादन, प्रसंस्करण, पैकेजिंग, वितरण आदि के दौरान होती है।
उदाहरण: मान लीजिए राजेश एक बढ़ई है जो लकड़ी से कुर्सी बनाता है।
1. कच्चा माल: राजेश लकड़ी ₹500 में खरीदता है।
2. मूल्यवर्धनः वह लकड़ी का उपयोग करके कुर्सी बनाता है। इस प्रक्रिया में उसके समय, प्रयास और विशेष उपकरणों का उपयोग होता है। इसके साथ ही, कुर्सी को आकर्षक बनाने के लिए रंग और अन्य सामग्रियों का भी इस्तेमाल किया जाता है।
3. बिक्री मूल्य: राजेश कुर्सी ₹ 1100 में बेचता है। यहाँ, लकड़ी ₹ 500 में खरीदी गई थी, लेकिन उसे कुर्सी में बदलने के बाद उसका मूल्य ₹ 1100 हो गया। इस प्रक्रिया के दौरान जो ₹600 की वृद्धि हुई, वह मूल्यवर्धन कहलाती है क्योंकि राजेश ने कच्चे माल ( लकड़ी) से तैयार उत्पाद ( कुर्सी) तक के प्रत्येक चरण में मूल्य जोड़ा है। इस प्रकार, मूल्यवर्धन आर्थिक गतिविधियों में किसी वस्तु या सेवा की कच्ची अवस्था से तैयार उत्पाद तक के सभी चरणों में धन की वृद्धि को दर्शाता है।
प्रश्न 2.
“सॉफ्टवेयर इंजीनियर आर्थिक और गैर-आर्थिक दोनों गतिविधियों में शामिल हो सकता है ।” बताएँ कैसे ?
उत्तर:
सॉफ्टवेयर इंजीनियर आर्थिक और गैर-आर्थिक दोनों प्रकार की गतिविधियों में शामिल हो सकता है, जो इस प्रकार-
1. आर्थिक गतिविधियाँ: सॉफ्टवेयर इंजीनियर का मुख्य कार्य अपने काम के लिए वेतन प्राप्त करना होता है, जो एक आर्थिक गतिविधि है।
उदाहरण के लिए: एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर किसी कंपनी में काम करता है, जहाँ वह सॉफ़्टवेयर विकसित करता है और इसके बदले उसे वेतन (पैसा) मिलता है। यह एक आर्थिक गतिविधि है, क्योंकि इसमें आर्थिक लेन-देन और आय शामिल होती है।
2. गैर- आर्थिक गतिविधियाँ: सॉफ्टवेयर इंजीनियर अपनी विशेषज्ञता का उपयोग गैर-आर्थिक कार्यों में भी कर सकता है, जो किसी प्रकार के वेतन या भुगतान से संबंधित नहीं होते।
उदाहरण के लिए: एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर सप्ताहांत में स्वेच्छा से किसी सामाजिक संगठन या महाविद्यालय में कंप्यूटर शिक्षा देने के लिए काम कर सकता है, ताकि वह दूसरों की मदद कर सके, न कि किसी वेतन की उम्मीद में। यह एक गैर-आर्थिक गतिविधि है क्योंकि इसमें किसी प्रकार का वित्तीय लाभ नहीं होता, बल्कि सेवा, सहयोग और समाज के प्रति योगदान की भावना होती है। इस प्रकार, सॉफ्टवेयर इंजीनियर दोनों प्रकार की गतिविधियों में भाग ले सकता है, जिसमें एक आर्थिक ( पैसे के बदले कार्य ) और दूसरा गैर – आर्थिक ( स्वेच्छा से सेवा देना) है।
प्रश्न 3.
“गैर-आर्थिक गतिविधियों में पैसा शामिल नहीं हो सकता है, लेकिन वे जो मूल्य उत्पन्न करते हैं वह हमारे जीवन में महत्वपूर्ण है। उदाहरण सहित समझाइए |
उत्तर:
गैर आर्थिक गतिविधियाँ वे गतिविधियाँ होती हैं जिनमें किसी प्रकार का वित्तीय लाभ या पैसा शामिल नहीं होता, लेकिन फिर भी वे हमारे जीवन में महत्वपूर्ण मूल्य उत्पन्न करती हैं। ये गतिविधियाँ समाज, परिवार और व्यक्तिगत संतुष्टि को बढ़ाती हैं।
उदाहरण:
1. माता-पिता द्वारा बच्चों के लिए भोजन बनाना: माता-पिता बच्चों के लिए भोजन तैयार करते हैं, लेकिन इसमें कोई पैसा शामिल नहीं होता। यह एक गैर- आर्थिक गतिविधि है, क्योंकि इसमें किसी वित्तीय लेन-देन का आदान-प्रदान नहीं होता। हालाँकि, यह गतिविधि बच्चों की भलाई के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। इससे न केवल बच्चों का शारीरिक पोषण होता है, बल्कि यह उन्हें प्यार और देखभाल का अहसास भी दिलाती है. जो उनके मानसिक और भावनात्मक विकास में सहायक है।
2. स्वयंसेवी कार्य (Volunteering): किसी समाजसेवी संगठन में स्वेच्छा से काम करना, जैसे कि जरूरतमंदों को भोजन देना या पर्यावरण की रक्षा के लिए कार्य करना, एक गैर-आर्थिक गतिविधि है। इसमें कोई पैसा नहीं मिलता. लेकिन यह समाज के विकास और कल्याण के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण है। इससे समाज में सकारात्मक बदलाव आता है और लोगों के बीच सामूहिक भावना का विकास होता है। यह समुदाय के लिए अमूल्य योगदान है।
3. परिवार के सदस्यों द्वारा एक-दूसरे की देखभाल: एक व्यक्ति अपने बुजुर्ग माता-पिता या दादा-दादी की देखभाल करता है, यह भी एक गैर-आर्थिक गतिविधि है। इसमें किसी प्रकार का वित्तीय लाभ नहीं मिलता, लेकिन इस गतिविधि से रिश्तों में मजबूती आती है और परिवार के सदस्य एक-दूसरे से जुड़ते हैं। यह व्यक्तिगत संतुष्टि, भावनात्मक समर्थन और पारिवारिक सौहार्द के लिए महत्वपूर्ण है।
निष्कर्ष: गैर-आर्थिक गतिविधियाँ हमारे जीवन में भावनात्मक, सामाजिक और मानसिक रूप से महत्वपूर्ण मूल्य उत्पन्न करती हैं। भले ही इनमें पैसे का लेन-देन न हो. लेकिन ये हमारे जीवन को बेहतर और सार्थक बनाती हैं।