Class 2 Hindi Chapter 10 कौन कविता Question Answer
Kaun Question Answer
Kaun Class 2 Question Answer
बातचीत के लिए
प्रश्न 1.
अगर चाँद और सूरज न होते तो क्या होता?
उत्तर-
अगर रात में चाँद न होता तो हम अँधेरा होने के कारण कहीं जाने की दिशा भूल जाते और मार्ग से भटक जाते और अगर सूरज न होता तो दिन इतना सुंदर और चमकदार न होता।
प्रश्न 2.
क्या आपने इंद्रधनुष देखा है?
उत्तर-
जी हाँ। बारिश के समय आसमान में इंद्रधनुष दिखाई देता है।
प्रश्न 3.
इंद्रधनुष कब बनता है? पता कीजिए।
उत्तर-
इंद्रधनुष वर्षा होने के बाद बनता है।
प्रश्न 4.
आपने इंद्रधनुष में कौन-कौन से रंग देखे हैं?
उत्तर-
हमने इंद्रधनुष में सात रंग देखे हैं- लाल, नारंगी, पीला, हरा, नीला, जामुनी, बैंगनी।
सोचिए और लिखिए
प्रश्न 1.
इन शब्दों से प्रश्न बनाइए-
उत्तर-
- आप कब घर जाएँगे?
- आप कहाँ जा रहे हैं?
- बिल्ली को किसने देखा?
- आप क्यों परेशान हैं?
- आपके साथ कौन है?
- आप कैसे हैं?
- आप बाज़ार किसके साथ जाएँगे?
प्रश्न 2.
कविता के आधार पर नीचे दिए गए वाक्यों को पूरा कीजिए।
(i) अगर पेड़ न होते तो _____________________________________
(ii) अगर नदियाँ न होतीं तो _____________________________________
(iii) अगर पर्वत न होते तो _____________________________________
(iv) अगर फूल न होते तो _____________________________________
इसी तरह के कुछ और वाक्य बनाइए और अपनी कॉपी में लिखिए।
उत्तर-
(i) अगर पेड़ न होते तो हरियाली कौन फैलाता?
(ii) अगर नदियाँ न होतीं तो जग की प्यास कौन बुझाता?
(iii) अगर पर्वत न होते तो मीठे पानी के झरने कौन बहाता?
(iv) अगर फूल न होते तो खिल-खिल कर कौन मुस्कुराता?
बच्चे अपनी कल्पना-शक्ति से कुछ और वाक्य बनाएँ तथा कॉपी में लिखें; जैसे-
(i) अगर चिड़िया न होती तो मीठे गीत कौन सुनाता?
(ii) अगर पिता न होते तो किसकी गोदी में चढ़ पाता?
(iii) अगर माँ न होती तो कौन रोज़ पकवान बनाता?
(iv) अगर गाय न होती तो मीठा दूध कहाँ मिल पाता?
(v) अगर मित्र न होते तो किसके संग मैं खेलता?
(vi) अगर बहना न होती तो मैं किसको दुलराता?
आइए, कुछ बनाएँ
प्रश्न 1.
इंद्रधनुष बनाइए और रंग भरिए।
उत्तर-
बच्चे स्वयं इंद्रधनुष बनाएँ और रंग भरें।
प्रश्न 2.
हर रंग के सामने अपने बारे में कुछ लिखिए।
लाल – मेरी उम्र ____________________ साल है।
नारंगी – मेरे घर में ____________________ लोग रहते हैं।
पीला – मैं ____________________ में रहता/रहती हूँ।
हरा – मुझे ____________________ खाना बहुत पसंद है।
नीला – मेरा मनपसंद रंग ____________________ है।
जामुनी – मुझे ____________________ बहुत पसंद हैं। (जानवर का नाम)
बैंगनी – मैं ____________________ बनना चाहता/चाहती हूँ।
उत्तर-
लाल – मेरी उम्र सात साल है।
नारंगी – मेरे घर में बहुत लोग रहते हैं।
पीला – मैं घर में रहता/रहती हूँ।
हरा – मुझे खट्टा खाना बहुत पसंद है।
नीला – मेरा मनपसंद रंग नीला है।
जामुनी – मुझे खरगोश बहुत पसंद हैं। (जानवर का नाम)
बैंगनी – मैं टीचर बनना चाहता/चाहती हूँ।
बच्चे अपनी पसंद से उत्तर दें।
खोजें-जानें
अपने परिवार के दो सदस्यों को चुनिए और उनसे कुछ ऐसे प्रश्न पूछिए जो आप हमेशा पूछना चाहते हैं। प्रश्नों को पहले ही लिख लीजिए, जैसे- आप भाई-बहन से पूछ सकते हैं कि उनका मनपसंद खेल कौन-सा है। माँ से पूछ सकते हैं कि वे बचपन में क्या नटखटी करती थीं और पिताजी से पूछ सकते हैं कि उन्हें छुट्टी पर कहाँ जाना पसंद है। कक्षा में आकर मित्रों को अपनी बातचीत सुनाइए और उनकी बातचीत भी ध्यान से सुनिए।
उत्तर-
विद्यार्थी इस क्रियाकलाप को स्वयं करके समझें।
कौन पाठ का सारांश
प्रस्तुत आनंदमयी कविता ‘कौन’ बालस्वरूप राही द्वारा रचित है। इस कविता के माध्यम से कवि हमें यह बताना चाहते हैं कि प्रकृति के सभी तत्वों- चाँद, सूरज, नदियाँ, पर्वत आदि के होने से ही हमारा जीवन संभव है। जीवन है तो जानने की इच्छा भी स्वाभाविक है।
कौन काव्यांशों की व्याख्या
1. अगर न होता चाँद, रात में,
हमको दिशा दिखाता कौन ?
अगर न होता सूरज, दिन को,
सोने-सा चमकाता कौन?
अगर न होती निर्मल नदियाँ,
जग की प्यास बुझाता कौन?
अगर न होते पर्वत, मीठे,
झरने भला बहाता कौन?
शब्दार्थ- दिशा – रास्ता, सोने-सा – सोने की तरह, निर्मल – साफ़, स्वच्छ, जग – संसार, मीठे झरने – झरनों का मीठा पानी, पर्वत – पहाड़।
प्रसंग- प्रस्तुत पंक्तियाँ हमारी पाठ्यपुस्तक सारंगी भाग-2 में संकलित कविता कौन से ली गई हैं। इस कविता के कवि श्री बालस्वरूप राही जी हैं। इसमें कवि ने प्रश्न उठाया है कि अगर सूरज, चाँद, नदियाँ, पर्वत आदि न होते, तो क्या होता? हमारा जीवन इनके बिना कैसा होता? हमें इस पर विचार करना चाहिए।
व्याख्या- कवि कहते हैं कि अगर रात के समय चाँद न होता तो चारों तरफ़ घुप्प अँधेरा होता। ऐसे में हमें रास्ता कौन दिखाता ? अगर सूरज दिन में न हो तो किरणों को सोने की तरह कौन चमकाता? अगर निर्मल अर्थात स्वच्छ, साफ़ जल की नदियाँ प्रकृति में न होतीं तो इस संसार की प्यास कौन बुझाता? अगर ऊँचे-ऊँचे पर्वत न होते तो मीठे पानी के झरने कौन बहाता? अर्थात चाँद, सूरज, नदियों और पर्वतों का कोई विकल्प नहीं है। ये आवश्यक हैं। इनके बिना हमारा जीवन संभव नहीं हो सकता। अतः हमें इस पर विचार करना चाहिए और प्रकृति को सदैव धन्यवाद कहना चाहिए।
2. अगर न होते पेड़ भला फिर,
हरियाली फैलाता कौन?
अगर न होते फूल बताओ,
खिल-खिल कर मुसकाता कौन?
अगर न होते बादल, नभ में,
इंद्रधनुष रच पाता कौन?
अगर न होते हम तो बोलो,
ये सब प्रश्न उठाता कौन?
शब्दार्थ- हरियाली – हरा-भरा वातावरण, नभ – आसमान।
प्रसंग- प्रस्तुत पंक्तियाँ हमारी पाठ्यपुस्तक सारंगी भाग-2 में संकलित कविता कौन से ली गई हैं। इस कविता के कवि श्री बालस्वरूप राही जी हैं। इस कविता में कवि प्रकृति के प्रमुख कारकों (उपादानों) की सार्थकता को बताते हुए कुछ प्रश्न उठाते हैं।
व्याख्या- कवि कहते हैं कि अगर प्रकृति में पेड़-पौधे न होते तो पर्यावरण में हरियाली न होती। अगर प्यारे-प्यारे मन को मोहित करने वाले फूल न होते तो मुस्कान बिखेरने वाला कौन होता? इंद्रधनुष की शोभा प्यारी है। वर्षा की बूँदों पर सूरज की सुनहरी किरणें पड़ने से सतरंगा इंद्रधनुष आकाश में निकलता है, लेकिन अगर बादल न होते तो इंद्रधनुष कौन रच पाता? अंत में कवि कहते हैं कि अगर हम न होते तो ये सारे प्रश्न कौन उठाता? कवि इन सभी कार्यों को जीवन के लिए अनिवार्य मानते हैं और कहना चाहते हैं कि हमारे लिए पेड़ों से मिली हरियाली, फूलों की मुस्कुराहट, बादल और सुंदर इंद्रधनुष तथा इन सब प्रश्नों को पूछने, जानने, समझने के लिए स्वयं हमारा होना भी आवश्यक है।
कौन कविता के प्रश्न उत्तर