CBSE Class 6 Hindi Vyakaran वर्ण-विचार
वर्ण-भाषा की सबसे छोटी ध्वनि ‘वर्ण’ कहलाती है। इसके खंड या टुकड़े नहीं किए जा सकते; जैसे -अ, इ, क्, च् आदि। वर्ण के दो भेद हैं-
वर्णमाला-वर्णों का समूह ‘वर्णमाला’ कहलाता है। हिंदी वर्णमाला में 11 स्वर और 33 व्यंजन होते हैं।
स्वर वर्ण-जिस वर्ण के उच्चारण में किसी अन्य वर्ण की सहायता न लेनी पड़े, उसे स्वर वर्ण कहते हैं; जैसे-अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, ऋ, ए, ऐ, ओ, औ।
व्यंजन वर्ण-जिन वर्णों के उच्चारण में स्वर वर्ण की सहायता लेनी पड़ती है, उन्हें व्यंजन वर्ण कहते हैं।
स्वर वर्ण के तीन भेद हैं-
हस्व स्वर-जो स्वर सबसे कम समय में उच्चरित होते हैं, उन्हें हस्व स्वर कहते हैं, जैसे-अ, इ, उ, ऋ।
दीर्घ स्वर-जिन स्वरों का उच्चारण हस्व स्वर से अधिक समय में होता है, उन्हें दीर्घ स्वर कहते हैं; जैसे-आ, ई, ऊ, ए, ऐ, ओ, औ।
प्लुत स्वर-जिन स्वरों का उच्चारण दीर्घ स्वरों से भी अधिक समय में होता है, उन्हें प्लुत स्वर कहते हैं। प्रायः पुकारते समय इनका प्रयोग होता है; जैसे-हे…, अरे…, ओ…म्
व्यंजन वर्ण के तीन भेद हैं-
स्पर्श ब्यंजन-जिन व्यंजनों का उच्चारण करते समय फेफड़ों से निकलने वाली वायु कंठ, तालु, मूर्धा, दॉँत या ओंठो का स्पर्श करती है, उन्हें स्पर्श व्यंजन कहते हैं। क् से लेकर म् तक 25 स्पर्श व्यंजन हैं।
अंतस्थ व्यंजन-जिन व्यंजनों का उच्चारण स्वरों तथा व्यंजनों के बीच का महसूस होता है, उन्हें अंतस्थ व्यंजन कहते हैं। इनकी संख्या चार है-यु, रु, लु, व्।
ऊष्म व्यंजन-जिन व्यंजनों के उच्चारण में वायु मुख में घर्षण द्वारा ऊष्मा उत्पन्न करती है, उन्हें ऊष्म व्यंजन कहते हैं। इनकी संख्या भी चार है-श, षु, स, ह्।
मात्रा-प्रत्येक स्वर के लिए मात्राएँ निश्चित हैं। मात्राएँ स्वरों के चिह्न हैं। स्वर वर्ण मात्रा के रूप में ही व्यंजन वर्ण से जुड़ते हैं।
हलंत-जब व्यंजन वर्ण स्वर के बिना लिखे जाते हैं तो उनके नीचे एक तिरछी रेखा खींची जाती है। इस तिरठी रेखा को हलंत कहते हैं; जैसे-क्, चु, ट् आदि।
अयोगवाह-अं और अः न ती स्वर हैं और न व्यंजन। इन्हें अयोगवाह कहते हैं।
अनुस्वार-इनका प्रयोग ङ्, ञु, णु, नू, म् के स्थान पर होने लगा है; जैसे -शंकर (शङ्कर), चंचल (चञ्चल), घंटी (घण्टी), हिंदी (हिन्दी), आरंभ (आरम्भ)।
अनुनासिक -यह सभी स्वरों के साथ प्रयुक्त होता है; जैसे-चाँद, साँस, हँस आदि।
विसर्ग (:) -यह ‘ह’ के समान उच्चारित होता है; जैसे – प्रातः, अतः, दुःख आदि।
अर्धचंद्र -इसका प्रयोग अंग्रेज़ी शब्दों को देवनागरी लिपि में लिखने में किया जाता है। इसका उच्चारण ‘आ’ तथा ‘ओ’ के मध्य की ध्वनि के रूप में होता है; जैसे-डॉक्टर, कॉलेज़, ऑफ़िस आदि।
वर्ण संयोग-वर्णों का मेल वर्ण संयोग कहलाता है। क्ष, त्र, ज्ञ, संयुक्त वर्ण हैं जो क्ष=क्ष, त्र=त्र, जूर=ज्ञ बनते हैं। जब एक व्यंजन अपने जैसे दूसरे व्यंजन से मिलता है तो उसे द्वित्व व्यंजन कहते हैं; जैसे – पक्का (क् + क); कच्चा (च् + च); बल्ला (ल् + ल) आदि।
अभ्यास-प्रश्न :
प्रश्न 1.
इनमें से वर्ण की परिभाषा कौन-सी है?
(क) भाषा की सबसे बड़ी ध्वनि
(ख) ध्वनियों का लिखित रूप
(ग) भाषा की सबसे छोटी ध्वनि
(घ) ध्वनियों को लिखने के लिए बनाए गए चिह्न
उत्तर:
(ग) भाषा की सबसे छोटी ध्वनि
प्रश्न 2.
हिंदी वर्णमाला में ________ स्वर हैं।
(क) नौ
(ख) दस
(ग) ग्यारह
(घ) बारह
उत्तर:
(ग) ग्यारह
प्रश्न 3.
हिंदी वर्णमाला में व्यंजन वर्णों की संख्या ________ है।
(क) इकत्तीस
(ख) बत्तीस
(ग) तीस
(घ) तैंतीस
उत्तर:
(घ) तैंतीस
प्रश्न 4.
स्वर के कितने भेद होते हैं ?
(क) दो
(ख) तीन
(ग) चार
(घ) पाँच
उत्तर:
(ख) तीन
प्रश्न 5.
इनमें से कौन-सा व्यंजन का भेद नहीं है ?
(क) स्पर्श व्यंजन
(ख) दीर्घ व्यंजन
(ग) अंतस्थ व्यंजन
(घ) ऊष्म व्यंजन
उत्तर:
(ख) दीर्घ व्यंजन
प्रश्न 6.
स्पर्श व्यंजनों की संख्या है। ________
(क) इक्कीस
(ख) तेईस
(ग) बाईस
(घ) पच्चीस
उत्तर:
(घ) पच्चीस
प्रश्न 7.
इनमें से कौन-सा ऊष्म व्यंजन नहीं है?
(क) यू
(ख) श्
(ग) ष्
(घ) स्
उत्तर:
(क) यू
प्रश्न 8.
इनमें कौन-सा अयोगवाह है?
(क) क्
(ख) अ
(ग) अं
(घ) म्
उत्तर:
(ग) अं
प्रश्न 9.
प्रातः में प्रयुक्त (:) चिह्न को ________ कहते हैं
(क) हलन्त
(ख) अनुस्वार
(ग) अयोगवाह
(घ) विसर्ग
उत्तर:
(घ) विसर्ग
प्रश्न 10.
इनमें से कौन-सा संयुक्त वर्ण है ?
(क) ऋ
(ख) ङ
(ग) क्ष
(घ) अ:
उत्तर:
(ग) क्ष