Well-organized Class 12 Geography Notes in Hindi and Class 12 Geography Chapter 3 Notes in Hindi जनसंख्या संघटन can aid in exam preparation and quick revision.
Geography Class 12 Chapter 3 Notes in Hindi जनसंख्या संघटन
→ लोगों को आयु, लिंग तथा उनके निवास स्थान के आधार पर अलग किया जा सकता है। जनसंख्या को पृथक् करने वाली कुछ अन्य विशेषताएँ व्यवसाय, शिक्षा और जीवन प्रत्याशा हैं।
→ लिंग संघटन – जनसंख्या में स्त्रियों और पुरुषों की संख्या के बीच के अनुपात को लिंग अनुपात कहा जाता है। भारत में लिंग अनुपात निम्न सूत्र द्वारा ज्ञात किया जाता है –
अथवा प्रति हजार पुरुषों पर स्त्रियों की संख्या। लिंग अनुपात किसी देश में स्त्रियों की स्थिति के सम्बन्ध में महत्त्वपूर्ण सूचना होती है।
→ विश्व का औसत लिंग अनुपात – विश्व की जनसंख्या का औसत लिंग अनुपात प्रति 100 स्त्रियों पर 102 हैं। विश्व में उच्चतम लिंग अनुपात लैटविया में पाया जाता है जहाँ प्रति 100 स्त्रियों पर 85 पुरुष हैं, जबकि निम्नतमं लिंग अनुपात संयुक्त अरब अमीरात में है जहाँ प्रति 100 स्त्रियों की तुलना में 311 पुरुष हैं।
→ आयु संरचना – आयु संरचना विभिन्न आयु वर्गों में लोगों की संख्या को प्रदर्शित करती है। जनसंख्या संघटन का यह एक महत्त्वपूर्ण घटक है क्योंकि 15 से 59 आयु वर्ग के बीच जनसंख्या का बड़ा आकार एक विशाल कार्यशील जनसंख्या को इंगित करता है।
→ आयु- लिंग पिरामिड – जनसंख्या की आयु लिंग संरचना का अभिप्राय विभिन्न आयु वर्गों में स्त्रियों और पुरुषों की संख्या से है। जनसंख्या पिरामिड का प्रयोग जनसंख्या की आयु- लिंग संरचना को दर्शाने के लिए किया जाता है। जनसंख्या पिरामिड की आकृति जनसंख्या की विशेषताओं को दर्शाती है। प्रत्येक आयु वर्ग में बायाँ भाग पुरुषों का प्रतिशत तथा दायाँ भाग स्त्रियों का प्रतिशत दर्शाता है।
→ जनसंख्या पिरामिड के प्रकार – यह निम्न प्रकार से है –
- विस्तारित होती जनसंख्या – नाइजीरिया का आयु-लिंग पिरामिड विस्तृत आकार वाला त्रिभुजाकार पिरामिड है जोकि अल्पविकसित देशों का प्रतिरूपी है।
- स्थिर जनसंख्या-आस्ट्रेलिया का आयु-लिंग पिरामिड यह दर्शाता है कि जन्म दर और मृत्यु दर लगभग समान है जिसके परिणामस्वरूप जनसंख्या स्थिर हो जाती है।
- ह्रासमान जनसंख्या – जापान के पिरामिड का संकीर्ण आधार और शुंडाकार शीर्ष निम्न जन्म और मृत्यु दरों को दर्शाता है।
→ ग्रामीण-नगरीय संघटन-जनसंख्या का ग्रामीण और नगरीय विभाजन निवास के आधार पर होता है। ग्रामीण और नगरीय जीवन आजीविका और सामाजिक दशाओं में एक-दूसरे से भिन्न होते हैं। ग्रामीण और नगरीय क्षेत्रों में आयु-1-लिंग संघटन, व्यावसायिक संरचना, जनसंख्या का घनत्व तथा विकास के स्तर अलग-अलग होते हैं। सामान्य रूप से ग्रामीण क्षेत्र वे होते हैं, जिनमें लोग प्राथमिक क्रियाओं में संलग्न होते हैं तथा नगरीय क्षेत्र वे होते हैं, जिनमें अधिकांश कार्यशील जनसंख्या गैर प्राथमिक क्रियाओं में संलग्न होती है।
→ साक्षरता – किसी देश में साक्षर जनसंख्या का अनुपात उसके सामाजिक-आर्थिक विकास का सूचक होता है; क्योंकि इससे रहन-सहन के स्तर, महिलाओं की स्थिति, शैक्षणिक सुविधाओं की उपलब्धता तथा सरकार की नीतियों का पता चलता है।
→ व्यावसायिक संरचना – कार्यशील जनसंख्या अर्थात् 15-59 आयु वर्ग में स्त्री और पुरुष कृषि, वानिकी, मत्स्यन, विनिर्माण, निर्माण, व्यावसायिक परिवहन सेवाओं, संचार तथा अन्य अवर्गीकृत सेवाओं, यथा-व्यवसायों में भाग लेते हैं। कार्यशील जनसंख्या का अनुपात किसी देश के आर्थिक विकास के स्तरों का एक अच्छा सूचक होता है।
भौगोलिक शब्दावली :
- लिंगानुपात-प्रति हजार पुरुषों पर स्त्रियों की संख्या। यह कुल जनसंख्या में स्त्री-पुरुषों के बीच का अनुपात होता है।
- जनसंख्या पिरामिड – जनसंख्या की आयु – लिंग संरचना को प्रदर्शित करने वाला ऐसा पिरामिड, जिसके बायें भाग में विभिन्न आयु वर्गों में पुरुषों का प्रतिशत तथा दायें भाग में विभिन्न आयु वर्गों में स्त्रियों का प्रतिशत प्रदर्शित किया जाता है, जनसंख्या पिरामिड कहलाता है।
- ग्रामीण जनसंख्या-देश की कुल जनसंख्या का वह भाग जो कि ग्रामीण क्षेत्रों में निवास करता है। 4. नगरीय जनसंख्या- देश की कुल जनसंख्या का वह भाग जो कि छोटे-बड़े नगरों या कस्बों में निवास करता है।
- आश्रित जनसंख्या-देश की कुल जनसंख्या का वह भाग जिसमें 15 वर्ष से कम आयु के बच्चे तथा 60 वर्ष से अधिक आयु के वृद्ध आते हैं।
- सक्रिय जनसंख्या-पारिश्रमिक युक्त व्यवसाय या कार्यों में संलग्न तथा इन्हीं कार्यों से जीविकोपार्जन करने वाली जनसंख्या को आर्थिक रूप से सक्रिय जनसंख्या कहा जाता है।
- आयु संरचना-विभिन्न आयु वर्गों में व्यक्तियों की जनसंख्या का मिलने वाला अनुपात आयु-संरचना कहलाता है।
- आयु वर्ग-0-14 वर्ष, 15-59 वर्ष, 60 वर्ष से अधिक।
- जनसंख्या पिरामिड के प्रकार – विस्तृत, स्थिर, ह्रासमान।
- साक्षरता दर – सात वर्ष से अधिक आयु वाली जनसंख्या जो कि पढ़-लिख सके।