एक जादुई पिटारा NCERT Class 3rd Hindi Veena Chapter 11 Question Answer
एक जादुई पिटारा Class 3 Question Answer
सोचिए और लिखिए
प्रश्न 1.
कविता के अनुसार पिटारा जब खोला गया तो उसमें से क्या-क्या निकला?
उत्तर-
कविता के अनुसार शुरू में पिटारे से गप्पू गोला नामक एक पात्र निकला।
प्रश्न 2.
कविता में गिनती के कौन-कौन से अंक आए हैं? ढूँढ़कर लिखिए।
उत्तर-
एक (1) नौ सौ (900) नौ (9), बारा (12), दो (2) और बारह सौ (1200) ये सभी अंक क्रमशः कविता में आए हैं।
प्रश्न 3.
नौ मन आटा किसमें निकला?
उत्तर-
नौ मन आटा एक सुपारी में निकला।
प्रश्न 4.
किसान खेतों को जोतने के लिए किसका सहारा लेते हैं?
उत्तर-
किसान खेतों को जोतने के लिए भैंसों का सहारा लेते हैं।
खोजिए और लिखिए
प्रश्न 1.
नीचे लिखे शब्दों से तुक मिलने वाले शब्द कविता से ढूँढ़कर लिखिए-
उत्तर-
खोला – गोला
खूँट – ऊँट
सवारी – सुपारी
सुतली – कठपुतली
प्रश्न 2.
जब एक हो तो ‘गोला’ कहलाता है और अनेक हों तो ‘गोले’ नीचे दिए गए शब्दों को भी एक से अधिक मानकर उनके लिए शब्द लिखिए-
उत्तर-
एकवचन – बहुवचन
(क) पिटारा – पिटारे
(ख) घोड़ा – घोड़े
(ग) भैंस – भैंसे
(घ) गुब्बारा – गुब्बारे
प्रश्न 3.
नीचे दिए चित्रों को पहचानते हुए खेलों के नामों के साथ उनका मिलान कीजिए-
उत्तर-
प्रश्न 4.
कविता के आधार पर पंक्तियों का उचित मिलान कीजिए-
उत्तर-
प्रश्न 5.
नीचे लिखे अक्षरों के क्रम को व्यवस्थित करके सही शब्द लिखिए-
उत्तर-
(क) चा / ना – नाचा
(ख) रा / टा / पि – पिटारा
(ग) ला / क / नि – निकला
(घ) ला / गो – गोला
(ङ) श / का / आ – आकाश
प्रश्न 6.
नीचे दिए गए चित्रों में रंग भरिए। यदि आपको इनमें से किसी की सवारी करने का अवसर मिले तो आप किसकी सवारी करना चाहेंगे? उसके बारे में चार-पाँच पंक्तियों में अपने विचार लिखिए-
उत्तर-
छात्र चित्रों में रंग भरें और अपनी मनपसंद सवारी का विवरण चार-पाँच पंक्तियों में लिखें।
प्रश्न 7.
नीचे जादुई पिटारे का एक चित्र दिया गया है। उसमें अपनी पसंद के रंग भरिए। आप भी अपना एक जादुई पिटारा बनाइए और बताइए कि आप उसमें क्या-क्या रखना चाहेंगे-
मैं अपने जादुई पिटारे में ये वस्तुएँ रखूँगा-
उत्तर-
छात्र पाठ्यपुस्तक में दिए जादुई पिटारे के चित्र में अपने मनपसंद रंग भरें और अपनी कल्पनाशीलता का प्रयोग करते हुए खुद का एक जादुई पिटारा बनाएँ।
मेरी कलाकारी
प्रश्न 1.
नीचे दिए गए चित्रों में तीलियों वाले पुतले दिखाए गए हैं। आप भी अपनी पसंद के फल, फूल, साग, पशु-पक्षियों व जानवरों के पुतले तैयार कीजिए। कठपुतलियों का एक पिटारा तैयार करने में अपने शिक्षक को सहयोग दीजिए।
उत्तर-
छात्र पाठ्यपुस्तक में दिए गए नमूनों के अनुसार अपनी पसंद के फल, फूल, साग, पशु-पक्षियों व जानवरों के पुतले तैयार करें।
Class 3 Hindi Chapter 11 एक जादुई पिटारा काव्यांशों की व्याख्या
1. एक पिटारा हमने खोला,
उसमें से निकला गप्पू गोला।
गोले पर जब बाँधी सुतली,
लगा नाचने बन कठपुतली।
कठपुतली ने गाड़े खूँट,
उसमें निकले नौ सौ ऊँट।
उन ऊँटों पर हुई सवारी,
मिली राह में एक सुपारी।
उसी सुपारी को जब काटा,
उसमें निकला नौ मन आटा।
उस आटे पर नारियल फोड़ा,
उसमें निकल पड़ा इक घोड़ा।
शब्दार्थ- सुतली – पतली रस्सी, खूँट – ज़मीन में गाड़ा गया लकड़ी का छोटा टुकड़ा, मन – 40 किग्रा०।
प्रसंग- प्रस्तुत पंक्तियाँ हमारी पाठ्यपुस्तक वीणा-1 में संकलित कविता एक जादुई पिटारा से ली गई हैं। यह आनंदमयी कविता बच्चों की कल्पनाशीलता को बढ़ावा देने का सुंदर प्रयास है।
व्याख्या- कविता की शुरुआत बच्चों द्वारा एक पिटारा खोलने से होती है जिससे गप्पू गोला नामक एक पात्र निकला है। सुतली बाँधते ही गप्पू गोला एक कठपुतली में बदल जाता है और नाचने लगता है। कठपुतली ने जैसे ही ज़मीन में खूंटा गाड़ा तो अचानक नौ सौ ऊँट निकल आते हैं। ऊँटों पर सवारी की गई तो रास्ते में सुपारी मिली। सुपारी को काटने पर नौ मन आटा निकला। आटे पर जैसे ही नारियल फोड़ा उसमें से एक घोड़ा निकल आया।
2. घोड़े को जब ऐंड़ लगाई,
आसमान ले पहुँचा भाई।
पाया वहाँ एक गुब्बारा,
जिस पर छेद हुए थे बारा।
एक छेद पर था इस्टेशन,
जिस पर खड़ा हुआ था इंजन।
उस इंजन को धोया ऐसे,
उसमें निकल पड़े दो भैंसे।
भैंसे लाकर जोता खेत
नाज हुआ बारह सौ सेर।
खा-खा नाज हुए दीवाने,
चले चाल, बेहद मस्ताने।
शब्दार्थ- बारा – बारह, जोता – जुताई, नाज – अनाज।
प्रसंग- प्रस्तुत पंक्तियाँ हमारी पाठ्यपुस्तक वीणा-1 में संकलित कविता एक जादुई पिटारा से ली गई हैं। यह आनंदमयी कविता बच्चों की कल्पनाशीलता को बढ़ावा देने का सुंदर प्रयास है।
व्याख्या- घोड़े को जैसे ही ऐंड़ लगाई (मारा) तो वह आसमान में लेकर जा पहुँचा। आसमान में बारह छेद वाला गुब्बारा था जिसके एक छेद पर स्टेशन था। स्टेशन पर एक इंजन खड़ा था। इंजन को जब धोया तो उसमें से दो भैंसे निकल पड़े। भैंसों ने खेत जोता तो बारह सौ सेर अनाज हुआ। इतना अनाज खाकर दीवाने से हो गए और मस्तानी चाल में चलने लगे। इस प्रकार, जादुई पिटारा बहुत अनोखा था और बच्चे अपनी कल्पना के घोड़े दौड़ाते रहे।
Class 3 Hindi Chapter 11 एक जादुई पिटारा पाठ का सारांश
प्रस्तुत आनंदमयी कविता ‘एक जादुई पिटारा’ के माध्यम से बच्चों का मनोरंजन किया गया है। यह कविता जादुई पिटारे में से एक के बाद एक निकलने वाली वस्तुओं एवं प्राणियों द्वारा उन्हें कल्पना – लोक में विचरण करवाने के साथ-साथ उनकी कल्पना शक्ति तथा सोच में वृद्धि के अवसर प्रदान करती है। वे उत्सुक होकर इस बात को जानने की स्वाभाविक इच्छा रखेंगे कि पिटारे से क्या-क्या निकला।