Students can access the CBSE Sample Papers for Class 10 Hindi with Solutions and marking scheme Course A Set 4 will help students in understanding the difficulty level of the exam.
CBSE Sample Papers for Class 10 Hindi Course A Set 4 with Solutions
समय : 3 घंटा
पूर्णांक : 80
सामान्य निर्देश:
(i) इस प्रश्नपत्र में दो खंड हैं– खंड ‘अ’ और ‘ब’। खंड अ में वस्तुपरक / बहुविकल्पीय और खँड-ब में वस्तुनिष्ठ वर्णनात्मक प्रश्न दिए यए हैं।
(ii) अश्नपत्र के दोनों खंडों में प्रश्नों की संख्या 17 है और सभी प्रश्न अनिवार्य हैं।
(iii) यथासंभव सभी प्रश्नों के उत्तर क्रमानुसार लिखिए।
(iv) खंड ‘अ’ में कुल 10 प्रश्न हैं, जिनमें उपग्रश्नों की संख्या 44 हैं। दिए गए निर्देशों का पालन करते हुए 40 उपग्रश्नों के उत्तर देना अनिवार्य हैं।
(v) खंड “ब’ में कुल 7 प्रश्न हैं; सभी प्रश्नों के साथ उनके विकल्प भी दिए गए हैं। निर्देशानुसार विकल्प का ध्यान रखते हुए सभी प्रश्नों
खण्ड ‘अ’ वस्तुपरक – प्रश्न (40 अंक)
प्रश्न 1.
निम्नलिखित गद्यांश पर आधारित बहुविकल्पीय / वस्तुपरक प्रश्नों के उत्तर सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प चुनकर लिखिए – (1 × 5 = 5)
बंगाल की शस्य-श्यामला धरती का सौंदर्य अविस्मरणीय है। इसके मनोहर और उन्मुक्त सौंदर्य को प्रतिभाशाली रचनाकार अपने गीतों, निबंधों और कविताओं में बाँधने की कोशिश करते रहते हैं लेकिन इसके मायावी और लोकोत्तर आकर्षण का रंच मात्र ही बे रूपायित करने में सफ़ल हो पाए हैं। अविभाजित बंगाल का सौंदर्य किसी भी संवेदनशील मस्तिष्क के भीतर हलचल पैदा कर सकता है। चाँदी-सी चमकती मीलों लंबी नहरों और दियों के बीच पन्नों की तरह चमकते हरे-भरे खेतों के चित्र संवेदनशील मन को अपूर्व आनंद से भर देते हैं। हरे-भरे खेतों में पके दानों की लहलहाती सुनहरी फ़सल, हवा में फुसफुसाते लंबे ताड़ के वृक्ष और साल की पत्तियों की बहती हुई मंद-मंद हवा, कंचनजंघा के उत्तुंग शिखर, सुंदरवन के घने जंगल, दीघा के सुंदर रेतीले समुद्र तट और उत्तर बंगाल के हरे-भरे चाय के बागान आँखों में रचे बसे रहते हैं। प्राकृतिक छटाओं से भरी-पूरी यह धरती युगों से महान् लेखकों, कवियों और कलाकारों को प्रेरित करती रही है। इस अनोखे वरदान के केवल वही पात्र हैं जिन्हें इस धरती पर पैदा होने का सौभाग्य मिला है अथवा वे हैं जो अविभाजित बंगाल में रह चुके हैं।
(i) किसी संवेदनशील मन को अपूर्व आनंद से भर देते हैं –
(क) नदियों, नहरों और खेतों के चित्र
(ख) नदियों, समुद्रों और हीरे-पन्ने के दृश्य
(ग) चाँदी की चमक और पन्नों की हरियाली
(घ) फसलों और पेड़ों के मिले-जुले दृश्य
उत्तर:
(क) नदियों, नहरों और खेतों के चित्र
(ii) लेखक की दृष्टि में बंगाल की शस्य-श्यामला धरती का सौंदर्य कैसा नहीं है?
(क) अविस्मरणीय
(ख) मायावी
(ग) आकर्षक
(घ) असामान्य
उत्तर:
(घ) असामान्य
(iii) बंगाल की भूमि के विषय में कथन और कारण की सत्यता परखिए:
कथन (A) : यह धरती युगों से महान लेखकों, कवियों और कलाकारों को प्रेरित करती रही है।
कारण (R) : यह धरती युगों से प्राकृतिक छटाओं से भरपूर है।
(क) कथन (A) और कारण (R) दोनों असत्य हैं।
(ख) कथन (A) और कारण (R) दोनों सत्य हैं।
(ग) कथन (A) सत्य पर कारण (R) असत्य है।
(घ) कथन (A) असत्य पर कारण (R) सत्य है।
उत्तर:
(ख) कथन (A) और कारण (R) दोनों सत्य हैं।
(iv) “इस गद्यांश का केन्द्रीय विषय बंगाल है।
उपर्युक्त कथन के पक्ष में निम्नलिखित तरकों पर विचार कीजिए।
(i) बंगाल में बिताए दिनों के कारण
(ii) प्रकृति का मनुष्य के ऊपर पड़ने वाले प्रभावों के कारण
(iii) अविभाजित बंगाल की धरती के सौन्दर्य के कारण
विकल्प
(क) (i) सही है।
(ख) (iii) सही है।
(ग) (ii) सही है।
(घ) (i) और (iii) सही हैं।
उत्तर:
(ख) (iii) सही है।
(v) निम्नलिखित में से कौन-सा युग्म गद्यांश के आधार पर सही है?
(क) फ़सल : घनी
(ख) समुद्र तट : रेतीले
(ग) कंचनजंघा : मंद हवा
(घ) चाय बागान : सुनहरे
उत्तर:
(ख) समुद्र तट : रेतीले
व्याख्यात्मक हल:
समुद्र तट अत्यन्त रेतीले होते हैं। दीघा के सुन्दर रेतीले समुद्र तट और उत्तर बंगाल के हरे-भरे चाय के बागान आँखों में रचे बसे रहते हैं।
प्रश्न 2.
निम्नलिखित काव्यांश पर आधारित बहुविकल्पीय/वस्तुपरक प्रश्नों के उत्तर सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प चुनकर लिखिए – (1 × 5 = 5)
मैं जब लौटा तो देखा
पोटली में बँधे हुए बूँटों ने
फेंके हैं अंकुर
दो दिनों के बाद आज लौटा हूँ वापस
किताबों, कपड़ों और निर्जन हवा की
फेंटी हुई गंध
पड़ी है चारों ओर धूल की एक परत और
जकड़ा है जग में बासी जल
जीवन की कितनी यात्राएँ करता रहा यह निर्जज मकान
मेरे साथ
तट की तरह स्थिर पर गतियों से भरा
सहता जल का समस्त कोलाहल-
सूख गए हैं नीम के दातौन
और पोटली में बँधे हुए बूँटों ने फेंके हैं अंकुर
निर्जन घर में जीवन की जड़ों को
अजीब गंध है घर में पोसते रहे हैं ये अंकुर
खोलता हूँ खिड़की-
और चारों ओर से दौड़ती है हवा
मानो इसी इंतजार में खड़ी थी पल्लों से सट के
पूरे घर को जल भरी तसली-सा हिलाती
मुझसे बाहर मुझसे अंजान
जारी है जीवन की यात्रा अनवरत
बदल रहा है संसार
(i) घर में किस प्रकार की गंध पसरी हुई थी?
(क) बासी खाद्य पदार्थों की
(ख) निर्जनता और बंद हवा की
(ग) किताबों और धूल की
(घ) अंकुरित चने की
उत्तर:
(ग) किताबों और धूल की
(ii) पोटली में बँधे चनों के अंकुरित होने का क्या अर्थ है?
(क) जीवन के बच जाने का
(ख) उर्वरता और नब-जीवन का
(गु) संभावनाओं के विस्तार का
(घ) फसल बोने का समय हो गया
उत्तर:
(ख) उर्वरता और नब-जीवन का
(iii) ‘मकान जड़ और एक स्थान पर स्थिर होने के बाद भी कवि की यात्राओं की गतिशीलता में सहयात्री है’ – यह भाव किस पंक्ति में है?
(क) निर्जन घर में जीवन की जड़ों को/पोसते रहे हैं ये अंकुर
(ख) अजीब गंध है घर में/किताबों, कपड़ों और निर्जन हवा की
(ग) तट की तरह स्थिर पर गतियों से भरा
(घ) पूरे घर को जल भरी तसली-सा हिलाती
उत्तर:
(क) निर्जन घर में जीवन की जड़ों को/पोसते रहे हैं ये अंकुर
व्याख्यात्मक हल:
मकान जड़ और एक स्थान पर स्थिर होने के बाद भी कवि की यात्राओं की गतिशीलता में ‘सहयात्री हैं-यह भाव ‘निर्जन घर में जीवन की जड़ों’ पंक्ति में है।
(iv) कथन (A) और कारण (R) पर विचार करते हुए सही विकल्प चुनिए –
कथन (A): कवि के दो दिनों के बाद घर में लौटने पर घर की स्थिति का वर्णन किया गया है।
कारण (R): कवि अपने घर में अकेला है और उसके न होने पर घर निर्जन था। हि
(क) कथन (A) सही है, किन्तु कारण (R) गलत है।
(ख) कथन (A) गलत है, किन्तु कारण (R) सही है।
(ग) कथन (A) और कारण (R) दोनों सही हैं।
(घ) कथन (A) और कारण (R) दोनों गलत हैं।
उत्तर:
(ग) कथन (A) और कारण (R) दोनों सही हैं
(v) काव्यांश की शैली किस प्रकार की है? |
(क) चित्रात्मक
(ख) विवरणात्मक
(ग) कथात्मक
(घ) वर्णनात्मक
उत्तर:
(क) चित्रात्मक
प्रश्न 3.
निर्देशानुसार ‘रचना के आधार पर वाक्य भेद’ पर आधारित पाँच बहुविकल्पीय प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के सही विकल्प चुनकर लिखिए – (1 × 4 = 4)
(i) निम्नलिखित वाक्यों में मिश्र वाक्य का उदाहरण कौन-सा है?
(क) वेशभूषा या बाह्य अनुष्ठानों से कोई संन्यासी नहीं होता।
(ख) इस रेखाचित्र की एक विशेषता यह है कि बालगोबिन भगत के माध्यम से ग्रामीण जीवन की सजीव झाँकी देखने को मिलती है।
(ग) यहाँ विशिष्ट शैलीकार हैं इसलिए उन्हें ‘कलम का मजदूर’ कहा जाता है।
(घ) बालगोबिन लंबी दाड़ी नहीं रखते थे परंतु हमेशा उनका चेहरा सफेद बालों से जगमग रहता।
उत्तर:
(ख) इस रेखाचित्र की एक विशेषता यह है कि बालगोबिन भगत के माध्यम से ग्रामीण जीवन की सजीव झाँकी देखने को मिलती है।
व्याख्यात्मक हल:
मिश्र वाक्य में जब-तब, जैसा-वैसा, कि, यदि तो इत्यादि का प्रयोग किया जाता है।
(ii) निम्नलिखित वाक्यों में संयुक्त वाक्य का उदाहरण कौन-सा है?
(क) कार्तिक आया नहीं कि बालगोबिन की प्रभातियाँ शुरू हुईं।
(ख) अभी थोड़ी देर पहले मूसलाधार वर्षा खत्म हुई है।
(ग) जब जाड़ा आता, एक काली कमली ऊपर से ओढ़े रहते।
(घ) थोड़ी खेतीबाड़ी भी थी और एक अच्छा साफ्-सुथरा मकान भी था।
उत्तर:
(घ) थोड़ी खेतीबाड़ी भी थी और एक अच्छा साफ्-सुथरा मकान भी था।
(iii) निम्नलिखित वाक्य का सरल वाक्य क्या होगा? व
‘समूचा गाँव खेतों में उतर पड़ा है और रोपनी कर रहा है।’
(क) जो समूचा गाँव है वह खेतों में उतरकर रोपनी कर रहा है।
(ख) समूचा गाँव खेतों में उतरकर रोपनी कर रहा है।
(ग) जहाँ समूचा गाँव खेतों में उतर पड़ा है वहाँ रोपनी हो रही है।
(घ) समूचा गाँव खेतों में उतर पड़ा है अत: रोपनी कर रहा है।
उत्तर:
(ख) समूचा गाँव खेतों में उतरकर रोपनी कर रहा है।
(iv) निम्नलिखित वाक्यों में संयुक्त वाक्य पहचानकर नीचे दिए गए विकल्पों में से सर्वाधिक सही विकल्प चुनिए।
(1) हम घर चले गए।
(2) तुम वहाँ क्यों नहीं आए।
(3) मैं और तुम काफी हैं।
(4) मैं और रमेश शाम को बाजार चले गए।
विकल्प
(क) (1) सही है।
(ख) (3) और (4) सही हैं।
(ग) (2) सही है।
(घ) (4) सही है।
उत्तर:
(ख) (3) और (4) सही हैं।
(v) सूची को सूची 2 से सुमेलित कीजिए और सही विकल्प का चयन कीजिए –
सूची (1) | सूची (2) |
(1) जब जाना ही था तब आए ही क्यों? | (i) मिश्र वाक्य |
(2) मैं कल घर चला गया था। | (ii) सरल वाक्य |
(3) मैंदौड़ मेंजीतगईपरन्तुइनाम नमिला। | (iii) संयुकतवाक्य |
विकल्प
(क) 1. (iii), 2. (ii), 3. (i)
(ख) 1. (i), 2. (iii), 3. (ii)
(ग) 1. (i), 2. (i), 3. (iii)
(घ) 1. (ii), 2. (ii), 3. (iii)
उत्तर:
(घ) 1. (ii), 2. (ii), 3. (iii)
प्रश्न 4.
निर्देशानुसार ‘वाच्य’ पर आधारित पाँच बहुविकल्पीय प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के सही विकल्प चुनकर लिखिए – (1 × 4 = 4)
(i) “दुकानदार द्वारा उचित मूल्य लिया गया’ कर्तृवाच्य में बदलिए।
(क) दुकानदार द्वारा उचित मूल्य लिया जाएगा।
(ख) दुकानदार द्वारा उचित मूल्य लिया जा सकता है।
(ग) दुकानदार उचित मूल्य लेता था।
(घ) दुकानदार ने उचित मूल्य लिया।
उत्तर:
(घ) दुकानदार ने उचित मूल्य लिया।
व्याख्यात्मक हल:
विकल्प (क) व (ख) में कर्ता के साथ ‘द्वारा’ लगा होने से वे कर्तृवाच्य नहीं हैं जबकि विकल्प (ग) में वाक्य का काल परिवर्तित हो जाने से वह सही उत्तर नहीं है।
(ii) ‘धर्मगुरु ने कामिल बुल्के की बात मान ली। ‘ कर्मवाच्य में बदलिए।
(क) धर्मगुरु द्वारा कामिल बुल्के की बात मान ली गई।
(ख) धर्मगुरु कामिल बुल्के की बात मानते हैं।
(ग) धर्मगुरु ने बात मान ली कामिल बुल्के की।
(घ) धर्मगुरु से कामिल बुल्के की बात मानी जाएगी।
उत्तर:
(क) धर्मगुरु द्वारा कामिल बुल्के की बात मान ली गई।
व्याख्यात्मक हल:
विकल्प (ख) कर्तृवाच्य है। (क्रिया कर्ता के अनुसार होने के कारण) जबकि विकल्प (ग) व्याकरणिक दृष्टि से सही नहीं है। विकल्प (घ) में काल परिवर्तित हो गया है। केवल विकल्प (क) में कर्ता के साथ ‘द्वारा’ का प्रयोग होने व क्रिया कर्मानुसार होने से सही है।
(iii) ‘फिर कभी देखा जाएगा। ‘ में वाच्य भेद बताइए।
(क) कर्तृवाच्य।
(ख) कर्मवाच्य।
(ग) भाववाच्य।
(घ) करणवाच्य।
उत्तर:
(ग) भाववाच्य।
व्याख्यात्मक हल:
यह भाववाच्य है क्योंकि यहाँ क्रिया का विधान ‘भाव’ के अनुसार है। क्रिया अकर्मक, एकवचन, पुल्लिग और अन्य पुरुष में है।
(iv) निम्नलिखित वाक्यों में से कर्तृवाच्य का उदाहरण नहीं है –
(1) तुम चुप नहीं रह सकते।
(2) मुझसे बात मत करो।
(3) किसान द्वारा दिन-रात श्रम करके फसल उगाई जाती है।
(4) मुझसे बैठा नहीं जाता।
विकल्प
(क) (1) सही है।
(ख) (1) और (2) सही हैं।
(ग) (3) और (4) सही हैं।
(घ) (3) सही है।
उत्तर:
(घ) (3) सही है।
व्याख्यात्मक हल:
यहाँ कर्ता के साथ ‘द्वारा’ का प्रयोग और क्रिया का विधान ‘फ़सल’ कर्म के अनुसार होने के कारण यह कर्मवाच्य का उदाहरण है, अत: विकल्प (घ) सही है।
(v) सूची को सूची 2 से सुमेलित कीजिए और सही विकल्प का चयन कीजिए –
सूची (1) | सूची (2) |
(1) हमसे खेला नहीं जाताहै। | (i) भाववाच्य |
(2) हालदार साहब ने पान खाया | (ii) कर्तृवाच्य |
(3) दादा जी द्वारा अख़बार पढ़ा गया। चर हे | (iii) कर्मवाच्य |
विकल्प
(क) 1. (i), 2. (ii), 3. (iii)
(ख) 1. (ii), 2. (iii), 3. (i)
(ग) 1. (iii), 2. (ii), 3. (i)
(घ) 1. (iii), 2. (i), 3. (ii)
उत्तर:
(क) 1. (i), 2. (ii), 3. (iii)
प्रश्न 5.
निर्देशानुसार ‘पद परिचय’ पर आधारित पाँच बहुविकल्पीय प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के सही विकल्प चुनकर लिखिए – (1 × 4 = 4)
“धान के खेतों में छोटे बच्चे उछल रहे हैं। वहाँ धूप का नाम नहीं लेकिन सब मस्ती कर रहे हैं।”
(i) धान
(क) व्यक्तिवाचक संज्ञा, बहुवचन, पुल्लिंग, संबंधकारक
(ख) जातिवाचक संज्ञा, बहुवचन, पुल्लिंग, संबंधकारक
(ग) जातिवाचक संज्ञा, बहुवचन, पुल्लिंग, कर्तावराक
(घ) व्यक्तिवाचक संज्ञा, बहुवचन, पुल्लिंग, कर््ताकारक
उत्तर:
(ख) जातिवाचक संज्ञा, बहुवचन, पुल्लिंग, संबंधकारक
व्याख्यात्मक हल:
धान में जातिवाचक संज्ञा, बहुवचन, पुल्लिंग, सम्बन्धकारक विद्यमान है।
(ii) छोटे
(क) परिमाणवाचक विशेषण, ‘बच्चे’ विशेष्य, बहुबचन, पुल्लिंग
(ख) संख्यावाचक विशेषण, ‘बच्चे’ विशेष्य, बहुवचन, पुल्लिंग
(ग) गुणवाचक विशेषण, ‘बच्चे! विशेष्य, बहुवचन, पुल्लिंग
(घ) परिमाणवाचक विशेषण, ‘बच्चे’ विशेष्य, एकवचन, पुल्लिंग
उत्तर:
(ग) गुणवाचक विशेषण, ‘बच्चे! विशेष्य, बहुवचन, पुल्लिंग
(iii) ड्छल
(क) सकर्मक क्रिया, बहुवचन, पुल्लिंग, वर्तमान काल, कर्तृवाच्य
(ख) सकर्मक क्रिया, बहुवचन, पुल्लिंग, वर्तमान काल, कर्मवाच्य
(ग) अकर्मक क्रिया, बहुवचन, पुल्लिंग, वर्तमान काल, कर्मवाच्य
(घ) अकर्मक क्रिया, बहुबचन, पुल्लिंग, वर्तमान काल, कर्तृवाच्य
उत्तर:
(क) सकर्मक क्रिया, बहुवचन, पुल्लिंग, वर्तमान काल, कर्तृवाच्य
(iv) वहाँ
(क) रीतिवाचक क्रिया-विशेषण, ‘कर रहे हैं’ क्रिया का विशेषण
(ख) कालवाचक क्रिया-विशेषण, ‘कर रहे हैं’ क्रिया का विशेषण
(ग) स्थानवाचक क्रिया-विशेषण, ‘कर रहे हैं’ क्रिया का विशेषण
(घ) परिमाणवाचक क्रिया-विशेषण, ‘उछल रहे हैं’ क्रिया का विशेषण
उत्तर:
(ग) स्थानवाचक क्रिया-विशेषण, ‘कर रहे हैं’ क्रिया का विशेषण
(v) लेकिन
(क) समानाधिकरण समुच्चयबोधक योजक, दो वाक्यों को जोड़ रहा है
(ख) समानाधिकरण समुच्चयबोधक योजक, दो शब्दों को जोड़ रहा है
(ग) व्यधिकरण समुच्चयबोधक योजक, दो वाक्यों को जोड़ रहा है
(घ) व्यधिकरण समुच्चयबोधक योजक, दो शब्दों को जोड़ रहा है
उत्तर:
(क) समानाधिकरण समुच्चयबोधक योजक, दो वाक्यों को जोड़ रहा है
प्रश्न 6.
निर्देशानुसार ‘ अलंकार ‘ पर आधारित पाँच बहुविकल्पीय प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के सही विकल्प चुनकर लिखिए – (1 × 4 = 4)
(i) ‘जो रहीम गति दीप की कुल कपूत की सोय।
बारै उजियारों करै, बढ़े अँधेरो होय।’
इस दोहे में प्रयुक्त अलंकार है –
(क) अतिशयोक्ति
(ख) उत्प्रेक्षा
(गे) श्लेष
(घ) मानवीकरण
उत्तर:
(गे) श्लेष
व्याख्यात्मक हल:
श्लेष का अर्थ होता है चिपका हुआ। जब किसी शब्द का प्रयोग एक बार ही किया जाता है लेकिन उससे कई अर्थ निकलते हैं तो उसे श्लेषण अलंकार कहा जाता है।
(ii) ‘सोहत ओढ़े पीत-पट स्थाम सलौने गात।
मनो नीलमणि सेल पर आतप परयो प्रभात॥ ‘
इस दोहे में प्रयुक्त अलंकार है –
(क) अतिशयोक्ति
(ख) उत्प्रेक्षा
(ग) श्लेष
(घ) मानवीकरण
उत्तर:
(ख) उत्प्रेक्षा
(iii) “उषा सुनहले तीर बरसती ह
जय लक्ष्मी-सी उदित हुई। ‘
इन काव्य-पंक्तियों में प्रयुक्त अलंकार है –
(क) श्लेष
(ख) अतिशयोक्ति
(ग) उत्प्रेक्षा
(घ) मानवीकरण
उत्तर:
(घ) मानवीकरण
(iv) ‘हिमकणों से पूर्ण मानो हो गए पंकज नए।’
इस काव्य-पंक्ति में प्रयुक्त अलंकार है –
(क) उत्रेक्षा
(ख) श्लेष
(ग) अतिशयोक्ति
(घ) मानवीकरण
उत्तर:
(क) उत्रेक्षा
(v) ‘देखि सुदामा की दीन-दशा करुणा करके करुणानिधि रोए,
पानी परात कौ हाथ छुऔ नहिं नैनन के जल सौं पग धोए।’
इन काव्य-पंक्तियों में प्रयुक्त अलंकार है –
(क) श्लेष
(ख) उत्प्रेक्षा
(ग) मानवीकरण
(घ) अतिशयोक्ति
उत्तर:
(घ) अतिशयोक्ति
प्रश्न 7.
निम्नलिखित पठित गद्यांश पर आधारित बहुविकल्पीय प्रश्नों के सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प चुनकर लिखिए – (1 × 5 = 5)
इसने उन्हें मान और प्रतिष्ठा तो बहुत दी, पर अर्थ नहीं और शायद गिरती आर्थिक स्थिति ने ही उनके व्यक्तिव के सारे सकारात्मक पहलुओं को निचोड़ना शुरू कर दिया। सिकुड़ती आर्थिक स्थिति के कारण और अधिक विस्फ़ारित उनका अहं उन्हें इस बात तक की अनुमति नहीं देता था कि वे कम-से-कम अपने बच्चों को तो अपनी आर्थिक विवशताओं का भागीदार बनाएँ। नवाबी आदतें, अधूरी महत्त्वाकांक्षाएँ, हमेशा शीर्ष पर रहने के बाद हाशिए पर सरकते चले जाने की यातना क्रोध बनकर हमेशा माँ को कँपाती-थरथराती रही थी। अपनों के हाथों विश्वासघात की जाने कैसी गहरी चोटें होंगी वे जिन्होंने आँख मूँदकर सबका विश्वास करने वाले पिता को बाद के दिनों में इतना शक्की बना दिया था कि जब-तब हम लोग भी उसकी चपेट में आते ही रहते।
(i) मन्नू के पिता का स्वाभाव शक्की क्यों हो गया?
(क) अपनों के हाथों विश्वासघात के कारण
(ख) आर्थिक विवशताओं के कारण
(ग) अपने बच्चों से मिली उपेक्षा के कारण
(घ) उपरोक्त सभी कारणों से
उत्तर:
(क) अपनों के हाथों विश्वासघात के कारण
व्याख्यात्मक हल:
लेखिका के पिता अपने ही लोगों के विश्वासघात के शिकार हुए थे, इससे उनके स्वभाव में अत्यन्त परिवर्तन आ गया।
(ii) इससे पहले उनकी आर्थिक स्थिति इंदौर में कैसी थी ?
(क) आर्थिक अभाव के कारण जीवनयापन कठिनता से
(ख) नवाबी ठाठ, प्रतिष्ठा, अच्छी आर्थिक स्थिति
(ग) मध्यमवर्गीय परिवार
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर:
(ख) नवाबी ठाठ, प्रतिष्ठा, अच्छी आर्थिक स्थिति
व्याख्यात्मक हल:
लेखिका के पिताजी की इंदौर में बहुत प्रतिष्ठा और नाम था। वे आठ-दस विद्यार्थियों को अपने घर में रखकर पढ़ाया करते थे।
(iii) किस कार्य ने उन्हें बहुत यश और प्रतिष्ठा दी किन्तु अर्थ नहीं?
(क) उनके द्वारा किए गए समाज-सुधार के कार्यों ने
(ख) उनके द्वारा किए गए धार्मिक कार्यों ने
(ग) उनके द्वारा लिखे गए अंग्रेजी-हिंदी शब्दकोश (विषयवार) ने
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर:
(ग) उनके द्वारा लिखे गए अंग्रेजी-हिंदी शब्दकोश (विषयवार) ने
व्याख्यात्मक हल:
उनके द्वारा लिखा गया अंग्रेजी-हिंदी शब्दकोश ( विषयवार ) अपनी तरह का पहला और अकेला शब्दकोश था। इससे उनको प्रसिद्धि तो बहुत मिली किन्तु धन नहीं मिला।
(iv) गिरती आर्थिक स्थिति का लेखिका के पिता पर क्या प्रभाव पड़ा?
(क) उन्हें अधिक क्रोधी और अहंकारी बना दिया
(ख) उन्हें बहुत डरपोक बना दिया
(गे) उनके व्यक्तित्व के सकारात्मक पक्षों को नष्ट कर दिया
(घ) विकल्प (क) और (ग) दोनों सही हैं।
उत्तर:
(घ) विकल्प (क) और (ग) दोनों सही हैं।
व्याख्यात्मक हल:
गिरती आर्थिक स्थिति के कारण मन्नू भंडारी के पिता बहुत चिड़चिड़े हो गए थे। उनके व्यक्तित्व के सकारात्मक गुण समाप्त हो गए, जिसके कारण वे बहुत शक्की और क्रोधी स्वभाव के हो गए।
(v) उनके चिड़चिड़े स्वभाव और कोप का भाजन किसे बनना पड़ता था?
(क) लेखिका की सहनशील माँ को
(ख) लेखिका को
(ग) लेखिका की बड़ी बहन को
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर:
(क) लेखिका की सहनशील माँ को
प्रश्न 8.
गद्य पाठों के आधार पर निम्नलिखित दो बहुविकल्पीय प्रश्नों के सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प चुनकर लिखिए – (1 × 2 = 2)
(i) बालगोबिन भगत साथु की सभी परिभाषाओं पर किन गुणों के कारण खरे उतरते थे ?
(क) मधुर गायन, खेतीबाड़ी करना, गांधीवादी दर्शन, सारा समय पूजा पाठ में बिताना
(ख) मृत्यु से न घबराना, हर समय भजन में लीन रहना, बेटे व बहू से बहुत प्रेम करना
(ग) सात्विक गृहस्थ जीवन, सत्यवादिता, शुद्ध व्यवहार, कबीर दर्शन से सज्जित आत्मा
(घ) आस्तिकता, समाज-सेवा, प्रतिदिन मंदिर जाना, रास्ते में जो भी मिले, उसे उपदेश देना
उत्तर:
(ग) सात्विक गृहस्थ जीवन, सत्यवादिता, शुद्ध व्यवहार, कबीर दर्शन से सज्जित आत्मा
व्याख्यात्मक हल:
सात्विक गृहस्थ जीवन व्यतीत करने, सदा सत्य बोलने, सबसे खरा व्यवहार करने और कबीर के दर्शन के प्रति सच्ची आस्था रखने के कारण बालगोबिन भगत एक सच्चे साधु की सभी परिभाषाओं पर खरे उतरते थे।
(ii) शास्त्रों में काशी किस नाम से प्रसिद्ध है?
(क) कानन वन
(ख) आनंदकानन
(ग) नंदन वन
(घ) देव वन।
उत्तर:
(ख) आनंदकानन
व्याख्यात्मक हल:
काशी का वातावरण आनंदमय है। यहाँ संगीत, सुर और अदब का बोलबाला है। यहाँ का जीवन संगीत, गंगा मैया और मंदिरों से सुशोभित है, इसलिए शास्त्रों में काशी को ‘ आनंदकानन’ कहा गया है।
प्रश्न 9.
निम्नलिखित पठित पद्यांश पर आधारित बहुविकल्पीय प्रश्नों के सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प चुनकर लिखिए – (1 × 5 = 5)
(i) लक्ष्मण के लिए क्या-क्या कहा गया है ?
(क) मंदबुद्धि व टेढ़े स्वभाव वाला।
(ख) काल के वशीभूत तथा अपने वंश को नष्ट करने वाला।
(ग) सूर्यवंश के चन्द्रमा के कलंक के समान, स्वच्छंद, मूर्ख और निडर।
(घ) उपर्युक्त सभी।
उत्तर:
(घ) उपर्युक्त सभी।
व्याख्यात्मक हल:
परशुराम लक्ष्मण की बातें सुनकर उन पर नाराज होते हुए कहते हैं कि लक्ष्मण मूर्ख, निडर, वाचाल है जो काल के वशीभूत होकर ऐसी बात कर रहा है। वह सूर्यवंशी कुल में चन्द्रमा के कलंक के समान है।
(ii) परशुराम के क्रोधित होने का क्या कारण था?
(क) लक्ष्मण के व्यंग्यपूर्ण वचनों और उपहास उड़ाने के कारण।
(ख) लक्ष्मण के आनंदपूर्ण व व्यंग्यपूर्ण आचरण के कारण।
(ग) लक्ष्मण के कायर व विनोदपूर्ण आचरण के कारण।
(घ) उपर्युक्त में से कोई नहीं।
उत्तर:
(ग) लक्ष्मण के कायर व विनोदपूर्ण आचरण के कारण।
व्याख्यात्मक हल:
शिवधनुष के टूटने से परशुराम पहले से ही क्रोधित थे। लक्ष्मण की व्यंग्यपूर्ण बातों व परशुराम का मजाक उड़ाए जाने ने उसकी क्रोधाग्नि में घी डालने का काम किया।
(iii) लक्ष्मण ने कायर पुरुषों का क्या लक्षण बताया है?
(क) वे शत्रु के सामने वीरता का प्रदर्शन नहीं करते हैं।
(ख) वे अपनी वीरता की डींगें हाँका करते हैं।
(ग) वे युद्ध में कायरता दिखाकर भाग जाते हैं।
(घ) उपर्युक्त सभी।
उत्तर:
(घ) उपर्युक्त सभी।
(iv) ‘कुटिल कालबस’ में कौन-सा अलंकार है?
(क) उपमा।
(ख) अनुप्रास।
(ग) उत्प्रेक्षा।
(घ) यमक।
उत्तर:
(ख) अनुप्रास।
व्याख्यात्मक हल:
‘क’ वर्ण की आवृत्ति होने से अनुप्रास अलंकार है।
(v) उक्त पद्यांश में वीर पुरुष की क्या विशेषता बताई है?
(क) वीर योद्धा युद्ध के मैदान में बातें नही बनाते हैं।
(ख) वीर योद्धा युद्ध के मैदान में बीरता का प्रदर्शन करते हैं।
(गं) वीर योद्धा अपने मुँह से अपनी प्रशंसा करते हैं।
(घ) उपर्युक्त में से कोई नहीं।
उत्तर:
(ख) वीर योद्धा युद्ध के मैदान में बीरता का प्रदर्शन करते हैं।
व्याख्यात्मक हल:
वीर योद्धा युद्ध क्षेत्र में शत्रु को सामने देख अपनी वीरता का बखान नहीं करते वरन् पराक्रम दिखाते हैं।
प्रश्न 10.
पाठ्यपुस्तक में निर्धारित कविताओं के आधार पर निम्नलिखित दो प्रश्नों के सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प चुनकर लिखिए – (1 × 2 = 2)
(i) कवि नागार्जुन ने शिशु के कोमल स्पर्श से किन-किन परिवर्तनों की संभावना व्यक्त की है?
(क) कठोर पाषाण का पिघल कर जल बन जाना
(ख) बाँस या बबूल जैसे कँटीले पेड़ों से शेफ़ालिका के फूल झड़ने लगना
(ग) मन उदास हो जाना
(घ) विकल्प (क) और (ख) दोनों सही हैं।
उत्तर:
(घ) विकल्प (क) और (ख) दोनों सही हैं।
व्याख्यात्मक हल:
कवि का मानना है कि शिशु का कोमल स्पर्श पाकर कठोर हृदय व्यक्ति भी सहदय हो जाएगा। उस के स्पर्श से बाँस या बबूल के कँटीले पेड़ों से शेफ़ालिका के फूल झड़ने लगे होंगे।
(ii) तीब्र या ऊँचे स्वर में गाई जाने वाली ‘सरगम’ को क्या कहते हैं?
(क) तार सप्तक
(ख) अनहद
(ग) मंद्र सप्तक
(घ) मध्य सप्तक।
उत्तर:
(क) तार सप्तक
खण्ड ‘ब’ वर्णनात्मक – प्रश्न
प्रश्न 11.
गद्य पाठों के आधार पर निम्नलिखित चार प्रश्नों में से किन्हीं तीन प्रश्नों के उत्तर लगभग 25-30 शब्दों में लिखिए – (2 × 3 = 6)
(i) लेखक की तुलना में नवाब साहब अधिक शिष्ट और सभ्य थे।’ ‘लखनवी अंदाज’ पाठ के आधार पर सोदाहरण बताइए।
उत्तर:
यद्यपि लेखक के डिब्बे में प्रवेश करने पर पहले नवाब साहब ने असहजता और बेरुखी का प्रदर्शन किया था। किन्तु बाद में उन्होंने लेखक को अभिवादन करते हुए उन्हें खीरा खाने के लिए आमंत्रित किया। इसके विपरीत लेखक ने नवाब साहब द्वारा उसके डिब्बे में प्रवेश करने पर किए गए व्यवहार से क्षुब्ध होकर उनके द्वारा दोनों बार किए गए खीरा खाने के आग्रह को ठुकरा दिया।
(ii) लेखिका मननू भंडारी की कहानियों के अधिकांश पात्र कहाँ के थे ? इससे किस तथ्य का बोध होता है ?
उत्तर:
लेखिका की कहानियों के अधिकांश पात्र उनके गली-मोहल्ले के थे। इससे बोध होता है कि लेखिका के अपने पड़ोस के लोगों से बहुत आत्मीय संबंध थे। उनके अनुसार मोहल्ले में खेलता बच्चा उसी प्रकार सुरक्षित रहता है, जैसे अपने घर में।
(iii) जीवन के आरंभिक दिनों में संगीत के प्रति बिस्मिल्ला खाँ की आसक्ति क्यों और कैसे हुई ? ‘नौबतखाने में इबादत’ पाठ के आधार पर लिखिए।
उत्तर:
बिस्मिल्ला खाँ के मन में संगीत के प्रति लगाव उत्पन्न करने और उनकी संगीत साधना को समृद्ध बनाने में अनेक लोगों का योगदान रहा। रसूलनबाई तथा बतूलनबाई की ठुमरी, टप्पे और दादरा सुन-सुनकर उनकी संगीत में रुचि जागी। वह अपने नाना ‘को शहनाई बजाते सुनते थे। मामू अलीबख्श के शहनाई बादन में सम आने वह जमीन पर पत्थर पटककर दाद देते थे। इस प्रकार संगीत के प्रति उनका आकर्षण बढ़ता गया। संगीत आयोजनों में श्रोताओं द्वारा की गई प्रशंसा ने उनकी साधना को और समृद्ध बनाया। उनकी शहनाई का जादू लोगों के सिर चढ़कर बोलने लगा और वे शहनाई की मंगल ध्वनि के नायक बन गए।
(iv) संस्कृति कब असंस्कृति बन जाती है ? पाठ के आधार पर लिखिए।
उत्तर:
मानव-कल्याण की भावना से प्रेरित तथ्यों का आविष्कार करना ही संस्कृति है और जब संस्कृति का नाता कल्याण की भावना से टूट जाता है तो जो योग्यता आत्म-विनाश के साधनों का आविष्कार कराती है वह असंस्कृति बन जाती है।
प्रश्न 12.
पद्य पाठों के आधार पर निम्नलिखित चार प्रश्नों में से किन्हीं तीन प्रश्नों के उत्तर लगभग 25-30 शब्दों में लिखिए – (2 × 3 = 6)
(i) आपके द्वारा पठित सूरदास के पदों में किस रस की प्रधानता है? इसमें कौन-कौन प्रमुख पात्र हैं?
उत्तर:
इन सभी पदों में गोपियों की विरह-व्यथा का वर्णन किया गया है अत: इनमें वियोग श्रृंगार रस की प्रधानता है। सूरदास के इन पदों में श्रृंगार और वात्सल्य रस की प्रधानता है। इनमें कृष्ण, गोपियाँ तथा उद्धव आदि प्रमुख पात्र हैं।
(ii) परशुराम विश्वामित्र से लक्ष्मण की शिकायत किन शब्दों में करते हैं ?
उत्तर:
परशुराम विश्वामित्र से लक्ष्मण की शिकायत करते हुए कहते हैं कि यह बालक बहुत मंदबुद्धि और कुटिल है। काल के वशीभूत होकर यह अपने कुल का घातक बन रहा है। यह सूर्यवंशी चंद्रमा का कलंक, अत्यंत उद्दंड और मूर्ख है। मैं तुम्हें चेतावनी देता हूँ कि क्षणभर में यह काल का ग्रास हो जाएगा फिर तुम मुझे दोष न देना।
(iii) आत्मकथा लिखने के लिए किन गुणों की आवश्यकता होती है ? कवि के लिए यह कार्य कठिन क्यों था ? सोचकर लिखिए।
उत्तर:
आत्मकथा लिखने के लिए किसी व्यक्ति में व्यक्तित्व की विशालता के साथ-साथ ईमानदारी, साहस और सच्चाई की आवश्यकता होती है। जयशंकर प्रसाद के अंदर यह समस्त गुण विद्यमान थे, किंतु अपनी विनम्रता और महानता के कारण वे अपने जीवन को आत्मकथा लिखने योग्य नहीं मानते थे । उन्हें लगता था कि उनके जीवन में कोई ऐसी महान् उपलब्धि नहीं है, जिसकी सराहना की जाए अर्थात् उनके इस जीवन में ऐसा कुछ भी नहीं है, जिससे लोग प्रेरणा ले सकें।
(iv) कवि के अनुसार फसल क्या है ? इसको लेकर फ़सल के बारे में कवि ने क्या-क्या संभावनाएँ व्यक्त की हैं?
उत्तर:
कवि के अनुसार फसलें पानी, मिट्टी, धूप, हवा और मानव श्रम के मेल से बनी हैं। फ़सल में सभी नदियों के पानी का जादू समाया हुआ है। सभी प्रकार की मिट्टियों का गुण-धर्म है। सूरज और हवा का प्रभाव समाया है। इन सबके साथ किसानों और मजदूरों का श्रम भी सम्मिलित है।
प्रश्न 13.
पूरक पाठ्य-पुस्तक के पाठों पर आधारित निम्नलिखित तीन प्रश्नों में से किन्हीं दो के उत्तर लगभग 50-60 शब्दों में लिखिए – (4 × 2 = 8)
(i) वात्सल्य और ममता की आधार-भूमि एक रहने पर भी माता-पिता और बच्चों के संबंधों में तब से अब तक बहुत बदलाव हुए हैं। ‘माता का अँचल’ पाठ के आधार पर इसे सोदाहरण स्पष्ट कोजिए।
उत्तर:
प्रस्तुत पाठ में तत्कालीन समाज की जीवन शैली का वर्णन किया गया है। उस समय के परिवारों में बच्चे माँ के ममतामयी आँचल कौ छाँव में बड़े होते थे, घर के सदस्यों के मध्य आत्मीयता का सम्बन्ध होता था। पिता और पुत्र के मध्य प्रेम, माँ और पुत्र के प्रति प्रेम, धार्मिक वातावरण होता था, बच्चों को प्रात: जल्दी उठना, प्रकृति के नजदीक जाना, जीवों के प्रति प्रेम करना आदि सिखाया जाता था, किन्तु आज स्थिति बिल्कुल विपरीत है। बच्चा यदि माँ से गुस्सा हो जाता है, पिता के पास जाकर अपनी माँग पूरी कर लेता है। यदि पिता डाँटता है, तो माँ के पास आ जाता है, अपने अनुकूल व्यवहार न होने के कारण बच्चों का माता-पिता से सम्बन्ध अलग-अलग दिखाई देता है।
(ii) ‘मैं क्यों लिखता हूँ ?’ पाठ को आधार बनाकर बताइए कि लेखक ने अपने आपको हिरोशिमा के विस्फोट का भोक्ता कब और किस प्रकार महसूस किया ?
उत्तर:
एक दिन हिरोशिमा की सड़क पर घूमते हुए लेखक ने देखा कि एक जले हुए पत्थर पर एक लम्बी उजली छाया है, शायद विस्फोट के समय वहाँ कोई खड़ा रहा होगा और विस्फोट से बिखरे हुए रेडियोधर्मी पदार्थ की किरणें उसमें फँस गई होंगी, जो आस-पास से आगे बढ़ गईं, उन्होंने पत्थर को झुलसा दिया, जो व्यक्ति वहाँ खड़ा होगा, वह भाप बनकर उड़ गया होगा, इस प्रकार समूची त्रासदी जैसे पत्थर पर अंकित हो गई है। उस छाया को देखकर लेखक भीतर तक हिल गया। उसे लगा कि इतिहास जैसे भीतर कहीं सहसा एक जलते हुए सूर्य के समान उग आया और डूब गया। इस क्षण लेखक को लगा कि अणु विस्फोट उनकी प्रत्यक्ष अनुभूति में आ गया है। वे स्वयं हिरोशिमा के विस्फोट के भुक्त भोगी बन गए हैं।
(iii) यात्राएँ विभिन्न संस्कृतियों से परिचित होने का अच्छा माध्यम हैं। ‘साना-साना हाथ जोड़ि ‘ यात्रा वृत्तान्त के आधार पर इस कथन की समीक्षा कीजिए।
उत्तर:
- यात्राओं से हम वहाँ के प्राकृतिक सौंदर्य के साथ-साथ भाषा, रीति-रिवाजु, परंपराओं , मान्यताओं से भी परिचित होते हैं।
- हम दूर बैठकर किसी स्थान की संस्कृति का अनुभव नहीं कर सकते।
उदाहरण –
- लेखिका ने प्रार्थना के बोल नेपाली युवती से सीखे।
- वहाँ के निवासियों की कड़ी मेहनत, अभाव और गरीबी को साक्षात् देखा।
- धर्म चक्र से जुड़ी आस्था और श्वेत बौद्ध पताकाओं की मान्यता को जाना।
- सिक्किमी परिधान (बोकु) के सौंदर्य से प्रभावित हुई।
- पहाड़ी बच्चों को स्कूल जाने के साथ-साथ माँ-बाप का हाथ बँटाते देखा।
- पहाड़ी लोगों की मान्यता के से युआाए –“यहाँ देवी- देवताओं का निवास है; यहाँ जो गंदगी फैलाएगा मर जाएगा।” इस तथ्य से लेखिका का परिचित होना । (कोई एक उदाहरण अपेक्षित)
प्रश्न 14.
निम्नलिखित तीन विषयों में से किसी एक विषय पर लगभग व20 शब्दों में एक अनुच्छेद लिखिए – (6 × 1 = 6)
(i) कोरोना काल के सहयात्री
- कोरोना महामारी का आरंभ और प्रसार,
- गत दो वर्षो में जीवन का स्वरूप,
- जीवन-यात्रा में साथ देने वाले व्यक्ति और वस्तुएँ,
उत्तर:
कोरोना काल के सहयात्री
कोरोना वायरस या Covid-19 संक्रमण ऐसी बीमारी है, जिसे वैश्विक संगठन द्वारा महामारी घोषित किया गया है। नवम्बर, 20॥9 में यह चीन की लैब से निकला था, धीरे-धीरे यह वायरस इंसान से इंसान में फैलने लगा। देखते ही देखते इस वायरस ने पूरी दुनिया में पैर पसार लिए। अंटार्कटिका जैसे क्षेत्र में भी कोरोना की पुष्टि हुई है। जनवरी 2020 में यह वायरस भारत में पाया गया। 22 मार्च 2020 को पूरे देश में जनता कर्फ्यू लगाया गया था। एक साल बाद यानि 2021 से फिर से कोराना वायरस लगातार बढ़ रहा था।
कोरोना वायरस एक ऐसा संक्रमण है जो एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में तेजी से ट्रांसफर होता है। जो व्यक्ति कोरोना पॉजीटिव है उसके सम्पर्क में आने से सबसे पहले फ़ैलता है। इसलिए, सरकार द्वारा जारी निर्देश में कहा गया है कि बातचीत के दौरान कम से कम
3 फीट की दूरी बनाकर रखें। मास्क भी लगाकर रखें व बार-बार हाथ धोएँ।
‘कोविड 19 से बचाव के लिए भारत, रूस समेत अन्य देशों ने बैक्सीन जारी की है। भारत द्वारा 2 बैक्सीन का निर्माण किया गया है। ‘कोविशील्ड वैक्सीन , कोवैक्सीन, इस वैक्सीन का उत्पादन भारत में सीरम इन्सटीट्यूट द्वारा किया गया है। कोवैक्सीन, का उत्पादन
भारत बायोटिक द्वारा किया जा रहा है।
17 मार्च 2021 के ताजा अपडेट के अनुसार पूरी दुनिया में कुल संक्रमित लोगों का आँकड़ा 12, 13, 70, 336 पहुँच गया था।
भारत में कोरोना वायरस का कुल आंकड़ा 1,4,38,734 तक पहुँच गया था। 1,59,079 लोगों की तब तक मौत हो चुकी थी। वर्तमान में इस बीमारी से बचाव के लिए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जाए और मास्क लगाया जाए।
(ii) पॉलीथिन थैलियों पर अनिवार्य प्रतिबंध
- पॉलीथिन थैलियों का प्रचलन, प्रसार,
- प्रतिबंध की आवश्यकता,
- सरकार और आम आदमी के सहयोग,
उत्तर:
पॉलीथिन थैलियों पर अनिवार्य प्रतिबंध
पॉलीथिन बैग आज सबसे अधिक इस्तेमाल की जाने वाली चीजों में से एक हैं। यह हमारे काम को आसान बनाता है और हमें बहुत सारी सुविधाएँ देता है। अब हमने उसे जीवन का एक अनिवार्य हिस्सा बना लिया है। हम विभिनन प्रयोजनों के लिए लगभग प्रत्येक दिन उनका उपयोग करते हैं। उपयोग इस हद तक है कि हम अक्सर दुकानदार पर गुस्सा करते हैं जो हमें प्लास्टिक की थैली देने से मना कर देता है। हर बार अपना बैग ले जाना ही कठिन हो जाता है।
सरकार द्वारा प्लास्टिक की थैलियों पर प्रतिबन्ध के कारण दुकानदार का इन्कार होता है। एक बार आश्चर्य होता है क्यों ? प्लास्टिक की थैलियाँ हमारे जीवन को आसान बनाती हैं, लेकिन किस कौमत पर ? वे हमारी पृथ्वी और पर्यावरण को नुकसान पहुँचार्ती हैं। यह उचित समय है, जब हमें सभी प्लास्टिक की थैलियों का उपयोग करना बन्द कर देना चाहिए।
प्लास्टिक थैलियाँ प्रदूषण का एक प्रमुख स्त्रोत हैं। चूँकि वे गैर-बायोडिग्रेडेबल हैं, इसलिए उन्हें विघटित होने में वर्षों लगते हैं। यह भूमि प्रदूषण तथा जल प्रदूषण की बढ़ती समस्या में योगदान देता है। जैसे ही लोग सड़कों पर, नालियों और नदियों में लापरवाही से थैलियाँ फैकते हैं वे कभी-2 गहरे पानी में चली जाती हैं और जलीय जीवन को बाधित करती हैं। यह मिट्टी को भी दूषित करतीं हैं, जिससे पौधों के विकास में बाधा उत्पन्न होती है। रसायन मिट्टी को बाधित करता है और कृषि में हस्तक्षेप करता है।
सरकार ने प्लास्टिक की थैलियों के उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया है, लेकिन फिर भी प्रतिबंध के बावजूद लोग इसका उपयोग जारी रखते हैं। इन कानूनों को सख्ती से लागू करने के लिए सरकार को इसका इस्तेमाल करने वालों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करनी चाहिए। इसके अलावा, हम में से प्रत्येक को इस प्रतिबन्ध का अभ्यास करने और इसे सफ़ल बनाने के लिए आगे आना चाहिए। हमें दुकानदारों से प्लास्टिक थैलियाँ नहीं खरीदनी चाहिए।
हमें बच्चों को प्लास्टिक थैलियों के इस्तेमाल से बचने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए। यदि हम किसी को इसका उपयोग करते हुए देखते हैं, तो हमें उन्हें तुरन्त रोकना चाहिए। प्लास्टिक को कभी भी सड़कों पर न फैकें, क्योंकि इसके सेवन से जानवर मर जाते हैं। हमें प्लास्टिक पर प्रतिबन्ध लगाने और दुनिया को सुरक्षित और स्वस्थ बनाने के लिए एकजुट होना चाहिए।
(iii) कृत्रिम बुद्धिमत्ता (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) का दौर
- कृत्रिम बुद्धिमता क्या है? कैसे काम करती है?
- वर्तमान में इसका प्रचार-प्रसार अधिक कैसे हुआ ?
- इसके लाभ और खतरे, हमारे जीवन पर प्रभाव
उत्तर:
कृत्रिम बुद्ध्धिमत्ता
(आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) का दौर
आर्टीफिशियल इंटेलिजेंस वह तकनीक है जो मानव बुद्धि से जुड़े कौशल का उपयोग करके बुद्धिमानी से व्यवहार करती है, जिसमें स्वमत रूप से देखने, सीखने, तर्क करने और कार्य करने की क्षमता शामिल है।
इसके माध्यम से कम्प्यूटर प्रणाली या रोबोटिक प्रणाली को तैयार किया जाता है, जिसे उन्हें तककों के आधार पर चलाने का प्रयास किया जाता है, जिसके आधार पर मानव मस्तिष्क काम करता है। आर्टीफिशियल इंटेलिजैंस कम्प्यूटर द्वारा नियन्त्रित रोबोट या फिर मनुष्य की तरह इंटेलिजेंस तरीके से सोचने वाला सॉफ्टवेयर बनाने का एक तरीका है। आर्टीफिशियल इंटेलिजेंस वास्तव में कैसे काम करता है, इसको सीखने के लिए आपको कम्प्यूटर प्रोग्राम और कम्प्यूटेशन कौशल तथा उन सब डोमेन को समझने की आवश्यकता है, जो आर्टीफिशियल इंटेलिजेंस में काम करते हैं या जिनकी जरूरत आर्टीफिशियल इंटेलिजेंस में होती है।
आर्टीफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग वर्तमान समय में मानव से जुड़े हुए जितने भी कार्य हैं, उनमें होना शुरू हो गया है। स्वास्थ्य क्षेत्र, ई कारमर्स, हयूमन (नाश) रिसोर्सेज, कस्टमर सर्विसेज एवं पैकेजिंग क्षेत्रों में इसका अधिक उपयोग हो रहा है।
कोई भी नई टेक्नोलॉजी हमारे जीवन को और बेहतर बना देती है। इसमें कोई भी शक नहीं है। आर्टीफिशियल इंटेलिजेंस से मानव ज्ुटियाँ कम हो जाती हैं यह 24 × 7 उपलब्ध होता है। रिपिटेटिव वर्क (Repetitive Work) को कम करता है। तेज और सही निर्णय लेने में सक्षम, डिजिटल सहायता, बेहतर कम्यूनिकेशन एवं सुरक्षा में सुधार इसके सभी लाभ हैं।
इस तकनीक से एक्सरे लीडिंग, डॉक्टर्स को अनुसंधान में मदद, मरीजों का बेहतर तरीके से इलाज सम्भव है। यह तकनीक भविष्य में इंसानों के लिए मददगार या फिर नुकसानदायक भी हो सकती है। दरअसल, आर्टीफिशियल इंटेलिजेंस मिल जाने के बाद मशीनें यदि स्वयं निर्णय ले सकेंगी तो उनकी इंसानों पर निर्भरता खत्म हो जाएगी, ऐसे में इससे हानि भी सम्भव हैं। इसके आने से सबसे ज़्यादा बेरोजुगारी बढ़ेगी, क्योंकि आने वाले समय म॑ इंसानों की जगह मशीनों से काम कराया जाएगा, इससे मानव जाति का अन्त हो सकता है। क्योंकि रोबोट्स इस तकनीक के माध्यम से अपने आप को विकसित करके स्वयं खतरनाक हथियार बना सकते हैं।
प्रश्न 15.
किसी एक विषय पर लगभग 100 शब्दों में पत्र लिखिए – (5 × 1 = 5)
आपके मित्र को ऑनलाइन शॉपिंग की लत लग गई है। इससे होने वाली हानियों से सावधान करते हुए उसे लगभग 100 शब्दों में पत्र लिखिए।
उत्तर:
पुष्पांजली नगर
आगरा
दिनांक xxxx
प्रिय मित्र
शशांक
सप्रेम नमस्कार।
मैं यहाँ सकुशल हूँ, आशा करता हूँ कि आप भी कुशलपूर्वक होंगे। आजकल आप ऑनलाइन शॉपिंग के शौकीन हो रहे हो। आप नहीं जानते कि तेजी से बढ़ रही ऑनलाइन शॉपिंग नकली उत्पादों की बिक्री के मौके भी बढ़ा रही है। ई-कामर्स कम्पनियों से ग्राहकों को ‘एक तिहाई उत्पाद नकली मिल रहे हैं। सर्वेक्षण से पता चला है कि पिछले छ: महीनों में ऑनलाइन खरीदारी करते समय तीन ऑनलाइन खरीदारों में से एक को नकली उत्पाद प्राप्त हुए हैं। ऑनलाइन उत्पाद खरीदने से पहले आप ब्रांड की अधिकाधिक वेबसाइड पर बिक रहे उत्पाद से तुलना करें, दूसरा आप बॉक्स के ऊपर छपे आईएमआई नम्बर को भी देखें और अधिकाधिक वेबसाइड पर मिलाएँ एवं अमेजॉन पर कुछ उत्पादों के खिलाफ़ इस उत्पाद को थर्ड पार्टी विक्रेताओं की तरफ़ से पेश किया जाता है, लेकिन इस आइटम को
आपको “ अमेजॉन पूर्ति केन्द्र ” से भेजा जाता है, इस प्रकार आप घटिया प्रोडक्ट, शिपिंग चार्ज रिटर्न पॉलिसी, डिलीवरी समस्या को ध्यान में रखकर ही ऑनलाइन शॉपिंग करें।
आशा ही नहीं, पूर्ण विश्वास है कि तुम मेरे द्वारा बताई गई उपरोक्त बातों को अवश्य ध्यान में रखकर ही ऑनलाइन शॉपिंग का मन बनाओगे। पत्र का उत्तर शीघ्र देना। माता-पिता को प्रणाम।
तुम्हारा मित्र/शुभेच्छु
शेखर
‘फरीदाबाद
अथवा
अपने क्षेत्र की महिलाओं के लिए सिलाई-कढ़ाई प्रशिक्षण केंद्र की स्थापना हेतु मुख्यमंत्री को लगभग 100 शब्दों में पत्र लिखिए।
उत्तर:
सेवा में,
माननीय मुख्यमंत्री जी
लखनऊ।
दिनांक
विषय-महिलाओं के लिए सिलाई-कढ़ाई प्रशिक्षण केन्द्र की स्थापना हेतु पत्र।
माननीय महोदय जी,
वर्तमान परिस्थितियों में महिलाओं को रोजगार प्रदान करना ही मेरा लक्ष्य है इसीलिए मैं अपने ग्रामीण क्षेत्र की बेरोजगार महिलाओं को रोजगार प्रदान करने हेतु स्थानीय स्तर पर इस प्रशिक्षण केन्द्र की स्थापना करना चाहता हूँ। सिलाई-कढ़ाई प्रशिक्षण प्राप्त करके महिलाएँ घर बैठे लोगों के कपड़े सिलकर अच्छी आमदनी अर्जित कर सकें। इस प्रशिक्षण केन्द्र को खोलने का एक मात्र उद्देश्य यही है कि महिलाएँ आत्मनिर्भर बनकर पारिवारिक आय को बढ़ाने में सहयोग देंगी तथा अपने जीवन को बेहतर बनाकर बच्चों को अच्छी शिक्षा प्रदान कर उन्हें एक श्रेष्ठ नागरिक बनाएँगी। वास्तव में महिलाएँ ही परिवार की धुरी हैं, उनकी सहायता करना ही हमारा पुनीत कार्य है। आपसे अनुरोध ही नहीं विनम्र निवेदन है कि उपरोक्त कार्य योजना को आप शीघ्रातिशीघ्र क्रियान्बित करने की कृपा करें।
सधन्यवाद
भवदीय
विनीत कुमार शर्मा
गाँव-तेहरा
जिला आगरा।
प्रश्न 16.
आप स्मित/स्मिता हैं। अ.ब.स. कपड़े की फैक्ट्री में एक सुपरवाइजर की आवश्यकता है। आपने इसी वर्ष 2वीं की परीक्षा विज्ञान विषयों के साथ प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण की है। अपनी शैक्षणिक योग्यता और रुचि का वर्णन करते हुए इस पद के लिए लगभग 80 शब्दों में अपना स्ववृत तैयार कीजिए। (5 × 1 = 5)
उत्तर:
सेवा में,
लता टेक्सटाइल्स
नई दिल्ली
‘विषय-फैक्ट्री में सुपरवाइजर के पद के लिए आवेदन हेतु
महोदय,
मैंने एक अखबार में आपकी कपड़े की फैक्ट्री का विज्ञापन देखा जिसमें सुपरवाइजर के लिए एक पद रिक्त है। इस पद हेतु मैं अपना आवेदन-पत्र आपकी सेवा में प्रेषित कर रहा हूँ। इसके साथ मेरा स्ववृत्त निम्नलिखित है –
नाम – स्मित
पिता का नाम – श्री रमेश
माता कानाम – श्रीमती लीला देवी
जन्मतिथि – 1/3/1992
वर्तमान पता – 232, छलेसर आगरा
दूरभाष संख्या – 6820x33x44
मोबाइल संख्या. – 8939xxxxxx
शैक्षणिक योग्यताएँ
अन्य सम्बन्धित योग्यताएँ
कम्प्यूटर का अच्छा ज्ञान।
अंग्रेजी भाषा का अच्छा ज्ञान (बोलचाल में)
उद्घोषणा
मैं प्रमाणित करता हूँ कि उपर्युक्त सभी सूचनाएँ सत्य हैं।
दिनांक: 28/2/xxxx
स्थान: आगरा
हस्ताक्षर: …….
अथवा
आप रूपाली / मयंक हैं। ई-मेल द्वारा बैंक प्रबंधक को अपनी पास-बुक खोने की सूचना लगभग 80 शब्दों में दीजिए।
उत्तर:
From : [email protected]
To : [email protected]
CC : ……..
BCC : …….
विषय – बैंक की पास बुक खोने की सूचना देने हेतु
महोदय,
मेरा नाम मयंक सिंह है। मैं दयालबाग क्षेत्र का निवासी हूँ तथा आपकी बैंक का उपभोक्ता भी। मैं एक सप्ताह से अपनी पासबुक की तलाश कर रहा हूँ लेकिन वह मुझे मिल नहीं रही है। शायद कहीं गिर गई होगी। आपसे अनुरोध है कि मेरी नई पासबुक बनवा दें। मैं सदा आपका आभारी रहूँगा। बैंक से सम्बन्धित मेरी जानकारियाँ निम्नलिखित हैं –
खाता संख्या – 2834xxxxxx
सधन्यवाद
मयंक सिंह
प्रश्न 17.
आपके विद्यालय के बच्चों ने दीपावली के दीए, मोमबत्ती आदि तैयार किए हैं। उनकी बिक्री के लिए लगभग 40 शब्दों में विज्ञापन तैयार कीजिए। (4 × 1 = 4)
उत्तर:
अथवा
होली के अवसर पर अपने मित्र को लगभग 40 शब्दों में बधाई संदेश भेजिए।
उत्तर:
दिनांक; 8/3/20xx
समय; 7:00 a.m.
प्रिय पिंकी,
होली का गुलाल हो, रंगों की बहार हो, गुजिया की मिठास हो और एक बात खास हो, सब के दिल में प्यार हो। मेरी और मेरे परिवार की तरफ़ से तुम्हें होली की बहुत-बहुत शुभकामनाएँ। होली के रंगों की तरह तुम्हारे जीवन में सदैव रंग भरे रहें। गुजिया की मिठास की तरह हमारी मित्रता भी सदैव मीठी रहे।
तुम्हारी सहेली
पूनम बघेल।