Understanding the question and answering patterns through NCERT Solutions Class 12 Geography in Hindi Chapter 11 अंतर्राष्ट्रीय व्यापार will prepare you exam-ready.
NCERT Class 12 Geography Chapter 11 Solutions in Hindi अंतर्राष्ट्रीय व्यापार
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प्रश्न 1.
भारत एक कृषि की दृष्टि से समृद्ध देश होते हुए भी खाद्य तेलों एवं दालों का आयात क्यों करता है?
उत्तर:
भारत में अन्तर्सष्ट्रीय स्तर की तुलना में फसलों की उत्पादकता कम है। भारत में अधिकतर फसलों, जैसेचावल, गेहूँ, कपास, दालों, तिलहन आदि की प्रति हेक्टेयर पैदावार भी अन्य राष्ट्रों से कम है। भूसंसाधनों पर अधिक दबाव के कारण अन्तर्राष्ट्रीय स्तर की तुलना में देश में श्रम उत्पादकता भी बहुत कम पाई जाती है। इसके अतिरिक्त देश में शुष्क क्षेत्रों में ही दालें एवं तिलहन की खेती की जाती है। परिणामस्वरूप निरन्तर बढ़ रही जनसंख्या से इन पदार्थों की माँग तो बढ़ रही है परन्तु उत्पादन घरेलू माँग के अनुरूप नहीं बढ़ रहा है। इसी कारण भारत को इनका आयात करना पड़ता है।
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प्रश्न 2.
अपने निवास स्थान से निकटतम घरेलू और अन्तर्राष्ट्रीय हवाई पत्तनों के नाम लिखें। सबसे अधिक घरेलू हवाई पत्तन वाले राज्य की पहचान भी करें।
उत्तर:
- निकटतम घरेलू व अन्तर्राष्ट्रीय हवाई पत्तनसांगानेर हवाई अड्डुा, जयपुर।
- भारत में सबसे अधिक घरेलू हवाई पत्तन वाला राज्य–गुजरात।
प्रश्न 3.
उन चार नगरों की पहचान करें, जहाँ सबसे अधिक हवाई मार्ग अभिसारित होते हों और इसके कारण भी बताएँ।
उत्तर:
भारत में दिल्ली, मुम्बई, कोलकाता एवं चेन्नई नगरों से सबसे अधिक हवाई मार्ग अभिसारित होते हैं। चूँकि यह नगर ब्रिटिश काल से ही विकसित नगर है। देश में औद्योगिक विकास की निरन्तर प्रगति के कारण इन नगरों को अपने पृष्ठ प्रदेशों से विकास के लिए अनुकूल सुविधाएँ प्राप्त होती रही हैं। इसके साथ ही देश के आन्तरिक भागों को यह. नगर घरेलू सुविधा उपलब्ध कराने के अतिरिक्त अन्य देशों को भी आवागमन एवं आयात-निर्यात हेतु वायु सेवायें उपलब्ध कराते हैं। इसी कारण इन नगरों से हवाई मार्ग अधिक अभिसारित होते हैं।
पाठ्यपुस्तक के प्रश्न
1. नीचे दिए गए चार विकल्पों में से सही उत्तर को चुनिए-
प्रश्न (i) दो देशों के मध्य व्यापार कहलाता है-
(क) अन्तर्देशीय व्यापार
(ख) बाह्य व्यापार
(ग) अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार
(घ) स्थानीय व्यापार।
उत्तर:
(ग) अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार
प्रश्न (ii) निम्नलिखित में से कौनसा एक स्थलबद्ध पोताश्रय है?
(क) विशाखापट्टनम
(ख) मुम्बई
(ग) एन्नोर
(घ) हल्दिया।
उत्तर:
(क) विशाखापट्टनम
प्रश्न (iii) भारत का अधिकांश विदेशी व्यापार वहन होता है-
(क) स्थल और समुद्र द्वारा
(ख) स्थल और वायु द्वारा
(ग) समुद्र और वायु द्वारा
(घ) समुद्र द्वारा। उत्तरमाला
उत्तर:
(ग) समुद्र और वायु द्वारा
2. निम्नलिखित प्रश्नों का उत्तर लगभग 30 शब्दों में दें।
प्रश्न (i) भारत के विदेशी व्यापार की प्रमुख विशेषताओं का उल्लेख कीजिए।
उत्तर:
भारत के विदेशी व्यापार की प्रमुख विशेषताएँ निम्न प्रकार से हैं-
(1) भारत का अधिकतर विदेशी व्यापार समुद्री एवं वायु मार्गों द्वारा होता है।
(2) भारत में व्यापार सन्तुलन प्रतिकूल है।
(3) विश्व व्यापार में भारत के व्यापार की भागीदारी मात्र 1 प्रतिशत ही है।
(4) भारत के आयात व्यापार में पेट्रोलियम का आयात बढ़ रहा है जबकि निर्यात व्यापार में सर्वाधिक हिस्सेदारी निर्मित वस्तुओं की है।
(5) भारत का उद्देश्य आगामी वर्षों में अपने अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार के प्रतिशत में वृद्धि करने का है।
प्रश्न (ii) पत्तन और पोताश्रय में अन्तर बताइये।
उत्तर:
पत्तन और पोताश्रय में अन्तर –
पत्तन
1. यहाँ पर जहाजों पर सामान चढ़ाने व उतारने की सुविधाएँ होती हैं।
2. यह प्रायः अपनी पृष्ठभूमि से रेलों व सड़कों द्वारा जुड़े होते हैं।
3. पत्तन व्यापार के द्वार कहलाते हैं। यहाँ स्थल तथा समुद्री भाग आपस में मिले होते हैं।
4. यहाँ पर जलयान केवल व्यापारिक माल उतारने एवं चढ़ाने के लिए ही ठहर सकते हैं।
पोताश्नय
1. यहाँ पर जहाज लहरों तथा तूफान से सुरक्षा प्राप्त करते हैं।
2. पोताश्रय में एक विशाल क्षेत्र में जहाजों के आगमन की सुविधाएँ होती हैं।
3. पोताश्रय में स्थल भाग समुद्र से नहीं मिला होता है।
4. यहाँ पर जलयानों की मरम्मत, ईंधन ‘भरने, गोदाम व माल वितरण की सुविधा होती है।
प्रश्न (iii) पृष्ठ प्रदेश के अर्थ को स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
पृष्ठ प्रदेश-पृष्ठ प्रदेश किसी बंदरगाह की भूमि की ओर विस्तृत वह भाग है, जिससे निर्यात की जाने वाली वस्तुओं का संग्रह किया जाता है और आयात की जाने वाली वस्तुओं का वितरण होता है। इस प्रकार पृष्ठ प्रदेश, वह क्षेत्र है, जो बन्दरगाह को आयात व निर्यात के लिए मूलभूत सुविधाएँ प्रदान करता है।
प्रश्न (iv) उन महत्त्वपूर्ण मदों के नाम बताइए जिन्हें भारत विभिन्न देशों से आयात करता है।
उत्तर:
भारत विभिन्न देशों से उर्वरक, पेट्रोलियम, खाद्य तेल, लुगदी तथा अपशिष्ट पेपर, पेपर बोर्ड व अखबारी कागज, अलौह धातुएँ, धातुमयी अयस्क, लोहा व स्टील, मोती व बहुमूल्य रत्न, दालें, गैर-धात्विक खनिज, व्यावसायिक उपस्कर, मशीनरी, वस्त्र, धागे, कोयला, कोक तथा इष्टिका, पेट्रोलियम उत्पाद, चिकित्सीय एवं फार्मो उत्पाद, रासायनिक उत्पाद आदि का आयात करता है।
प्रश्न (v) भारत के पूर्वी तट पर स्थित पत्तनों के नाम बत्ताइए।
उत्तर:
पूर्वी तट पर स्थित पत्तन-भारत के पूर्वी तट पर मुख्यतः कोलकाता पत्तन, हल्दिया पत्तन, पारादीप पत्तन, विशाखापट्टनम पत्तन, चेन्नई पत्तन, एन्नौर पत्तन तथा तूतीकोरिन पत्तन स्थित हैं।
3. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लगभग 150 शब्दों में दें-
प्रश्न (i) भारत में निर्यात और आयात व्यापार के
उत्तर:
भारत के व्यापारिक सम्बन्ध विश्व के अधिकांश देशों एवं प्रमुख व्यापारी गुटों से हैं। भारत का उद्देश्य आगामी वर्षों में अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार में अपनी भागीदारी को दुगुना करने का है। इस हेतु भारत ने आयात उदारीकरण, आयात करों में कमी, डि-लाइसेंसिंग, पेटेंट प्रक्रिया में बदलाव आदि अनुकूल उपाय अपनाए हैं।
(1) भारत द्वारा आयात-भारत द्वारा वर्ष 201617 में कुल $25,77,422$ करोड़ रुपये मूल्य की वस्तुओं का आयात किया गया था, जिनमें पेट्रोलियम अपरिष्कृत एवं अन्य उत्पाद सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण हैं। अन्य आयातित वस्तुओं में मशीनरी, मोती व बहुमूल्य रत्न, स्वर्ण व चाँदी, व्यावसायिक उपस्कर, खाद्य तेल व दालें, उर्वरक, लुगदी, अखबारी कागज, अलौह धातुएँ, कोयला, कोक व इष्टिका, लोहा व स्टील, अलौह धातुएँ, रासायनिक उत्पाद, चिकित्सीय एवं फार्मा उत्पाद आदि उत्पाद सम्मिलित हैं। वर्ष 2016-17 में पैट्रोलियम एवं उत्पाद का आयास $5,82,762$ करोड़ रुपये का रहा। इसका अंश 2016-17 में 26.7 प्रतिशत रहा।
(2) भारत द्वारा निर्यात-भारत द्वारा वर्ष 2016-17 में कुल $18,52,340$ करोड़ रुपये मूल्य की वस्तुओं का विभिन्न देशों को निर्यात किया गया था, जिनमें-इंजीनियरिंग सामान, रसायन सम्बन्धी उत्पाद, वस्त्रादि, मणि-रत्न एवं आभूषण, कृषि-समवर्गी उत्पाद, इलेक्ट्रॉनिक सामान, चमड़ा, अयस्क व खानिज, विनिर्मित वस्तुएँ, पेट्रोलियम व अपरिष्कृत उत्पाद आदि उत्पाद सर्वप्रमुख हैं। भारत के निर्यातों में सबसे बड़ा भाग विनिर्मित वस्तुओं का है। इसका अंश 2016-17 में 73.6 प्रतिशत रहा।
प्रश्न (ii) भारत के अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार की बदलती प्रकृति पर एक टिप्पणी लिखिए।
उत्तर:
भारत के अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार की बदलती प्रकृति का अध्ययन निर्यात व आयात के बदलते प्रारूपों के अध्ययन से कर सकते हैं, जो निम्न प्रकार से हैं-
(1) भारत के निर्यात-संघटन के बदलते प्रारूपविगत कुछ वर्षों में भारत के अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार में वस्तुओं के संघटकों में बदलाव आया है। भारत द्वारा किये जाने वाले निर्यात में कृषि तथा समवर्गी उत्पादों का अनुपात घटा है, जबकि पेट्रोलियम तथा अपरिष्कृत उत्पादों एवं अन्य वस्तुओं में वृद्धि हुई है। पेट्रोलियम उत्पादों में वृद्धि का मुख्य कारण पेट्रोलियम के मूल्यों में वृद्धि के साथ-साथ देश में तेल-शोधन क्षमता में वृद्धि भी है।
कड़ी अन्तर्राष्ट्रीय प्रतिस्पर्द्ध के कारण कृषि उत्पादों के अन्तर्गत कॉफ़ी, मसाले, चाय व दालों आदि परम्परागत वस्तुओं के निर्यात में गिरावट आई है; परन्तु पुष्प कृषि उत्पादों, ताजे फलों, समुद्री उत्पादों तथा चीनी आदि के निर्यात में वृद्धि हुई है। सरकार द्वारा उदारतापूर्ण उपाय अपनाये जाने के बावजूद भी चीन तथा अन्य पूर्व एशियाई देश से कड़ी प्रतिस्पर्द्धा के कारण वस्त्र उद्योग क्षेत्र में कमी आई है। भारत के विदेशी व्यापार में मणि-रत्नों, आभूषणों, इंजीनियरिंग सामान एवं विनिर्माण उद्योग से सम्बन्धित वस्तुओं का महत्त्वपूर्ण स्थान है। भारत में अयस्क खनिजों तथा निर्मित सामानों की हिस्सेदारी पिछले वर्षों में व्यापक तौर पर स्थिर-सी रही है।
(2) भारत के आयात-संघटन के बदलते प्रारूपभारत में 1950 एवं 1960 के दशक में आयात की प्रमुख वस्तुएँ खाद्यान्न, पूँजीगत माल, मशीनरी एवं उपस्कर आदि थे। परन्तु 1970 के दशक के बाद हरित क्रान्ति की सफलता के कारणं खाद्यान्नों का आयात कम हो गया था एवं 1973 में आए ऊर्जा संकट के कारण उर्वरक एवं पेट्रोलियम का आयात बढ़ गया।
भारत में उद्योगों में एक कच्चे माल के रूप में एवं ईंधन के रूप में प्रयुक्त होने के कारण पेट्रोलियम तथा इसके उत्पादों के आयात में तीव्र वृद्धि हुई है। निर्यात अभिमुख उद्योगों एवं घरेलू क्षेत्र की बढ़ती माँग के कारण पूँजीगत वस्तुओं, जैसे-गैर विद्युतकी मशीनरी, परिवहन उपस्कर, मशीनी औजार आदि के आयात में एक स्थिर वृद्धि होती रही है। इनके अतिरिक्त भारत द्वारा मोती, उपरत्न, स्वर्ण एवं चाँदी, धातुमय अयस्क, धातु छीजन, अलौह धातुएँ, इलेक्ट्रॉनिक वस्तुएँ आदि का आयात किया जाता है।