CBSE Class 6 Hindi Vyakaran मुहावरे
‘मुहावरा’ एक ऐसा वाक्यांश है जो सामान्य अर्थ का बोध न कराकर किसी विशेष य विलक्षण अर्थ का बोध कराता है। मुहावरा एक अरबी शब्द है, जिसका अर्थ है-अभ्यास या मशक। इसका प्रयोग करते समय निम्न बातों का ध्यान रखना चाहिए :
मुहावरे के मूल रूप में कभी परिवर्तन नहीं होता और न ही किसी पर्याययाची शब्द को उसके स्थान पर रखा जाता है। जैसे-‘आँख दिखाना’ मुहावरे में ‘आँख’ के स्थान पर ‘नेत्र’ या ‘चक्षु’ अथवा ‘नयन’ का प्रयोग नहीं हो सकता।
मुहावरों का शब्दार्थ नहीं, उनका भावार्थ बताना चाहिए।
नीचे कुछ प्रसिद्ध मुहावरे दिए जा रहे हैं-
1. अंग-अंग ढीला होना (बहुत थक जाना)-पूरे दिन काम करते-करते अब मेरा अंग-अंग ढीला हो रहा है।
2. अपना उल्तू सीया करना (मतलब निकालना)-स्वार्थी मनुष्य सिर्फ़ अपना उल्लू सीधा करता है।
3. अंधे की लकड़ी (एकमात्र सहारा)-श्रवण कुमार अपने माता-पिता के लिए अंधे की लकड़ी की तरह थे।
4. अंधेरे घर का उजाला (इकलौता पुत्र)-मेरा लड़का मेरे अंघेरे घर का उजाला है।
5. औँखों का तारा (अत्यंत प्रिय)-रमेश अपने माता-पिता की औँखों का तारा है।
6. आग-बबूला होना (कोधित होना)-हनुमान के कठोर वचन सुनकर रावण आग-बबूला हो गया।
7. आसू पोंछना (धैर्य दिलाना)-घोर विपत्ति में सच्चे मित्र ही मित्र के औसूू पोंछते हैं।
8. औस्यों में धूल छोंकना (धोखा देना)-पुलिस की ऑखों में धूल झोंककर चोर भाग गया।
9. अंये को दीपक दिखाना (मूर्ख को उपदेश देना)-उसे समझाना तो अंधे को दीपक दिखाने के समान है।
10. ईंट से ईंट बजाना (नष्ट-ध्रष्ट करना)-राम ने लंका की ईंट से ईट बजा दी।
11. ईद का चाँद होना (बहुत दिनों के बाद मिलना)-अमन आजकल ईंद का चाँद हो गया है।
12. उल्टी गंगा बहाना (विपरीत काम करना)-उल्टी गंगा ब्रहाना उसका स्वभाव है।
13. कमर कसना (तैयार होना)-भारतीय सैनिक हर संकट के लिए कमर कसे रहते हैं।
14. कलम तोड़ना (सुंदर लिखना)-मोहित ने यह लेख लिखने में अपनी कलम तोड़ दी।
15. कलेजा मुँह को आना (बहुत दुखित होना)-दुखद समाचार सुनकर उसका कलेजा मुँह को आ गया।
16. कलई सुलना (पोल खुलना)-रिश्वत लेते हुए पकड़े जाने के बाद वींरेद्र के अमीर बनने की कलई खुल गई।
17. नाक में दम करना (परेशान करना) —गाँव के इन बच्चों ने नाक में दम कर रखा है।
18. नाक रगड़ना (गिड़गिडाना)-अपना काम निकालने के लिए वह हर समय नाक रगड़ता रहता है।
19. दाँत-काटी रोटी (गहरी मित्रता) -कृष्ण-सुदामा में दाँत-काटी रोटी थी।
20. घाव पर नमक छिड़कना (दुखी को और दुखी करना)-तुम्हारी जली-कटी बातों ने उस विथवा के घावों पर नमक छिड़कने का काम किया है।
21. चल बसना (मर जाना) -रामू के दादा जी कल चल बसे।
22. ज़हर का घूँट पीना (चुपचाप कोध सह लेना)-उसके अनुचित शब्द सुनकर भी मैं ज़हर के घूँट पीकर रह गया।
23. टेढ़ी खीर (कठिन कार्य)-हिमालय पर्वत पर चढ़ना टेढ़ी खीर है।
24. घोड़े बेचकर सोना (निश्चित होकर सोना)-गोपाल बाबू हमेशा घोड़े बेचकर सोए रहते हैं।
25. फूला न समाना (अत्यंत प्रसन्न होना)-कल अचानक सुमन से मिलकर मैं फूला न समाया।
26. होश उड़ना (घबरा जाना)-हाथ में प्रश्न-पत्र मिलते ही मोहन के होश उड़ गए।
27. पेट में चूहे कूदना (भूख लगना)-आज सुबह से मैने कुछ नहीं खाया, इसलिए पेट में चूहे कूद रहे हैं।
28. पहाड़ टूटना (भारी विपत्ति आना)-पिता की असामयिक मृत्यु से उस पर पहाड़ टूट पड़ा।
29. हबा से बारें करना (बहुत तेज़ भागना)-महाराणा प्रताप का घोड़ा हवा से बातें करता या।
30. हाय बैँटाना (मदद करना)-बच्चों को अपने माता-पिता के कार्यों में हाथ बैँटाना चाहिए।
31. हाथ मलना (पछतानो)-सोहन गलती करके हाय मलता रह गया।
32. आस्तीन का साँप (कपटी मित्र)-मेरे घर का नौकर ही आस्तीन का साँप निकला।
33. नौ-दो ग्यारह होना (भाग जाना)-पुलिस को देखते ही चोर नौ-दो ग्यारह हो गया।
34. श्री गणेश करना (ग्रारंभ करना)-आज उसके दुकान का श्री गणेश होने जा रहा है।
35. पानी-पानी होना (बेइज्ज़त होना)-कीखों की भरी सभा में द्रौपदी को पानी-पानी होना पड़ा।
36. रोंगटे खड़े होना (डर जाना)-शेर को देखते ही उसके रोंगटे खडे हो गए।
37. नाक रगड़ना (खुशामद करना)-आजकल नौकरी पाने के लिए नाक रगड़ना पड़ता है।
38. घर बसाना (विवाह करना)-श्यामलाल ने पचास वर्ष की उम्र में अपना घर बसा लिया।
39. पीठ ठोंकना (जत्साहित करना)-मेरी सफलता पर शिक्षक ने मेरी पीठ ठोंकी।
40. आसन डोलना (बेचैन होना)-हरिशचंद्य की सत्यवादिता पर इंद्र का आसन डोल गया।
41. कलेजे पर साँप लोटना (ईष्या करना)-मेरी उन्नति देखकर पड़ोसी के कलेजे पर साँप लोट गया।
42. खून खौलना (बहुत क्रोध आना)-उसके अपशब्द सुनकर मेरा खून खौल गया।
43. अपने पैर पर कुल्हाड़ी मारना (संकट मोल लेना)-उससे तकरार करके तुमने अपने पैर पर कुल्हाड़ी मार ली।
44. अपने पैर पर खड़ा होना (स्वावलंबी बनना)-अपनी तरक्की के लिए अपने पैर पर खड़ा होना ज़रूरी है।
45. उठा न रखना (कसर न छोड़ना)-मैं तुम्हारी नौकरी के लिए कुछ न उठा रखूँगा।
46. उड़ती चिड़िया पहचानना (रहस्य की बात जानना)-मुझे कोई धोखा नहीं दे सकता। में उड़ती चिड़िया पहचान लेता हूँ।
47. कल पड़ना (चैन मिलना)-आज यर्षा हुई तो थोड़ी कल पड़ी।
48. कागज़ काला करना (व्यर्थ लिख्बना)-सोहन व्यर्थ ही काग़ज काला करता रहता था।
49. कुओं सोदना (दुख पहुँचाने की कोशिश करना) -जो दूसरों के लिए कुओं खोदता है उसमें वह खुद गिरता है।
50. सून-पसीना एक करना (कड़ी मेहनत करनां)-ङॉक्टर बनने के लिए खून पसीना एक करना पड़ता है।
51. खटाई में पड़ना (काम रुक जाना)-न्यायालय के हस्तक्षेप के बाद नोएडा एक्सटेंशन में फ्लैैट बनाने का काम खटाई में पड़ गया।
52. गड़े मुर्दे उखाड़ना (दबी हुई बात को उठाना)-जो हुआ सो हुआ अब गडे मुर्दे उखाड़ने से क्या लाभ ?
53. गुदड़ी का लाल (गरीब के घर में गुणवान पैदा होना)-लाल बहादुर शास्त्री गुदड़ी के लाल थे।
54. घात लगाना (मौका ताकना)-इस बंद मकान में चोर चोरी करने के लिए घात लगाए बैठे हैं।
55. तूती बोलना (प्रभाव जमाना)-आजकल तो तुम्हारी खूब तूती बोल रही है।
56. जान पर खेलना (साहसिक कार्य करना)-हम जान पर खेलकर भी अपने देश की रक्षा करेंगे।
57. तीन-त्रेरह होना (तितर-बितर होना)-पुलिस के आते ही धरने पर वैठे लोग तीन-तेरह हो गए।
58. मुटूठी गरम करना (घूस देना)-अधिकारियों की मुट्ठी गरम किए बिना इस ऑफिस में काम नहीं बनेगा।
59. रास्ता देखना (इंतज्ञार करना)-मीं कल से ही तुम्हारा रास्ता देख रहा हूँ।
60. आँ मूँदना (मर जाना)-आज सुबह ही उसके दादा जी ने अपनी औँखें मूँद लीं।
61. औँख धुराना (सामना करने से बचना)-मोहन सोहन को देखते ही अपनी आँख चुरा लेता है।
62. औँख मारना (इशारा करना)-उसने औँख मारकर मुझे बुलाया।
63. कान लगाना (ध्यान लगाना)-राधा अपनी माँ की बातें सुनने के लिए कान लगाए रहती है।
64. कान देना (ध्यान देना)-बड़ों की बातों पर कान देना चाहिए।
65. नाक कटवाना (बदनाम करना)-चोरी करते हुए पकड़े जाने पर पुलिस वाले के बेटे ने अपने माँ-बाप की नाक कटवा दी।
66. नाक का बाल होना (अति प्यारा होना)-सोनू अपने माता-पिता के नाक का बाल है।
67. नाकों चने चबाना (तंग करना)-भारतीयों ने अंग्रेज़ों को नाकों चने चबवा दिए।
68. गर्दन पर चढ़ना (पीछा न छोड़ना)-वह हर बात पर मेरी गर्दन पर चढ़ा रहता है।
69. वीरगति पाना (युद्धभूमि में प्राण देना)-अभिमन्यु युद्ध करते-करते वीरगति पा गया।
70. फूँक डालना (नष्ट कर देना)-देवदत्त ने अपनी लाखों की संपत्ति फूँक डाली।
अभ्यास-प्रश्न
नीचे दिए गए मुहावरों के चार-चार अर्थ दिए गए हैं। उनमें से सही अर्थवाला विकल्प छाँटकर उत्तर के रूप में लिखिए :
प्रश्न 1.
अंग-अंग ढीला होना-
(क) दर्द से बेहाल होना
(ख) बीमार होना
(ग) बहुत थक जाना
(घ) बहुत फुर्तीला होना
उत्तर:
(ग) बहुत थक जाना
प्रश्न 2.
अंधे को दीपक दिखाना-
(क) रास्ता दिखाना
(ख) रास्ते पर रोशनी करना
(ग) परोपकार करना
(घ) मूर्ख को उपदेश देना
उत्तर:
(घ) मूर्ख को उपदेश देना
प्रश्न 3.
आँखों में धूल झोंकना-
(क) पराजित करना’
(ख) बेकार की वस्तु का उपयोग करना
(ग) धोखा देना
(घ) धन छीनने का प्रयास करना
उत्तर:
(ग) धोखा देना
प्रश्न 4.
ईंट से ईंट बजाना-
(क) तहस-नहस करना
(ख) मजबूती जाँचना
(ग) अनुपयोगी वस्तु को उपयोगी बनाना
(घ) व्यर्थ का कार्य करना
उत्तर:
(क) तहस-नहस करना
प्रश्न 5.
उल्टी गंगा बहाना-
(क) बाँध बनाना
(ख) विपरीत काम करना
(ग) सिंचाई के साधन बनाना
(घ) प्रगति करना
उत्तर:
(ख) विपरीत काम करना
प्रश्न 6.
कमर कसना-
(क) तैयार होना
(ख) कमर को सहारा देना
(ग) कमर के कपड़े गिरने से बचाना
(घ) कमर का इलाज करना
उत्तर:
(क) तैयार होना
प्रश्न 7.
कलमं तोड़ना-
(क) बेकार की वस्तु फेंकना
(ख) लिखने से बचने का प्रयास करना
(ग) हानि पहुँचाना
(घ) सुंदर लेख लिखना
उत्तर:
(घ) सुंदर लेख लिखना
प्रश्न 8.
घोड़े बेंचकर सोना-
(क) लाभ कमाना
(ख) निश्चिंत होना
(ग) घोड़ों की खरीद-फ़रोख्त का काम बंद करना
(घ) नए काम के बारे में सोचना
उत्तर:
(ख) निश्चिंत होना
प्रश्न 9.
टेढ़ी खीर-
(क) स्वादहीन वस्तु
(ख) कठिनाई से मिलना
(ग) कठिन कार्य होना
(घ) खीर बनाने में कठिनाइयाँ आना
उत्तर:
(ग) कठिन कार्य होना
प्रश्न 10.
पानी-पानी होना-
(क) लज्जित होना
(ख) बाढ़ आना
(ग) कीचड़ होना
(घ) काम आसान होना।
उत्तर:
(क) लज्जित होना