Students can access the CBSE Sample Papers for Class 12 Hindi with Solutions and marking scheme Set 3 will help students in understanding the difficulty level of the exam.
CBSE Sample Papers for Class 12 Hindi Set 3 with Solutions
समय : 3 घंटे
पूर्णांक : 80
सामान्य निर्देश :
(i) निम्नलिखित निर्देशों को बहुत सावधानी से पढ़िए और उनका पालन कीजिए।
(ii) इस प्रश्न पत्र में खंड “अ’ में वस्तुपरक तथा खंड “ब में वर्णनात्मक प्रश्न पूछे गए हैं।
(iii) खंड “अ’” में 40 वस्तुपरक प्रश्न पूछे गए हैं, सभी 40 प्रश्नों के उत्तर देने हैं।
(iv) खंड “ब” में वर्णनात्मक ग्रएन पूछे गए हैं। प्रश्नों के उचित आंतरिक विकल्प दिए गए हैं।
(v) दोनों खंडों के प्रश्नों के उत्तर देना अनिवार्य है।
(vi) यथासंभव दोनों खंडों के प्रश्नों के उत्त क्रमशः लिखिए।
खंड ‘अ’- वस्तुपरक प्रश्न (अंक 40)
प्रश्न 1.
निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर दिए गए प्रश्नों के सर्वाधिक उपयुक्त उत्तर वाले विकल्प को चुनकर लिखिए- (10 × 1 = 10)
एक युवा अपनी जोश और ताकृत से पूरी तरह ओत-प्रोत होता है। युवा पीढ़ी किसी भी समाज और देश की रीढ़ की हड्डी होती है। किसी भी देश के युवा ही उस देश का भविष्य तय करते हैं। इसकी बानगी हम स्वाधीनता संग्राम में देख चुके हैं।
युवा की सबसे बड़ी खासियत है कि वह फौलादी जिगर, दृढ़ इच्छा शक्ति, ज़ोखिम लेने की क्षमता और कुछ नया करने की ललक रखते हैं। जब युवाओं की बात हो तो भला स्वामी विवेकानंद को कौन भूल सकता है, जो आज भी दुनिया के लाखों युवाओं के प्रेरणा स्त्रोत हैं। स्वामी विवेकानंद जी ने कहा था कि युवा ही राष्ट्र की वास्तविक शक्ति है। युवाओं को अवसर दिए बिना कोई भी देश प्रगति नहीं कर सकता है। आज भारत को हम सबसे बड़ा युवा देश कह सकते हैं, वह इसलिए नहीं कि देश अभी-अभी आज़ाद हुआ है बल्कि इसलिए क्योंकि इस समय भारत में युवा वर्ग की जनसंख्या पूरे विश्व के देशों से अधिक है।
युवा कौ विशेषता यही है कि उसके काम में तेजी, फुर्ती और एक नया जोश है, उसमें ऊर्जा की भरमार है। पर हाँ, यह नहीं कि युवाओं से बड़े, जिन्हें हम बुजुर्ग कह सकते हैं, उनकी जुरूरत नहीं है, ऐसा कहना उचित नहीं है। बुजुर्ग भी देश के विकास के लिए उतने ही ज़रूरी हैं जितने युवा। इन दोनों के ताल-मेल से बड़े से बड़े कार्य को जल्द से जल्द और एक बेहतर तरीके से कर सकते हैं। बड़े बुजुर्ग अपने अनुभव और युवा अपनी ऊर्जा का उपयोग कर देश को नई उपलब्धि दिला सकते हैं। पर देश का दुर्भाग्य ही समझो कि युवा और बुजुर्गों के ताल-मेल में कमी आ रही है। हमारी संस्कृति जिसमें इन युवाओं को अपने बुजुर्गों से सीखना चाहिए वे उनसे दूर होते जा रहे हैं। आज का आधुनिकीकरण दोनों वर्गों में जैसे दीवार बन गया हो।
अब वक्त आ गया है कि युवा सक्रिय राजनीति में प्रवेश करें क्योंकि हमारी राजनीति बूढ़ी हो गई है और यह हमारे देश की अपेक्षा को पूरा नहीं कर सकती। भ्रष्टाचार को लगाम लगाने के लिए युवाओं को अब तैयार होना होगा। युवाओं को एक जिम्मेदार नागरिक बनना होगा। पढ़े-लिखे, ज़्यादातर युवा राजनीति से दूरी बनाए रखते हैं, लेकिन कमल तोड़ना है तो कीचड़ में उतरना ही होगा। ठीक उसी प्रकार राजनीति में आए बिना राजनीति को शुद्ध करना संभव नहीं है। अत: मैं चाहता हूँ कि युवा राजनीति में प्रवेश करें। तभी देश के संसाधनों का सही इस्तेमाल होगा और तब जाकर कहीं शोषित-वंचित वर्ग को उनका हक मिल सकता है।
अत: आज के युवाओं को अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए और कोई भी काम व्यक्तिगत लाभ की बजाए समाज तथा देश हित में करना चाहिए। परिवार से समाज बनता है और समाज से देश बनता है। आज की युवा पीढ़ी का अपने परिवार की ओर उदासीनता देख मेरा मन काफ़ी व्यथित होता है। माँ-बाप सीमित संसाधनों में भी अपने बच्चों को तमाम सुख-सुविधा देने का भरसक प्रयास करते हैं, परंतु माँ-लाप का बोझ आज की हमारी युवा पीढ़ी नहीं उठा पा रही है। यह बड़े ही शर्म की बात है जिसने हमारी दुनिया को सजाया हो उसे हम युवा वृद्धाश्रम में छोड़ आते हैं। उनकी कुछ बुनियादी जरूरतों को भी पूरा नहीं कर पाते। और अगर एक युवा इतना भी नहीं कर सकता तो यह युवा-पीढ़ी के लिए शर्म की बात है। अत: हमारे युवाओं को अपने परिवार के प्रति संवेदनशील और जिम्मेदार बनना होगा। मैं तो सोचता हूँ कि युवा पीढ़ी के रहते वृद्धाश्रम बनाना ही बड़े शर्म की बात है। समाज में हो रहे अन्याय के खिलाफ़ आवाज़ उठाना भी युवाओं की ही सामाजिक ज़िम्मेदारी है अर्थात् एक स्वस्थ समाज की संकल्पना तभी पूरी हो सकती है, जब हर एक युवा व्यक्ति ईमानदारी से अपने परिवार, समाज और देश के प्रति छोटी-छोटी जिम्मेदारियों को पूरा करेगा।
1. भारत को “युवा भारत’ क्यों कहा जाता है?
(क) स्वतंत्रता प्राप्ति को अभी बहुत समय न होने के कारण
(ख) भारत की जनसंख्या विश्व में बहुत अधिक होने के कारण
(ग) भारत में युवाओं की संख्या अधिक होने के कारण
(घ) देश के विकास में युवाओं की सहभागिता अधिक होने के कारण
उत्तर:
(ग) भारत में युवाओं की संख्या अधिक होने के कारण
व्याख्या-युवा ही राष्ट्र की वास्तविक शक्ति है और पूरे विश्व में मात्र भारत में ही युवा वर्ग की जनसंख्या अधिक होने के कारण भारत को युवा-भारत कहा जाता है।
2. युवा पीढ़ी को किसी भी देश की ‘रीढ़ की हड्डी’ क्यों कहा गया है?
(क) उसे दृढ़ता प्रदान करने की शक्ति के कारण.
(ख) उसका भविष्य निर्माता होने के कारण
(ग) उसकी स्वतंत्रता की रक्षा करने के कारण
(घ) जोश और ताकृत से ओत-प्रोत होने के कारण
उत्तर:
(ख) उसका भविष्य निर्माता होने के कारण
व्याख्या-देश का बड़ा वर्ग होने के कारण देश का आने वाला कल भी युवा ही तय करता है। इस कारण भविष्य निर्माता युवा पीढ़ी को “रीढ़ की हड्डी’ की उपमा दी गई है।
3. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए-
कथन (I) देश की राजनीति बूढ़ी हो गई है।
कथन (II) लोगों की अपेक्षाएँ अधूरी रह गई हैं।
‘कथन (III) देश के युवाओं से राजनीति में प्रवेश का आग्रह करने का मुख्य उद्देश्य देश की रक्षा करना है।
कथन (IV) देश के युवाओं को सब कुछ आता है।
सही कथन/कथनों वाले विकल्प को चयनित कर लिखिए-
(क) केवल कथन (IV) सही है
(ख) केवल कथन (II) सही है
(ग) केवल कथन (III) सही है
(घ). केवल कथन (I) सही है
उत्तर:
(ग) केवल कथन (III) सही है
व्याख्या-देश की रक्षा के लिए नहीं वरन ज़िम्मेदार नागरिक बनकर भ्रष्टाचार को लगाम लगाने के लिए युवाओं को राजनीति में सक्रिय भागीदारी निभानी चाहिए।
4. देश के विकास के लिए युवाओं और बुजुर्गों के बीच तालमेल क्यों जरूरी है?
(क) युवाओं का जोश और बुज़ुर्गों का संयम देश को नई उपलब्धि दिलवा सकता है
(ख) युवाओं की ऊर्जा और बुज़ुर्गों का अनुभव देश को नई उपलब्धि दिलवा सकता है
(ग) युवाओं की गति और बुज़ुर्गों का प्रबंधन देश को नई उपलब्धि दिलवा सकता है
(घ) युवाओं की फुर्ता और बुज़ुर्गों का धैर्य देश को नई उपलब्धि दिलवा सकता है
उत्तर:
(ख) युवाओं की ऊर्जा और बुज़ुर्गों का अनुभव देश को नई उपलब्धि दिलवा सकता है
5. युवाओं और बुज़ुर्गों के बीच बढ़ती खाई का कारण है-
(क) तकनीक का विकास
(ख) व्यस्त जीवन-शैली
(ग) पाश्चात्य संस्कृति
(घ) आधुनिकीकरण
उत्तर:
(घ) आधुनिकीकरण
व्याख्या- अंधानुकरण एवं चकाचौंध वाली इस दुनिया ने युवाओं को जहाँ आसमान छूने के ख़्वाब दिखाए वहीं बुजुर्गों को जमीन से जोड़ रखा है तकनीकी रूप से कमज़ोर बुजुर्ग वर्ग एवं अंधानुकरण की दौड़ में दौड़ते युवा वर्ग के बीच एक दूरी बन जाना ही उनके बीच की खाई है।
6. विवेकानंद जी की दृष्टि में युवाओं के लिए शर्म की बात क्या है?
(क) बड़े-बुज़ुर्गों की उपेक्षा
(ख) युवा-पीढ़ी को संवेदनहीनता
(ग) वृद्धाश्रमों का बनना-बनाना
(घ) युवाओं का गैर-जिम्मेदार रवैया
उत्तर:
(ग) वृद्धाश्रमों का बनना-बनाना
व्याख्या-स्वामी जी की परिभाषा में समर्थ शक्तिशाली और उत्साह से सरोबर व्यक्ति युवा है किन्तु वही युवा जब संवेदनहीन होकर बुजुर्गों को घर से बाहर कर वृद्धाश्रम में रहने की व्यवस्था करने लगे तो यह शर्म की बात है।
7. “युवाओं को अवसर देने’ से स्वामी विवेकानंदजी का क्या अभिप्राय था?
(क) देश की राजनीति में भागीदारी
(ख) देश के विकास में भागीदारी
(ग) देश की रक्षा में भागीदारी
(घ) देश की योजनाओं में. भागीदारी
उत्तर:
(ख) देश के विकास में भागीदारी
व्याख्या-स्वामी जी के अनुसार युवा वह है जो दृढ़ इच्छा शक्ति, जोखिम लेने की क्षमता और कुछ नया करने की ललक रखता है। युवाओं को अवसर देकर परिवर्तन का एक सुनहरा कल देखा जा सकता है, युवाओं की शक्ति एवं सामर्थ्य देश के विकास में भागीदार हैं।
8. “कमल तोड़ना है तो कीचड़ में उतरना ही होगा’ का आशय है-
(क) गंदगी को दूर करना है तो गंदगी में जाना ही होगा
(ख) कमल को पाना है तो गंदगी में पाँव रखना ही होगा
(ग) कुछ अच्छा पाने के लिए गंदगी में पैर रखना ही पड़ता है
(घ) देश में बदलाव लाने के लिए राजनीति का हिस्सा बनना पड़ता है
उत्तर:
(घ) देश में बदलाव लाने के लिए राजनीति का हिस्सा बनना पड़ता है
9. एक स्वस्थ समाज की संरचना के लिए आवश्यक है-
(क) अन्याय के खिलाफ़ आवाज उठाना
(ख) ईमानदारी से अपनी जिम्मेदारी पूरी करना
(ग) युवाओं और बुज़ुर्गों की सहभागिता
(घ) आधुनिक तकनीक का प्रयोग
उत्तर:
(ख) ईमानदारी से अपनी जिम्मेदारी पूरी करना
व्याख्या-स्वस्थ समाज की संरचना के लिए आवश्यक है कि एक स्वस्थ एवं जिम्मेदार नागरिक का निर्माण किया जाए। ईमानदारी से इस जिम्मेदारी को पूरा कर स्वस्थ राष्ट्र का निर्माण किया जा सकता है।
10. प्रस्तुत गद्मयांश का उचित शीर्षक होगा-
(क) युवा पीढ़ी और देश का भविष्य
(ख) बुजुर्गों का अनुभव
(ग) युवाओं का जोश
(घ) युवाओं का घैर्य
उत्तर:
(क) युवा पीढ़ी और देश का भविष्य
प्रश्न 2.
दिए गए पद्यांश पर आधारित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़कर दिए गए प्रश्नों के सर्वाधिक उपयुक्त उत्तर वाले विकल्प को चुनकर लिखिए- (5 × 1 = 5)
1. प्रस्तुत कविता का वर्ण्य विषय है-
(क) भारतीय समाज की पुरुषवादी सोच का वर्णन
(ख) चाँद तक पहुँचने वाली महिला की वास्तविक स्थिति का वर्णन
(ग) भारतीय समाज में महिलाओं की स्थिति का वर्णन
(घ) कामकाजी महिलाओं की स्थिति का वर्णन
उत्तर:
(घ) कामकाजी महिलाओं की स्थिति का वर्णन
व्याख्या-अपने आप को भूलकर परिवार और कार्यस्थल की जिम्मेदारियों को निभाने वाली कामकाज़ी महिलाओं की स्थिति का अर्थपूर्ण वर्णन है।
2. “यह तो मैं हूँ कि अबेर रखा है सब कुछ ‘-पत्नी ने क्या अबेर रखा है?
(क) रसोईघर की ज़िम्मेदारी
(ख) बच्चों और पति की जिम्मेदारी
(ग) घर और बाहर की जिम्मेदारी
(घ) पूरी गृहस्थी की जिम्मेदारी
उत्तर:
(घ) पूरी गृहस्थी की जिम्मेदारी
व्याख्या-भारतीय समाज में महिला को परिवार की धुरी माना गया है उसके कारण ही घर आँगन सलीके से सजा हुआ है और रिश्तों में गर्माहट एवं आपसी प्रेम बना हुआ है।
3. “किन बादलों में रखी हैं बारिशें, किनमें रखा है कपास ‘ का क्या अभिप्राय है?
(क) कौन-से बादल बरसेंगे और कौन-से नहीं ?
(ख) कौन-से बादल बरसेंगे और कौन-से रुई की तरह उड़ जाएँगे ?
(ग) घर पर कौन-सा सामान कहाँ रखा है?
(घ) रसोई में चीनी कहाँ रखी और चायपत्ती कहाँ?
उत्तर:
(ग) घर पर कौन-सा सामान कहाँ रखा है?
व्याख्या-क्योंकि घर में महिला को ही पता होता है कि कौन-सी वस्तु कहाँ रखी है। पुरुष नहीं जानता किस स्थान पर कौन-सा सामान रखा है।
4. प्रस्तुत काव्यांश में पति की आवाज का वर्णन किया गया है। निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए-
कथन (I) पति को अपनी आवाज नोक जैसी लगती है।
कथन (II) पति को अपनी भारी-भरकम आवाज चुभती है।
कथन (III) पति को अपनी ही आवाज व्यंग्यपूर्ण लगती है।
कथन (IV) पति को अपनी ही आवाज सामान्य लगती है।
निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए तथा सही विकल्प चुनकर लिखिए-
(क) केवल कथन (I) और (IV) सही हैं
(ख) केवल कथन (II) सही है
(ग) केवल कथन (III) सही है
(घ) केवल कथन (I) सही है
उत्तर:
(ग) केवल कथन (III) सही है
5. कॉलम (1) को कॉलम(2) और सही विकल्प का चयन कीजिए-
कॉलम-1 | कॉलम-2 | ||
1 | ऑफ्ससे | i | आवाज की नोक |
2 | मुझको चुभती | ii | होठों को |
3 | विस करती | iii | थकी-हारी लौटी |
विकल्प
(क) (1)-(ii), (2)-(iii), (3)-(i)
(ख) (1)-(i), (2)-(ii), (3)-(iii)
(ग) (1)-(iii), (2)-(i), (3)-(ii)
(घ) (1)-(iii), (2)-(ii), (3)-(i)
उत्तर:
(ग) (1)-(iii), (2)-(i), (3)-(ii)
प्रश्न 3.
निर्देशानुसार प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़कर सर्वाधिक उपयुक्त उत्तर वाले विकल्प को चुनकर लिखिए- (1 × 5 = 5)
1. संचार के किस माध्यम में दृश्यों का महत्त्व अधिक होता है?
(क) समाचार पत्र
(ख) रेडियो
(ग) टेलीविजन
(घ) इंटरनेट
उत्तर:
(ग) टेलीविजन
व्याख्या-संचार के माध्यम में दृश्यों का महत्त्व टेलीविजन में अधिक होता है क्योंकि टेलीविजन ऐसा माध्यम है, जो घर-घर में उपलब्ध होता है और उसमें आवाज़ के साथ-साथ चित्रों को भी देखा जाता है।
2. उल्टा पिरामिड शैली में समाचार कितने भागों में बाँटा जाता है?
(क) तीन
(ख) चार
(ग) पाँच
(घ) दो
उत्तर:
(क) तीन
3. सर्वाधिक खर्चीला जनसंचार माध्यम कौन-सा है?
(क) रेडियो
(ख) टेलीविजन
(ग) समाचार पत्र
(घ) इंटरनेट
उत्तर:
(घ) इंटरनेट
4. समाचार संगठन में काम करने वाले नियमित बेतनभोगी पत्रकार को क्या कहते हैं?
(क) फ्रीलांसर
(ख) पूर्णकालिक
(ग) अंशकालिक
(घ) स्तम्भ लेखन
उत्तर:
(ख) पूर्णकालिक
5. इनमें समाचार पत्र की आवाज किसे माना जाता है?
(क) फ़ीचर
(ख) संपादक के नाम पत्र
(ग) संपादकीय
(घ) अल्पकालीन
उत्तर:
(ग) संपादकीय
व्याख्या-संपादकीय को समाचार पत्र की आवाज माना जाता है क्योंकि समाचार पत्र के संपादक की लेखनी ही अपने निष्पक्ष विचारों को प्रकट करती है।
पाठ्यपुस्तक आरोह भाग-2
प्रश्न 4.
निम्नलिखित काव्यांश के प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़कर सर्वाधिक उपयुक्त उत्तर वाले विकल्प को चुनकर लिखिए- (5 × 1 = 5)
झूमने लगे फल,
रस अलौकिक,
अमृत धाराएँ फूटती
रोपाई क्षण की
कटाई अनंतता की
लुटते रहने से जरा भी नहीं कम होती
रस का अक्षय पात्र सदा का
छोटा मेरा खेत चौकोना
1. साहित्यिक कृति से जो अलौकिक अमृत-धारा फूटी, वह किसका परिणाम है?
(क) कवि की कल्पना का
(ख) किसान की मेहनत का
(ग) क्षण में होने वाली रोपाई का
(घ) क्षण में होने वाली कटाई का
उत्तर:
(ग) क्षण में होने वाली रोपाई का
2. “कटाई अनंतता की ‘ के माध्यम से कवि साहित्य की किस विशेषता की ओर संकेत करना चाहता है?
(क) साहित्य कालजयी होता है
(ख) साहित्य समाज-सापेक्ष होता है
(ग) साहित्य समाज का दर्पण होता है
(घ) साहित्य अनंतता का भंडार होता है
उत्तर:
(क) साहित्य कालजयी होता है
व्याख्या-‘ कटाई अनंतता की ‘ के माध्यम से कवि साहित्य के कालजयी होने की विशेषता की ओर संकेत करना चाहता है।
3. रचना कर्म की दृष्टि से साहित्य को ‘रस का अक्षय पात्र’ क्यों कहा गया है?
(क) साहित्य जगत में कवि की पहचान अनंतकाल तक बनी रहने के कारण
(ख) साहित्य से प्राप्त आनंद के अनंतकाल तक बने रहने के कारण
(ग) साहित्य और समाज का घनिष्ठ संबंध होने के कारण
(घ) साहित्य मनोरंजन का प्रमुख साधन होने के कारण
उत्तर:
(ख) साहित्य से प्राप्त आनंद के अनंतकाल तक बने रहने के कारण
4. निम्नलिखित कथन, और कारण को ध्यानपूर्वक पढ़िए और सही विकल्प चुनकर लिखिए-
कथन (A) : कवि ने ‘रोपाई’ शब्द का प्रयोग अपनी कविता में किया है।
कारण (R) : कवि कर्म की दृष्टि से ‘रोपाई’ का अर्थ अनुभूति को शब्द-बद्ध करना है।
विक़ल्प
(क) कथन (A) गलत है, कारण (R) सही है
(ख) कथन (A) सही है, कारण (R) गलत है
(ग) कथन (A) और कारण (R) दोनों गलत हैं
(घ) कथन (A) और कारण (R) दोनों सही हैं
उत्तर:
(घ) कथन (A) और कारण (R) दोनों सही हैं
5. छोटा खेत किसका प्रतीकार्थ है?
(क) फ़सल रोपे जाने वाले खेत का
(ख) आकार में छोटे खेत का
(ग) कागज के उस पन्ने का जिस पर रचना शब्द-बद्ध होती है।
(घ) कागज के उस पन्ने का जो पुस्तक में जिल्द-बद्ध रहता है।
उत्तर:
(ग) कागज के उस पन्ने का जिस पर रचना शब्द-बद्ध होती है।
प्रश्न 5.
निम्नलिखित गद्यांश के प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़कर उपयुक्त उत्तर वाले विकल्प को चुनकर लिखिए- (5 × 1 = 5)
बाज़ार में एक जादू है। वह जादू आँख की राह काम करता है। वह रूप का जादू है पर जैसे चुंबक का जादू लोहे पर ही चलता है, वैसे ही इस जादू की भी मर्यादा है। जेब भरी हो और मन खाली हो, ऐसी हालत में जादू का असर खूब होता है। जेब खाली पर मन भरा न हो, तो भी जादू चल जाएगा। मन खाली है तो बाजार की अनेकानेक चीज़ों का निमंत्रण उस तक पहुँच जाएगा। कहीं हुई, उस वक्त जेब भरी तब तो फिर वह मन किसकी मानने वाला है। मालूम होता है यह भी लूँ, वह भी लूँ। सभी सामान जरूरी और आराम को बढ़ाने वाला मालूम होता है। पर यह सब जादू का असर है।
1. बाज़ार को जादू क्यों कहा गया है?
(क) आपूर्ति करने के कारण
(ख) भ्रम पैदा करने के कारण
(ग) बाज़ार की महिमा के कारण
(घ) जरूरत पैदा करने के कारण
उत्तर:
(घ) जरूरत पैदा करने के कारण
2. “जादू की मर्यादा’ से आप क्या समझते हैं?
(क) प्रभाव की सीमा
(ख) जादू का असर
(ग) रूप के समान
(घ) निश्चित प्रभाव
उत्तर:
(ख) जादू का असर
3. निम्नलिखित कथनों पर विचार करते हुए गद्यांश के अनुसार सही कथन को चयनित कर लिखिए।
(क) जेब और मन खाली होने पर बाज़ार का असर अधिक होता है।
(ख) जेब और मन भरे होने पर बाज़ार का असर अधिक होता है।
(ग) जेब भरी और मन खाली होने पर बाज़ार का असर अधिक होता है।
(घ) जेब खाली और मन भरे होने पर बाज़ार का असर अधिक होता है।
उत्तर:
(ग) जेब भरी और मन खाली होने पर बाज़ार का असर अधिक होता है।
व्याख्या-बाजार का असर तब अधिक होता है जब जेब भरी हो और मन खाली हो।
4. कॉलम (1) को कॉलम (2) से सुमेलित कीजिए और सही विकल्प चुनकर लिखिए-
कॉलम-1 | कॉलम-2 | ||
1 | एक जादू है | i | बाज़ार |
2 | आँख की राह काम करता है। | ii | जादू |
3 | चुंबक का जादू | iii | लोहे परही चलता है। |
विकल्प
(क) (1)-(i), (2)-(iii), (3)-(ii)
(ख) (1)-(ii), (2)-(iii), (3)-(i)
(ग) (1)-(i), (2)-(ii), (3)-(iii)
(घ) (1)-(iii), (2)-(ii), (3)-(i)
उत्तर:
(ग) (1)-(i), (2)-(ii), (3)-(iii)
5. बाजार का सभी सामान उपयोगी लगने के क्या कारण हो सकते हैं?
(क) जादू का असर
(ख) सामान की कमी
(ग) सब कुछ खरीदने की इच्छा
(घ) संतुलित मन के कारण
उत्तर:
(क) जादू का असर
पूरक पाठ्यपुस्तक वितान भाग-2
प्रश्न 6.
निम्नलिखित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़कर सर्वाधिक उपयुक्त उत्तर वाले विकल्प को चुनकर लिखिए- (10 × 1 = 10)
1.’पंतजी अपनी घड़ी रोजाना सुबह-शाम रेडियो समाचारों से मिलाते हैं-पंक्ति से यह पता चलता है कि पंतजी.
(क) समय के पाबंद हैं
(ख) कौ घड़ी पुरानी है
(ग) का मन दफ़्तर में नहीं लगता
(घ) खाली बैठे रहते हैं
उत्तर:
(क) समय के पाबंद हैं
2. यशोधर बाबू पहले साइकिल से ऑफिस आते थे अब पैदल आने लगे हैं, क्योंकि-
(क) घर से ऑफिस पास है
(ख) उनके बच्चों को साइकिल पसंद नहीं
(ग) पिता को साइकिल पर देखना बच्चों को पसंद नहीं
(घ) अब से साइकिल नहीं चला पाते
उत्तर:
(ग) पिता को साइकिल पर देखना बच्चों को पसंद नहीं
व्याख्या-यशोधर बाबू पहले साइकिल से ऑफ़िस आते थे और अब पैदल आने लगे हैं, क्योंकि पिता को साइकिल पर देखना बच्चों को पसंद नहीं है।
3. यशोधर बाबू की पत्नी पारंपरिक होते हुए भी किस कारण से आधुनिक हो गई है?
(क) यशोधर बाबू से अलग सोच रखने से
(ख) समय के साथ खुद को बदलने से
(ग) आधुनिकता में आनंद आने से
(घ) बच्चों के प्रति मातूसुलभ मजबूरी से
उत्तर:
(घ) बच्चों के प्रति मातूसुलभ मजबूरी से
4. निम्नलिखित कथन, और कारण को ध्यानपूर्वक पढ़िए और सही विकल्प चुनकर लिखिए
कथन (A) : गाँव भर में लेखक का कोल्हू सबसे पहले शुरू होता है।
कारण (R) : भाव अधिक लेने के लिए यह शुरू हुआ।
विकल्प
(क) कथन (A) और कारण (R) दोनों गलत हैं
(ख) कथन (A) और कारण (R) दोनों सही हैं
(ग) कथन (A) सही है, कारण (R) गलत है
(घ) कथन (A) गलत है, कारण (R) सही है
उत्तर:
(ख) कथन (A) और कारण (R) दोनों सही हैं
5. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए-
कथन (I) देसाई के बाड़े का बुलावा दादा के लिए सम्मान की बात थी।
कथन (II) दादा गाँव की ऊँची जाति का था।
कथन (III) दादा जमीन जोतता था।
कथन (IV) दादा ने उनसे कर्ज लिया था।
सही कथन/कथनों वाले विकल्प को चयनित कर लिखिए-
(क) कथन (II) सही है।
(ख) कथन (I) सही है।
(ग) कथन (IV) सही है।
(घ) कथन (III) सही है।
उत्तर:
(ख) कथन (I) सही है।
6. “अब मलला के सभी काम बीत गए हैं’-पंक्त में प्रयुक्त ‘मल्ला’ का क्या अर्थ है?
(क) खेती
(ख) पानी
(ग) बाग
(घ) फसल
उत्तर:
(घ) फसल
व्याख्या-प्रयुक्त पंक्ति में ‘मल््ला का तात्पर्य फ़ूसल से है।
7. “मंत्री’ नामक शिक्षक क्या पढ़ाते थे?
(क) विज्ञान
(ख) साहित्य
(ग) इतिहास
(घ) गणित
उत्तर:
(घ) गणित
व्याख्या-मंत्री नामक अध्यापक गणित पढ़ाते थे। वे हमेशा छड़ी का उपयोग नहीं करते थे।
8. मुअनजो-दड़ो में अब खुदाई क्यों बंद कर दी गई है?
(क) दलदल की समस्या के कारण
(ख) कुछ नहीं मिलने के कारण
(ग) अवशेष की उम्मीद नहीं होने से
(घ) मौजूद खंडहर बचाने के लिए
उत्तर:
(घ) मौजूद खंडहर बचाने के लिए
9. अजायबघर में प्रदर्शित चीजों में कौन-सी चीजें नहीं मिली हैं?
(क) हथियार
(ख) बरतन
(ग) औज़ार
(घ) सुई
उत्तर:
(ख) बरतन
10. छोटे टीलों पर बनी बस्तियों को कहा गया है?
(क) गढ़
(ख) रईसों की बस्ती
(ग) नीचा नगर
(घ) सचिवालय
उत्तर:
(ग) नीचा नगर
व्याख्या-छोटे टीलों पर बनी बस्तियों को नीचा नगर कहा गया है।
स्वए्ड’ब वर्णनात्मक प्रश्न : 40 अंक
जनसंचार और-सृजनात्मक लेखन अंक (16)
प्रश्न 7.
निम्नलिखित दिए गए तीन विषयों में से किसी एक विषय पर लगभग 120 शब्दों में रचनात्मक लेख लिखिए- (6 × 1 = 6)
(क) त्योहारों पर बाज़ार की चहल-पहल
उत्तर:
शहर में आजकल त्योहारों पर बाज़ार में चहल-पहल बढ़ गई है। दिवाली, धनतेरस, करवाचौथ इत्यादि के उपहार सभी बाज़ार पर निर्भर हो गए हैं। खासकर महिलाओं की बाज़ार में ज्यादा भीड़ होती है। दिवाली पर मिष्ठान को उपहार स्वरूप अपने परिजनों को दिया जाता है इसलिए मिष्ठान भण्डार पर भी काफ़ी भीड़ जमा रहती है। सजावटी वस्तुओं में पारम्परिक दीया व मोमबत्ती के अतिरिक्त इलेक्ट्रॉनिक झालर की दुकानों पर बाज़ार में चहल-पहल बनी रहती है। रक्षा बन्धन के दिन भी बाजारों में काफ़ी भीड़ जमा होती है। बाजार में कई तरह की आकर्षक राखियाँ भी उपलब्ध रहती हैं। रक्षाबंधन पर बहनों द्वारा भाइयों की कलाई पर रक्षा सूत्र बाँध उनकी सलामती की दुआ करने की परम्परा सदियों पुरानी है।
(ख) अंतर्राष्ट्रीय जगत में भारत का बढ़ता कद
उत्तर:
भारत एक विशाल भौगोलिक और जनसंख्या वाला देश है । विश्व अब भारत को एक नई शक्ति के रूप में देख रहा है क्योंकि भारत की शक्ति बढ़ती जा रही है। साथ ही अर्थव्यवस्था में मजबूती आने लगी है। भारत आर्थिक मोर्चो पर अपनी ताक़त का प्रदर्शन कर रहा है। सरकार द्वारा किए गए सुधारों के कारण भारत देश की वित्तीय स्थिति को मजबूती मिली है। G20 की अध्यक्षता भारत ने 2023 में की। भारत ने G20 अध्यक्ष के तौर पर बांग्लादेश, मॉरीशस, नीदरलैंड, सिंगापुर, स्पेन इत्यादि देशों को अतिथि देशों के रूप में आमंत्रित किया। G20 देशों में दुनिया की 80% आबादी, वैश्विक जीडीपी का 80% और वैश्विक व्यापार का 75% शामिल है। स्पेन को स्थाई अतिथि के रूप में आमंत्रित किया जाता है। भारत ने अन्तर्राष्ट्रीय समुद्री विवादों के समाधान के लिए इंटरनेशनल ट्रिब्यूनल फॉर द लॉ ऑफ द सी में सफ़लतापूर्वक अपनी जगह बना ली है। राष्ट्रीय सुरक्षा क्षेत्र में भारत के रक्षा बल दुश्मन को अपनी भाषा में जवाब देने में सक्षम हैं।
(ग) पकी फ़सल से लहलहाता खेत
उत्तर:
मौसम अगर अनुकूल होता है तो फूसल भी समय पर पककर लहलहाती नजर आती है। बारिश को वजह से ही धान की फसलें लहलहाती हैं। इन लहलहाते खेत को देखकर किसान के चेहरे पर प्रसन्नता का भाव साफ़ दिखाई दे जाता है। कृषि विभाग की मानें तो इस वर्ष धान आच्छादन हुआ है। बेहतर मौसम होने के कारण अच्छी फसल होने की संभावना की जा सकती है। धान के कल्लों से खेत भर आए हैं। इन खेतों में फैली हरियाली के एक-एक तिनके में इन किसानों के जीवन की हँसी झलकती है। ये खेत ही किसान के जीवन की खुशहाली का आधार हैं। जलजमाव वाले खेतों में पहली बारिश से ही धान की फसलों में पानी लग जाता है लेकिन ऊँचाई वाले खेतों में नहीं फिर भी बारिश की वजह से इन खेतों में नमी विद्यमान रहती है।
प्रश्न 8.
निम्नलिखित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़कर लगभग 40 शब्दों में निर्देशानुसार उत्तर दीजिए- (2 × 2 = 4)
(i) कहानी और नाटक में क्या-क्या समानताएँ होती हैं ?
उत्तर:
कहानी और नाटक में बहुत-सी समानताएँ होती हैं। कहानी और नाटक दोनों में ही कथा होती है। दोनों में ही पात्र होते हैं। इसलिए किसी भी नाटक को तैयार करने के लिए कहानी की आवश्यकता होती है। अपनी सोच या विच्चार किसी व्यक्ति से सांझा करना कहानी कहलाता है। उसी कहानी में जब कुछ पात्र और संवाद को मिश्रित करके किसी रंगमंच पर श्रोताओं या दर्शकों के समक्ष प्रस्तुत किया जाता है उसे नाटक कहते हैं।
अथवा
रेडियो नाटक और सिनेमा में क्या भिन्नता होती है?
उत्तर:
सिनेमा और रंगमंच की तरह रेडियो नाटक में विजुअल्स अर्थात् दृश्य नहीं होते। यही सबसे बड़ा अन्तर है। रेडियो पूरी तरह से श्रव्य माध्यम है इसीलिए रेडियो नाटक का लेखन सिनेमा व रंगमंच के लेखन से थोड़ा भिन्न भी है और थोड़ा मुश्किल भी। सब कुछ संवादों और ध्वनि प्रभावों के माध्यम से सम्प्रेषित करना होता है। सहायता के लिए न मंच सज्जा और बस्तर सज्जा है और न ही अभिनेता के चेहरे की भाव-भंगिमाएँ।
(ii) क्या नए और अप्रत्याशित विषयों पर लेखन की कोई तकनीक हो सकती है? इन्हें लिखते समय कया सावधानियाँ बरतनी चाहिए?
उत्तर:
हाँ नए और अप्रत्याशित विषयों पर लेखन की तकनीक हो सकती है। भाषा के सहारे किसी चीज पर विचार करने और उस विचार को व्याकरणिक शुद्धता के साथ सुसंगठित रूप से अभिव्यक्त किया जा सकता है। परम्परागत विषयों को छोड़कर नए विषयों पर लिखने का अभ्यास किया जा सकता है। विचार प्रवाह में थोड़ा नियंत्रित रखना पड़ता है। इन पर लिखते हुए विषय में व्यक्त वस्तुस्थिति की हम उपेक्षा नहीं कर सकते।
अथवा
‘कथावस्तु का नाट्य रूपांतरण करते समय दृश्य किस आधार पर विभाजित किए जाते हैं ?
उत्तर:
स्थान और समय के आधार पर दृश्यों को लिखा जाता है। यह देखना आवश्यक है कि प्रत्येक दृश्य का कथानक के अनुसार औचित्य हो। यह भी ध्यान रखना चाहिए कि प्रत्येक दृश्य का कथानुसार तार्किक विकास हो रहा है या नहीं। यह सुनिश्चित करने के लिए दृश्य विशेष के उद्देश्य और उसकी संरचना पर विचार आवश्यक है। प्रत्येक दृश्य एक बिन्दु से प्रारम्भ होता है। दृश्य का पूरा विवरण तैयार किया जाना चाहिए। नाटक के प्रत्येक दृश्य में प्रारम्भ, मध्य और अन्त होता है।
प्रश्न 9.
निम्नलिखित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़कर दिए गए तीन प्रश्नों में से किन्हीं दो प्रश्नों के लगभग 60 शब्दों में उत्तर दीजिए- (3 × 2 = 6)
(i) पत्रकारिता जगत में “बीट’ से आप क्या समझते हैं? बीट रिपोर्टिंग के लिए एक पत्रकार को क्या तैयारी करनी पड़ती है
उत्तर:
राजनीतिक, आर्थिक, सामाजिक इत्यादि कई विषयों से जुड़ी हुई खबरें होती हैं इसलिए संवाददाताओं के बीच काम का विभाजन आमतौर पर उनकी रुचि और ज्ञान को ध्यान में रखते हुए किया जाता है। मीडिया की भाषा में इसे बीट कहते हैं। बीट रिपोर्टिंग के लिए एक पत्रकार को काफ़ी तैयारी करनी पड़ती है। उदाहरण के लिए जो पत्रकार खेल में रुचि रखते हैं या किसी खास खेल को कवर करते हैं, तो उन्हें पता होना चाहिए कि उस खेल का इतिहास क्या है? वर्तमान में उस खेल कौ क्या स्थिति है? इत्यादि।
(ii) “संपादक के नाम पत्र’ कॉलम से आप क्या समझते हैं ? समाचार-पत्रों में इसकी क्या उपयोगिता है?
उत्तर:
यह वे पत्र हैं जिसमें पाठकों द्वारा समाचार पत्रों के सम्पादकों को सम्बोधित करके लिखा जाता है। इस प्रकार के लेखन में समाचार-पत्र में संपादक के नाम एक विशेष कॉलम भी होता है। यह एक प्रकार से विचार-विमर्श का खुला हुआ मन है जिसके माध्यम से व्यक्ति घटनाओं, परिस्थितियों, विचारों इत्यादि पर अपनी प्रतिक्रिया दे सकता है। उन प्रतिक्रियाओं के प्रति प्रतिक्रिया में पत्र लिखे जाते हैं। जनमत को बनाने और प्रभावित करने का यह सशक्त माध्यम है। सार्वजनिक या व्यक्तिगत समस्या के प्रति ध्यान आकर्षित करने का माध्यम है।
(iii) मीडिया जगत में दृश्य से क्या अभिप्राय है? टेलीविजन के लिए दृश्य के साथ लेखन करना क्यों आवश्यक है? उदाहरण सहित लिखिए।
उत्तर:
मीडिया जगत में दृश्य से अभिप्राय देखने से है अर्थात् टेलीविजन से है। अब संचार की बढ़ती जरूरतों को देखते हुए तरह-तरह के संचार माध्यमों का विकास कर लिया गया है। पहले निर्धारित समय पर और एक निश्चित समय के लिए समाचारों का प्रसारण हुआ करता था, अब चौबीसों घण्टे देश दुनिया की खबरों का प्रसारण लगातार दूरदर्शन के चैनलों पर चलता रहता है। टेलीविजन के साथ लेखन इसलिए आवश्यक है क्योंकि टेलीविजन पर विज्ञापन के जरिए वस्तु की अधिक जानकारी मिल जाती है। इसके अलावा जनसंख्या नियंत्रण, बाल विवाह के कुप्रभाव, नशे से समाज और मानव स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रभाव इत्यादि सूचनाएँ संचार माध्यमों के जरिए प्राप्त होती हैं।
पाठ्यपुस्तक आरोह भाग-2 अंक (20)
प्रश्न 10.
निम्नलिखित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़कर दिए गए तीन प्रश्नों में से किन्हीं दो प्रश्नों के लगभग 60 शब्दों में उत्तर दीजिए- (3 × 2 = 6)
(i) “दिन जल्दी-जल्दी ढलता है’ कविता का प्रतिपाद्य स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
इस कविता में कवि ने प्रेम की व्यग्रता और जल्दी जाने की चाह को व्यक्त किया है। इस कविता में एक ओर पथिक अपने प्रियजनों से मिलने के लिए जल्दी-जल्दी चलता है, वहीं दूसरी ओर अपने बच्चों के बारे में सोचकर पक्षियों के पंखों में ‘फड़फड़ाहट भर जाती है। पक्षी जल्दी से जल्दी अपने नीड़ की और लौटना चाहता है परन्तु कवि तो अकेला है, उसका कोई इंतज़ार नहीं कर रहा है। इसलिए कवि अपने कृदमों में शिथिलता और मन में व्याकुलता लिए हुए है।
(ii) “बात सीधी थी पर’ कविता के आधार पर लिखिए कि कवि को ‘भाषा’ के संदर्भ में किस बात का डर था और क्यों ?
उत्तर:
कवि अपनी बात करने के लिए बनावटी भाषा का प्रयोग करने लगा और परिणाम भी वही निकला जिसका कवि को डर था। जैसे पेंच के साथ जबरदस्ती करने से उस पेंच की चूड़ियाँ समाप्त हो जाती हैं, उसी प्रकार शब्दों के जाल में उलझकर कवि की बात का प्रभाव नष्ट हो गया और वह बनावटी भाषा जैसी प्रतीत होने लगी।
(iii) कैमरे में अपाहिज को बंद करने के कारणों का कैमरे में बंद अपाहिज कविता के आधार पर उल्लेख कीजिए।
उत्तर:
कैमरे में अपाहिज को बन्द करने के अनेक कारण हैं। कैमरे में बनद अपाहिज अपंग व्यक्ति के प्रति करुणा एवं संवेदना दिखाता है परन्तु उसका उद्देश्य अपने कार्यक्रम को लोकप्रिय व बिकाऊ बनाना है। वह उसकी अपंगता को बेचना चाहते हैं। कार्यक्रम को रोचक बनाने के लिए करुणा दिखाते हैं। इसमें व्यावसायिक स्वार्थ क्रूरता एवं बनावटीपन हावी रहता है। सामाजिक यथार्थ एवं मानवीय संवेदना से रहित कार्यक्रम सदैव अरुचिकर लगता है।
प्रश्न 11.
निम्नलिखित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़कर दिए गए तीन प्रश्नों में से किन्हीं दो प्रश्नों के लगभग 40 शब्दों में उत्तर दीजिए- (2 × 2 = 4)
(i) “बगुलों के पंख’ कविता के आधार उस सौन्दर्य का वर्णन कीजिए जिसने कवि के मन को मोह लिया।
उत्तर:
कवि कहता है कि आकाश में बगुले अपने पंख फैलाए हुए पंक्ति बद्ध होकर बिहार कर रहे हैं। उनमें इतना आकर्षण है कि उन्होंने कवि की आँखों को चुरा लिया है अर्थात् कवि उन्हें टकटकी लगाकर देख रहा है। कवि उस सौन्दर्य को थोड़ी देर के लिए अपने से दूर रोके रखना चाहता है क्योंकि वह उस दृश्य पर मुग्ध हो चुका है।
(ii) “बादल राग’ कविता में कवि बादल को किस रूप में बुलाता है, और क्यों ?
उत्तर:
कवि बादल का आह्वान करते हुए कहता है कि हे क्रांतिदूत रूपी बादल! तुम आकाश में ऐसे मंडराते रहते हो जैसे पवन रूपी सागर पर कोई नाव तैर रही हो। यह नाव उसी तरह है जिस प्रकार सुख की छाया पर दुःख की छाया मंडराती है। जिस प्रकार पृथ्वी की सतह पर छिपे अंकुरों की आशा वर्षा होती है उसी प्रकार क्रांति के प्रतीक बादल हैं जो शोषित वर्ग में नवजीवन की आशा भरते हैं।
(iii) तुलसीदास ने दरिद्रता की तुलना किससे की है और क्यों ?
उत्तर:
तुलसीदास ने दरिद्रता की तुलना रावण से की है क्योंकि इस दरिद्रता रूपी रावण को जितना दबाया जाएगा, उतना ही यह उभर कर सामने आता है। दरिद्रता रूपी रावण के कारण समाज में पाप अधिक बढ़ गए हैं। दरिद्रता अर्थात् गरीबी, जिसमें लोग पिस रहे हैं।
प्रश्न 12.
निम्नलिखित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़कर दिए गए तीन प्रश्नों में से किन्हीं दो प्रश्नों के लगभग 60 शब्दों में उत्तर दीजिए- (3 × 2 = 6)
(i) भकक््तिन की तुलना हनुमान जी से करने के कारणों को स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
भक्तिन की तुलना हनुमान जी से ही इसलिए की है क्योंकि हनुमान जी निः:स्वार्थ भाव से श्री राम की सेवा करते हैं, उसी प्रकार भक्तिन भी निःस्वार्थ भाव से लेखिका की सेवा करती है। भक्तिन का वास्तविक नाम लक्ष्मी था लेकिन उसके सेवा-भाव को देखकर लेखिका ने लक्ष्मी को भक्तिन नाम दिया। लेखिका भक्तिन के साथ सेवक-स्वामी का सम्बन्ध नहीं रखती थी बल्कि घर का सदस्य मानती थी।
(ii) “काले मेघा पानी दे’ पाठ में मेढक मंडली पर लोगों द्वारा सहेजे गए पानी को फेंकने को पानी की निर्मम बर्बादी क्यों कहा गया है?
उत्तर:
“काले मेघा पानी दे! पाठ में मेढक मंडली पर लोगों द्वारा सहेजे गए पानी को फेंकने को पानी की निर्मम बर्बादी इसलिए कहा गया है क्योंकि सूखे में जहाँ लोग प्यासे मरते हैं, वहाँ पानी फेंकना गलत है। लोग बड़ी कठिनता से पीने को बाल्टी भर पानी इकट्ठा करते हैं उसे इस मेढक मंडली पर फेंकना पानी की घोर बर्बादी है।
(iii) ‘शिरीष पुष्प केवल भौंरों के पदों का कोमल दबाव सहन कर सकता है, पक्षियों का बिलकुल नहीं ‘-कथन का भाव ‘शिरीष के फूल’ पाठ के आधार पर कीजिए।
उत्तर:
शिरीष की डालें कमजोर होती हैं। शिरीष के फूल को संस्कृत साहित्य में कोमल माना जाता है। इसलिए कालिदास ने लिखा है कि शिरीष के फूल केवल भौंरों के पैरों का दबाव सहन कर सकते हैं, पक्षियों के पैरों का नहीं। लेखक को उन नेताओं की याद आती है जो समय को नहीं पहचानते और धक्का देने पर ही पद छोड़ते हैं। यह अधिकार-लिप्सा वह समय रहते क्यों नहीं छोड़ते ?
प्रश्न 13.
निम्नलिखित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़कर दिए गए तीन प्रश्नों में से किन्हीं दो प्रश्नों के लगभग 40 शब्दों में उत्तर दीजिए। (2 × 2 = 4)
(i) लुद्दन पहलवान ढोल को ही अपना गुरु क्यों मानता था?
उत्तर:
लुट्टन जब पहलवानी करने दंगल में जाता है तब ढोल की ही आवाज होती है। उस ढोल की आवाज से उसके भीतर साहस उत्पन्न होता है। ढोल की हर थाप में वह एक निर्देश सुनता है, जो उसे अगला दाँव खेलने के लिए प्रेरित करती है इसलिए वह ढोल को अपना गुरु मानता है।
(ii) “काले मेघा पानी दे’ पाठ के आधार पर सिद्ध कीजिए कि जीजी पर गांधी का प्रभाव था।
उत्तर:
जीजी के लड़के को राष्ट्रीय आंदोलन में भाग लेने के लिए पुलिस की लाठियाँ खानी पड़ी थीं। उसके बाद से जीजी गांधी की बात करने लगी थीं। जीजी भी लोक आस्था और त्याग की भावना रखती थीं। जीजी दान देना सर्वोपरि मानती थीं।
(iii) बाज़ार दर्शन’ पाठ में आए ‘पर्चेजिंग पावर’ से आप क्या समझते हैं ? इसका सकारात्मक उपयोग कैसे किया जा सकता है?
उत्तर:
पर्चेर्जिंग पॉवर से अभिप्राय है-क्रय शक्ति अर्थात् किसी वस्तु को खरीदने की क्षमता। इसका सकारात्मक उपयोग हम इस प्रकार कर सकते हैं-
(1) सामाजिक विकास के कार्यों में।
(2) ग्रामीण आर्थिक व्यवस्था को सुदृढ़ करने में ।
पूरक पाद्यपुस्तक वितान भाग-2 अंक (4)
प्रश्न 14.
निम्नलिखित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़कर दिए गए किन्हीं दो प्रश्नों के लगभग 40 शब्दों में उत्तर दीजिए। (2 × 2 = 4)
(i) कक्षा में बैठने पर लेखक का मन खट्टा क्यों हो गया था?
उत्तर:
कक्षा में बैठने पर लेखक का मन इसलिए खट्टा हो गया था क्योंकि लेखक के पिता ने पाँचववीं कक्षा में उसका स्कूल जाना बन्द करवा दिया था। फिर दत्ता जी राव के कहने पर डेढ़ वर्ष बाद वह फिर से स्कूल जाने लगा। तब तक वहाँ का सारा वातावरण बदल चुका था। उसके साथी अगली कक्षा में जा चुके थे। उसकी कक्षा के सभी बच्चे उससे कम उम्र के थे और कुछ मन्द बुद्धि भी थे।
(ii) सिन्धुघाटी सभ्यता की वास्तुकला का बेजोड़ नमूना किसे माना जाता है।
उत्तर:
महाकुंड स्तृप को सिन्धु घाटी सभ्यता की वास्तुकला का बेजोड़ नमूना माना जाता है। कुंड करीब सात फुट गहरा, चालीस ‘फुट लम्बा और पच्चीस फुट चौड़ा पक्की इईंटों से बना है। कुंड में उत्तर और दक्षिण से सीढ़ियाँ उतरती हैं। कुंड के पानी के बन्दोबस्त के लिए एक तरफ़ कुआँ है। दो पंक्तियों में आठ स्नानघर हैं जिसमें किसी का द्वार एक-दूसरे के सामने नहीं खुलता।
(iii) बिड़ला मंदिर जाते हुए यशोधर बाबू की निगाह किस पर पड़ी ? तथा ‘डी.आई.जैड.’ एरिया को देखकर यशोधर बाबू को कैसा लगा?
उत्तर:
बिड़ला मंदिर जाते हुए यशोधर बाबू की निगाह उस अहाते पर पड़ी जिसमें कभी किशनदा का तीन बैडरूम वाला क्वार्टर हुआ करता था और जिस पर इन दिनों एक छ: मंजिला इमारत बनाई जा रही है। डी.आई.जैड. एरिया की बदलती शक्ल देखकर यशोधर बाबू को बुरा-सा लगता है।