Understanding the question and answering patterns through NCERT Solutions Class 12 Geography in Hindi Chapter 1 मानव भूगोल प्रकृति एवं विषय क्षेत्र will prepare you exam-ready.
NCERT Class 12 Geography Chapter 1 Solutions in Hindi जनसंख्या: वितरण, घनत्व, वृद्धि और संघटन
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प्रश्न 1.
पाठ्यपुस्तक के पृष्ठ संख्या 144 के परिशिष्ट 1 क में दिए गए आँकड़ों को देखते हुए भारत के राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों को उनके आकार और जनसंख्या की दृष्टि से व्यवस्थित कीजिए और पता लगाइए:
(i) विशाल आकार और विशाल जनसंख्या वाले राज्य और केन्द्र – शासित प्रदेश।
(ii) विशाल आकार किन्तु लघु जनसंख्या वाले राज्य और केन्द्र शासित प्रदेश।
(iii) अपेक्षाकृत लघु आकार और विशाल जनसंख्या वाले राज्य और केन्द्र शासित प्रदेश।
उत्तर:
(i) भारत में विशाल आकार वाला राज्य- राजस्थान (कुल क्षेत्रफल 342,239 वर्ग किमी.)
विशाल जनसंख्या वाला राज्य – उत्तर प्रदेश (199.60 लाख) विशाल आकार वाला केन्द्र शासित प्रदेश अण्डमान निकोबार द्वीप समूह (8249 वर्ग किमी. क्षेत्रफल ) विशाल जनसंख्या वाला केन्द्र शासित प्रदेश दिल्ली (167.5 लाख)।
(ii) विशाल आकार किन्तु लघु जनसंख्या वाला राज्य- अरुणाचल प्रदेश (जनसंख्या घनत्व 17 व्यक्ति प्रति वर्ग किमी.) विशाल आकार किन्तु लघु जनसंख्या वाला केन्द्र- शासित प्रदेश – अण्डमान निकोबार द्वीप समूह (जनसंख्या घनत्व 46 व्यक्ति प्रति वर्ग किमी.)।
(iii) अपेक्षाकृत लघु आकार और विशाल जनसंख्या वाला राज्य पश्चिम बंगाल (जनसंख्या घनत्व 1029 व्यक्ति प्रति वर्ग किमी.)
अपेक्षाकृत लघु आकार और विशाल जनसंख्या वाला केन्द्र शासित प्रदेश- दिल्ली (जनसंख्या घनत्व 11297 व्यक्ति प्रति वर्ग किमी.)।
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प्रश्न 2.
पाठ्यपुस्तक के पृष्ठ संख्या 146 पर दिए परिशिष्ट (ग) के आँकड़ों को देखकर नगरीय जनसंख्या के अत्यन्त उच्च और अत्यन्त निम्न अनुपात वाले राज्यों / केन्द्र शासित प्रदेशों की पहचान कीजिए।
उत्तर:
परिशिष्ट 1 घ में वर्ष 2001 के दिए गये आँकड़ों के अनुसार –
(i) देश में नगरीय जनसंख्या का अत्यन्त उच्च अनुपात रखने वाले राज्य क्रमशः गोवा (62.17 प्रतिशत), मिजोरम (51.51 प्रतिशत), तमिलनाडु (4845 प्रतिशत), महाराष्ट्र (45.23 प्रतिशत) और गुजरात (42.58 प्रतिशत) है।
(ii) भारत में अत्यन्त उच्च नगरीय जनसंख्या रखने वाले केन्द्र शासित प्रदेश क्रमश: दिल्ली (975 प्रतिशत), चण्डीगढ़ (97.25 प्रतिशत), लक्षद्वीप (78.08 प्रतिशत) एवं पुदुच्चेरी (68.31 प्रतिशत) है।
(iii) देश में क्रमश: हिमाचल प्रदेश (10.04 प्रतिशत), बिहार (11.30 प्रतिशत) असम (14.08 प्रतिशत) और ओडिशा के (16.68 प्रतिशत) राज्यों में अत्यन्त निम्न नगरीय जनसंख्या अनुपात पाया जाता है।
(iv) भारत में अण्डमान व निकोबार द्वीप समूह (35.67 प्रतिशत) व दादर व नगर हवेली (46.62 प्रतिशत), केन्द्र शासित प्रदेशों में नगरीय जनसंख्या का अपेक्षाकृत निम्न अनुपात पाया जाता है।
पाठ्यपुस्तक के प्रश्न
1. नीचे दिये गये चार विकल्पों में से सही उत्तर को चुनिए –
प्रश्न (i) 2011 की जनगणना के अनुसार भारत की जनसंख्या निम्नलिखित में से कौनसी है ?
(क) 102.8 करोड़
(ख) 318.2 करोड़
(ग) 328.7 करोड़
(घ) 121 करोड़।
उत्तर:
(घ) 121 करोड़।
प्रश्न (ii) निम्नलिखित राज्यों में से किस एक में जनसंख्या का घनत्व सर्वाधिक है?
(क) पश्चिम बंगाल
(ग) उत्तर प्रदेश
(ख) केरल
(घ) पंजाब।
उत्तर:
(क) पश्चिम बंगाल
प्रश्न (iii) सन् 2011 की जनगणना के अनुसार निम्न में से किस राज्य में नगरीय जनसंख्या का अनुपात सर्वाधिक है?
(क) तमिलनाडु
(ख) महाराष्ट्र
(ग) केरल
(घ) गोआ।
उत्तर:
(घ) गोआ।
प्रश्न (iv) निम्नलिखित में से कौनसा एक समूह भारत में विशालतम भाषाई समूह है?
(क) चीनी-तिब्बती
(ग) आस्ट्रिक
(ख) भारतीय आर्य
(घ) द्रविड़।
उत्तर:
(ख) भारतीय आर्य
2. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लगभग 30 शब्दों में दीजिए –
प्रश्न 1.
भारत के अत्यन्त उष्ण व शुष्क तथा अत्यन्त शीत व आर्द्र प्रदेशों में जनसंख्या का घनत्व निम्न है। इस कथन के दृष्टिकोण से जनसंख्या के वितरण में जलवायु की भूमिका को स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
भारत के अत्यन्त उष्ण व शुष्क तथा अत्यन्त शीत आर्द्र प्रदेशों में मूलतः स्वास्थ्यप्रद जलवायु का अभाव है। यहाँ उच्च अथवा अत्यन्त निम्न तापमान, जल की अनुपलब्धता, कृषि योग्य भूमि की कमी, भारी वर्षा व रुग्ण जलवायु की उपस्थिति के कारण जनसंख्या घनत्व निम्न पाया जाता है।
प्रश्न 2.
भारत के किन राज्यों में विशाल ग्रामीण जनसंख्या है? इतनी विशाल ग्रामीण जनसंख्या के लिए उत्तरदायी एक कारण को लिखिए।
उत्तर:
भारत के उत्तरप्रदेश, बिहार, मध्यप्रदेश, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र तथा आंध्रप्रदेश जैसे राज्यों में विशाल ग्रामीण जनसंख्या है। इन क्षेत्रों में कृषक व कृषि मजदूरों का प्रतिशत शेष जनसंख्या से अपेक्षाकृत अधिक पाये जाने के कारण यहाँ ग्रामीण जनसंख्या की अधिकता है।
प्रश्न 3.
भारत के कुछ राज्यों में अन्य राज्यों की अपेक्षा श्रम सहभागिता ऊँची क्यों है?
उत्तर:
भारत में हिमाचल प्रदेश, नागालैण्ड, सिक्किम, छत्तीसगढ़ आदि राज्यों में श्रम सहभागिता दर अन्य राज्यों की अपेक्षाकृत ऊँची है। क्योंकि यह अभी निम्न आर्थिक विकास वाले क्षेत्र हैं। इसलिए यहाँ निर्वाह अथवा लगभग निर्वाह की आर्थिक क्रियाओं की पूर्ति के लिए अनेक श्रमिकों की आवश्यकता पड़ती है।
प्रश्न 4.
“कृषि सेक्टर में भारतीय श्रमिकों का सर्वाधिक अंश संलग्न है।” स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
भारत एक कृषि प्रधान देश है। देश की कुल जनसंख्या का लगभग 68.8 प्रतिशत भाग गाँवों में निवास करता है, जिस कारण कुल श्रमजीवी जनसंख्या का लगभग 54.6 प्रतिशत कृषक एवं कृषि मजदूर है। इससे स्पष्ट है कि भारतीय श्रमिकों का सर्वाधिक अंश कृषि सेक्टर में संलग्न है।
3. अग्रलिखित प्रश्नों के उत्तर लगभग 150 शब्दों में दीजिए-
प्रश्न 1.
भारत में जनसंख्या के घनत्व के स्थानिक वितरण की विवेचना कीजिए।
उत्तर:
जनसंख्या घनत्व से तात्पर्य प्रति इकाई क्षेत्र में निवास करने वाले व्यक्तियों की संख्या से है। वर्ष 2001 की जनगणना के अनुसार भारत का जनसंख्या घनत्व 324 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर था, वह वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार यह बढ़कर 382 व्यक्ति प्रति वर्ग किमी. हो गया है। देश के विभिन्न भागों में जनसंख्या घनत्व में पर्याप्त भिन्नता मिलती है। जनसंख्या घनत्व मुख्यतः कृषि योग्य भूमि, जल की पर्याप्त उपलब्धता, जलवायु सम्बन्धी दशाओं, प्राकृतिक संसाधनों, यातायात मार्गों की उपलब्धता आदि कारकों पर निर्भर करता है। इन कारकों के कारण ही जनसंख्या घनत्व में स्थानिक भिन्नता पायी जाती है।
उदाहरणस्वरूप 2011 की जनगणना के अनुसार दिल्ली के राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में जनसंख्या घनत्व 11297 व्यक्ति प्रति वर्ग कि.मी. है, जबकि अरुणाचल प्रदेश में मात्र 17 व्यक्ति प्रति वर्ग कि.मी. ही है। इसी प्रकार प्रायद्वीपीय भारत में केरल (859 व्यक्ति) और तमिलनाडु (555 व्यक्ति) में उच्च घनत्व पाया जाता है एवं उत्तरी भारत के बिहार ( 1102 व्यक्ति), उत्तर प्रदेश (829 व्यक्ति) तथा पश्चिम बंगाल ( 1029 व्यक्ति) में उच्चतर जनसंख्या घनत्व पाया जाता है। असम, गुजरात, आंध्रप्रदेश, हरियाणा, झारखंड, ओडिशा आदि राज्यों में मध्यम घनत्व पाया जाता है।
हिमालय प्रदेश के पर्वतीय राज्यों तथा असम को छोड़कर भारत के शेष उत्तर-पूर्वी राज्य अपेक्षाकृत निम्न जनसंख्या घनत्व रखते हैं। केन्द्र शासित प्रदेशों में अंडमान और निकोबार द्वीपों को छोड़कर शेष सभी प्रदेशों में उच्च जनसंख्या घनत्व पाया जाता है। इस प्रकार स्पष्ट है कि भारत में जनसंख्या घनत्व के स्थानिक वितरण में बहुत भिन्नताएँ मिलती हैं। जनसंख्या घनत्व को भौगोलिक, आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक आदि कारक प्रभावित करते हैं। इन कारकों की उपलब्धता एवं अनुपलब्धता ही मानव बसाव को नियन्त्रित व प्रसारित करती है।
प्रश्न 2.
भारत की जनसंख्या के व्यावसायिक संघटन का विवरण दीजिए।
उत्तर:
जनसंख्या के व्यावसायिक संघटन से तात्पर्य किसी व्यक्ति के खेती, व्यापार, विनिर्माण उद्योग, सेवा अथवा किसी भी प्रकार की व्यावसायिक क्रियाओं में कार्यरत होने से है। वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार भारत में श्रमजीवी जनसंख्या को चार वर्गों में बाँटा गया था –
(1) कृषक
(2) कृषि मजदूर
(3) घरेलू औद्योगिक श्रमिक
(4) अन्य श्रमिक
मुख्यतः व्यवसाय प्राथमिक, द्वितीयक और तृतीयक प्रकार के होते हैं। 2011 की जनगणना के अनुसार देश में आधे से अधिक कामगार प्राथमिक सेक्टर में संलग्न थे। अर्थात् कुल श्रमजीवी जनसंख्या का लगभग 54.6 प्रतिशत कृषि मजदूर व कृषक थे, जबकि 3.8 प्रतिशत श्रमिक द्वितीयक क्षेत्र में एवं 41.6 प्रतिशत श्रमिक तृतीयक क्षेत्र अर्थात् गैर-घरेलू उद्योग जैसे व्यापार, विनिर्माण, वाणिज्य, मरम्मत तथा अन्य सेवाओं आदि कार्यों में संलग्न थे। लिंग के आधार पर तुलना करें तो तीनों क्षेत्रों में स्त्री श्रमिकों की अपेक्षा पुरुष श्रमिकों की संख्या अधिक है।
महिला श्रमिकों की संख्या द्वितीयक तथा तृतीयक क्षेत्र की तुलना में प्राथमिक क्षेत्र में बहुत अधिक है। परन्तु विगत कुछ दशकों में प्राथमिक सेक्टर की अपेक्षा द्वितीयक और तृतीयक सेक्टर में महिला सहभागिता दर बढ़ी है। सभी सेक्टरों में श्रम सहभागिता दर में स्थानिक भिन्नता भी पायी जाती है। जैसे नागालैण्ड व हिमाचल प्रदेश में कृषकों की संख्या अधिक है, तो उड़ीसा, छत्तीसगढ़, प. बंगाल जैसे राज्यों में कृषि मजदूरों का प्रतिशत अधिक पाया जाता है। इसी प्रकार नगरीकृत क्षेत्र जैसे दिल्ली, पुदुच्चेरी, चण्डीगढ़ आदि में अधिकांश श्रमिकों की संख्या अन्य सेवा कार्यों में संलग्न है।