दशमः त्वम असि Class 6 Summary Notes
दशमः त्वम असि पाठ का परिचय
इस पाठ में संख्यावाची पदों (पुल्लिग) से परिचय कराया गया है। पाठ में ‘क्त्वा’ प्रत्ययान्त पदों का प्रयोग भी है। यथा- दृष्ट्वा – देखकर, श्रुत्वा – सुनकर आदि। दस बालक स्नान के लिए नदी पर जाते हैं; स्नान के पश्चात् एक बालक गणना करता है किंतु स्वयं को गिनना भूल जाता है। अतः नौ बालक गिनता है। दूसरा बालक भी गणना में यही त्रुटि करता है। उन्हें लगता है कि उनमें से एक नदी में डूब गया है। वे बहुत दु:खी होते हैं। इसी बीच एक पथिक वहाँ आकर गणना में उनकी सहायता करता है। गिनने वाले को वह कहता है कि दसवें तुम हो। सभी प्रसन्न हो जाते हैं।
दशमः त्वम असि Summary
इस पाठ में संख्याओं का प्रयोग किया गया है। पाठ का सार इस प्रकार है एक बार दस बालक स्नान करने के लिए नदी पर गए। स्नान करने के पश्चात् एक बालक ने गिनना शुरू किया। उसने सभी बालकों को गिन लिया, परन्तु अपने आप को नहीं गिना। उसके अनुसार वहाँ नौ बालक थे। सभी ने निश्चय किया कि दसवाँ बालक नदी में डूब गया है।
तब एक यात्री वहाँ आया। उसने उनकी समस्या को सुनकर गिनना प्रारम्भ किया। अब पूरे दस बालक थे। यात्री ने समझाया कि गणना करने वाले बालक ने स्वयं को गिना नहीं। अपनी भूल पर सभी बालक अत्यधिक शर्मिन्दा हुए। अब वे प्रसन्न होकर अपने घर को चले गए।
दशमः त्वम असि Word Meanings Translation in Hindi
(क) एकदा दश बालकाः स्नानाय नदीम् अगच्छन्। ते नदीजले चिरं स्नानम् अकुर्वन्। ततः ते तीर्वा पारं गताः। तदा तेषां नायकः अपृच्छत्-अपि सर्वे बालका: नदीम् उत्तीर्णाः?
शब्दार्थाः (Word Meanings) :
एकदा-एक बार (once), दश-दस (ten), अगच्छन्-गए (went), चिरम्-देर तक (for long time), अकुर्वन्-किया (did), तीा -तैर कर (after swimming), अपृच्छत्-पूछा (asked), अपि सर्वे उत्तीर्णाः-क्या सब पार कर गए हैं? (have they all crossed?), नदीम्-नदी को (the river)।
सरलार्थ :
एक बार दस बालक स्नान के लिए नदी पर गए। उन्होंने देर तक नदी के जल में स्नान किया। फिर वे तैरकर नदी के पार गए। तब उनके नायक ने पूछा- क्या सभी बालक नदी पार कर गए हैं?’ अर्थात् क्या सभी नदी से बाहर आ गए हैं?
English Translation:
Once ten boys went to a river for bathing. They bathed in the river water for long. Then they crossed the river after swimming. Then their leader asked, ‘Have all boys crossed the river?’
(ख) तदा कश्चित् बालकः अगणयत्- एकः, द्वौ , त्रयः, चत्वारः, पञ्च, षट्, सप्त, अष्टौ, नव
इति। सः स्वं न अगणयत् अतः सः अवदत्- नव एव सन्ति।
दशमः न अस्ति। अपरः अपि बालकः पुनः अन्यान् बालकान् अगणयत् । तदा अपि नव एव
आसन्। अतः ते निश्चयम् अकुर्वन् यत् दशमः नद्यां मग्नः। ते दुःखिताः तूष्णीम् अतिष्ठन्।
वाक्य के आरंभ में अपि का प्रयोग होने से वाक्य प्रश्नात्मक हो जाता है।
यथा- अपि सर्वम् कुशलम्-क्या सब कुशल मंगल है? Is everything Ok?
शब्दार्थाः (Word Meanings) :
कश्चित्-कोई (someone), द्वौ-दो (two), त्रयः-तीन (three), चत्वार:-चार (four), पञ्च-पाँच (five), षट्-छः (six), सप्त-सात (seven), अगणयत्-गिना (counted), अष्ट-आठ (eight), नव-नौ (nine), स्वं-अपने आपको (himself), दशम्-दस (ten), अपरः-अन्य, दूसरा (other), अन्यान्-दूसरों को (to others), आसन-थे (were), पुन:-फिर से (again), नद्याम्-नदी में (in the river), मग्नः-डूब गया (drowned), तूष्णीम्-चुपचाप (silent), अतिष्ठान्-बैठ गए (sat down, stayed)।
सरलार्थ :
तब किसी बालक ने गणना की-“एक, दो, तीन, चार, पाँच, छः, सात, आठ, नौ इस तरह।” उसने अपने आपको (स्वयं को) नहीं गिना। अतः वह बोला-“नौ ही हैं, दसवाँ नहीं है।” दूसरे बालक ने भी अन्य बालकों को गिना। फिर भी नौ ही थे। अत: उन्होंने निश्चय किया कि दसवाँ नदी में डूब गया है। वे दुखी हो, चुपचाप बैठ गए।
English Translation:
Then a boy counted one, two, three, four, five, six, seven, eight, nine. He did not count himself. Hence he said—There are only nine. The tenth one is not their.’ Another boy also counted them. Then also there were the same nine. Hence they decided that the tenth had drowned in the river. They were distressed and stayed quiet.
(ग) तदा कश्चित् पथिकः तत्र आगच्छत्। सः तान् बालकान् दुःखितान् दृष्ट्वा अपृच्छत्-बालकाः!
युष्माकं दुःखस्य कारणं किम्? बालकानां नायकः अकथयत्- ‘वयं दश बालकाः स्नातुम्
आगताः। इदानीं नव एव स्मः। एकः नद्यां मग्नः’ इति।
शब्दार्थाः (Word Meanings) :
आगच्छत्-आया (came), पथिकः-पथिक/राहगीर (traveller), दृष्ट्वा -देखकर (having seen), युष्माकम्-तुम लोगों का (yours), अकथयत्-कहा (said), स्नातुम्-नहाने के लिए (to take bath), इदानीम्-अब (now), स्म:-हैं (हम) are (we)|
सरलार्थ :
तब कोई पथिक वहाँ आया। उसने उन बालकों को दुखी देखकर पूछा-“हे बच्चो! तुम लोगों के दुःख का कारण क्या है?” बालकों के नायक ने कहा-“हम दस लड़के स्नान के लिए आए थे। अब हम नौ ही हैं। एक नदी में डूब गया है।”
English Translation:
Then a traveller came there. Seeing them sad he asked, “Boys! what is the cause of your misery/unhappiness.?’ The leader of the boys said—“We ten boys, came to take a bath, Now we are only nine. One got drowned in the river.”
(घ) पथिकः तान् अगणयत्। तत्र दश बालकाः एव आसन्। सः नायकम् आदिशत् त्वं बालकान्
गणय। सः तु नव बालकान् एव अगणयत्। तदा पथिकः अवदत्-“दशमः त्वम् असि इति।”
तत् श्रुत्वा प्रहृष्टाः भूत्वा सर्वे गृहम् अगच्छन्।
शब्दार्थाः (Word Meanings) :
नायकम्-नायक को (to the leader), आदिशत्-आदेश दिया (gave instructions), गणय-गिनो count (you), दशमः-दसवाँ (tenth), असि-हो (तुम) are (you), श्रुत्वा-सुनकर (hearing/having heard), प्रहृष्टाः -प्रसन्न (happy), भूत्वा-होकर (keeping/having been)।
सरलार्थ :
पथिक ने उन्हें गिना। वहाँ दस बालक ही थे। उसने नायक को आदेश दिया-“तुम बालकों को गिनी। उसने तो नौ बालक ही गिने।” तब पथिक बोला-“दसवें तुम हो।” यह सुनकर सब खुश होकर घर चले गए।
English Translation:
The traveller counted them. There were ten boys only. He instructed the leader to count the boys. But he counted only nine boys. Then the traveller said—’you are the tenth.’ Hearing this they felt happy and went home.
अवधेयम् :
1. संस्कृत में एक से चार तक की गणना में संख्यावाची शब्दों में लिंग भेद होता है। पाँच से आगे
कोई लिंग भेद नहीं होता। यथा
2. ‘क्त्वा’ प्रत्ययान्त पद यथा कृत्वा (कृ+ क्त्वा) = करके; दृष्ट्वा (दृश् + क्त्वा) = देखकर; भूत्वा
(भू+ क्त्वा) = होकर आदि अव्यय होते हैं। अर्थात् लिंग, वचन काल आदि के कारण इनमें कोई रूपांतर नहीं होता। क्त्वा प्रत्यय केवल धातुओं में जोड़ा जाता है। धातु में लगने पर इसका केवल ‘त्वा’ शेष रहता है।
यथा— पठ् + क्त्वा = पठित्वा (पढ़कर)
अथवा अहं विद्यालये पठित्वा गृहं गच्छामि। दोनों वाक्यों में पुरुष व वचन का भेद होने पर भी
‘पठित्वा’ के रूप में कोई अंतर नहीं आया।
‘क्त्वा’ प्रत्यय का प्रयोग ‘करके’ के अर्थ में किया जाता है।