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CBSE Sample Papers for Class 10 Hindi Course B Set 4 with Solutions
समय : 3 घंटे
पूर्णांक : 80
सामान्य निर्देश :
(i) इस प्रश्न-पत्र में दो खण्ड हैं- खंड ‘अ’ और ‘ब’
(ii) खंड ‘अ’ में उपग्रश्नों सहित 45 वस्तुपरक प्रश्न पूछे गए हैं, दिए गए निर्देशों का पालन करते हुए कुल 40 प्रश्नों के उत्तर दीजिए।
(iii) खंड ‘ब’ में वर्णनात्मक प्रश्न पूछे गए हैं, आंतरिक विकल्प भी दिए गए हैं।
(iv) निर्देशों को बहुत सावधानी से पढ़िए और उनका पालन कीजिए।
(v) दोनों खंडों के कुल 8 प्रश्न हैं। दोनों खंडों के प्रश्नों के उत्तर देगा अनिवार्य है।
(vi) यभासंभव दोनों खंडों के प्रश्नों के उत्तर क्रमश: लिखिए।
खंड ‘अ’- वस्तुपरक प्रश्न (अंक 40)
प्रश्न 1.
निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर इसके आधार पर सर्वाधिक उपयुक्त उत्तर वाले विकल्प चुनकर लिखिए- (1 × 5 = 5)
परिश्रम यानी मेहनत अपना जवाब आप ही है। उसका अन्य कोई जवाब न है, न हो सकता है अर्थात् जिस काम के लिए परिश्रम करना आवश्यक हो, हम चाहें कि वह अन्य किसी उपाय से पूरा हो जाए, ऐसा हो पाना कतई संभव नहीं। वह तो लगातार और मन लगाकर परिश्रम करने से ही होगा। इसी कारण कहा जाता है कि “उद्योगिनं पुरुषसिंहमुपैति लक्ष्मी” अर्थात् उद्योग या परिश्रम करने वाले पुरुष सिंहों का ही लक्ष्मी वरण करती है। सभी प्रकार की धन-संपत्तियाँ और सफ़लताएँ लगातार परिश्रम से ही प्राप्त होती हैं। परिश्रम ही सफलता की कुंजी है, यह परीक्षण की कसौटी पर कसा गया सत्य है। निरंतर प्रगति और विकास की मंजिलें तय करते हुए हमारा संसार आज जिस स्तर और स्थिति तक पहुँच पाया है, वह सब हाथ पर हाथ रखकर बैठे रहने से नहीं हुआ। कई प्रकार के विचार बनाने, अनुसंधान करने, उनके अनुसार लगातार योजनाएँ बनाकर तथा कई तरह के अभावों और कठिनाइयों को सहते हुए निरंतर परिश्रम करते रहने से ही संभव हो पाया है। आज जो लोग सफ़लता के शिखर पर बैठकर दूसरों पर शासन कर रहे हैं, आदेश दे रहे हैं, ऐसी शक्ति और सत्ता प्राप्त करने के लिए पता नहीं किन-किन रास्तों से चलकर, किस-किस तरह के कष्ट और परिश्रमपूर्ण जीवन जीने के बाद उन्हें इस स्थिति में पहुँच पाने में सफलता मिल पाई है। हाथ-पैर हिलाने पर ही कुछ पाया जा सकता है, उदास या निराश होकर बैठ जाने से नहीं। निरंतर परिश्रम व्यक्ति को चुस्त-दुरुस्त रखकर सजग तो बनाता ही है, निराशाओं से दूर रख आशा-उत्साह भरा जीवन जीना भी सिखाया करता है।
(i) परीक्षण की कसौटी पर कसे जाने से तात्पर्य है-
(क) सत्य सिद्ध होना
(ख) कथन का प्रामाणिक होना
(ग) आंकलन प्रक्रिया तीव्र होना
(घ) योग्यता का मूल्यांकन होना
उत्तर:
(ख) कथन का प्रामाणिक होना
(ii) निम्नलिखित कथन (A) तथा कारण (R) को ध्यानपूर्वक पढ़िए। उसके बाद दिए गए विकल्पों में से कोई एक सही विकल्प चुनकर लिखिए।
कथन (A) : हाथ-पैर हिलाने से ही कुछ पया जा सकता है।
कारण (R) : हाथ-पैर हिलाने से लेखक का तात्पर्य परिश्रम से है।
(क) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों गलत हैं।
(ख) कथन (A) गलत है लेकिन कारण (R) सही है।
(ग) कथन (A) सही है, लेकिन कारण (R) उसकी गलत व्याख्या करता है।
(घ) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों ही सही हैं तथा कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या करता है।
उत्तर:
(घ) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों ही सही हैं तथा कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या करता है।
(iii) निम्नलिखित गद्यांश से मेल खाते वाक्यों के उचित विकल्प चुनकर लिखिए। ह।
(क) परिश्रम व्यक्ति को सकारात्मक बनाता है।
(ख) आज संसार पतन की ओर बढ़ रहा है।
(ग) पुरुषार्थ के बल पर ही व्यक्ति धनार्जन करता है।
(घ) उपर्युक्त में से कोई नहीं।
उत्तर:
(क) और (ग) सही है।
(iv) निम्नलिखित में से कौन-सा शब्द गद्यांश में दिए गए ‘ अनुसंधान ‘ शब्द के सही अर्थ को दर्शाता है-
(क) परीक्षण
(ख) योजनाएँ
(ग) अन्वेषण
(घ) सिंहमुपैति
उत्तर:
(ग) अन्वेषण
व्याख्या-‘ अनुसंधान” शब्द का सही अर्थ अन्वेषण होता है।
(v) निम्नलिखित में से किस कथन को गद्यांश की सीख के आधार पर कहा जा सकता है-
(क) अल्पज्ञान खतरनाक होता है।
(ख) गया समय वापस नहीं आता है।
(ग) मेहनत से कल्पना साकार होती है।
(घ) आवश्यकता आविष्कार की जननी है।
उत्तर:
(ग) मेहनत से कल्पना साकार होती है।
व्याख्या-गद्यांश की सीख के आधार पर कहा जा सकता है कि मेहनत का फल मीठा होता है अर्थात् मेहनत से कल्पना साकार होती है।
प्रश्न 2.
निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर इसके आधार पर सर्वाधिक उपयुक्त उत्तर वाले विकल्प चुनकर लिखिए- (1 × 5 = 5)
कृषि में हरी खाद उस सहायक फ़सल को कहते हैं जिसकी खेती मुख्यतः भूमि में पोषक तत्त्वों को बढ़ाने तथा उसमें जैविक पदार्थों की पूर्ति करने के उद्देश्य से की जाती है। प्रायः इस तरह की फ़सल को हरित स्थिति में हल चलाकर मिट्टी में मिला दिया जाता है। हरी खाद से भूमि की उपजाऊ शक्ति बढ़ती है और भूमि कौ रक्षा होती है। मृदा के लगातार उपयोग से उसमें उपस्थित पौधे की बढ़वार के लिए आवश्यक तत्त्व नष्ट होते जाते हैं। इनकी क्षतिपूर्ति के लिए और मिट्टी की उपजाऊ शक्ति को बनाए रखने के लिए हरी खाद एक उत्तम विकल्प है। बिना गले-सड़े हरे पौधे (फसलों अथवा उनके भाग) को जब मिट्टी की नत्रजन या जीवांश की मात्रा बढ़ाने के लिए खेत में दबाया जाता है तो इस क्रिया को हरी खाद देना कहते हैं।
हरी खाद के उपयोग से न सिर्फ़ जीवांश भूमि में उपलब्ध होता है बल्कि मृदा की भौतिक, रासायनिक एवं जैविक दशा में भी सुधार होता है। वातावरण तथा भूमि प्रदूषण की समस्या को समाप्त किया जा सकता है। लागत घटने से किसानों कौ आर्थिक स्थिति बेहतर होती है, भूमि में सूक्ष्म तत्त्तों की आपूर्ति होती है साथ ही साथ मृदा की उर्वरा शक्ति भी बेहतर हो जाती है।
(i) हरी खाद का उपयोग खेतों में क्यों किया जाना चाहिए?
(क) रासायनिक खाद की महँगी लागत से बचने के लिए।
(ख) रासायनिक खाद के जहर से बचने के लिए।
(ग) खेती के पारंपरिक तरीकों को बढ़ावा देने के लिए।
(घ) मिट्टी की उर्वरता और गुणवत्ता बढ़ाने के लिए।
उत्तर:
(क) रासायनिक खाद की महँगी लागत से बचने के लिए।
व्याख्या-हरी खाद का उपयोग करने से भूमि में पोषक तत्त्वों की पूर्ति तो होती ही है और इसके साथ ही किसान रासायनिक खाद की महँगी लागत से बच जाते हैं।
(ii) मिद्टी का उपजाऊपन कैसे कम हो जाता है? ॥।
(क) रासायनिक खाद के उपयोग से।
(ख) समय पर वर्षा न होने से।
(ग) मिट्टी के निरंतर उपयोग से।
(घ) तेज आँधी-तूफान के आने से।
उत्तर:
(ख) समय पर वर्षा न होने से।
व्याख्या-समय पर वर्षा न होने के करण मिट्टी का उपजाऊपन कम हो जाता है।
(iii) “हरी खाद देना ‘ क्रिया कहा जाता है-
(क) खेतों में हरे रंग की खाद का प्रयोग करने को।
(ख) खेतों में ताजी खाद का प्रयोग करने को।
(ग) गलने-सड़ने से पूर्व सहायक फ़सल को खेतों में दबाने को।
(घ) गलने-सड़ने के बाद सहायक फ़सल को खेतों में दबाने को।
उत्तर:
(ख) खेतों में ताजी खाद का प्रयोग करने को।
(iv) हरी खाद के उपयोग से भूमि में क्या परिवर्तन होता है? ह।
(क) भूमि में नमी बढ़ती है।
(ख) वातावरण शुद्ध होता है।
(ग) मिट्टी में जीवांश बढ़ते हैं।
(घ) भूमि की उर्वरता बढ़ती है।
उत्तर:
(ख) , (ग) और (घ) सही हैं।
व्याख्या-हरी खाद के उपयोग से वातावरण शुद्ध होता है तथा मिट्टी में जीवांश और भूमि की उर्वरता बढ़ती है।
(v) निम्नलिखित कथन (A) तथा कारण (R) को ध्यानपूर्वक पढ़िए, उसके बाद दिए गए विकल्पों में से कोई एक सही विकल्प चुनकर लिखिए: है
कथन (A) : मिट्टी की उपजाऊ शक्ति को बनाए रखने के लिए हरी खाद एक उत्तम विकल्प है।
‘कारण (R) : हरी खाद से मृदा की भौतिक, रासायनिक एवं जैविक दशा में सुधार होता है और लागत घटती है।
(क) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों गलत हैं।
(ख) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों सही हैं।
(ग) कथन (A) सही है तथा कारण (R) उसकी गलत व्याख्या करता है।
(घ) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों सही हैं, तथा कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या करता है।
उत्तर:
(ग) कथन (A) सही है तथा कारण (R) उसकी गलत व्याख्या करता है।
प्रश्न 3.
निर्देशानुसार ‘पदबंध ‘ पर आधारित पाँच बहुविकल्पीय प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर सही विकल्प चुनकर दीजिए- (1 × 4 = 4)
(i) अब पवन-पुत्र हनुमान का प्रवेश हो गया है। रेखांकित पदबंध है-
(क) संज्ञा पदबंध
(ख) सर्वनाम पदबंध
(ग) विशेषण पदबंध
(घ) क्रियाविशेषण पदबंध
उत्तर:
(क) संज्ञा पदबंध
व्याख्या-संज्ञा पद के स्थान पर प्रयुक्त होने वाले पदबंध “संज्ञा पदबंध’ कहलाते हैं और क्योंकि यहाँ रेखांकित अंश में ‘हनुमान’ (संज्ञा) पद का विस्तार है, अतः यह “संज्ञा पदबंध’ है।
(ii) बाहर से आए मनुष्यों में कुछ शरारती तत्त्व भी हैं। रेखांकित पदबंध है-
(क) संज्ञा पदबंध
(ख) सर्वनाम पदबंध
(ग) विशेषण पदबंध
(घ) क्रियाविशेषण पदबंध
उत्तर:
(ख) सर्वनाम पदबंध
व्याख्या-यहाँ रेखांकित अंश ‘बाहर से आए हुए मनुष्यों में से कुछ में ‘कुछ’ सर्वनाम का विस्तार है, अत: यह ‘सर्वनाम पदबंध’ है।
(iii) वह पुस्तक पढ़ते-पढ़ते सो गया। रेखांकित पदबंध है-
(क) संज्ञा पदबंध
(ख) सर्वनाम पदबंध
(ग) विशेषण पदबंध
(घ) क्रिया पदबंध
उत्तर:
(घ) क्रिया पदबंध
व्याख्या-यहाँ रेखांकित अंश में “सो गया’ क्रिया का विस्तार है, अत: यह “क्रिया पदबंध’ है।
(iv) उसका घोड़ा अत्यंत सुंदर, फूर्तीला और आज्ञाकारी है। रेखांकित पदबंध है-
(क) सर्वनाम पदबंध
(ख) विशेषण पदबंध
(ग) क्रिया पदबंध
(घ) क्रियाविशेषण पदबंध
उत्तर:
(ख) विशेषण पदबंध
व्याख्या-यहाँ रेखांकित अंश “घोड़ा ‘ संज्ञा की विशेषता बताने के कारण “विशेषण पदबंध’ है।
(v) राम ने मोहन की आधी रात तक प्रतीक्षा की। रेखांकित पदबंध है-
(क) विशेषण पदबंध
(ख) क्रिया पदबंध
(ग) क्रियाविशेषण पदबंध
(घ) संज्ञा पदबंध
उत्तर:
(ग) क्रियाविशेषण पदबंध
व्याख्या-यहाँ रेखांकित अंश ‘ आधी रात तक ‘, ‘प्रतीक्षा की ‘ क्रिया की विशेषता बताने के कारण “क्रिया विशेषण पदबंध ‘ है।
प्रश्न 4.
निर्देशानुसार ‘रचना के आधार पर वाक्य भेद ‘ पर आधारित पाँच बहुविकल्पीय प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर सही विकल्प चुनकर दीजिए- (1 × 4 = 4)
(i) निम्नलिखित में से मिश्र वाक्य चुनकर लिखिए-
(क) निकोबार द्वीप के विभक्त होने की एक लोककथा है जो आज भी दोहराई जाती है।
(ख) निकोबार द्वीप के विभक्त होने की एक लोककथा आज भी दोहराई जाती है।
(ग) आज भी दोहराई जाने वाली एक लोककथा निकोबार द्वीप के विभक्त होने की है।
(घ) निकोबार द्वीप के विभक्त होने की एक लोककथा है और वह आज भी दोहराई जाती है।
उत्तर:
(क) निकोबार द्वीप के विभक्त होने की एक लोककथा है जो आज भी दोहराई जाती है।
व्याख्या-इसमें एक प्रधान वाक्य और एक आश्रित उपवाक्य (जो आज भी दोहराई जाती है) है, इसलिए यह मिश्र वाक्य है।
(ii) “ठण्डी बयार समुद्र से चल रही थी और तताँरा को छू रही थी।’ वाक्य-रचना की दृष्टि से है-
(क) मिश्र वाक्य
(ख) सरल वाक्य
(ग) सामान्य वाक्य ह
(घ) संयुक्त वाक्य
उत्तर:
(घ) संयुक्त वाक्य
व्याख्या-यह वाक्य रचना की दृष्टि से संयुक्त वाक्य है क्योंकि इसमें दो सरल वाक्य ‘ और ‘ योजक द्वारा जुड़े हैं।
(iii) ‘कॉलम-1 को कॉलम-2 के साथ सुमेलित कीजिए और सही विकल्प चुनकर लिखिए-
कॉलमा – 1 | कॉलमा – 2 | |
1 | रमन खेलता है और ईशा पढ़ती है। | सरल वाक्य |
2 | बादल घिरते ही मोर नाचने लगा। | संयुक्त वाक्य |
3 | आयुष जैसे ही आया वह, खेलने लगा | मिश्र वाक्य |
विकल्प
(क) 1-(ii), 2-(i), 3-(iii)
(ख) 1-(iii), 2-(ii), 3-(i)
(ग) 1-(i), 2-(ii), 3-(iii)
(घ) 1-(ii), 2-(iii), 3-(i)
उत्तर:
(क) 1-(ii), 2-(i), 3-(iii)
(iv) संयुक्त वाक्य कहलाते हैं-
(क) योजक शब्दों द्वारा जुड़े स्वतन्त्र वाक्य
(ख) योजक शब्दों द्वारा जुड़े आश्रित वाक्य
(ग) योजक शब्दों द्वारा जुड़े निरर्थक वाक्य
(घ) उपर्युक्त में से कोई नहीं
उत्तर:
(क) योजक शब्दों द्वारा जुड़े स्वतन्त्र वाक्य
व्याख्या-संयुकत वाक्य में दो स्वतंत्र (सरल) वाक्य योजक शब्दों जैसे-और, किन्तु, परन्तु, इसलिए, या आदि द्वारा जुड़े होते हैं।
(v) मिश्र वाक्य में कौन-से तीन आश्रित उपवाक्य होते हैं?
(क) संज्ञा उपवाक्य, सर्वनाम उपवाक्य, क्रियाविशेषण उपवाक्य
(ख) सर्वनाम उपवाक्य, विशेषण उपवाक्य, क्रियाविशेषण उपवाक्य
(ग) संज्ञा उपवाक्य, विशेषण उपवाक्य, क्रियाविशेषण उपवाक्य
(घ) उपर्युक्त में से कोई नहीं।
उत्तर:
(ग) संज्ञा उपवाक्य, विशेषण उपवाक्य, क्रियाविशेषण उपवाक्य
प्रश्न 5.
निर्देशानुसार ‘समास’ पर आधारित पाँच बहुविकल्पीय प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर सही विकल्प चुनकर दीजिए- (1 × 4 = 4)
(i) भयाकुल ‘ समस्त पद का सही समास-विग्रह और समास का नाम कौन-सा है?
(क) भय से आकुल – तत्पुरुष समास
(ख) भय से कुल – कर्मधारय समास
(ग) भय में कुल – कर्मधारय समास
(घ) भय में आकुल – तत्पुरुष समास
उत्तर:
(क) भय से आकुल – तत्पुरुष समास
(ii) “आमरण ‘ समस्त पद कौन-से समास का उदाहरण है?
(क) कर्मधारय समास
(ख) तत्पुरुष समास
(ग) अव्ययीभाव समास
(घ) बहुब्रीहि समास
उत्तर:
(ग) अव्ययीभाव समास
व्याख्या-जहाँ प्रथम पद या पूर्व पद प्रधान हो तथा समस्त पद क्रिया विशेषण अव्यय हो उसे अव्ययीभाव समास कहते हैं।
(iii)निम्नलिखित युग्मों पर विचार कीजिए-
समस्तपद | समास |
1. रसोईघर | (i) तत्पुरुष समास |
2. देशवासी | (ii) कर्मधारय समास |
3. चौराहा | (iii) द्विगु समास |
4. विद्यालय | (iv) तत्पुरुष समास |
उपर्युक्त युग्मों में से कौन-से सही सुमेलित हैं
(क) (i), (iii) और (iv)
(ख) केवल (iii)
(ग) (i) और (iv)
(घ) केवल (ii)
उत्तर:
(क) (i), (iii) और (iv)
(iv) “लंबा है उदर जिसका ‘ विग्रह का समस्त पद है-
(क) लंबादर
(ख) लंबाउदर
(ग) लंबादार
(घ) लंबोदर
उत्तर:
(घ) लंबोदर
(v) “आत्मकथा ‘ समस्त पद का विग्रह है-
(क) आत्मा की कथा
(ख) आत्म की कथा
(ग) आत्मा के लिए कथा
(घ) आत्मा से कथा
उत्तर:
(क) आत्मा की कथा
प्रश्न 6.
निर्देशानुसार “मुहावरे’ पर आधारित छः बहुविकल्पीय प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर सही विकल्प चुनकर दीजिए- (1 × 4 = 4)
(i) बीमारी ने मोहन को लोगों के सामने ………… मजबूर कर दिया।
(क) हाथ फैलाना
(ख) अपना उल्लू सीधा करना
(ग) आवाज उठाना
(घ) आँखें फेर लेना।
उत्तर:
(क) हाथ फैलाना
(ii) माली को देखते ही अमरूद तोड़ते बच्चे बगाचे से… ।
(क) खिलली उड़ाना
(ख) नौ दो ग्यारह होना
(ग) बगलें झाँकना
(घ) भाग जाना
उत्तर:
(ख) नौ दो ग्यारह होना
(iii) सैनिकों ने दुश्मन को ………………. ।
(क) आड़े हाथों लेना
(ख) राह दिखाना
(ग) नीचा दिखाना
(घ) नाकों चने चबाना।
उत्तर:
(घ) नाकों चने चबाना।
(iv) देर रात घर लौटते देखकर बड़े भाई साहब छोटे भाई पर ….. ।
(क) आग-बबूला होना
(ख) तलवार खींच लेना
(ग) बहुत क्रोध में आना
(घ) आवाज उठाना।
उत्तर:
(क) आग-बबूला होना
व्याख्या-देर रात घर लौटते देखकर बड़े भाई साहब छोटे भाई पर आंग-बबूला हो गए। आग बबूला होना अर्थात् क्रोध से उन्मत्त हो जाना है।
(v) रीता की सुन्दर लिखाबट देखकर शिक्षिका ने …………… ली।
(क) तलवार खींचना
(ख) आँखें बिछाना
(ग) दाँतों तले अँगुली दबाना
(घ) आँखे फेरना
उत्तर:
(ग) दाँतों तले अँगुली दबाना
(vi) शिक्षक के बार-बार ……………… पर भी श्याम ने अपनी शैतानी बन्द नहीं की।
(क) आँखें फोड़ना
(ख) दबे पाँव आना
(ग) आड़े हाथों लेना
(घ) आँखें दिखाना
उत्तर:
(घ) आँखें दिखाना
प्रश्न 7.
निम्नलिखित पद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर के लिए सही विकल्प का चयन कीजिए- (1 × 5 = 5)
जिंदा रहने के मौसम बहुत हैं मगर
“ जान देने की रुत रोज़ आती नहीं
हुस्न और इश्क दोनों को रुस्वा करे
वो जवानी जो खूँ में नहाती नहीं
आज धरती बनी है दुल्हन साथियों
अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों
(i) “जान देने की रुत’ किसे कहा गया है?
(कं) मौत का समय
(ख) फ़िदा होने का समय
(ग) देश की रक्षा के लिए प्राणों को न््योछावर करने का समय
(घ) उपर्युक्त में से कोई नहीं।
उत्तर:
(ग) देश की रक्षा के लिए प्राणों को न््योछावर करने का समय
(ii) प्रस्तुत गीत में धरती की तुलना किससे की गई है?
(क) स्त्री से
(ख) दुल्हन से
(ग) माँ से
(घ) बहन से।
उत्तर:
(ख) दुल्हन से
व्याख्या- प्रस्तुत गीत में धरती की तुलना दुल्हन से की गई है।
(iii) “जवानी का खूँ में नहाने’ से क्या आशय है?
(क) देश की रक्षा करते हुए आत्म-बलिदान देना
(ख) पड़ोसी से लड़ते हुए खून बहाना
(ग) जवानी में खून का उबलना
(घ) जवानी में लड़ाई-झगड़ा करना।
उत्तर:
(क) देश की रक्षा करते हुए आत्म-बलिदान देना
व्याख्या-देश की रक्षा के लिए जवानी की अवस्था ही वह अवस्था होती है, जिसमें सौन्दर्य, प्रेम और जोश चरमोत्कर्ष पर होता है। यदि उस समय जवानी में देश की रक्षा करते हुए खून नहीं बहाया, तो वह जवानी व्यर्थ है।
(iv) प्रस्तुत पंक्तियाँ किस कविता से ली गई हैं?
(क) पर्वत प्रदेश में पावस
(ख) आत्मत्राण
(ग) तोप
(घ) कर चले हम फ़िदा।
उत्तर:
(घ) कर चले हम फ़िदा।
(v) उपर्युक्त पद्मांश में कवि ने किस ऋतु की बात की है?
(क) वसन्त ऋतु
(ख) ग्रीष्य ऋतु
(ग) शरद ऋतु
(घ) शहीद ऋतु
उत्तर:
(घ) शहीद ऋतु
प्रश्न 8.
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर देने के लिए उचित विकल्प का चयन कीजिए- (1 × 2 = 2)
(i) तोप अपने बारे में क्या बता रही है?
(क) वह बहुत ही बड़ी है
(ख) वह अब कुछ नहीं कर सकती
(ग) वह अपने वक्त में बहुत शक्तिशाली थी
(घ) वह बहुत ही छोटी-सी है पर कार्य बड़े हैं।
उत्तर:
(ग) वह अपने वक्त में बहुत शक्तिशाली थी
व्याख्या-तोप अपने बारे में यह बता रही है कि वह अपने वक्त में बहुत ही शक्तिशाली थी। उसने अच्छे-अच्छे शूरवीरों के चिथड़े उड़ा दिए थे।
(ii) महर्षि दधीचि की अस्थियों का दिव्यास्त्र किस राक्षस का संहार करने के लिए बनाया गया था?
(क) वृत्रासुर
(ख) मारीच
(ग) कबंध
(घ) कुम्भकरण।
उत्तर:
(घ) कुम्भकरण।
प्रश्न 9.
निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर के लिए सही विकल्प का चयन कीजिए- (1 × 5 = 5)
अंडमान द्वीपसमूह का अंतिम दक्षिणी द्वीप है- लिटिल अंडमान। यह पोर्ट ब्लेयर से लगभग सौ किलोमीटर दूर स्थित है। इसके बाद निकोबार द्वीपसमूह की श्रृंखला आरंभ होती है जो निकोबारी जनजाति की आदिम संस्कृति के केंद्र हैं। निकोबार ट्वीपसमूह का पहला प्रमुख द्वीप है कार-निकोबार जो लिटिल अंडमान से 96 कि.मी. दूर है। निकोबारियों का विश्वास है कि प्राचीन काल में ये दोनों द्वीप एक ही थे। इनके विभक्त होने की एक लोककथा है जो आज भी दोहराई जाती है।
सदियों पूर्व, जब लिटिल अंडमान और कार-निकोबार आपस में जुड़े हुए थे तब वहाँ एक सुंदर-सा गाँव था। पास में एक सुंदर और शक्तिशाली युवक रहा करता था। उसका नाम था ततारा। निकोबारी उसे बेहद प्रेम करते थे।
(i) निकोबार द्वीप समूह की श्रृंखला किसके बाद आरंभ होती है?
(क) अंडमान द्वीपसमूह
(ख) पोर्ट-ब्लेयर
(ग) कार-निकोबार
(घ) लिटिल अंडमान।
उत्तर:
(घ) लिटिल अंडमान।
व्याख्या-अंडमान द्वीप समूह का अन्तिम दक्षिणी द्वीप है लिटिल अंडमान। यह पोर्ट ब्लेयर से लगभग सौ किलोमीटर दूर स्थित है। इसके बाद निकोबार द्वीपसमूह की श्रृंखला आरम्भ होती है।
(ii) निकोबार द्वीप समूह का पहला प्रमुख द्वीप कौन-सा है? विचार कीजिए। है
(1) लिटिल अंडमान
(2) कार-निकोबार
(3) पोर्ट-ब्लेयर
(4) अंडमान।
विकल्प:
(क) केवल (1)
(ख) केवल (2)
(ग) (1) और (2)
(घ) (3) और (4)
उत्तर:
(ख) केवल (2)
व्याख्या-निकोबार द्वीप समूह का पहला प्रमुख द्वीप कार-निकोबार है।
(iii) निम्नलिखित कथन (A) तथा कारण (R) को ध्यानपूर्वक पढ़िए। उसके बाद दिए गए विकल्पों में से कोई एक सही विकल्प चुनकर लिखिए। है
कथन (A): तताँरा-वामीरों कौ कथा अंडमान-निकोबार की है।
कारण (R): तताँरा-वामीरो की कथा ऐतिहासिक है।
(क) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों सही हैं।
(ख) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों गलत हैं।
(ग) कथन (A) सही तथा कारण (R) गलत है।
(घ) कथन (A) गलत तथा कारण (R) सही है।
उत्तर:
(ग) कथन (A) सही तथा कारण (R) गलत है।
(iv) निकोबारी किसे बेहद प्रेम करते थे?
(क) युवक को
(ख) गाँव को
(ग) जनजाति को
(घ) ततौँरा को।
उत्तर:
(घ) ततौँरा को।
व्याख्या-निकोबारी तताँरा को बेहद प्रेम करते थे।
(v) यह किस प्रकार की कहानी है? |
(क) लोककथा
(ख) प्रेमकथा
(ग) ऐतिहासिक कथा
(घ) (क) और (ख) दोनों।
उत्तर:
(घ) (क) और (ख) दोनों।
व्याख्या-यह एक लोककथा तथा प्रेम कहानी है।
प्रश्न 10.
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर देने के लिए उचित विकल्प का चयन कीजिए – (1 × 2 = 2)
(i) कौंसिल का सूक्ष्मदर्शी सरकारी विभाग के लिए क्या था? उचित विकल्प का चयन कीजिए।
(1) खुली चुनौती
(2) डराने-धमकाने
(3) एक अभिमंत्रण
(4) उपरोक्त सभी।
विकल्पः
(क) केवल (1)
(ख) केवल (2)
(ग) केवल (3)
(घ) (2) और (4)
उत्तर:
(क) केवल (1)
व्याख्या-कौंसिल की ओर से निकले नोटिस में चार बजकर चौबीस मिनट पर झंडा फहराए जाने तथा स्वतन्त्रता की प्रतिज्ञा पढ़ी जाने की बात सरकारी विभाग के लिए खुली चुनौती थी।
(ii) “अब कहाँ दूसरों के दुःख से दुःखी होने वाले’ पाठ के लेखक की माँ उन्हें क्या करने के लिए प्रेरित करती थी?
(क) दीया-बाती के समय पेड़ों के पत्ते नहीं तोड़ने के लिए।
(ख) दरिया को सलाम करने के लिए।
(गु) कबूतरों को नहीं सताने के लिए।
(घ) प्रकृति और जीव-जंतुओं से प्रेम करने के लिए।
उत्तर:
(क) दीया-बाती के समय पेड़ों के पत्ते नहीं तोड़ने के लिए।
खंड ‘ब’- वर्णनात्मक प्रश्न (अंक 40)
प्रश्न 11.
निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर लगभग 60 शब्दों में दीजिए- (3 × 2 = 6)
(i) “बड़े भाई साहब’ कहानी का बड़ा भाई शिक्षा को ‘रटंत ज्ञान’ और ‘बे-सिर-पैर की बातें’ मानता है जिनका व्यावहारिक जीवन में कोई अर्थ नहीं, इस संदर्भ में आपके क्या विचार हैं? तर्कपूर्ण उत्तर दीजिए ।
उत्तर:
हमें पढ़ाई को बोझ के रूप में न लेकर सहज रूप में लेना चाहिए। बोझ के रूप में लेने से परेशानी और बढ़ जाएगी। हमें पुस्तकों से मिलने वाली शिक्षा को रटने के स्थान पर समझने की कोशिश करनी चाहिए क्योंकि समझी हुई बातें लंबे समय तक हमारे दिमाग में रहती हैं। हमारे व्यक्तित्व के लिए पढ़ाई जितनी महत्त्वपूर्ण है, उतना ही खेल भी। शिक्षा प्रणाली मे अंग्रेज़ी शिक्षा पर बहुत अधिक बल दिया जाता है। इसके अलावा बालक का विकास नहीं हो पाता। इस शिक्षा में इंग्लैंड का इतिहास पढ़ना जरूरी है। वहाँ के बादशाहों का नाम याद रखना आसान नहीं है। इसका कोई लाभ नहीं है तथा बे-सिर-पैर की बातें सिखाई जाती हैं जिनका कोई लाभ नहीं है। छोटे-छोटे विषयों पर व्यापक निबंध लिखने को कहा जाता है इस प्रकार की शिक्षा प्रणाली से बालकों ‘की मौलिकता नष्ट हो जाती है, उनका स्वाभाविक विकास नहीं हो पाता।
(ii) “कारतूस’ एंकांकी के आधार पर स्पष्ट कीजिए कि सआदत अली वजीर अली का सगा चाचा होते हुए भी उससे नफ़रत क्यों करता था?
उत्तर:
सआदत अली वजीर अली का सगा चाचा था। उसकी नज़र अवध की सत्ता पर थी जिसे हथियाने के लिए उसने अंग्रेजों का सहयोग लिया। इससे वजीर अली के मन में अंग्रेजों के प्रति द्वेष भर गया। सआदत अली और अंग्रेजों के इस व्यवहार से उसे दूर-दूर भटकना पड़ा। अंग्रेजों ने सआदत अली को अवध के तख़्त पर बैठा दिया था। वह अंग्रेजों का दोस्त और ऐश पसंद आदमी था। इसलिए वजीर अली सआदत अली से नफ़रत करता था।
(iii) “तीसरी कसम’ ने साहित्य रचना के साथ किस प्रकार न्याय किया ?
उत्तर:
“तीसरी कसम’ ने साहित्य रचना के साथ शत-प्रतिशत न्याय किया है क्योंकि यह फ़िल्मों में से है जो साहित्य के विषय के साथ-साथ जनता की रुचि पर भी खरी उतरती है। शैलेन्द्र ने राजकपूर जेसे स्टार को ‘हीरामन” बनाकर जनता के सामने प्रस्तुत किया जिसने अपने पात्र के साथ ईमानदारी से अभिनय कर न्याय किया है। लेखक ने यह फ़िल्म समाज के अभिजात्य वर्ग के लिए नहीं अपितु सामान्य जनता को केन्द्र में रखकर बनाई जो साहित्य की आत्मा की सुरक्षित करती है।
प्रश्न 12.
निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर लगभग 60 शब्दों में दीजिए- (3 × 2 = 6)
(i) कबीर ने सच्चा भक्त या पंडित किसे कहा है ? पंडित या भक्त होने के लिए क्या आवश्यक है ?
उत्तर:
कबीर ने सच्चा भक्त या पंडित उसे कहा है जो प्रभु के विरह में बेहाल हो, प्रभु के प्रेम का अनुभव किया हो। उनका मानना है कि धार्मिक ग्रंथ पढ़ने से कोई सच्चा भक्त या पंडित नहीं बनता, अपितु जिसने ईश्वर-प्रेम का एक भी अक्षर पढ़ लिया है अर्थात् जिसने ईश्वर-प्रेम का व्यावहारिक अनुभव प्राप्त कर लिया है वही संसार का सबसे बड़ा विद्वान और ज्ञानी है। इससे स्पष्ट है कि पंडित या भक्त होने के लिए ईश्वर-प्रेमी होना आवश्यक है।
(ii) “तोप’ कविता का प्रतिपाद्य अपने शब्दों में लिखिए।
उत्तर:
- 1857 के स्वतन्त्रता संग्राम में प्रयुक्त तोप अंग्रेजी शासन की निरंकुशता/शक्ति का प्रतीक शवित पर अहंकार नहीं करना चाहिए, क्योंकि शक्ति स्थायी नहीं होती हक ः
- तोप अब शक्तिहीन, प्रदर्शन की वस्तु मात्र
- शक्ति को विनाश में नहीं, सृजन में लगाना सार्थक
- इतिहास में की गई गलतियों से सीख लेकर भविष्य में सजग और सतर्क रहने की प्रेरणा।
व्याख्यात्मक हल-
प्रस्तुत कविता शस्त्र शक्ति और बलपूर्वक दमन का विरोध करती है। प्रस्तुत कविता में वर्णित तोप 1857 के स्वतन्त्रता संग्राम में प्रयुक्त हुई है, जो अंग्रेज़ी शासन की निरंकुशता और शक्ति का प्रतीक है लेकिन अपनी इस निरंकुशता व शक्ति पर किसी को भी अहंकार नहीं करना चाहिए क्योंकि ये शक्ति स्थायी नहीं होती। तोपों से, तलवारों से जनता की आवाज को कुछ समय के लिए दबाया जा सकता है, हमेशा के लिए नहीं। जनता का विद्रोह समय आने पर बड़ी-बड़ी तोपों का मुँह बन्द कर देता है, बड़े-बड़े अत्याचारियों को उखाड़ ‘फेंकता है। देश के स्वतन्त्रता सेनानियों ने भी निरंकुश अंग्रेजों का शासन उखाड़ फेंका। उसके बाद तो ये तोप भी शक्तिहीन हो चुकी है। केवल प्रदर्शन की वस्तुमात्र रह गई है। ये केवल बच्चों का खिलौना बन चुकी है। इसकी व्यर्थता का उपहास भी उड़ाया जाता है। इससे यह संदेश भी मिलता है कि अपनी शक्ति को कभी भी विनाश के कार्यों में नहीं लगाना चाहिए क्योंकि बुरे का अंत हमेशा बुरा ही होता है। सार्थक कार्यों में लगने पर यह शक्ति विध्वंसक नहीं, सृजनात्मक हो जाती है जो नए उज्ज्वल भविष्य को बनाती है। इस तोप से हमें इतिहास में की गई गलतियों से सीख लेकर भविष्य में सजग और सतर्क रहने की प्रेरणा मिलती है जिससे हम अतीत की गलतियों को फिर से न दोहरा पाएँ।
(iii) “आत्मत्राण’ कविता में किसी सहायक पर निर्भर न रहने की बात कवि क्यों कहता है? कविता का केन्द्रीय भाव अपने शब्दों में लिखिए।
उत्तर:
- कवि स्वावलम्बी है और वह अपने बलबूते जीवन की सभी बाधाओं और विपत्तियों का सामना करना चाहता है।
केन्द्रीय भाव- - विपत्ति के समय ईश्वर पर विश्वास बनाए रखना त
- सुख के समय भी ईश्वर को याद खखना
- अप और पुरुषार्थ के बल पर बाधाओं
- सहायक न मिलने पर भी विचलित न होना।
(उपयुक्त विस्तार अपेक्षित)
व्याख्यात्मक हल-
आत्मत्राण’ कविता में किसी सहायक पर निर्भर न रहने की बात कवि इसलिए कहता है कि यदि ऐसी परिस्थिति आ जाए कि ‘कोई सहायक न भी मिले अर्थात् कोई सहायता करने वाला न हो तो भी उसमें आत्मबल, हिम्मत-साहस और बल पौरुष बना रहे क्योंकि कवि स्वावलंबी है और वह अपने बलबूते जीवन की सभी बाधाओं और विपत्तियों का सामना करना चाहता है। आत्मत्राण’ का अर्थ है-स्वयं अपनी सुरक्षा करना। इस कविता में कवि ईश्वर से सहायता नहीं माँगता। वह ईश्वर को हर दुःख से बचाने के लिए नहीं पुकारता। वह स्वयं अपने दुःख से बचने और उसके योग्य बनना चाहता है। इसके लिए वह केवल स्वयं ‘को समर्थ बनाना चाहता है।
प्रश्न 13.
निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर लगभग 60 शब्दों में दीजिए- (3 × 2 = 6)
(i) इफ़्फ़न के पिता के तबादले के बाद टोपी शुक्ला का कोई और मित्र क्यों नहीं बन सका ? इसका उसके बालमन पर क्या प्रभाव पड़ा?
उत्तर:
टोपी और इफ्फ़न घनिष्ठ मित्र थे। दोनों एक-दूसरे के बिना बिल्कुल अधूरे थे क्योंकि दोनों एक-दूसरे की भावनाओं को बिना कहे समझ लेते थे। यह दोस्ती बचपन में विकसित हुई थी। टोपी तो अपने अजीज दोस्त इफ़्फन के साथ-साथ उसके परिवार वालों का भी आत्मीय था, विशेष रूप से उसकी दादी का जब वह पूरबी बोली बोलती तो उसे अपनी माँ की भाँति ही दिखाई देतीं। जब टोपी को अकेलापन दूर करने वाले अपने अजीज दोस्त इफ्फ़न के जाने का पता चला, तो वह उदास हो गया। इफ्फ़न के जाने का कारण उसके पिता का मुरादाबाद तबादला होना था। इफ्फ़न की दादी की मृत्यु का घाव अभी भरा भी नहीं था कि टोपी को इफ़्फ़ून से अलग होने का जख्म भी मिल गया। इसी कारण टोपी ने कसम खाई थी कि अब वह ऐसे लड़के से दोस्ती नहीं करेगा, जिसके पिता का तबादला होता रहता हो।
(ii) हरिंहर काका और टोपी शुक्ला दोनों ही भरे-पूरे परिवार से संबंधित होते हुए भी अकेले थे। दोनों के अकेलेपन के कारणों की समीक्षा कीजिए।
उत्तर:
“हरिहर काका और टोपी शुक्ला’ दोनों ही भरे-पूरे परिवार के थे। हरिहर काका के चार भाई थे। उन्हें छोड़कर सभी का परिवार था। हरिहर काका के दो विवाह हुए, किंतु उनकी दोनों पत्नियाँ लंबे समय तक उनका साथ न दे सकी और उनकी मृत्यु हो गई है। हरिहर काका निःसंतान रह गए। वे अपने भाइयों के साथ रहते थे। उनके पास काफ़ी जमीन थी। उनकी कोई संतान न होने के कारण उनके भाइयों की दृष्टि उनकी जमीन पर थी। टोपी शुक्ला भी भरे-पूरे परिवार का था। टोपी को अपनों के रूप में अजीज दोस्त इफ़्फन, उसकी दादी व नौकरानी सीता मिली। टोपी के पिता एक प्रसिद्ध डॉक्टर हैं, घर में किसी चीज़ की कमी नहीं है, फिर भी वह अपना अकेलापन दूर करने के लिए इफ्फ़न के घर जाता है, जो वह उसका घनिष्ठ दोस्त है क्योंकि उसके अकेलेपन को समझने वाला अपने घर में कोई नहीं है। उसे इफ़्फन की दादी से गहरा लगाव है, वह उनके पास बैठकर कहानियाँ सुनता है। दादी की मृत्यु होने पर वह अपने को अकेला महसूस करता है, क्योंकि उसे वह दादी माँ की तरह ही लगती थी।
(iii) “सपनों के से दिन’ पाठ में बच्चों को स्कूल जाना बिल्कुल भी पसंद नहीं था, क्यों ? कारण सहित उत्तर स्पष्ट करते हुए बताइए कि स्कूल जाने के संबंध में आपका क्या अनुभव है?
उत्तर:
सपनों के से दिन’ पाठ में बच्चों को स्कूल जाना इसलिए अच्छा नहीं लगता था क्योंकि उन्हें कक्षा कार्य व अध्यापक द्वारा सिखाए गए सबक कभी याद नहीं होते थे। स्कूलों के बारे में मेरी राय है कि शारीरिक दंड पर रोक लगाना बहुत आवश्यक कदम है। बच्चों को विद्यालय में शारीरिक दंड से नहीं अपितु मानसिक संस्कार द्वारा अनुशासित करना चाहिए। इसके लिए पुरस्कार, प्रशंसा, निंदा आदि उपाय अधिक ठीक रहते हैं क्योंकि डर से बच्चा कभी भी अपनी समस्या अपने शिक्षक के समक्ष नहीं रख पाता है। उसे सदैव यही भय सताता रहता है कि यदि वह अपने अध्यापक को अपनी समस्या बताएगा तो उसके अध्यापक कहीं उसकी पिटाई न कर दें जिसके कारण वह बच्चा दब्बू किस्म का बन जाता है। इसके स्थान पर यदि उसे स्नेह से समझाया जाएगा तो वह सदैव अनुशासित रहेगा और ठीक से पढ़ाई भी करेगा और वह नियम से रोजाना विद्यालय आएगा।
प्रश्न 14.
निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर संकेत-बिंदुओं के आधार पर लगभग 100 शब्दों में अनुच्छेद लिखिए- (5 × 1 = 5)
(i) नाटक मंचन के दौरान जब मैं अपने संवाद भूल गया/गई
मेरी मन स्थिति
दर्शकों का उत्साहवर्धन
सफ़लतापूर्वक नाटक की समाप्ति
उत्तर:
मुझे विद्यालय में नाटक खेलना बहुत आवश्यक था, क्योंकि विद्यालय में वार्षिकोत्सव में मेरा नाटक था। मुझे मंच पर नाटक करना था। मेरे मित्र भी अपना अभिनय सही-सही कर रहे थे। परन्तु एक मेरी मित्र रीना ऐसी ही थी। मुझे उसके अभिनय पर बिल्कुल भी विश्वास नहीं था। वह स्वयं अभिनय इसलिए नहीं कर पा रही थी क्योंकि वह खेलते समय गिर गई थी। उसे चोट लगी थी। समय केवल एक सप्ताह का शेष बचा था। मैंने अपने मित्रों को पूर्वाभ्यास के सात दिनों में अच्छी तरह नाटक के पात्रों का अभिनय समझा दिया था, जिसमें रीना, टीना अभिनय कर रहे थे। खैर मंच पर प्रदर्शन का दिन और समय भी आ गया। मेरा दिल तो बहुत जोरों से धड़क रहा था। जैसे ही नाटक शुरू हुआ नाटक करते-करते मैं अपने संवाद को भूल गई और चुप हो गई। उसके बाद सभी दर्शक मुझे ध्यान से देखने लगे। मैं सोचने लगी कि अब क्या होगा ? परन्तु मेरे मित्र अपने दिमाग से आगे-आगे खुद ही संवाद जोड़ते चले गए और नाटक पूरा कर दिया। सभी दर्शकों ने हम सभी का बहुत ही उत्साहवर्धन किया। मुझे यह सब देखने में बहुत मज़ा आया। इस प्रकार हमारे नाटक की सफलतापूर्वक समाप्ति हुई। मैं उस दिन को कभी भूल नहीं सकती।
(ii) वर्षा की पहली पुकार
तन-मन की प्रसन्नता
प्रकृति द्वारा वर्षा का स्वागत
आस-पास का दृश्य
उत्तर:
बरसात के दिन किसी भी अन्य दिन से अलग होते हैं। वे सभी के लिए अलग-अलग महत्त्व रखते हैं। लोगों के पास वर्षा ऋतु के आने का बेसब्री से इंतजार करने के अलग-अलग कारण होते हैं। आखिरकार, यह सभी के लिए एक राहत की साँस लाती है। मैं परीक्षा देने के डर से सुबह उठी, जिसके लिए मैं बिल्कुल तैयार नहीं थी। मैंने परीक्षा रद्द करने के लिए ईश्वर से प्रार्थना की। जैसे ही मैं तैयार हुई तेज बारिश होने लगी। मैं तैयार होकर अपने पिता के साथ स्कूल गई, और मेरे आश्चर्य का ठिकाना ही नहीं था। जब हमें पता चला कि उस दिन बारिश के कारण स्कूल बंद था। मैं सातवें आसमान पर थी, अब मुझे परीक्षा उस दिन नहीं देनी थी। मैं अपने पिता के साथ वापस आ गई। घर आकर तुरंत मैंने अपनी स्कूल यूनिफार्म बदली और अपने घर के कपड़ों में आ गई फिर मैं अपनी छत पर बारिश की बूँदों का मजा लेने लगी। माँ बार-बार आवाजें लगा रही थी, कि बीमार हो जाओगी, लेकिन मैंने एक न सुनी। मुझे बारिश में भीगना बहुत ही अच्छा लगता है। मैंने अपने भाई-बहिनों के साथ बारिश में खूब मज़े किए। हमने कागज की नावें भी बनाई। माँ ने प्याज व आलू के पकौड़े बनाए। हमने गर्मागर्म पकौड़ों का आनंद लिया। यह वास्तव मैं मेरी सबसे यादगार बारिश के दिनों में से एक था। प्रकृति सुंदर है और इसके कई रूप और दृश्य हैं जिनमें से प्रत्येक एक-दूसरे से अलग होते हैं और उनकी सुंदरता में भिन्नता है। बारिश उनमें से एक है जो दुःख या शोकपूर्ण समय में खुशी और कृतज्ञता की वास्तविक भावना देती है। जगह-जगह वर्षा से तालाब व सड़कों पर पानी भरा दिखाई दे रहा था। बच्चे वर्षा का आनंद ले रहे थे। प्रकृति का दृश्य बहुत ही लुभावना था।
(iii) समाचार-पत्रों का कोई विकल्प नहीं
जानकारी का सस्ता और सुलभ साधन
समाचार-पत्रों के प्रकार
समाचार-पत्रों के लाभ
उत्तर:
वर्तमानकाल में यदि संसार के किसी भी कोने में कोई घटना घटित हो तो उसके अगले दिन हमारे पास उसकी खबर आ जाती है। आज के समय में बिना समाचार-पत्र के जीवन की कल्पना करना भी काफ़ी कठिन है। समाचार-पत्र, राजनितिज्ञों, सामाजिक मुद॒दों, पूर्वाग्रहों, खेल अन्तर्राष्ट्रीय समाचार, विज्ञान, शिक्षा, व्यवसाय, अभिनेता, मेलों, त्योहारों, तकनीकों आदि की जानकारी हमें देता है। यह हमारा ज्ञान कौशल और तकनीकी जागरूकता को बढ़ाने में भी हमारी सहायता करता है। समाचार-पत्र जानकारी का सस्ता और सुलभ साधन है। समाचार पत्र कई प्रकार के होते है- प्रादेशिक या क्षेत्रीय समाचार, राष्ट्रीय समाचार, अंतर्राष्ट्रीय समाचार, विशिष्ट समाचार, व्यापी समाचार, डायरी समाचार, सनसनीखेज समाचार। समाचार-पत्र न केवल आस-पास के क्षेत्र के बारे में जानकारी देता है, बल्कि शब्दावली में सुधार, सामान्य जानकारी को उन्नत करने और मनोरंजन प्रदान करने सहित कई लाभ प्रदान करता है। समाचार-पत्र लोगों की आवश्यकताओं और जुरूरतों के अनुसार लोगों के एक से अधिक उद्देश्यों की निगरानी करता है। समाचार-पत्र बहुत ही प्रभावी व शक्तिशाली होते हैं। अपेक्षाकृत अन्य की तुलना में इसकी कौमत बहुत कम होती है यह हममें रिश्ते की स्थिति को विकसित करता है, हमारे प्रभाव में सुधार करता है।
प्रश्न 15.
निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर लगभग 100 शब्दों में पत्र लिखिए- (5 × 1 = 5)
(i) आपका नाम मुदित/मुदिता है। प्रतियोगी परीक्षाओं में प्रवेश हेतु प्रदेश सरकार द्वारा आर्थिक दृष्टि से कमजोर, प्रतिभाशाली छात्रों के लिए निःशुल्क शिक्षण की जो व्यवस्था की गई है, उसकी सराहना करते हुए किसी दैनिक हिन्दी समाचार-पत्र के संपादक को लगभग 100 शब्दों में एक पत्र लिखिए।
उत्तर:
सेवा में
संपादक
नवभारत टाइम्स
नई दिल्ली
दिनांक…..
विषय- निःशुल्क शिक्षण की व्यवस्था हेतु पत्र
महोदय,
मैं आपके प्रतिष्ठित समाचार-पत्र का नियमित पाठक हूँ। मैं आपको पत्र द्वारा अवगत कराना चाहता हूँ कि प्रदेश सरकार द्वारा प्रतियोगी परीक्षाओं में प्रवेश हेतु जो आर्थिक दृष्टि से कमज़ोर छात्र हैं, उनके लिए निःशुल्क शिक्षण की व्यवस्था की गई है जिससे कई प्रभावशाली छात्रों को नौकरियों में अवसर मिलेंगे। मैं प्रदेश सरकार को इस कार्य के लिए धन्यवाद देना चाहता हूँ। ऐसी प्रदेश सरकार को सम्मानित करना चाहिए जो अपनी कर्त्तव्य निष्ठा व परोपकार निभाते हैं।
सधन्यवाद
भवदीय
मुदित कुमार
6/387, तिलक नगर अलीगढ़
अथवा
(ii) “आज़ादी के अमृत महोत्सव’ पर आयोजित की जाने वाली सांस्कृतिक गतिविधियों के अभ्यास हेतु सांस्कृतिक कला सचिव की ओर से स्कूल के प्रधानाचार्य को लगभग 100 शब्दों में एक पत्र लिखिए जिसमें प्रार्थना सभा के दौरान अभ्यास की अनुमति माँगी
गई हो।
उत्तर:
सेवा में
श्रीमान प्रधानाचार्य जी,
सेन्ट कॉलम बस विद्यालय
कमला नगर,
आगरा।
विषय: सांस्कृतिक गतिविधियों के अभ्यास हेतु अनुमति (प्रार्थना सभा के दौरान)
उत्तरमाला
महोदय,
सविनय निवेदन है कि मैं आपके विद्यालय की दसर्वी ‘बी’ कक्षा की अध्यापिका हूँ। आगामी सप्ताह में “आजादी का अमृत महोत्सव ‘ पर सांस्कृतिक गतिविधियों का आयोजन हो रहा है। इन गतिविधियों में मेरे विद्यालय से अनेक विद्यार्थी भाग ले रहे हैं। समयाभाव के कारण इन प्रतिभागियों कौ तैयारी उचित रूप से नहीं हो पाई है। महोदय, कला सचिव होने के कारण मैं आपसे प्रार्थना सभा के दौरान अभ्यास करने की अनुमति चाहती हूँ। मैं आपको विश्वास दिलाती हूँ कि सभी प्रतिभागी अनुशासित रहेंगे तथा गतिविधियों में उत्तम प्रदर्शन भी करेंगे। इसके लिए हम सदैव आपके आभारी रहेंगे।
धन्यवाद
सोनम
(सांस्कृतिक कला सचिव)
कक्षा – 10 ‘ब’
दिनांक – 00/00/00
प्रश्न 16.
निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर लगभग 60 शब्दों में सूचना लिखिए- (4 × 1 = 4)
(i) आपकी सोसायटी में आगामी माह के अंतिम सप्ताह में निःशुल्क स्वास्थ्य जाँच शिविर का आयोजन किया जा रहा है। सोसायटी सचिव की ओर से इस जानकारी को लोगों को पहुँचाने के लिए लगभग 60 शब्दों में एक सूचना तैयार कीजिए।
उत्तर:
अग्रदूत सोसायटी, आदर्श नगर दिल्ली
सूचना
xx/xx/xxxx
दिनाक – 20 मार्च, 20xx
निःशुल्क स्वास्थ्य जाँच शिविर सूचना
सोसायटी के सभी लोगों को सूचित किया जाता है कि आगामी माह के अंतिम समय में दिनांक 25/4/xx से 30/4/xx तक सोसायटी में निःशुल्क स्वास्थ्य जाँच शिविर का आयोजन किया जा रहा है। इस शिविर में आँख, नाक और कान के विशेषज्ञ चिकित्सक आएँगे। साथ ही निःशुल्क दवाइयाँ भी वितरित की जाएँगी।
सभी इच्छुक लाभार्थी शिविर में आकर जाँच करा सकते हैं। इस आयोजन का समय सुबह 10:00 बजे से साय॑ 4:00 बजे तक रहेगा।
सचिव
अथवा
(ii) आप दसवीं कक्षा के अर्पित/अर्पिता हैं। भोजनावकाश के दौरान खेल के मैदान में आपका ब्लेजर (कोट) कहीं छूट गया। उससे संबंधित जानकारी देते हुए लगभग 60 शब्दों में एक सूचना तैयार कीजिए।
उत्तर:
एस, एस. कॉन्वेंट विद्यालय
कमला नगर आगरा, उ.प्र.
सूचना
दिनांक ……… खोया-पाया के संदर्भ में
सभी विद्यार्थियों को सूचित किया जाता है कि विद्यालय मैदान में दसर्वी कक्षा कौ अर्पिता का (मेरा) भोजनावकाश के दौरान ब्लेज़र (कोट) कहीं छूट गया है। उस ब्लेजर में मेरी लाल रंग की एक सोनाटा की घड़ी रखी हुई है तथा आधार कार्ड भी रखा हुआ है जो मेरी आगामी परीक्षा के लिए अत्यन्त आवश्यक है। जिस किसी को मिले तो खोया-पाया विभाग में शर्मा सर को दे दें।
आज्ञा से
अर्पिता
कक्षा दसर्वी
प्रश्न 17.
निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर लगभग 60 शब्दों में विज्ञापन तैयार कीजिए- (3 × 1 = 3)
(i) आपकी माता जी तरह-तरह के स्वादिष्ट अचार बनाती हैं। इन अचारों की बिक्री के प्रचार-प्रसार हेतु लगभग 40 शब्दों में एक आकर्षक विज्ञापन तैयार कौजिए।
उत्तर:
अथवा
(ii) विद्यालय में आयोजित होने वाले वसंत मेले के प्रचार-प्रसार हेतु लगभग 40 शब्दों में आकर्षक विज्ञापन तैयार कीजिए ।
उत्तर:
प्रश्न 18.
निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर लगभग 100 शब्दों में लघचुकथा/ई-मेल लिखिए- (5 × 1 = 5)
(i) “रमेश बाबू ने बड़े ही मन से पुत्र के लिए मोबाइल खरीदा।’ पंक्ति को आधार बनाकर लगभग 100 शब्दों में एक लघु कथा लिखिए।
उत्तर:
लघुकथा लेखन
रमेश एक शहर में रहता था। उसका परिवार बहुत ही खुशहाल था। परिवार में एक बेटा व एक बेटी थी। बेटे का नाम रोहन व बेटी का नाम रीता था। रमेश पुत्री से अधिक पुत्र को प्यार करता था। उसे यह मालूम था कि वह उसका सहारा बनेगा। रोहन कक्षा छठी का छात्र था। पिता ने उसे लाड़-प्यार में बिगाड़ दिया। रोहन के जन्मदिन पर पिता ने स्मार्टफ़ोन उपहार में दिया। रोहन का मन पढ़ाई से दूर हो गया था। वह दिन भर मोबाइल पर लगा रहता। न ही स्कूल का काम करता न ही पढ़ाई करता। वह पढ़ाई में कक्षा के विद्यार्थियों से पिछड़ गया और परीक्षा में फ़ेल हो गया। रीता पढ़ाई में बहुत अच्छी थी। समय से अपना गृहकार्य तथा पढ़ाई करती थी। वह कक्षा पाँच में प्रथम श्रेणी में पास हुई। यह देखकर रमेश को बहुत ही दुःख हुआ। परन्तु अब कया करता। क्योंकि मोबाइल तो पुत्र को उसने ही दिलाया था। उसे अपनी गलती का एहसास हुआ। उस दिन से वह रीता को अधिक प्यार करने लगा। एक दिन उसने रोहन की बहुत पिटाई की और उससे मोबाइल छीन लिया तथा अपने पुत्र, को पास बिठाकर समझाया। कुछ ही दिनों में रोहन सँभल गया, और पढ़ाई पर ध्यान देने लगा तथा वह परिश्रमी छात्र हो गया। इसलिए हमें बच्चों की जिद पूरी नहीं करनी चाहिए। उन्हें उपहार भी सोच समझकर दिलाना चाहिए।
अथवा
(ii) मौसम विभाग द्वारा भारी बारिश की चेतावनी जारी किए जाने के कारण जिला प्रशासन ने दो दिन के लिए शिक्षण-संस्थाओं को बंद रखने का निर्देश दिया है। स्कूल प्रधानचार्य की ओर से लगभग 100 शब्दों में, अभिभावकों तक इस जानकारी को पहुँचाने के लिए विद्यालय की वेबसाइट पर डालने हेतु एक ई-मेल तैयार कीजिए।
उत्तर:
ई-मेल लेखन
To, [email protected]
From: [email protected]
CC: …….
BCC: ……
प्रिय अभिभावक,
जनपद में अत्यधिक बारिश होने के कारण जल भराव व ओलावृष्टि की संभावना को दृष्टिगत रखते हुए जिला प्रशासन अधिकारी महोदय के आदेशानुसार स्कूलों को बंद करने का निर्णय लिया गया है। क्योंकि इस समय बारिश की वजह से सड़कों पर पानी भर जाता है तथा सीवर लाइन के गड्डे तक दिखाई नहीं देते जिस कारण दुर्घटना होने की सम्भावना अधिक रहती है। मौसम विभाग की ओर से प्रदेश के कई भागों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। डी.एम. ने स्कूलों को दो दिन दिनांक 10 अक्टूबर 20xx से 11 अक्टूबर 20xx तक कक्षा नर्सरी से कक्षा 12 तक के स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया है।
आज्ञा से
प्रधानचार्य