CBSE Class 6 Hindi Vyakaran अशुद्ध वाक्यों का संशोधन
भाषा की सही जानकारी न होने पर वाक्य में अशुद्धधियाँ होती हैं। वाक्य-रचना में अन्विति, पदक्रम या वाच्य संबंधी अशुद्धियाँ होती हैं।
अन्चिति संबंधी अशुदूधियाँ
अशुद्ध
1. क्या आप आ पाओगे?
2. श्री कृष्ण के अनेकों नाम हैं।
3. प्राचार्य शिक्षक को बुलाए।
4. दो लड़का आ रहा है।
5. यह मेरा घड़ी है।
शुदूध
क्या आप आ पाएँगे?
श्री कृष्ण के अनेक नाम हैं।
प्राचार्य ने शिक्षक को बुलाया।
दो लड़के आ रहे हैं।
यह मेरी घड़ी है।
पदक्रम संबंधी अशुदूधियाँ
अशुदूध
1. सहयोगियों के हम आभारी हैं।
2. बस यहाँ किताबें रखी हैं।
3. मुझे काटकर प्याज दो।
4. सीता जो राम की पत्नी थीं, एक आदर्श नारी थीं।
5. पिता जी ने भेजा मुझे बाज़ार।
6. एक फूल की माला लाओ।
शुदूध
हम सहयोगियों के आभारी हैं।
यहाँ बस किताबें रखी हैं।
प्याज काटकर मुझे दो।
राम की पत्नी सीता एक आदर्श नारी थीं।
पिता जी ने मुझे बाज़ार भेजा।
फूलों की एक माला लाओ।
चाच्य संबंधी अशुदूधियाँ
अशुद्रथ
1. आप पढ़ लिए हैं।
2. यह कविता इनसे लिखी गई है।
3. मैं आम खाया गया।
4. उसे विद्यालय बुलाया है।
5. माँ ने मिठाई बाँटी गई।
6. पुलिस चोरों का पीछा किया।
शुदूध
आपने पढ़ लिया है।
यह कविता इनके द्वारा लिखी गई है।
मुझसे आम खाया गया।
उसे विद्यालयय बुलाया गया है।
माँ द्वारा मिठाई बाँटी गई।
पुलिस ने चोरों का पीछा किया।
पुनरुक्ति की अशुदूधियाँ
वाक्य में ऐसी अशुद्दधियाँ भी मिलती हैं जब एक ही बात दो बार कही जाती है।
अशुदूध
यहाँ देखने योग्य अनेक दर्शनीय स्थल हैं।
शुदूध
यहाँ अनेक दर्शनीय स्थल हैं।
उपर्युक्त वाक्य में दर्शनीय का अर्थ ही है-देखने योग्य। अतः उसे अलग से लिखने की आवश्यकता नहीं है। वाक्य में अनावश्यक या अनुपयुक्त शब्दों के प्रयोग से भी अशुद्धिधि होती है।
वाक्य संशोधन संबंधी अन्य उदाहरण-
संज्ञा संबंधी अशुदूधियाँ
अशुदूध
1. मेरे जाने की व्यवस्था का प्रबंध करें।
2. पिता जी का मन गद्गद हो गया।
3. वह मेरे शब्दों पर ध्यान नहीं देते।
4. मकान गिर जाने का संदेह है।
5. फसल नाश हो गई।
6. शब्द लोप हो गया।
7. मैं पत्र को लिखता हूँ।
शुदूध
मेरे जाने की व्यवस्था करें।
पिता जी गद्गद हो गए।
वे मेरी बातों पर ध्यान नहीं देती।
मकान गिर जाने का भय है।
फसल नष्ट हो गई।
शब्द लुप्त हो गया।
मैं पत्र लिखता हूँ।
विशेषण संबंधी अशुदूधियाँ
अशुद्ध
1. वह बड़ा अच्छा लड़का है।
2. अमृता रूपवान है।
3. उसे भारी कष्ट था।
4. बड़ी गहरी समस्या है।
5. यहाँ भारी भीड़ है।
6. प्रत्येक को एक-एक इनाम मिलेगा।
शुदूध
वह बहुत अच्छा लड़का है।
अमृता रूपवती है।
उसे बहुत कष्ट था।
बड़ी गंभीर समस्या है।
यहाँ बहुत भीड़ है।
प्रत्येक को एक इनाम मिलेगा।
सर्वनाम संबंधी अशुदूधियाँ
अशुदूध
1. वह मेरा बात नहीं सुनता।
2. तुम तुम्हारा नाम बताओ।
3. मैं उन्हीं से मिलना चाहती हूँ।
4. रसोई से कौन आवाज़ आ रही है।
5. आपने मेरे को किताब दिया।
6. तू चले जाओ।
श्रुद्ध
वह मेरी बात नहीं सुनता।
तुम अपना नाम बताओ।
मैं उनसे मिलना चाहती हूँ।
रसोई से कैसी आवाज़ आ रही है।
आपने मुझे किताब दी।
तुम चले जाओ।
क्रिया संबंधी अशुद्धियाँ
अशुदूध
1. मैंने ईश्वर.का दर्शन किया।
2. वह चलने लग पड़ा।
3. उसने पत्र में कहा था।
4. वह नौकरी पा गया।
5. छुट्टी की आशा की जा रही है।
6. राधा ने मोहन को माखन दी।
शुदूध
मैंने ईश्वर के दर्शन किए।
वह चलने लगा।
उसने पत्र में लिखा था।
उसे नौकरी मिल गई।
छुट्टी की आशा है।
राधा ने मोहन को माखन दिया।
परसर्ग संबंधी अशुदूधियाँ
अशुदूध
1. उसने यह काम करना है।
2. हमें कई बातों को सीखना है।
3. मैं लिख दिया हूँ।
4. यह लेख कई विचारों को उत्पन्न करता है।
5. बालक ने भोजन कर स्कूल गया।
6. वह दवा माँगी।
शुदूध
उसे यह काम करना है।
हमें कई बातें सीखनी हैं।
मैंने लिख दिया है।
यह लेख कई विचार उत्पन्न करता है।
बालक भोजन करके स्कूल गया।
उसने दवा माँगी।
अभ्यास-प्रश्न
प्रश्न 1.
वाक्य-रचना में कितने प्रकार की अशुदूधियाँ होती हैं?
प्रश्न 2.
निम्नलिखित वाक्यों को शुद्ध कीजिए-
(क) मैं आपको कृतज्ञ हूँ।
(ख) गुलामी की दांसता का अंत हो गया।
(ग) भोजन को स्वादिष्ट होना चाहिए।
(घ) मैंने उसे एक प्रतिमा समर्पण की।
(ङ) तुम सबसे सुंदरतम हो।
(च) हमारा लक्ष्य शिक्षा होनी चाहिए।
(छ) सीधा आदमी ऐसा नहीं देखा।
(ज) डाकुओं ने चौकी लूटी गई।
(झ) उसके रहन-सहन का दर्जा ऊँचा है।
(अ) मेरे पिता जी कल को आएँगे।