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NCERT Class 7th Hindi Chapter 9 बिरजू महाराज से साक्षात्कार Question Answer
चिड़िया Class 7 Question Answer
कक्षा 7 हिंदी पाठ 9 प्रश्न उत्तर – Class 7 Hindi चिड़िया Question Answer
पाठ से प्रश्न- अभ्यास
(पृष्ठ 118-121)
आइए, अब हम इस कविता पर विस्तार से चर्चा करें। आगे दी गई गतिविधियाँ इस कार्य में आपकी सहायता करेंगी ।
मेरी समझ से
(क) नीचे दिए गए प्रश्नों का सटीक उत्तर कौन-सा है? उसके सामने तारा (*) बनाइए। कुछ प्रश्नों के एक से अधिक उत्तर भी हो सकते हैं।
(1) कविता के आधार पर बताइए कि इनमें से कौन-स-सा गुण पक्षियों के जीवन में नहीं पाया जाता है?
- प्रेम-प्रीति
- मिल-जुलकर रहना
- लोभ और पाप
- निर्भय विचरण
उत्तर :
लोभ और पाप
(2) सब मिल-जुलकर रहते हैं वे, सब मिल-जुलकर खाते हैं ” कविता की यह पंक्ति किन भावों की ओर संकेत करती है?
- असमानता और विभाजन
- प्रतिस्पर्धा और संघर्ष
- समानता और एकता
- स्वार्थ और ईर्ष्या
उत्तर :
समानता और एकता
(3) ” वे कहते हैं, मानव! सीखो, तुम हमसे जीना जग में” कविता में पक्षी मनुष्य से कैसा जीवन जीने के लिए कहते हैं?
- आकाश में उड़ते रहना
- बंधन में रहना
- स्वच्छंद रहना
- संचय करना
उत्तर :
स्वच्छंद रहना
(ख) अब अपने मित्रों के साथ मिलकर चर्चा कीजिए और कारण बताइए कि आपने ये उत्तर ही क्यों चुने?
उत्तर :
(1) क्योंकि पक्षियों में लोभ और पाप नहीं पाया जाता।
(2) क्योंकि पक्षियों में समानता और एकता का भाव होता है।
(3) क्योंकि पक्षी खुले आकाश में स्वच्छंद विचरण करते हैं।
मिलकर करें मिलान
कविता में से चुनकर कुछ संदर्भ नीचे दिए गए हैं। – अपने समूह में इन पर बातचीत कीजिए और इन्हें इनके सही भावों से मिलाइए। इनके लिए आप शब्दकोश, इंटरनेट या अपने परिजनों और शिक्षकों की सहायता ले सकते हैं।
संदर्भ | भाव |
1. चिड़िया की बोली | 1. बंधन और लालच |
2. सोने की कड़ियाँ | 2. श्रम और संतोष |
3. निर्भय विचरण | 3. बंधन से मुक्ति |
4. मुक्ति-मंत्र | 4. स्वतंत्रता और निर्बाध जीवन |
5. दिनभर काम | 5. प्रेम और स्वतंत्रता का संदेश |
उत्तर :
संदर्भ | भाव |
1. चिड़िया की बोली | 5. प्रेम और स्वतंत्रता का संदेश |
2. सोने की कड़ियाँ | 1. बंधन और लालच |
3. निर्भय विचरण | 4. स्वतंत्रता और निर्बाध जीवन |
4. मुक्ति-मंत्र | 3. बंधन से मुक्ति |
5. दिनभर काम | 2. श्रम और संतोष |
पंक्तियों पर चर्चा
कविता में से चुनकर कुछ पंक्तियाँ नीचे दी गई हैं, इन्हें ध्यान से पढ़िए और इन पर विचार कीजिए। आपको इनका क्या अर्थ समझ में आया? अपने विचार कक्षा में अपने समूह में साझा कीजिए और लिखिए|
(क) “चिड़िया बैठी प्रेम-प्रीति की रीति हमें सिखलाती है ! ”
उत्तर :
“ पक्षी हमें आपसी भाईचारा और प्रेम-प्यार की भाषा सिखाते हैं। जिस प्रकार पक्षी आपस में सब मिल-जुलकर रहते हैं, उसी प्रकार वे हम मनुष्यों को भी प्रेम-प्यार से रहने का संदेश देते हैं । ”
(ख) “ उनके मन में लोभ नहीं है, पाप नहीं, परवाह नहीं”
उत्तर :
” पक्षियों के मन में लोभ या लालच नहीं होता अर्थात् अधिक पाने की लालसा नहीं होती। उन्हें इस बात की फिक्र नहीं होती कि दूसरे के पास कितना है। जो भी इनके पास है; उसी से संतुष्ट हो जाते हैं।
(ग) “सीमा – हीन गगन में उड़ते, निर्भय विचरण करते हैं”
उत्तर :
“ पक्षी नभचर होते हैं यानी आकाश में उड़ते हैं। आकाश सीमा रहित है, उसकी कोई सीमा नहीं है। पक्षी इसी आसमान में निर्भीक होकर उड़ते हैं।
सोच-विचार के लिए
नीचे कविता की कुछ पंक्तियाँ और उनसे संबंधित प्रश्न दिए गए हैं । कविता पढ़ने के बाद अपनी समझ के आधार पर प्रश्नों के उत्तर दीजिए ।
(क) “ सब मिल-जुलकर रहते हैं वे, मिल-जुलकर खाते हैं” पक्षियों के आपसी सहयोग की यह भावना हमारे लिए किस प्रकार उपयोगी है? स्पष्ट कीजिए ।
उत्तर :
पक्षियों के मिल-जुलकर रहने और मिल-जुलकर खाने की भावना से हमें मिल-जुलकर रहने, आपसी सहयोग, लोभ न करने और प्रतिस्पर्धा की भावना से मुक्त होकर जीने के लिए उपयोगी है।
(ख) ” जो मिलता है, अपने श्रम से उतना भर ले लेते हैं” पक्षी अपनी आवश्यकता भर ही संचय करते हैं। मनुष्य का स्वभाव इससे भिन्न कैसे है ?
उत्तर :
पक्षी तो मात्र अपनी आवश्यकता भर ही संचय करते हैं किंतु मनुष्य तो अपनी इच्छा और भोजन की कामना से महीने भर तो क्या वर्ष भर के लिए व्यवस्था अपनाता है। अतः मनुष्य पक्षी के स्वभाव से बहुत भिन्न है।
(ग) “हम स्वच्छंद और क्यों तुमने, डाली है बेड़ी पग में?” पक्षी को स्वच्छंद और मनुष्य को बेड़ियों में क्यों बताया गया है?
उत्तर :
इस पंक्ति में पक्षी को स्वच्छंद और मनुष्यों को माया – मोह, लोभ, स्वार्थ और इर्ष्या की बेड़ियों में इसलिए बताया गया है, क्योंकि वह इससे मुक्त होना नहीं चाहता ।
अनुमान और कल्पना से
अपने समूह में मिलकर संवाद कीजिए-
(1) चिड़िया मनुष्य को स्वतंत्रता का संदेश देती है, आपके अनुसार मनुष्य के पास किन कार्यों को करने की स्वतंत्रता है और किन कार्यों को करने की स्वतंत्रता नहीं है?
उत्तर :
मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है। समाज में रहकर उसे समाज के नियमों का पालन करना ही पड़ता है। हम मनुष्यों को कुछ कार्यों की स्वतंत्रता है- जैसे क्या खाना है ? कब खाना है? कितना खाना है? कहाँ जाना है ? क्या पहनना है? सब व्यक्तिगत कार्यों के लिए हम स्वतंत्र हैं।
परंतु कुछ कार्यों के लिए हम अस्वतंत्र हैं। जैसे- समय पर विद्यालय पहुँचना, परीक्षा के लिए समय पर जाना, कानून का पालन करना, लालबत्ती पर रुकना, यातायात के नियमों का पालन करना इत्यादि ।
(2) चिड़िया और मनुष्य का जीवन एक-दूसरे से कैसे भिन्न है?
उत्तर :
चिड़ियों का जीवन हम मनुष्यों से अनेक बातों में भिन्न है। चिड़िया स्वच्छंद, सीमाहीन आकाश में उड़ सकती है जबकि हम सामाजिक नियमों के अधीन हैं। चिड़िया प्रेम-प्यार की भाषा जानती है। उसके मन में लोभ या लालच के लिए कोई स्थान नहीं है। हम मनुष्य वैर-विरोध, ईर्ष्या-द्वेष व लोभ-लालच की जंजीरों में बँधे हैं।
(3) चिड़िया कहीं भी अपना घर बना सकती है, यदि आपके पास चिड़िया जैसी सुविधा हो तो आप अपना घर कहाँ बनाना चाहेंगे और क्यों?
उत्तर :
चिड़ियों जैसी सुविधा यदि हम मनुष्यों के पास होगी तो हम अपना घर उस स्थान पर बनाएँगे, जहाँ रहने-खाने की उचित सुविधा होगी। खुली ताजी हवा होगी। प्रतिदिन प्रयोग में लाई जाने वाली वस्तुओं को प्राप्त करना सुलभ होगा।
(4) यदि आप चिड़िया की भाषा समझ सकते तो आप चिड़िया से क्या बातें करते?
उत्तर :
यदि हम चिड़ियों की भाषा समझ सकते तो उससे मित्रता कर लेते। उसके सुख-दुख के साथी बन जाते। उसकी मुसीबत में मदद करते। उसे अपने घर बुलाकर दाना खिलाते ।
कविता की रचना
“सब मिल-जुलकर रहते हैं वे
सब मिल-जुलकर खाते हैं”
रेखांकित शब्दों पर ध्यान दीजिए। ये शब्द लिखने-बोलने में एक जैसे हैं। इस तरह की शैली प्रायः कविता में आती है। अब आप सब मिल-जुलकर नीचे दी गई कविता को आगे बढ़ाइए-
संकेत – सब मिल-जुलकर हँसते हैं वे
सब मिल-जुलकर गाते हैं …
…………………………………
…………………………………
उत्तर :
मिल-जुलकर विचरण करते हैं।
मिल-जुलकर खुशी मनाते हैं।
दाना चुगते हैं मिल-जुलकर
पंख फैलाकर उड़ते हैं मिल-जुलकर
नहीं लालच वे करते हैं
अपने श्रम से अपना पेट भरते हैं।
भाषा की बात
” पीपल की ऊँची डाली पर
बैठी चिड़िया गाती है !
तुम्हें ज्ञात क्या अपनी
बोली में संदेश सुनाती है?”
रेखांकित शब्दों पर ध्यान दीजिए। ‘गाती’ और ‘सुनाती’ रेखांकित शब्दों से चिड़िया के गाने और सुनाने के कार्य का बोध होता है। वे शब्द जिनसे कार्य करने या होने का बोध होता है, उन्हें क्रिया कहते हैं। कविता में ऐसे क्रिया शब्दों को ढूँढ़कर लिखिए और उनसे नए वाक्य बनाइए ।
उत्तर :
कार्य के होने या करने का बोध कराने वाले शब्द क्रिया कहलाते हैं । कविता में आए कुछ क्रिया शब्दों से बने वाक्य इस प्रकार हैं-
1. सिखलाती है – अध्यापिका हमें पढ़ना सिखलाती है।
2. बतलाती है- दादी अपने बचपन की बातें बतलाती है।
3. रहते हैं – हम दिल्ली में रहते हैं।
4. जाते हैं- विद्यार्थी विद्यालय जाते हैं।
5. बसाते हैं- दिव्यांग अपनी दुनिया बसाते हैं।
6. लेते हैं- दुकानदार हमसे पैसे लेते हैं।
7. देते हैं- दुकानदार हमें सामान देते हैं।
8. करते हैं – हम प्रतिदिन व्यायाम करते हैं।
9. तोड़ो- फूलों को मत तोड़ो।
10. आती है – रोज़ सवेरे कोयल की आवाज़ आती है।
पाठ से आगे प्रश्न – अभ्यास
(पृष्ठ 121-127)
भावों की बात
(क) जब आप नीचे दिए गए दृश्य देखते हैं तो आपको कैसा महसूस होता है? अपने उत्तर के कारण भी सोचिए और बताइए। आप नीचे दिए गए भावों में से शब्द चुन सकते हैं। आप किसी भी दृश्य के लिए एक से अधिक शब्द भी चुन सकते हैं।
दृश्य | भाव |
1. आपको कहीं से किसी पक्षी के चहचहाने की आवाज़ सुनाई देती है । | |
2. शाम के समय किसी पेड़ पर अनगिनत पक्षी एक साथ चहचहा रहे हैं। | |
3.कोई गाय अपने बच्चे को दूध पिला रही है। | |
4. कोई व्यक्ति अपने वाहन की खिड़की से कूड़ा बाहर फेंक देता है। | |
5. कोई बच्चा किसी व्यर्थ कागज को कूड़ेदान में डाल देता है। | |
6. कोई व्यक्ति बिना हेलमेट पहने बहुत तेज़ बाइक चला रहा है। | |
7. दो प्राणी किसी कारण लड़ रहे हैं। | |
8. एक व्यक्ति जिसके पैर नहीं हैं, वह विशेष रूप से बनाई गई तिपहिया गाड़ी पर यात्रा कर रहा है। | |
9. किसी स्थान पर नेत्रहीन व्यक्तियों के लिए भारती (ब्रेल) लिपि में सूचनाओं के बोर्ड लगे हैं। | |
10. कोई व्यक्ति किसी को अपशब्द कह रहा है। | |
11. कोई व्यक्ति किसी जरूरतमंद भूखे को भोजन दे रहा है। | |
12. कोई लड़का स्वादिष्ट भोजन बनाकर अपनी बहन को खिला रहा है। |
उत्तर :
दृश्य | भाव |
1. आपको कहीं से किसी पक्षी के चहचहाने की आवाज़ सुनाई देती है । | प्रेम, आनंद |
2. शाम के समय किसी पेड़ पर अनगिनत पक्षी एक साथ चहचहा रहे हैं। | उल्लास, हर्ष |
3.कोई गाय अपने बच्चे को दूध पिला रही है। | ममता, सुख |
4. कोई व्यक्ति अपने वाहन की खिड़की से कूड़ा बाहर फेंक देता है। | घृणा, निराशा |
5. कोई बच्चा किसी व्यर्थ कागज को कूड़ेदान में डाल देता है। | गर्व, वीरता |
6. कोई व्यक्ति बिना हेलमेट पहने बहुत तेज़ बाइक चला रहा है। | डर, शंका, चिंता |
7. दो प्राणी किसी कारण लड़ रहे हैं। | क्रोध, उदासीनता |
8. एक व्यक्ति जिसके पैर नहीं हैं, वह विशेष रूप से बनाई गई तिपहिया गाड़ी पर यात्रा कर रहा है। | सहानुभूति, आत्मविश्वास, करुणा |
9. किसी स्थान पर नेत्रहीन व्यक्तियों के लिए भारती (ब्रेल) लिपि में सूचनाओं के बोर्ड लगे हैं। | आभार, करुणा, दया |
10. कोई व्यक्ति किसी को अपशब्द कह रहा है। | घृणा, दु:ख, ईर्ष्या |
11. कोई व्यक्ति किसी जरूरतमंद भूखे को भोजन दे रहा है। | सुख, शांति |
12. कोई लड़का स्वादिष्ट भोजन बनाकर अपनी बहन को खिला रहा है। | आनंद |
(ख) उपर्युक्त भावों में से आप कौन-से भाव कब-कब अनुभव करते हैं? भावों के नाम लिखकर उन स्थितियों के लिए एक – एक वाक्य लिखिए।
(संकेत – आत्मविश्वास जब मैं अकेले पड़ोस की दुकान से कुछ खरीदकर ले आता हूँ।)
उत्तर :
(i) करुणा- जब मैं किसी दिव्यांग या नेत्रहीन को देखती हूँ।
(ii) हँसी – जब मैं कपिल शर्मा का कार्यक्रम देखता हूँ।
(iii) घृणा – जब किसी गद्दार से पाला पड़ता है।
(iv) ईर्ष्या – जब मैंने पड़ोसी की नई गाड़ी देखी।
(v) शांति- जब हम जरूरतमंद की सहायता करते हैं।
(vi) दुख – जब मैंने दादीजी को बीमार देखा ।
(vii) गर्व – हम जब भगतसिंह की वीरता की कहानी सुनते हैं।
(viii) आभार- जब मित्र ने मुसीबत में मेरी मदद की ।
(ix) चिन्ता – जब मेरी परीक्षाएँ नज़दीक आ रही थीं।
(x) उत्साह – जब मेरा जन्मदिन आने वाला था ।
आज की पहेली
कविता में आपने कई पक्षियों के नाम पढ़े। अब आपके सामने पक्षियों से जुड़ी कुछ पहेलियाँ दी गई हैं। पक्षियों को पहचानकर सही चित्रों के साथ रेखा खींचकर जोड़िए-
उत्तर :
1. → छ
2. → ग
3. → क
4. → ख
5. → घ
6. → ङ
7. → च
चित्र की बात
इन तीनों चित्रों को ध्यान से देखिए और बताइए-
आप पक्षियों को इनमें से कहाँ देखना पसंद करेंगे और क्यों?
उत्तर :
1. हम पक्षियों को स्वच्छंद घूमते हुए देखना पसंद करेंगे। क्योंकि पक्षी निर्भय होकर खुले आकाश में विचरण करना चाहते हैं।
निर्भय विचरण
‘सीमा – हीन गगन में उड़ते,
निर्भय विचरण करते हैं ”
कविता की इन पंक्तियों को पढ़िए और इन चित्रों को देखिए । इन चित्रों को देखकर आपके मन में क्या विचार आ रहे हैं?
(संकेत: जैसे इन चित्रों में कौन निर्भय विचरण कर रहा है?
उत्तर :
ये दोनों चित्र निर्भय विचरण के विषय में जानकारी दे रहे हैं। निर्भय विचरण का वास्तविक अर्थ यह होता है कि जब हम बिना डरे, बिना झिझके कहीं भी घूम सकते हैं। प्रथम चित्र में कुछ लोग बस में बैठे हैं। इसे निर्भीक घूमना नहीं कह सकते क्योंकि वे वहीं जाएँगे जहाँ बस का ड्राइवर उन्हें ले जाएगा। इसी चित्र में जंगल का राजा शेर भी दिखाई दे रहा है जो कि निर्भय होकर जंगल में कहीं भी घूम सकता है। इसे निर्भय विचरण कर सकते हैं।
दूसरे चित्र में कुछ लोग आजाद होकर चिड़ियाघर की सैर कर रहे हैं। वे अपनी मर्ज़ी के मालिक हैं। कहीं भी आ-जा सकते हैं। यह निर्भय विचरण है। इसी चित्र में बंदर पिंजरे में बंद दिखाई दे रहे हैं। वे पिंजरे के अधीन हैं । चाहकर भी बाहर नहीं निकल सकते। यह निर्भय विचरण नहीं है।
साथ-साथ
“वन में जितने पंछी हैं, खंजन,
कपोत, चातक, कोकिल;
काक, हंस, शुक आदि वास
करते सब आपस में हिलमिल ! ”
प्रश्न 1.
वन में सारे पक्षी एक साथ रह रहे हैं, हमारे परिवेश में भी पशु-पक्षी साथ रहते हैं। आप विचार कीजिए कि हमारे परिवेश में उनका रहना क्यों आवश्यक है?
उत्तर :
हमारे परिवेश में भी पशु-पक्षी एक साथ रहकर हमारे लिए लाभदायक होते हैं। जैसे- गाय हमें दूध देती है। मुर्गी तथा बतख हमें अंडे देती हैं। यदि घोड़ा घुड़सवारी के काम आता है तो मोर सुंदरता बढ़ाता है। कोयल की मीठी बोली सबको प्यारी लगती है। बैल तथा घोड़े गाड़ी में चलाए जाते हैं तो कुत्ता घर की रखवाली करता है। इस प्रकार पशु-पक्षियों का साथ रहना आवश्यक हो जाता है।
प्रश्न 2.
हम अपने आस-पास रहने वाले पशु-पक्षियों की सहायता कैसे कर सकते हैं?
उत्तर :
जीवन में मनुष्य हो या कोई अन्य प्राणी, उसे कभी न कभी दूसरे की सहायता की आवश्यकता पड़ ही जाती है। हमारे आस-पास जो भी पशु-पक्षी होते हैं, हम अनेक प्रकार से उनकी सहायता कर सकते हैं। जैसे-
1. पक्षियों को दाना खिलाकर ।
2. गर्मी में पक्षियों के लिए किसी बर्तन में पानी रखकर ।
3. गाय को तथा कुत्ते को रोटी खिलाकर ।
4. सर्दियों में जानवरों को ठंड से बचाने के लिए उनके पास कोई कंबल या बोरी इत्यादि बिछाकर ।
5. कुत्ते को दूध पिलाकर ।
6. गाय को चारा खिलाकर ।
7. पक्षियों को बाजरा खिलाकर ।
शब्द एक अर्थ अनेक
“उनके मन में लोभ नहीं है”, इस पंक्ति में ‘मन’ का अर्थ ‘चित्त’ (बुद्धि) है, किंतु ‘मन’ शब्द के अन्य अर्थ भी हो सकते हैं। अब नीचे कुछ और पंक्तियाँ दी गई हैं, उन्हें भी पढ़िए ।
(क) आज मेरा मन पहाड़ों पर जाने का कर रहा है।
(ख) व्यापारी ने किसान से 10 मन अनाज खरीदा।
उपर्युक्त वाक्यों में ‘मन’ शब्द का प्रयोग अलग-अलग अर्थों/संदर्भों में किया गया है। इस प्रकार हम देखते हैं कि एक ही शब्द दूसरे संदर्भ में अलग-अलग अर्थ दे रहा है। आइए, इससे संबंधित एक और रोचक उदाहरण देखते हैं-
” मंगल ने मंगल से कहा कि मंगल को मंगल पर मंगल होगा । ”
(संकेत- इस वाक्य में एक व्यक्ति दूसरे व्यक्ति से दिन, ग्रह और शुभ कार्य की चर्चा कर रहा है |)
आगे कुछ और ऐसे ही शब्द दिए गए हैं। दिए गए शब्दों का अलग-अलग अर्थों या संदर्भों में प्रयोग कीजिए-
(क) कर, _______________________________________
(ख) जल, _______________________________________
(ग) अर्थ, _______________________________________
(घ) फल, _______________________________________
(ङ) आम _______________________________________
उत्तर :
(क) कर :
(हाथ) – ईश्वर ने हमें काम करने के लिए कर दिए हैं।
(टैक्स) – हमें अपना आय कर अवश्य देना चाहिए ।
(करना) – तुम अपना काम कर लो।
(ख) जल
(पानी) – मुझे शीतल जल पीना है ।
(जलना) – तवे से मेरा हाथ जल गया।
(ईर्ष्या) – तुम मेरी सफलता से क्यों जल रहे हो?
(ग) अर्थ
(मतलब) – तुम्हारी बात का अर्थ मेरी समझ में नहीं आ रहा।
(धन) – व्यापार में अधिक अर्थ लगाना समझदारी नहीं है।
(घ) फल
(परिणाम) – मेरा परीक्षा फल आज ही मिला है।
(खाने वाले फल) – मेज पर फल पड़े हैं।
(ङ) आम
(साधारण) – यह सामान आम लोगों में बाँट दो।
(एक फल) – आम फलों का राजा है।
रचनात्मकता
(क) खुले आसमान में, पेड़ों की टहनियों, छतों और भवनों आदि पर बैठे या उड़ते पक्षी बहुत मनमोहक लगते हैं। अपनी पसंद के ऐसे कुछ दृश्यों का कोलाज बनाकर कक्षा में प्रदर्षित कीजिए ।
उत्तर :
विद्यार्थी पशु-पक्षियों के चित्र एकत्रित करके उनका खाना-पीना, रहना, उड़ना, परिश्रम इत्यादि की जानकारी देते हुए कोलाज़ बनाएँ। चित्रों को रंगीन कीजिए ।
(ख) “स्वतंत्रता और प्रेम” का संदेश देने वाला एक पोस्टर बनाइए । इसमें इस कविता की कोई पंक्ति या संदेश भी सम्मिलित कीजिए।
उत्तर :
स्वतंत्रता का पोस्टर बनाने के लिए किसी स्वतंत्रता सेनानी की जीवनी पढ़िए ।
समस्त जानकारी को हस्तलिखित बनाइए । देश – प्रेम से जुड़ी पंक्तियाँ लिखिए।
सबसे ऊपर ‘तिरंगा’ बनाइए। तिरंगे में केसरिया, सफ़ेद व हरा रंग भरिए। तीनों रंग हमें क्या संदेश देते हैं, वह भी लिखिए। जैसे-
केसरिया रंग – बलिदान का प्रतीक है।
सफ़ेद रंग – शांति का प्रतीक है।
हरा रंग – भारत की हरियाली व खुशहाली का प्रतीक है।
हमारा पर्यावरण
मनुष्य बिना सोचे-समझे जंगलों की लगातार कटाई कर रहा है, जिससे पशु-पक्षियों का जीवन प्रभावित हो रहा है। मनुष्य द्वारा किए जा रहे ऐसे कार्यों की एक सूची बनाइए, जिनसे पर्यावरण व हमारे परिवेश के पशु-पक्षियों के लिए संकट की स्थिति उत्पन्न हो रही है। इस संकट की स्थिति से बचने के लिए क्या – क्या उपाय किए जा सकते हैं? लिखिए। आप इस कार्य में शिक्षक, इंटरनेट और पुस्तकालय की सहायता भी ले सकते हैं।
(संकेत- जैसे-ऊँचे भवनों का निमार्ण …. .)
उत्तर :
हमारे भारत देश की आबादी दिन-प्रतिदिन बढ़ रही है। इसका सीधा प्रभाव हमारे पर्यावरण पर पड़ रहा है। अधिक आबादी के लिए अधिक आवास की आवश्यकता है। इसलिए बड़ी-बड़ी बिल्डिंग्स बन रही हैं। मानव द्वारा किए गए निम्नलिखित कार्यों से पर्यावरण असंतुलित हो रहा है-
1. पेड़ों की कटाई
2. भवनों का निर्माण
3. मैट्रो रेल का प्रभाव
4. कारखानों की अधिकता के कारण वायु प्रदूषण 5. नदियों का दुरुपयोग
6. नदियों की अस्वच्छता
7. बड़े-बड़े भवनों का निर्माण
8. कारखानों का व्यर्थ पदार्थ एवं धुआँ
9. वाहनों की अधिकता
10. वनों की कटाई
निवारणः पर्यावरण को बचाने के लिए कुछ कार्य करने होंगे, जैसे-
1. वृक्षारोपण एवं वन संरक्षण
2. प्राकृतिक संतुलन बनाए रखना
3. वर्षा की उचित मात्रा
4. भवनों के निर्माण में पेड़ों को न काटा जाए।
5. नदियों की सफाई
6. कारखानों का धुआँ शहर से बाहर जाए ।
7. वाहनों की मात्रा में कमी हो ।
8. हरियाली बढ़ाई जाए।
9. प्रदूषण पर नियंत्रण हो ।
10. प्रदूषण नियंत्रित यंत्र लगाए जाएँ ।
परियोजना कार्य
(क) पर्यावरण संरक्षण के लिए हम अपने स्तर पर कुछ प्रयास कर सकते हैं। आप अपने विद्यालय, आस-पास और घरों में देखिए कि किन-किन कार्यों में प्लास्टिक के थैले का प्रयोग किया जाता है? उन कार्यों की सूची बनाइए। अब इनमें प्रयोग किए जा रहे प्लास्टिक के थैलों के विकल्पों पर विचार कीजिए और लिखिए ।
(संकेत- जैसे- हम प्लास्टिक के थैले की जगह कागज या कपड़े के थैले का प्रयोग किन-किन कार्यों में कर सकते हैं।)
उत्तर :
पर्यावरण संरक्षण के लिए प्लास्टिक का प्रयोग बंद करना होगा। सब्जी लाना, दूध लाना, सामान लाना-इन सब कार्यों के लिए कपड़े या कागज के थैले का प्रयोग कीजिए । पानी पीने की बोतलें प्लास्टिक के स्थान पर स्टील की प्रयोग में लानी चाहिए ।
(ख) सभी विद्यार्थी ‘पर्यावरण बचाओ’ विषय पर एक नुक्कड़ नाटक तैयार करें और उसकी प्रस्तुति विद्यालय प्रांगण में करें।
उत्तर :
नुक्कड़ नाटक के लिए अपनी अध्यापिका जी से बात करें। नाटक में दिखाइए कि पेड़ों की कमी का प्रभाव हमारे स्वास्थ्य पर पड़ रहा है। नाटक में विद्यार्थियों द्वारा वृक्षारोपण दिखाइए ।
झरोखे से
कविता में पक्षियों के ‘सीमा-हीन गगन में उड़ने’ की बात कही गई है। पक्षियों का आकाश में उड़ना उद्देश्यपूर्ण है। पक्षियों की उड़ान से जुड़ी एक रोचक जानकारी आगे दी गई है। इसे पढ़कर आप पक्षियों की उड़ान से जुड़े कुछ नए तथ्यों को जान पाएँगे।
उत्तर :
पक्षियों की प्रवास यात्राएँ पढ़िए । संपूर्ण जानकारी प्राप्त कीजिए । पढ़ने के बाद कक्षा में इस पर एक प्रतियोगिता या आशु भाषण तैयार कीजिए । कक्षा में वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन भी किया जा सकता है।
साझी समझ
आप इंटरनेट या किसी अन्य माध्यम की सहायता से अन्य प्रवासी पक्षियों के बारे में रोचक जानकारी एकत्रित कीजिए और प्रवासी पक्षियों पर लेख लिखिए।
उत्तर :
अपने विद्यालय के पुस्तकालय में या इंटरनेट के माध्यम से प्रवासी पक्षियों की जानकारी एकत्रित करके एक सुंदर निबंध लिखिए। आप अपने लेख को किसी समाचार-पत्र के संपादक को भी भेज सकते हैं। इससे आपकी जानकारी अधिक से अधिक लोगों तक पहुँच जाएगी।
खोजबीन के लिए
नीचे दी गई इंटरनेट कड़ियों का प्रयोग करके आप जीव-जगत के बारे में और भी जान – समझ सकते हैं-
हमारा पर्यावरण
वह चिड़िया जो