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Class 12 Geography Chapter 1 in Hindi Question Answer जनसंख्या: वितरण, घनत्व, वृद्धि और संघटन
अन्य महत्त्वपूर्ण प्रश्न
वस्तुनिष्ठ प्रश्न
प्रश्न 1.
भारत में पहली संपूर्ण जनगणना सम्पन्न हुई थी-
(क) 1881
(ग) 1901
(ख) 1872
(घ) 1947
उत्तर:
(क) 1881
प्रश्न 2.
प्रायद्वीपीय भारत के किस राज्य में सर्वाधिक जनसंख्या घनत्व पाया जाता है?
(क) तमिलनाडु
(ग) केरल
(ख) कर्नाटक
(घ) आन्ध्र प्रदेश।
उत्तर:
(ग) केरल
प्रश्न 3.
किन दशकों को भारत में जनसंख्या विस्फोट की अवधि के रूप में जाना जाता है?
(क) 1901-1921 तक के
(ख) 1921 1951 तक के
(ग) 1951-1981 तक के
(घ) 1981-2001 तक के
उत्तर:
(ग) 1951-1981 तक के
प्रश्न 4.
देश में जनगणना 2011 के अनुसार सबसे कम जनसंख्या घनत्व किसका है?
(क) महाराष्ट्र
(ख) अरुणाचल प्रदेश
(घ) केरल।
(ग) राजस्थान
उत्तर:
(ख) अरुणाचल प्रदेश
प्रश्न 5.
2001-2011 तक भारत की दशकीय वृद्धि दर कितनी है ?
(क) 21.51 प्रतिशत
(ख) 24.66 प्रतिशत
(ग) 23.85 प्रतिशत
(घ) 17.64 प्रतिशत।
उत्तर:
(घ) 17.64 प्रतिशत।
अतिलघूत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
मानक जनगणना परिभाषा के अनुसार मुख्य श्रमिक एवं सीमान्त श्रमिक के वर्गीकरण का आधार क्या है?
उत्तर:
मुख्य श्रमिक एवं सीमान्त श्रमिक के वर्गीकरण का आधार एक वर्ष के कार्य दिवस है।
प्रश्न 2.
यदि भारत में महिला शिक्षा शत प्रतिशत हो जाये तो जनसंख्या वृद्धि दर पर क्या प्रभाव पड़ने की सम्भावना है?
उत्तर:
यदि भारत में महिला शिक्षा शत-प्रतिशत हो जाये तो जनसंख्या वृद्धि दर में अधोमुखी वृद्धि सम्भव होगी।
प्रश्न 3.
जनसंख्या घनत्व से क्या आशय है?
उत्तर:
जनसंख्या घनत्व से तात्पर्य प्रति इकाई क्षेत्र में निवास करने वाले व्यक्तियों की संख्या से है 1
प्रश्न 4.
‘जनसंख्या वृद्धि’ पद की परिभाषा दीजिये।
उत्तर:
किसी क्षेत्र विशेष में समय की किसी निश्चित अवधि के दौरान बसे हुए लोगों की संख्या में होने वाला परिवर्तन जनसंख्या वृद्धि कहलाता है।
प्रश्न 5.
जनसंख्या एवं क्षेत्रफल की दृष्टि से भारत का विश्व में कौनसा स्थान है?
उत्तर:
जनसंख्या की दृष्टि से दूसरा एवं क्षेत्रफल की दृष्टि से सातवां स्थान है।
प्रश्न 6.
भारत के नदीय मैदानों में सदैव ही जनसंख्या का सांद्रण रहा है। एक कारण लिखिए।
उत्तर:
नदीय मैदानों में प्रतिवर्ष नदियों द्वारा बिछाई जाने वाली उपजाऊ जलोढ़ मृदा से उन्नत कृषि क्षेत्र की उपस्थिति के कारण यहाँ जनसंख्या का सांद्रण रहता है।
प्रश्न 7.
भारत में उच्च जनसंख्या घनत्व रखने वाले प्रमुख तीन क्षेत्र कौनसे हैं?
उत्तर:
उत्तर का विशाल मैदान, पूर्वी तट और डेल्टाई क्षेत्र।
प्रश्न 8.
नगरीकरण से क्या तात्पर्य है?
उत्तर:
नगरीय जनसंख्या के अनुपात में वृद्धि को नगरीकरण कहा जाता है।
प्रश्न 9.
जनसंख्या परिवर्तन के तीन घटक कौन-कौनसे हैं ?
उत्तर:
जन्म दर, मृत्यु दर और प्रवास।
प्रश्न 10.
भारत के उत्तरी-पूर्वी राज्यों की भाषाएं किस भाषा परिवार से सम्बन्धित हैं?
उत्तर:
चीनी-तिब्बती (किरात) भाषा परिवार।
प्रश्न 11.
भारत में किस दशक में ऋणात्मक जनसंख्या वृद्धि दर्ज की गई थी ?
उत्तर:
1911-1921 के मध्य (-0.31 प्रतिशत)।
प्रश्न 12.
भारत के किस क्षेत्र में उच्च जनघनत्व रखने वाले जिलों की सर्वाधिक संख्या पायी जाती है?
उत्तर:
गंगा और सतलज के मैदान में।
प्रश्न 13.
जनसंख्या का असमान वितरण किन कारकों के मध्य सम्बन्ध प्रकट करता है?
उत्तर:
देश में जनसंख्या का असमान स्थानिक वितरण देश की जनसंख्या और भौतिक, सामाजिक, आर्थिक तथा ऐतिहासिक कारकों के मध्य सम्बन्ध प्रकट करता है।
प्रश्न 14.
कायिक घनत्व से क्या तात्पर्य है?
उत्तर:
कायिक घनत्व किसी क्षेत्र की कुल जनसंख्या तथा निवल कृषित क्षेत्र के अनुपात को प्रदर्शित करता है।
प्रश्न 15.
कृषि जनसंख्या में किनको सम्मिलित किया जाता है?
उत्तर:
कृषि जनसंख्या में कृषक, कृषि मजदूर और इनके परिवार के सदस्यों को सम्मिलित करते हैं।
प्रश्न 16.
जनसंख्या के दुगुना होने के समय से क्या तात्पर्य है?
उत्तर:
जनसंख्या के दुगुना होने का समय वर्तमान वार्षिक वृद्धि दर पर किसी भी जनसंख्या के दुगुना होने में लगने वाला समय है।
प्रश्न 17.
जनसंख्या संघटन से क्या तात्पर्य है?
उत्तर:
जनसंख्या संघटन जनसंख्या की भौतिक, सामाजिक, सांस्कृतिक और आर्थिक विशेषताओं का एक महत्त्वपूर्ण सूचक है।
प्रश्न 18.
भारत के चार सर्वाधिक नगरीकृत राज्यों के नाम बताइए। (2011 की जनगणना ‘के अनुसार)
उत्तर:
- गोआ (62.17%), मिजोरम ( 51.51%)
- तमिलनाडु (48.45%) और महाराष्ट्र (45.23% )।
प्रश्न 19.
2011 की जनगणना के अनुसार भारत में सबसे अधिक ग्रामीण जनसंख्या का प्रतिशत किन राज्यों में पाया जाता है? किन्हीं चार के नाम बताइए।
उत्तर:
हिमाचल प्रदेश, बिहार, असम और ओडिशा राज्य हैं।
प्रश्न 20.
भारत की प्रथम जनगणना किस वर्ष सम्पन्न हुई थी?
उत्तर:
भारत की प्रथम जनगणना वर्ष 1872 में हुई लेकिन भारत की प्रथम संपूर्ण जनगणना वर्ष 1881 में हुई थी।
प्रश्न 21.
1931 से नगरीय जनसंख्या की वृद्धि दर के तेजी से बढ़ने के प्रमुख कारण क्या हैं? लिखिए।
उत्तर:
1931 ई. से नगरीय जनसंख्या की वृद्धि दर संवृद्ध आर्थिक विकास, स्वास्थ्य और स्वास्थ्य संबन्धी दशाओं में सुधार के कारण तेजी से बढ़ी है।
प्रश्न 22.
द्रविड़ भाषा परिवार को कितने वर्गों में बाँटा गया है? उनके नाम बताइए।
उत्तर:
द्रविड़ भाषा परिवार को तीन वर्गों दक्षिण द्रविड़, मध्य द्रविड़ और उत्तर द्रविड़ में बाँटा गया है।
प्रश्न 23.
आस्ट्रिक भाषा परिवार के उप-परिवार कौनसे हैं ?
उत्तर:
आस्ट्रो-एशियाई और आस्ट्रो-नेसियन।
प्रश्न 24.
मुंडा भाषा वर्ग के वाक् क्षेत्र कौनसे हैं ?
उत्तर:
पश्चिम बंगाल, बिहार, उड़ीसा, असम, मध्य प्रदेश व महाराष्ट्र
प्रश्न 25.
देश में जैनियों का प्रमुख संकेन्द्रण कहाँ पाया जाता है?
उत्तर:
राजस्थान के नगरीय क्षेत्रों, गुजरात और महाराष्ट्र में जैनियों का प्रमुख संकेन्द्रण पाया जाता है।
प्रश्न 26.
जनसंख्या वृद्धि के प्रमुख घटक कौनसे हैं ?
उत्तर:
जनसंख्या वृद्धि के दो घटक होते हैं – प्राकृतिक वृद्धि और अभिप्रेरित वृद्धि ।
प्रश्न 27.
श्रम की प्रतिभागिता दर क्या होती है?
उत्तर:
किसी क्षेत्र की कुल जनसंख्या में ‘कुल श्रमिकों ( मुख्य और सीमान्त) के प्रतिशत को श्रम की प्रतिभागिता दर कहा जाता है।
प्रश्न 28.
मुख्य श्रमिक को परिभाषित कीजिए।
उत्तर:
वह व्यक्ति जो एक वर्ष में कम-से-कम 183 दिन काम करता है, मुख्य श्रमिक कहलाता है।
प्रश्न 29.
सीमान्त श्रमिक से क्या तात्पर्य है?
उत्तर:
सीमान्त श्रमिक वह व्यक्ति है, जो एक वर्ष में 183 दिनों से कम दिन काम करता है।
प्रश्न 30.
देश के किन केन्द्र शासित प्रदेशों में श्रम की सहभागिता दर ऊँची पायी जाती है?
उत्तर:
देश में दादर व नगर हवेली तथा दमन व दीव प्रदेशों में श्रम सहभागिता की दर ऊँची पायी जाती है।
प्रश्न 31.
भारत में सबसे अधिक श्रम सहभागिता दर वाला राज्य कौनसा है?
उत्तर:
हिमाचल प्रदेश ( 51.9 प्रतिशत)।
प्रश्न 32.
आश्रित जनसंख्या से क्या तात्पर्य है?
उत्तर:
देश की जनसंख्या का एक बहुत बड़ा अनुपात ( 2011 की जनगणना के अनुसार लगभग 60%) जो किसी भी प्रकार के कार्यों में संलग्न नहीं है, आश्रित जनसंख्या कहलाती है।
प्रश्न 33.
देश के किन राज्यों में कृषि मजदूरों की अधिक संख्या पाई जाती है?
उत्तर:
बिहार, आन्ध्रप्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा, झारखण्ड, पं. बंगाल, मध्यप्रदेश आदि राज्यों में।
प्रश्न 34.
जनसंख्या संकेन्द्रण सूचकांक से क्या तात्पर्य है ?
उत्तर:
जनसंख्या संकेन्द्रण सूचकांक, किसी देश की कुल जनसंख्या व उसके किसी राज्य की जनसंख्या के मध्य का अनुपात होता है।
प्रश्न 35.
भारत के किन राज्यों में देश की कुल जनसंख्या का लगभग तीन-चौथाई भाग बसता है? नाम लिखिए।
उत्तर:
तमिलनाडु, मध्य प्रदेश, राजस्थान, कर्नाटक, गुजरात, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, बिहार, पश्चिम बंगाल और आन्ध्र प्रदेश राज्यों में।
प्रश्न 36.
कृषि कामगारों का अनुपात निरन्तर घट रहा है। इसका क्या कारण है?
उत्तर:
इसका मुख्य कारण घरेलू उद्योगों में कामगारों की संख्या का बढ़ना है।
प्रश्न 37.
संविधान की आठवीं अनुसूची में कितनी भाषाएँ सूचीबद्ध हैं?
उत्तर:
संविधान की आठवीं अनुसूची में 22 भाषाएँ सूचीबद्ध हैं।
प्रश्न 38.
नगरीय क्षेत्रों में जनसंख्या का उच्च सान्द्रण क्यों पाया जाता है?
उत्तर:
क्योंकि नगरीय क्षेत्र औद्योगिक विकास और नगरीकरण के कारण बहुत अधिक संख्या में ग्रामीण- नगरीय प्रवासियों को अपनी ओर आकर्षित कर रहे हैं।
प्रश्न 39.
देश के सामाजिक व आर्थिक विकास को प्रभावित करने वाले कोई भी चार कारण बताइए ।
उत्तर:
- जनसंख्या का असमान वितरण
- जातीय विविधता
- जनसंख्या का विशाल स्वरूप
- ग्रामीण जनसंख्या की अधिकता।
प्रश्न 40.
भारत में किस सामाजिक अभियान द्वारा जेंडर के प्रति संवेदनशीलता को बढ़ावा दिया जा रहा है?
उत्तर:
‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ अभियान द्वारा।
प्रश्न 41.
‘भारत में जनसंख्या का असमान वितरण पाया जाता है।” कोई दो उदाहरण देकर स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
- देश में नदीय मैदानों और तटीय क्षेत्रों में जनसंख्या अधिक है।
- पर्वतीय व मरुस्थलीय क्षेत्र में जनसंख्या का अभाव है।
प्रश्न 42.
भारत के दक्षिणी राज्यों में जन्म दर अपेक्षाकृत कम पाये जाने के कोई तीन कारण लिखिए।
उत्तर:
उच्च साक्षरता दर अधिक नगरीय जनसंख्या की उपस्थिति तथा अधिक आर्थिक विकास।
लघूत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
भारत की कौशल विकास तथा उद्यमिता नीति का उद्देश्य बताइए।
उत्तर:
भारत सरकार ने 2015 में कौशल विकास तथा उद्यमिता के लिए नीति बनाई है, जिसका उद्देश्य देशभर में हो रही कौशल से सम्बन्धित गतिविधियों के लिए एक रूपरेखा प्रदान करना है। साथ ही साथ इन सभी गतिविधियों को एक मानक के साथ बाँधना तथा विभिन्न कौशलों को इसके भाग केन्द्रों के साथ जोड़ना है।
प्रश्न 2.
भारतीय भाषाओं के परिवारों के नाम लिखिए।
उत्तर:
भारतीय भाषाओं के निम्न चार परिवार हैं –
- आस्ट्रिक (निषाद) परिवार
- द्रविड़ परिवार
- चीनी-तिब्बती (किरात) परिवार
- भारतीय-यूरोपीय (आर्य) परिवार।
प्रश्न 3.
भारत में जनसंख्या वितरण को प्रभावित करने वाले दो भौतिक कारकों का वर्णन कीजिये।
उत्तर:
(1) भू- विन्यास एवं जल की उपलब्धता- अनुकूल भू- विन्यास एवं जल की उपलब्धता भारत के मैदानी भागों में जनसंख्या का विशाल जमाव मिलता है जबकि भारत के प्रायद्वीपीय पठारी भाग तथा उत्तर के पर्वतीय भागों में कम जनसंख्या मिलती है।
(2) जलवायु – भारत में अनुकूल जलवायु के कारण तटीय मैदानों तथा उत्तर भारत के मैदानों में जनसंख्या वितरण अधिक है जबकि कठोर जलवायु के कारण राजस्थान के थार के मरुस्थल तथा हिमालय के उच्च पर्वतीय भागों में जनसंख्या वितरण कम पाया जाता है।
प्रश्न 4.
जनसंख्या की दृष्टि से भारत की विश्व में स्थिति बतलाइये।
उत्तर:
सन् 2001 की जनगणना के अनुसार भारत की जनसंख्या 102.8 करोड़ थी जो 2011 में बढ़कर 121.02 करोड़ हो गई। भारत विश्व में चीन के बाद दूसरा सघनतम बसा हुआ देश है। भारत की जनसंख्या उत्तरी अमेरिका, दक्षिणी अमेरिका तथा आस्ट्रेलिया को मिलाकर इनकी कुल जनसंख्या से भी अधिक है। विश्व की कुल जनसंख्या की 175 प्रतिशत से भी अधिक जनसंख्या भारत में निवास करती है। इस प्रकार जनसंख्या की दृष्टि से भारत विश्व का दूसरा सबसे बड़ा देश है।
प्रश्न 5.
भारत में जनसंख्या के वितरण का प्रतिरूप अत्यधिक असमान है। स्पष्ट कीजिये।
उत्तर:
भारत में जनसंख्या के वितरण का प्रतिरूप अत्यधिक असमान । यहाँ अधिक क्षेत्रफल वाले अनेक राज्यों में कम जनसंख्या पायी जाती है जबकि कम क्षेत्रफल वाले अनेक राज्यों में अधिक जनसंख्या पायी जाती है। भारत के कुल क्षेत्रफल के 10.41% क्षेत्र वाले राजस्थान कुल जनसंख्या का 5.67% भाग ही पाया जाता है जबकि 7.33% क्षेत्र वाले उत्तरप्रदेश में कुल जनसंख्या का 16.5% भाग पाया जाता है। इसी प्रकार महाराष्ट्र, बिहार, पश्चिम बंगाल तथा आंध्रप्रदेश में भी अधिक जनसंख्या पायी जाती है जबकि जम्मू-कश्मीर, अरुणाचल प्रदेश तथा उत्तराखण्ड जैसे राज्यों में बहुत कम जनसंख्या रहती है।
प्रश्न 6.
भारत की जनसंख्या वृद्धि दर से क्या अनुमान लगाया जा सकता है?
उत्तर:
भारत की जनसंख्या बहुत तेज गति से बढ़ रही है। भारत की दशकीय वृद्धि दर तथा वार्षिक वृद्धि दर दोनों बहुत ऊँची हैं और समय के साथ लगातार बढ़ रही हैं। भारत की जनसंख्या की वार्षिक वृद्धि दर लगभग 1.64 प्रतिशत है। वृद्धि की इस दर से अनुमान लगाया गया है कि अगले कुछ वर्षों में देश की जनसंख्या दुगुनी हो जायेगी और यहाँ तक कि चीन की जनसंख्या को भी पार कर जायेगी।
प्रश्न 7.
किशोरों के सम्बन्ध में समाज के समक्ष क्या चुनौतियाँ हैं ?
उत्तर:
किशोरों के संबंध में समाज के समक्ष अनेक चुनौतियाँ हैं जिनमें से कुछ हैं –
- विवाह की निम्न आयु
- निरक्षरता, विशेषतः स्त्री निरक्षरता
- विद्यालय छोड़ने वाले छात्र
- पोषकों की निम्न ग्राह्यता
- किशोरी माताओं में उच्च मातृ मृत्यु दर
- एच.आई.वी./ एड्स के संक्रमण की उच्च दरें
- शारीरिक और मानसिक अपंगता अथवा मंदता
- औषध दुरुपयोग और मदिरा सेवन
- किशोर अपचार और अपराध करना इत्यादि।
प्रश्न 8.
भारत के किन क्षेत्रों में ग्रामीण-नगरीब प्रवास सुस्पष्ट पाया जाता है? भारत में नगरीय जनसंख्या का बढ़ना क्या इंगित करता है?
उत्तर:
देश में उत्तरी विशाल मैदानों में मुख्य सड़कों के मिलन बिन्दुओं और रेलमार्गों से सटे हुए नगरीय क्षेत्रों, कोलकाता, मुम्बई, बंगलौर मैसूर, मदुरई कोयम्बटूर, अहमदाबाद- सूरत, दिल्ली, कानपुर, जयपुर और लुधियाना – जालंधर में ग्रामीण-नगरीय प्रवास सुस्पष्ट पाया जाता है। भारत के लगभग सभी राज्यों तथा केन्द्र शासित प्रदेशों में नगरीय जनसंख्या का बढ़ना सामाजिक-आर्थिक दशाओं के संदर्भ में –
- नगरीय क्षेत्रों के विकास और
- ग्रामीण-नगरीय प्रवास की बढ़ी हुई दर दोनों को इंगित करता है।
प्रश्न 9.
60 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के विशाल अनुपात से किसी देश के विकास पर पड़ने वाले दो प्रभावों का अनुमान लगाइए।
उत्तर:’
वस्तुतः 60 वर्ष से अधिक आयु वर्ग वाली जनसंख्या आश्रित या अश्रमिक जनसंख्या कहलाती है। अतः इसका विशाल अनुपात होने पर किसी देश के विकास पर निम्न प्रभाव पड़ेंगे –
- प्रति व्यक्ति उत्पादन में कमी हो जायेगी इससे आर्थिक विकास में रुकावट आएगी।
- इनकी संख्या अधिक होने पर देश में श्रमिकों की कमी हो जायेगी, जिससे राष्ट्रीय पूँजी निर्माण की गति भी धीमी हो जायेगी।
प्रश्न 10.
भारत सरकार की युवा नीति का वर्णन कीजिये।
उत्तर:
भारत सरकार की युवा नीति देश में राष्ट्रीय युवा नीति फरवरी, 2014 में आरम्भ की गई। इस राष्ट्रीय युवा नीति में 15 से 29 वर्ष के आयु समूह को युवा के रूप में परिभाषित किया गया है। यह युवा नीति भारत के युवाओं के लिए एक समग्र दूरदर्शी प्रस्ताव रखती है। इस नीति का मुख्य उद्देश्य देश के युवाओं को अपनी पूरी क्षमता का उपयोग करने के लिए सक्षम बनाना और उनके द्वारा भारत को राष्ट्रों के समूह में अपना उचित स्थान प्राप्त करने में सक्षम बनाना है।
प्रश्न 11.
भारत के धार्मिक समुदायों के स्थानिक वितरण की विवेचना कीजिये।
उत्तर:
भारत में हिंदू, मुस्लिम, ईसाई, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी आदि धर्मों के लोग रहते हैं। भारत में इनके स्थानिक वितरण में विविधता देखने को मिलती है। कुछ निश्चित राज्यों और जिलों में एक धर्म की संख्यात्मक प्रबलता विशाल है, जबकि उसी का दूसरे राज्यों में प्रतिनिधित्व नगण्य है।
हिन्दू भारत-बांग्लादेश सीमा व भारत-पाक सीमा से संलग्न जिलों, जम्मू और कश्मीर, उत्तर-पूर्व के पर्वतीय राज्यों और दक्कन पठार व गंगा के मैदान के प्रकीर्ण क्षेत्रों को छोड़कर अनेक राज्यों में एक प्रमुख समूह के रूप में वितरित हैं। मुस्लिम लोग जम्मू और कश्मीर, पश्चिम बंगाल और केरल के कुछ जिलों, उत्तर प्रदेश के अनेक जिलों, दिल्ली में व उसके आस-पास और लक्षद्वीप में अधिक हैं।
ईसाई जनसंख्या अधिकांशतः पश्चिमी तट के साथ गोआ एवं केरल और मेघालय, मिजोरम और नागालैंड के पहाड़ी राज्यों छोटा नागपुर क्षेत्र और मणिपुर की पहाड़ियों में रहती है। अधिकांश सिक्ख देश के अपेक्षाकृत छोटे क्षेत्र विशेष रूप से पंजाब, हरियाणा और दिल्ली में संकेंद्रित हैं। जैनियों का प्रमुख संकेंद्रण राजस्थान के नगरीय क्षेत्रों, गुजरात और महाराष्ट्र में है जबकि बौद्ध अधिकांशत: महाराष्ट्र में संकेन्द्रित हैं। बौद्ध बाहुल्य अन्य क्षेत्र सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, लद्दाख, त्रिपुरा तथा हिमाचल प्रदेश में लाहुल और स्पीति हैं।
प्रश्न 12.
भारत में जनसंख्या वृद्धि के सम्पूर्ण इतिहास में वर्ष 1921 सबसे महत्त्वपूर्ण क्यों है?
उत्तर:
जनसंख्या वृद्धि में कभी उच्चतम व कभी न्यूनतम होने की प्रवृत्ति पायी जाती है। वर्ष 1901-1921 तक की अवधि में देश में वृद्धि दर अत्यन्त निम्न रही थी। इस कारण इस अवधि को ‘भारतीय जनसंख्या वृद्धि की रुद्ध या स्थिर अवस्था’ भी कहा जाता है। इस अवधि में 1911- 1921 के मध्य देश के विभिन्न भागों में अकाल (1920), प्लेग आदि महामारियों ( 1918) और विश्व युद्ध (1914) के कारण जनसंख्या 0.3 प्रतिशत की दर से कम हुई।
इस दौरान निम्न स्वास्थ्य व चिकित्सा सेवाओं, निरक्षरता, भोजन व अन्य आधारभूत आवश्यकताओं के अपर्याप्त वितरण के कारण जन्म-दर व मृत्यु दर दोनों ऊँची रहीं, जिस कारण 1911-1921 के दौरान ऋणात्मक वृद्धि दर दर्ज की गई। परन्तु 1921 के पश्चात् जनसंख्या निश्चित गति से बढ़ती रही। इसलिए 1921 को जनसंख्या वृद्धि के इतिहास में ‘महान विभाजन वर्ष’ भी कहा जाता है।
प्रश्न 13.
आर्थिक स्तर की दृष्टि से भारतीय जनसंख्या को कितने वर्गों में बाँटा गया है?
उत्तर:
आर्थिक स्तर या काम की अवधि के आधार पर भारतीय जनसंख्या को मुख्यतः तीन वर्गों में बाँटा गया –
1. मुख्य श्रमिक वह व्यक्ति, जो एक वर्ष में कम से कम 183 दिन या छः महीनों तक आर्थिक रूप से उत्पादक कार्य करता है, मुख्य श्रमिक कहलाता है। यह कार्यशील जनसंख्या भी कहलाती है। इसमें 15-59 वर्ष तक के व्यक्तियों को सम्मिलित करते हैं।
2. सीमान्त श्रमिक वह व्यक्ति, जो एक वर्ष में 183 दिनों से कम काम करता है, सीमान्त श्रमिकों की श्रेणी में आता है। 2011 की जनगणना के अनुसार भारत में मुख्य श्रमिक तथा सीमांत श्रमिक दोनों का कुल अनुपात 39.8 प्रतिशत है।
3. अश्रमिक – वह व्यक्ति, जो वर्ष भर अपनी आजीविका के लिए किसी प्रकार का काम नहीं करता वरन् अपने भरण-पोषण के लिए दूसरों पर निर्भर रहता है। भारत में ‘इसका अनुपात लगभग 60 प्रतिशत है, जो आश्रित जनसंख्या भी कहलाती है।
प्रश्न 14.
जनसंख्या वृद्धि के आधारभूत घटक कौनसे हैं ?
उत्तर:
दो समय बिन्दुओं के मध्य किसी क्षेत्र विशेष में रहने वाले लोगों की संख्या में परिवर्तन जनसंख्या वृद्धि कहलाता है, जो समय के साथ निरन्तर घटती- बढ़ती रहती है। जनसंख्या वृद्धि के दो घटक होते हैं –
- प्राकृतिक वृद्धि – जनसंख्या की प्राकृतिक वृद्धि दर को अशोधित जन्म और मृत्यु दरों के अन्तर के आधार पर ज्ञात किया जाता है।
- अभिप्रेरित वृद्धि – जनसंख्या की अभिप्रेरित वृद्धि को किसी दिए गए क्षेत्र में लोगों के अंतर्वर्ती और बहिर्वतीं संचलन की प्रबलता द्वारा ज्ञात किया जाता है।
प्रश्न 15.
देश में जनसंख्या घनत्व में उत्तरोत्तर वृद्धि के क्या कारण हैं?
उत्तर:
देश में वर्ष 1951 में जनसंख्या घनत्व 117 व्यक्ति प्रति वर्ग किमी. था, जो 2001 में बढ़कर 324 व्यक्ति प्रति वर्ग किमी. और 2011 में 382 व्यक्ति प्रति वर्ग किमी. हो गया। यह संसार के घने बसे हुए क्षेत्रों में से एक है। देश में 1921 के पश्चात् स्वास्थ्य व चिकित्सा सेवाओं के निरन्तर विकसित होने से मृत्यु दर में हुई कमी के कारण प्रतिवर्ष जनसंख्या में वृद्धि हो रही है, परन्तु देश का क्षेत्रफल वही का वही है। चूंकि जनसंख्या घनत्व कुल जनसंख्या तथा क्षेत्रफल का अनुपात होता है इसलिए देश में सीमित क्षेत्रफल होने के कारण जनसंख्या की सघनता बढ़ रही है।
प्रश्न 16.
कायिक तथा कृषीय घनत्व से आप क्या समझते हैं? लिखिए।
उत्तर:
चूंकि जनसंख्या का घनत्व एक अशोधित माप है। अतः कुल कृषित भूमि पर जनसंख्या के दबाव के संदर्भ में मानव भूमि अनुपात के बेहतर परिज्ञान के लिए कायिक और कृषीय घनत्वों को ज्ञात किया जाता है, जो भारत जैसे विशाल कृषि जनसंख्या वाले देश के लिए सार्थक है।
- कायिक घनत्व यह किसी क्षेत्र की कुल जनसंख्या और उस क्षेत्र के निवल कृषित क्षेत्र के अनुपात को प्रदर्शित करता है अतः
कायिक घनत्व = कुल जनसंख्या निवल कृषि क्षेत्र - कृषीय घनत्व – यह किसी क्षेत्र की कुल कृषि जनसंख्या और निवल कृषित क्षेत्र के अनुपात को दर्शाता है।
अतः
कृषीय घनत्व – कुल कृषि जनसंख्या निवल कृषि क्षेत्र कृषि जनसंख्या में कृषक, कृषि मजदूर और उनके परिवार के सदस्यों को सम्मिलित किया जाता है।
प्रश्न 17.
जनसंख्या संघटन से आप क्या समझते हैं?
उत्तर:
जनसंख्या संघटन, जनसंख्या भूगोल के अन्तर्गत अध्ययन का एक सुस्पष्ट क्षेत्र होता है। इसमें मानव निवास- स्थान, मानव जातियों के लक्षण, आयु व लिंग का विश्लेषण, जनजातियों, भाषा, धर्म, वैवाहिक स्थिति, शिक्षा और साक्षरता, व्यावसायिक संरचना व विशेषता आदि का अध्ययन करते हैं। अतः जनसंख्या संघटन जनसंख्या की भौतिक, सामाजिक, सांस्कृतिक और आर्थिक विशेषताओं का सम्मिलित रूप होता है।
प्रश्न 18.
स्पष्ट कीजिए कि कुल जनसंख्या की भांति नगरीय जनसंख्या के वितरण में भी देश भर में भिन्नताएँ पायी जाती हैं।
उत्तर:
देश में कुल जनसंख्या की भाँति नगरीय जनसंख्या के वितरण में भी भिन्नताएँ पायी जाती हैं। लगभग सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में नगरीय जनसंख्या काफी बढ़ी है। यह सामाजिक, आर्थिक दशाओं के संदर्भ में नगरीय क्षेत्रों के विकास और ग्रामीण-नगरीय प्रवास की बढ़ी हुई दर को बताता है। उत्तरी भारत के मैदानों में मुख्य सड़कों के मिलन बिंदुओं और रेलमार्गों से सटे हुए नगरीय क्षेत्रों, कोलकाता, मुंबई, बंगलौर मैसूर, मदुरै – कोयम्बटूर, अहमदाबाद- सूरत, दिल्ली, कानपुर और लुधियाना-जालंधर में ग्रामीण-नगरीय प्रवास सुस्पष्ट है।
इसके विपरीत कृषि की दृष्टि से अनुपयोगी और प्रगतिरुद्ध निम्न व मध्य गंगा के मैदान, तेलंगाना, असिंचित व मरुस्थलीय पश्चिमी राजस्थान, उत्तर-पूर्व के दूर-दराज के पहाड़ी और जनजातीय क्षेत्रों, प्रायद्वीपीय भारत के बाढ़ सम्भावित क्षेत्रों तथा मध्य प्रदेश के पूर्वी भाग व जनजाति बहुल क्षेत्रों आदि में कृषि व इससे सम्बन्धित कार्यों में लगी ग्रामीण जनसंख्या की अधिकता के कारण नगरीकरण का निम्न स्तर पाया जाता है।
प्रश्न 19.
भारत में जनसंख्या वृद्धि की क्षेत्रीय भिन्नताओं के विषय में लिखिए।
उत्तर:
वर्ष 1991 से 2001 के दौरान भारत के राज्यों और केन्द्रशासित प्रदेशों में जनसंख्या की वृद्धि दर में स्पष्ट विभिन्नता दृष्टिगत होती है। भारत के केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु, आंध्रप्रदेश, उड़ीसा, पुदुच्चेरी और गोआ जैसे राज्यों में निम्न वृद्धि दर पायी जाती है, जो दशक में 20 प्रतिशत से अधिक नहीं हुई। केरल एकमात्र राज्य है, जहाँ पूरे देश में निम्नतम वृद्धि दर 9.4% दर्ज की गई।
इसके विपरीत देश के उत्तर-पश्चिमी उत्तरी और उत्तरी- मध्य भागों में पश्चिम से पूर्व स्थित राज्यों की एक सतत पेटी में दक्षिणी राज्यों की अपेक्षा उच्च वृद्धि दर पाई जाती है। इस पेटी के राज्यों, जैसे गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, उत्तरप्रदेश, उत्तराखंड, मध्यप्रदेश, सिक्किम, असम, पश्चिम बंगाल, बिहार, छत्तीसगढ़ और झारखंड में औसत वृद्धि दर 20% से 25% रही।
प्रश्न 20.
देश में जनसंख्या की तीव्र वृद्धि के क्या कारण हैं?
उत्तर:
देश में जनसंख्या वृद्धि के निम्न कारण हैं –
- स्वास्थ्य व चिकित्सा सेवाओं के विकास व विस्तार के कारण मृत्यु दर में कमी होना।
- मृत्यु दर की तुलना में जन्म दर का उच्च होना।
- देश में औसत जीवन अवधि का 23 वर्ष से बढ़कर 60 वर्ष से ऊपर हो जाना।
- एक साल से कम आयु के शिशुओं की मृत्यु संख्या में कमी होना।
- देश में आप्रवास की स्थिति के कारण लोगों की संख्या में वृद्धि होना।
- बाल-विवाह, अशिक्षा, निर्धनता होने एवं परिवार – कल्याण जैसे विचारों की कमी आदि अन्य कारणों के कारण जनसंख्या में तीव्र वृद्धि हुई है।
प्रश्न 21.
” भारत के जनसंख्या घनत्व में स्थानिक भिन्नता पायी जाती है।” कारण स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
जनसंख्या घनत्व मुख्यतः भूमि की भरण-पोषण क्षमता, जलवायु सम्बन्धी दशाओं, उपयुक्त तापमान, समतल धरातल, यातायात साधनों का समुचित विकास व सुविधा के साथ-साथ जनांकिकी, सामाजिक, आर्थिक, राजनैतिक, ऐतिहासिक और धार्मिक कारक आदि पर निर्भर करता है। इसी कारण देश में पर्वतों, मरुस्थलीय क्षेत्र व वन प्रदेशों में कम जबकि औद्योगिक व नगरीकृत क्षेत्र, जलोढ़ व तटीय मैदानों के समीप अधिक जनघनत्व पाया जाता है।
प्रश्न 22.
भारत की जनसंख्या की व्यावसायिक संरचना को स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
व्यक्ति अपनी आजीविका कमाने के लिए जो कार्य करता है, वह व्यवसाय के अन्तर्गत आता है। भारत में सामान्यतः प्राथमिक, द्वितीयक और तृतीयक प्रकार के व्यवसाय पाये जाते हैं। वर्ष 2011 में देश में कुल श्रमिकों का 54.6 प्रतिशत प्राथमिक क्षेत्र में 3.8 प्रतिशत द्वितीयक क्षेत्र में तथा 41.6 प्रतिशत तृतीयक क्षेत्र में लगा हुआ है। वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार देश की व्यावसायिक अथवा श्रमजीवी जनसंख्या को निम्न वर्गों में बाँटा गया है –
- कृषक 24.6 प्रतिशत
- कृषि मजदूर = 30 प्रतिशत
- घरेलू औद्योगिक श्रमिक = 3.8 प्रतिशत
- अन्य कार्यों में संलग्न श्रमिक = 41.6 प्रतिशत
प्रश्न 23.
जनसंख्या वृद्धि को नियन्त्रित करने के क्या-क्या उपाय हो सकते हैं? स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
भारत में 1921 के पश्चात् जनसंख्या में निरन्तर वृद्धि हो रही है। इसको नियन्त्रित करने के निम्न उपाय हो सकते हैं-
- शिक्षा का प्रसार करना चाहिए।
- सभी क्षेत्रों में परिवार कल्याण जैसे कार्यक्रमों की नवीन विधियों व महत्त्व को जनमानस तक प्रभावी तरीके से सम्प्रेषित किया जाना चाहिए।
- विवाह की औसत आयु में वृद्धि करनी चाहिए, जिससे सन्तानोत्पत्ति काल कम रह सके।
- कृषि एवं औद्योगिक उत्पादन को बढ़ाना चाहिए।
- प्रवास और आप्रवास से सम्बन्धित नीतियों के निश्चित मापदण्ड बनाने चाहिए।
प्रश्न 24.
भारत में जनसंख्या वृद्धि की विभिन्न प्रावस्थाओं को लिखिए।
उत्तर:
विगत एक शताब्दी के दौरान भारत में हुई जनसंख्या वृद्धि को निम्नलिखित चार प्रावस्थाओं में रखा जा सकता है –
1. प्रावस्था ‘क’ वर्ष 1901 से 1921 तक।
उच्च जन्म दर एवं उच्च मृत्यु दर के कारण जनसंख्या वृद्धि की रुद्ध अथवा स्थिर प्रावस्था।
2. प्रावस्था ‘ख’ – वर्ष 1921 से 1951 तक।
उच्च जन्म दर एवं घटती मृत्यु दर के कारण जनसंख्या की स्थिर वृद्धि की प्रावस्था।
3. प्रावस्था ‘ग’ वर्ष 1951 से 1981 तक।
उच्च जन्म दर एवं तेजी से घटती मृत्यु दर तथा अन्तर्राष्ट्रीय आप्रवास के कारण जनसंख्या विस्फोट की अवधि।
4. प्रावस्था ‘घ’ – वर्ष 1981 के पश्चात्।
घटती जन्म दर व घटती मृत्यु दर के कारण धीरे-धीरे मंद गति से घटती जनसंख्या वृद्धि की प्रावस्था।
प्रश्न 25.
आश्रित जनसंख्या व क्रियाशील जनसंख्या में अन्तर स्पष्ट कीजिए ।
उत्तर:
आश्रित जनसंख्या व क्रियाशील जनसंख्या में अंतर –
आश्रित जनसंख्या (Dependent Population) | क्रियाशील/उत्पादक जनसंख्या (Productive Population) |
1. जो व्यक्ति वर्ष-भर अपनी आजीविका के लिए कोई आर्थिक क्रिया नहीं करते, उन्हें आश्रित जनसंख्या कहा जाता है। | 1. लाभदायक आर्थिक क्रियाओं में संलग्न व्यक्तियों को उत्पादक जनसंख्या कहा जाता है। इसमें मुख्य श्रमिक तथा सीमांत श्रमिक शामिल होते हैं। |
2. यह जन-समूह अश्रमिक बल कहलाता है। | 2. यह जन-समूह श्रमिक बल कहलाता है। |
3. आयु के आधार पर इसमें 60 वर्ष से अधिक के व्यक्ति तथा 15 वर्ष से छोटे बच्चों को सम्मिलित करते हैं। | 3. आयु के आधार पर इसमें 15-60 आयु वर्ग के व्यक्ति होते हैं। |
4. 2011 की जनगणना के अनुसार भारत में इनका अनुपात लगभग 60% तक है। | 4. भारत में लगभग 40 % लोग इस श्रेणी में आते हैं। |
निबन्धात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
विगत 110 वर्षों ( 1901 से 2011 तक) में भारत में जनसंख्या वृद्धि की विभिन्न प्रावस्थाओं का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
विगत एक शताब्दी में वार्षिक जन्म-दर व मृत्यु- दर तथा प्रवास की दर के कारण देश की जनसंख्या में तीव्र वृद्धि हुई है। इस कारण इस वृद्धि में विभिन्न प्रवृत्तियाँ पाई जाती हैं। इस आधार पर भारत के जनांकिकीय इतिहास को निम्नलिखित चार अवस्थाओं में विभाजित किया जा सकता है प्रावस्था ‘क’ (1901 से 1921 तक) इस अवधि को भारत की जनसंख्या वृद्धि की ‘रुद्ध अथवा स्थिर प्रावस्था’ कहा जाता है क्योंकि इस अवधि में वृद्धि दर अत्यन्त निम्न थी। 1911 से 1921 के मध्य ऋणात्मक वृद्धि दर दर्ज की गई। जन्म दर व मृत्यु दर, दोनों उच्च थे, जिससे वृद्धि दर निम्न बनी रही। निम्न स्वास्थ्य एवं चिकित्सा सेवाएँ, अधिकतर लोगों की निरक्षरता, भोजन एवं अन्य आधारभूत आवश्यकताओं का अपर्याप्त वितरण इस अवधि में उच्च जन्म और मृत्यु दरों के लिए उत्तरदायी थे।
प्रावस्था ‘ख’ (1921 से 1951 तक) – इस अवधि को जनसंख्या की ‘स्थिर वृद्धि की अवधि के रूप में जाना जाता है। इस अवधि में देश भर में स्वास्थ्य एवं स्वच्छता में व्यापक सुधारों ने मृत्यु दर में कमी कर दी। साथ ही बेहतर परिवहन और संचार तंत्र से वितरण प्रणाली में सुधार हुआ । फलस्वरूप अशोधित जन्म दर ऊंची रही जिससे पिछली प्रावस्था की तुलना में वृद्धि दर उच्चतर रही।
प्रावस्था ‘ग’ (1951 से 1981 तक) – इन दशकों को भारत में जनसंख्या विस्फोट की अवधि के रूप में जाना जाता है। यह देश में मृत्यु दर में तीव्र ह्रास और जनसंख्या की उच्च प्रजनन दर के कारण हुआ। अर्थव्यवस्था सुधरने लगी जिससे अधिकांश लोगों के जीवन की दशाओं में भी सुधार हुआ। परिणामस्वरूप जनसंख्या की प्राकृतिक वृद्धि उच्च और वृद्धि दर उच्चतर हो गई। इसके साथ ही तिब्बतियों, बांग्लादेशियों नेपालियों तथा पाकिस्तानियों के बढ़ते अन्तर्राष्ट्रीय प्रवास ने भी देश की उच्च जनसंख्या वृद्धि दर में योगदान दिया।
प्रावस्था ‘घ’ (1981 के पश्चात् ) – 1981 के बाद से वर्तमान तक देश की जनसंख्या की वृद्धि दर, यद्यपि ऊंची बनी रही, परन्तु धीरे-धीरे मंद गति से घटने लगी है। इसके लिए अशोधित जन्म दर की अधोमुखी प्रवृत्ति को उत्तरदायी माना जाता है। इस अवधि में देश में विवाह के समय औसत आयु में वृद्धि, जीवन की गुणवत्ता में सुधार तथा महिला साक्षरता में सुधार अनुभव किए गये हैं।
देश में जनसंख्या की वृद्धि दर अभी भी उच्च है और विश्व विकास रिपोर्ट द्वारा यह प्रक्षेपित किया गया है कि 2025 ई. तक भारत की जनसंख्या 135 करोड़ तक हो जायेगी।
प्रश्न 2.
देश के विभिन्न भाषा परिवारों का संक्षिप्त वर्गीकरण प्रस्तुत कीजिए।
उत्तर:
भारत एक भाषाई विविधता वाला देश है। आधुनिक भारत के सन्दर्भ में 22 भाषाएँ अनुसूचित हैं। इनके अतिरिक्त अनेक गैर-अनुसूचित भाषाएँ भी देश में पायी जाती हैं। संविधान में अनुसूचित भाषाओं में हिन्दी बोलने वालों का प्रतिशत सर्वाधिक है, जबकि बोडो, मणिपुरी और संस्कृत भाषाओं को बोलने वालों का प्रतिशत सबसे कम है। देश के विभिन्न भाषा परिवार देश में प्रमुख भाषाओं को बोलने वाले व्यक्ति ‘मुख्यतः चार भाषा परिवारों से जुड़े हुए हैं। यह भाषा परिवार, उप- परिवार तथा अनेक वर्गों में विभक्त है, जिनका वर्णन निम्नानुसार है –
आधुनिक भारतीय भाषाओं का वर्गीकरण –
परिवार | उप-परिवार | शाखा/वर्ग | वाक् क्षेत्र |
आस्ट्रिक (निषाद) 1.38 % | आस्ट्रो-एशियाई
आस्ट्रो-नेसियन |
मॉन खेर, मुंडा | मेघालय, निकोबार द्वीप समूह प. बंगाल, बिहार, ओडिशा, असम, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र। भारत के बाहर। |
द्रविड़ 20% | दक्षिण द्रविड़ मध्य द्रविड़
उत्तर द्रविड़ |
तमिलनाडु, कर्नाटक, केरल। आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश, ओडिशा, महाराष्ट्र। बिहार, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश। | |
चीनी-तिब्बती (किरात) 0.85% | तिब्बती-म्यांमारी | तिब्बती हिमालयी
उत्तरी असम असम-म्यांमारी |
जम्मू व कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, सिक्किम। अरुणाचल प्रदेश। असम, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, मेघालय। |
भारतीय-यूरोपीय (आर्य) 73% | इंडो-आर्य | इरानी (फारसी) दरदी भारतीय आर्य | भारत से बाहर। जम्मू और कश्मीर। जम्मू-कश्मीर, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, मध्यप्रदेश, बिहार, ओडिशा, प बंगाल, असम, गुजरात, महाराष्ट्र, गोआ। |
परिशिष्ट
भारत की जनगणना 2011 के आँकड़े एक नजर में –
भारत की ‘कुल जनसंख्या | 1,21,01,93,422 |
पुरुष | 62,37,24,248 |
महिला | 58,64,69,174 |
दशक में जनसंख्या वृद्धि निरपेक्ष वृद्धि | 8,99,54,828 (18.12 प्रतिशत) |
पुरुषों की संख्या में वृद्धि | 8,99,54,828 (18.12 प्रतिशत) |
महिलाओं की संख्या में वृद्धि | 18,15,83,094 (17.64 प्रतिशत) |
राष्ट्रीय लिंगानुपात (प्रति हजार पुरुषों पर महिलाओं की संख्या) | 940 |
सर्वाधिक लिंगानुपात वाला राज्य | केरल (1084) |
न्यूनतम लिंगानुपात वाला राज्य | हरियाणा (877) |
जनसंख्या घनत्व | 382 |
सर्वाधिक जनसंख्या घनत्व | दिल्ली (11,297) |
न्यूनतम जनसंख्या घनत्व | अरुणाचल प्रदेश (17) |
साक्षरता | 74.04 प्रतिशत |
पुरुष साक्षरता | 82.14 प्रतिशत |
महिला साक्षरता | 65.46 |
सर्वाधिक साक्षरता वाला राज्य | केरल (93.91 प्रतिशत) |
न्यूनतम साक्षरता वाला राज्य | बिहार (63.82 प्रतिशत) |
सर्वाधिक जनसंख्या वाला राज्य | उत्तरप्रदेश |
न्यूनतम जनसंख्या वाला राज्य | सिक्किम |