Understanding the question and answering patterns through Class 12 Geography Question Answer in Hindi Chapter 11 अंतर्राष्ट्रीय व्यापार will prepare you exam-ready.
Class 12 Geography Chapter 11 in Hindi Question Answer अंतर्राष्ट्रीय व्यापार
अन्य महत्त्वपूर्ण प्रश्न
वस्तुनिष्ठ प्रश्न
प्रश्न 1.
भारत में निर्यातों में सर्वाधिक अंश किसका है?
(क) कृषि एवं समवर्गी उत्पाद
(ख) ‘अयस्क एवं खनिज
(ग) विनिर्मित वस्तुएँ
(घ) पैट्रोलियम
उत्तर:
(ग) विनिर्मित वस्तुएँ
प्रश्न 2.
भारत में प्रमुख बड़े पत्तन कितने हैं?
(क) 12
(ख) 42
(ग) 61
(घ) 67
उत्तर:
(क) 12
प्रश्न 3.
भारत में खाद्यान्न आयात कम होने का क्या कारण था?
(क) जनसंख्या में कमी
(ख) आयात कर में वृद्धि
(ग) हरित क्रान्ति की सफलता
(घ) जन्म-दर में कमी।
उत्तर:
(ग) हरित क्रान्ति की सफलता
प्रश्न 4.
न्यू मंगलौर पत्तन से मुख्यतया किसका निर्यात किया जाता है?
(क) लौह-अयस्क
(ख) अभ्रक
(ग) ताँबा
(घ) कोयला।
उत्तर:
(क) लौह-अयस्क
प्रश्न 5.
‘अरब सागर की रानी’ किस को कहते हैं?
(क) कांडला पत्तन
(ख) बेंवानद कायाल
(ग) मुम्बई पत्तन
(घ) हल्द्यिया पत्तन।
उत्तर:
(ख) बेंवानद कायाल
प्रश्न 6.
भारत का सबसे बड़ा समुद्री पत्तन कौनसा है?
(क) कांडला पत्तन
(ख) तूतीकोरिन पत्तन
(ग) कोलकाता पत्तन
(घ) मुम्बई पत्तन।
उत्तर:
(घ) मुम्बई पत्तन।
प्रश्न 7.
ज्वारीय पत्तन किस नदी पर स्थित है?
(क) गंगा
(ख) हुगली
(ग) ब्रह्मपुत्र
(घ) दामोदर।
उत्तर:
(ख) हुगली
प्रश्न 8.
मार्मागाओ पत्तन से किस देश को लौह-अयस्क का निर्यात किया जाता है?
(क) जर्मनी
(ख) जापान
(ग) कनाडा
(घ) फ्रांस।
उत्तर:
(ख) जापान
अतिलघूत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
विश्व व्यापार की कुल मात्रा में भारत की भागीदारी कितने प्रतिशत है?
उत्तर:
विश्व व्यापार की कुल मात्रा में भारत की भागीदारी एक प्रतिशत है।
प्रश्न 2.
भारत के किन्हीं तीन प्राकृतिक पत्तनों के नाम बताइये।
उत्तर:
कांडला, मुम्बई और कोच्चि पत्तन।
प्रश्न 3.
अंग्रेजों द्वारा विकसित कोई दो पत्तनों के नाम बताओ।
उत्तर:
मुम्बई पत्तन तथा कोलकाता पत्तन।
प्रश्न 4.
किन्हीं तीन अनुषंगी पत्तनों के नाम बताओ।
उत्तर:
जवाहर लाल नेहरू पत्तन (न्हावा-शेवा), हल्दिया और एन्नोर पत्तन।
प्रश्न 5.
चेन्नई पत्तन के दबाव को कम करने के लिए कौनसे पत्तन का विकास किया गया है?
उत्तर:
एन्नोर पत्तन तथा तूतीकोरिन पत्तन।
प्रश्न 6.
भारत में अन्य देशों से आयात की जाने वाली महत्वपूर्ण दो वस्तुओं के नाम लिखिये।
उत्तर:
पेट्रोलियम पदार्थ तथा मोती व बहुमूल्य रत्न।
प्रश्न 7.
अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार के कोई दो महत्वपूर्ण आधार बताओ।
उत्तर:
- विकसित देशों में कच्चे माल की मांग।
- विदेशी मुद्रा की मांग।
प्रश्न 8.
भारत से निर्यात की जाने वाली दो महत्वपूर्ण वस्तुओं के नाम बताओ।
उत्तर:
इंजीनियरिंग सामान तथा मणि-रतन व आभूषण।
प्रश्न 9.
किन्हीं दो राज्यों के नाम बताइए जहाँ दो-दो पत्तन हैं।
उत्तर:
भारत में दो पत्तन वाले राज्य पश्चिम बंगाल (कोलकाता एवं हल्दिया पत्तन) और तमिलनाडु (चेन्नई और तूतीकोरिन पत्तन) हैं।
प्रश्न 10.
भारत के आयात में किन वस्तुओं की वृद्धि हुई है?
उत्तर:
भारत के आयात में मुख्यतः उर्वरक, मशीनरी, पेट्रोलियम उत्पाद, लौह-धातुएँ, रसायन आदि की वृद्धि हुई है।
प्रश्न 11.
भारत के पश्चिमी तट पर स्थित प्रमुख बन्दरगाहों के नाम बताइये।
उत्तर:
भारत के पश्चिमी तट पर मुख्यतः कांडला, मुम्बई, न्हावा-शेवा, मार्मागाओ, न्यू मंगलौर और कोच्चि बन्दरगाह अवस्थित हैं।
प्रश्न 12.
अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने हेतु भारत ने कौनसे उपाय अपनाये हैं?
उत्तर:
भारत ने आयात उदारीकरण, आयात करों में कमी, डि-लाइसेंसिंग, पेटेंट प्रक्रिया में बदलाव आदि अनुकूल उपाय अपनाये हैं।
प्रश्न 13.
अंग्रेजों द्वारा भारतीय पत्तनों का उपयोग किस उद्देश्य की पूर्ति हेतु किया गया था?
उत्तर:
अंग्रेजों द्वारा भारतीय पत्तनों का उपयोग इनके पृष्ठ प्रदेशों के संसाधनों के अवशोषण (विदोहण) केन्द्र के रूप में किया गया था।
प्रश्न 14.
कांडला पत्तन को विकसित करने का क्या कारण था?
उत्तर:
इस पत्तन को देश के पश्चिमी एवं उत्तरपश्चिमी भाग की जरूरतों को पूरा करने और मुम्बई पत्तन के दबाव को कम करने के लिए विकसित किया गया था।
प्रश्न 15.
चेन्नई पत्तन विशाल पोतों के लिए अनुकूल क्यों नहीं है?
उत्तर:
तट के निकट उथले जल के कारण यह पत्तन विशाल पोतों के लिए अनुकूल नहीं है।
प्रश्न 16.
विभाजन के समय कौनसे दो महत्त्वपूर्ण पत्तन, भारत से अलग हो गए थे?
उत्तर:
विभाजन के समय भारत के दो महत्त्वपूर्ण पत्तन कराची और चिटगाँव क्रमशः पाकिस्तान व पूर्वी पाकिस्तान (बांग्लाद्रेश) में चले गये थे।
प्रश्न 17.
विशाखापट्टनम बन्दरगाह की मुख्य विशेषता बताइये।
उत्तर:
यह आन्ध्र प्रदेश में स्थित एक भू-आबद्ध पत्तन है। इसे ठोस चट्टान एवं बालू को काटकर एक नहर के द्वारा समुद्र से जोड़ा गया है।
लघूत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
भारत के आयात संघटन में आये परिवर्तनों का उल्लेख कीजिए।
उत्तर:
1950 तथा 1960 के दशक में खाद्यात्र हमारे आयात की प्रमुख मद थी किन्तु 1970 के दशक के बाद हरित क्रान्ति के कारण भारत में खाद्यान्नों का आयात लगभग न के बराबर हो गया। 1973 के बाद भारत के आयात में उर्वरकों एवं पेट्रोलियम का आयात मुख्य हो गया। वर्तमान में पेट्रोलियम, उर्वरक, सोना-चाँदी, मशीन एवं उपस्कर, विशेष स्टील, खाद्य तेल तथा रसायन आयात की मुख्य मदें हैं।
प्रश्न 2.
अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार में वायु परिवहन की भूमिका का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार में वायु परिवहन की महत्त्वपूर्ण भूमिका है। ऊँचे मूल्य वाले तथा शीघ्र नाशवान पदार्थों को लम्बी दूरी तक लाने-ले जाने में ये महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। अपनी तीव्र गति के कारण ऐसे सामानों को ये बहुत कम समय में अपने गन्तव्य स्थान पर पहुँचा देते हैं।
प्रश्न 3.
कांडला पत्तन की अवस्थिति, विकास का कारण एवं उपयोगिता का वर्णन कीजिये।
उत्तर:
- कांडला पत्तन की अवस्थिति-यह पत्तन कच्छ की खाड़ी के मुहाने पर स्थित है।
- विकास का कारण-कांडला पत्तन को देश के पश्चिमी एवं उत्तर-पश्चिमी भाग की जरूरतों को पूरा करने और मुम्बई पत्तन पर दबाव को घटाने के लिए एक प्रमुख पत्तन के रूप में विकसित किया गया था।
- उपयोगिता-इस पत्तन को विशेष रूप से भारी मात्रा में पेट्रोलियम, पेट्रोलियम उत्पादों एवं उर्वरकों को ग्रहण करने के लिए बनाया गया है।
प्रश्न 4.
भारत के आयात और निर्यात के मूल्य में अन्तर बढ़ने के कारण बताइये।
उत्तर:
भारत का 2016-17 में आयातित वस्तुओं का मूल्य $25,77,422$ करोड़ रुपये, जबकि निर्यात वस्तुओं का मूल्य 18,52,340 करोड़ रुपये था। इन दोनों में अन्तर 7,25,082 करोड़ रुपये रहा, जिसके लिए अग्रलिखित कारण हैं –
- विश्व स्तर पर मूल्यों में वृद्धि।
- विश्व बाजार में भारतीय रुपए का अवमूल्यन।
- उत्पादन में धीमी प्रगति।
- घरेलू उपयोग में बढ़ोतरी।
- विश्व बाजार में अन्य देशों से कड़ी प्रतिस्पर्द्धा आदि।
प्रश्न 5.
“पत्तन विदेशी व्यापार के केन्द्र-बिन्दु हैं।” स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
पत्तन विशेषतः व्यापार के प्रवेश द्वार हैं। एक तरफ पत्तन अपने पृष्ठ प्रदेश से विदेशों को निर्यात की जाने वाली वस्तुओं का संकलन करते हैं, वहीं दूसरी ओर विदेशों से भारत आने वाले सामान व वस्तुओं को देश के आन्तरिक भागों में वितरण करने वाले केन्द्र के रूप में भी कार्य करते हैं। इस कारण पत्तनों को विदेशी व्यापार के केन्द्र-बिन्दु कहा जाता है।
प्रश्न 6.
विदेशी व्यापार एवं घरेलू व्यापार में अन्तर स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
विदेशी व्यापार एवं घरेलू व्यापार में अन्तर-
विदेशी व्यापार | घरेलू व्यापार |
1. एक राष्ट्र का अन्य राष्ट्रों से उपभोग की वस्तुओं का लेन-देन विदेशी व्यापार कहलाता है। | 1. घरेलू उपभोग की वस्तुओं की आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए एक रज्य से दूसरे रजज्यों में वस्तुओं के आदान-प्रदान को घस्लू व्यापार कहा जाता है। |
2. राष्ट्र के आर्थिक विकास को सुदृढ़ बनाने के लिए विदेशों से व्यापार किया जाता है। | 2. घरेलू व्यापार की आवश्यकता राज्य की अर्थव्यवस्था को सुदढ़ बनाने के लिए होती है। |
प्रश्न 7.
बेंवानद झील के मुहाने पर स्थित बन्दरगाह की विशेषताएँ बताइये।
उत्तर:
बेंवानद झील के मुहाने पर कोच्चि बन्दरगाह स्थित है। इस बन्दरगाह की प्रमुख विशेषताएँ निम्न प्रकार से हैं-
- यह एक प्राकृतिक बंदरगाह है।
- इस पत्तन को स्वेज कोलंबो मार्ग के पास अवस्थित होने का लाभ प्राप्त है।
- यह बन्दरगाह केरल, दक्षिणी कर्नाटक तथा दक्षिणपश्चिमी तमिलनाडु की आवश्यकताओं को पूरा करता है।
प्रश्न 8.
भारत के पूर्वी एवं पश्चिमी तटों पर पत्तनों की अवस्थिति में पायी जाने वाली भिन्नता के क्या कारण हैं?
उत्तर:
भारत के पूर्वी तट की अपेक्षा पश्चिमी तट पर अधिक पत्तन हैं, क्योंकि पूर्वी तट, पश्चिमी तटों की तुलना में उथले हैं, जहाँ नदियों के डेल्ट्राई भागों में बालू का निक्षेपण मिलता है। इसके अतिरिक्त पश्चिमी तटीय भागों पर स्थित पत्तनों का पृष्ठ प्रदेश अपेक्षाकृत अधिक विकसित एवं संपन्न मिलता है। इस कारण भारत के पश्चिमी तट पर अपेक्षाकृत अधिक पत्तन मिलते हैं।
प्रश्न 9.
मुम्बई को ‘एक अनूठा बन्दरगाह’ क्यों कहा जाता है? व्याख्या कीजिए।
उत्तर:
मुम्बई पत्तन-मुम्बई बन्दरगाह की निम्नलिखित विशेषताएँ हैं-
- यह देश का सबसे बड़ा प्राकृतिक पत्तन है।
- यह पत्तन मध्य-पूर्व, भूमध्यसागरीय देशों, उत्तरी अफ्रीका, उत्तर अमेरिका तथा यूरोप के देशों के सामान्य मार्ग के निकट स्थित है।
- इस पत्तन से देश के विदेशी व्यापार का अधिकांश भागं संचालित होता है।
- यह पत्तन 20 किलोमीटर लम्बा तथा 6-10 किलोमीटर चौड़ा है।
- इसमें 54 गोदियाँ स्थित हैं।
- देश का विशालतम टर्मिनल भी यहीं स्थित है।
- मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, उत्तर प्रदेश व राजस्थान के भाग इस पत्तन के प्रमुख पृष्ठ प्रदेश हैं।
उपरोक्त विशेषताओं के कारण ही यह पत्तन अनूठा बन्दरगाह/पत्तन कहलाता है।
प्रश्न 10.
भारत में कितने पत्तन हैं? किसी एक प्राकृतिक पत्तन का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
वर्तमान में भारत में 12 प्रमुख और 200 छोटे या मझोले पत्तन हैं। प्रमुख पत्तनों के लिए केन्द्र सरकार नीतियाँ बनाती है जबकि छोटे पत्तनों के लिए राज्य सरकारें नीतियाँ बनाती हैं। भारत के पूर्वी तट पर कोलकाता, हल्दिया, पाराद्वीप, विशाखापट्टनम, चेन्नई, एन्नौर और तूतीकोरिन पत्तन स्थित हैं जबकि पश्चिमी तट पर कांडला, मुम्बई, जवाहरलाल नेहरू (न्हावा-शेवा), मार्मागाओ, न्यू मंगलौर और कोच्चि पत्तन स्थित हैं।
प्राकृतिक पत्तन-जुआरी नदमुख के मुहाने पर अवस्थित मार्मागाओ पत्तन गोआ का एक प्राकृतिक बन्दरगाह है। इस पत्तन से मुख्यतः जापान को लौह-अयस्क का निर्यात किया जाता है। कर्नाटक, गोआ तथा दक्षिणी महाराष्ट्र इस पत्तन के प्रमुख पृष्ठ प्रदेश हैं। कोंकण रेलवे ने इस पत्तन के पृष्ठ प्रदेश में महत्त्वपूर्ण विस्तार किया है।
प्रश्न 11.
भारत के व्यापार की दिशा का वर्णन करें।
उत्तर:
भारत के व्यापार की दिशा-भारत के व्यापारिक सम्बन्ध विश्व के अधिकांश देशों एवं प्रमुख व्यापारी गुटों के साथ हैं। वर्ष 2016-17 के आँकड़ों के अनुसार भारत का कुल निर्यात मूल्य $18,52,340$ करोड़ रुपया था। इसी प्रकार वर्ष 2016-17 में भारत का कुल आयात मूल्य 25,77,422 करोड़ रुपये रहा। वर्ष 2016-17 में देश के आयातों में अधिक हिस्सेदारी एशिया एवं आसियान की उसके बाद यूरोप, उत्तरी अमेरिका, लैटिन अमेरिका की रही।
भारत का उद्देश्य आगामी पाँच वर्षों के दौरान अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार में अपनी हिस्सेदारी को दुगुना करने का है। इसने इस दिशा में, पहले से ही आयात उदारीकरण, आयात करों में कमी, डि-लाइसेंसंग (विअनुज्ञाकरण) तथा प्रक्रिया से उत्पाद के एकस्व (पेटेंट) में बदलाव आदि अनुकूल उपाय अपनाने शुरू कर दिये हैं।
प्रश्न 12.
देश की स्वतंत्रता-प्रास्ति के बाद भारतीय पत्तनों द्वारा की गई प्रगति का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
देश के विभाजन के समय भारत के दो अति महत्त्वपूर्ण पत्तन करांची एवं चिटगाँव, देश से अलग हो गए थे और क्रमशः पाकिस्तान और पूर्वी पाकिस्तान (अब बांग्लादेश) में चले गए। इस बड़ी हानि के बावजूद, देश की स्वतंत्रताप्रापि के बाद से भारतीय पत्तन निरंतर वृद्धि कर रहे हैं। आज भारतीय पत्तन विशाल मात्रा में घरेलू के साथ-साथ विदेशी व्यापार का निपटान कर रहे हैं।
अधिकतर पत्तन आधुनिक अवसंरचना से लैस हैं। पहले पत्तनों के विकास एवं आधुनिकीकरण की जिम्मेदारी सरकारी अभिकरणों पर थी, लेकिन काम के बढ़ने और इन पत्तनों को अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के पत्तनों के समकक्ष बनाने की आवश्यकता ने भारत की पत्तनों के आधुनिकीकरण के लिए निजी उद्यमियों को आमंत्रित किया।
निबन्धात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
भारत के प्रमुख पत्तनों/बन्दरगाहों का नाम लिखिए और भारत के पश्चिमी तट पर अवस्थित पत्तनों का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
भारत के प्रमुख बन्दरगाह भारत में प्रमुख बन्दरगाह 12 हैं। इनमें से भारत के पश्चिमी तट पर मुख्यतः कांडला पत्तन, मुम्बई पत्तन, जवाहरलाल नेहरू (न्हावा-शेवा) पत्तन, मार्मागाओ पत्तन, न्यू मंगलौर और कोच्चि पत्तन स्थित हैं, जबकि पूर्वी तट पर कोलकाता पत्तन, पारादीप पत्तन, विशाखापट्टनम पत्तन, चेन्नई पत्तन, एन्नौर पत्तन और तूतीकोरन पत्तन अवस्थित हैं।
भारत के पश्चिमी तट पर अवस्थित प्रमुख बन्दरगाहों का उल्लेख अग्र प्रकार से है –
1. कांडला बंदरगाह-यह बन्दरगाह कच्छ की खाड़ी के मुहाने पर अवस्थित है। इस पत्तन की मुख्य विशेषताएँ निम्न प्रकार से हैं-
- यह एक सुरक्षित व प्राकृतिक बन्दरगाह है।
- इस पत्तन को देश के पश्चिमी एवं उत्तर-पश्चिमी भाग की जरूरतों को पूरा करने और मुम्बई पत्तन पर दबाव को घटाने के लिए एक प्रमुख पत्तन के रूप में विकसित किया गया है।
- इस पत्तन को विशेष रूप से भारी मात्रा में पेट्रोलियम, पेट्रोलियम उत्पादों, उर्वरकों को ग्रहण करने के लिए बनाया गया है।
- वाडीनार में एक अपतटीय टर्मिनल इस पत्तन के दबाव को कम करने के लिए विकसित किया गया है।
(2) मुम्बई बन्दरगाह-यह बन्दरगाह पश्चिमी तट के मध्य भाग पर साल्सेट द्वीप पर स्थित है। इस बन्दरगाह की मुख्य विशेषताएँ निम्न प्रकार से हैं-
- यह भारत का सबसे बड़ा प्राकृतिक बन्दरगाह है।
- यह बन्दरगाह मध्य-पूर्व, भूमध्यसागरीय देशों, उत्तरी अफ्रीका, उत्तरी अमेरिका तथा यूरोप के देशों के सामान्य मार्ग के निकट स्थित है।
- इसी बन्दरगाह से देश का अधिकांश विदेशी व्यापार किया जाता है।
- इसमें 54 गोदियाँ और देश का विशालतम टर्मिनल है।
- यह बन्द्रगाह 20 किलोमीटर लम्बा और 6-10 किलोमीटर चौड़ा है।
(3) न्हावा-शेवा/जवाहरलाल नेहरू बन्दरगाहइसकी प्रमुख विशेषताएँ निम्न प्रकार से हैं-
- यह एक अनुषंगी पत्तन है।
- इस पत्तन को मुम्बई पत्तन के दबावं को कम करने के लिए विकसित किया गया है।
- यह भारत का विशालतम कंटेनर पत्तन है।
(4) मार्मागाओ बन्दरगाह-यह बन्दरगाह पश्चिमी तट पर गोवा में स्थित है। इस बन्दरगाह की मुख्य विशेषताएँ निम्न प्रकार से हैं-
- यह जुआरी नदमुख के मुहाने पर अवस्थित एक प्राकृतिक बंदरगाह है।
- इस बन्दरगाह द्वारा जापान को लौह-अयस्क का निर्यात किया जाता है।
- कोंकण रेलवे ने इस पत्तन के पृष्ठ प्रदेश में महत्त्वपूर्ण विस्तार किया है।
- कर्नाटक, गोआ तथा दक्षिणी महाराष्ट्र इस पत्तन के प्रमुख पृष्ठ प्रदेश हैं.।
(5) न्यू मंगलौर बन्दरगाह-यह बन्दरगाह कर्नाटक में स्थित है। इस बन्दरगाह की निम्नलिखित विशेषताएँ हैं-
- कोच्चि एवं मार्मागाओ बन्दरगाह के मध्य स्थित है।
- यहाँ से मुख्यतः लौह-अयस्क, ग्रेनाइट, काजू, कहवा, मछलियाँ आदि का निर्यात किया जाता है।
- इसके पृष्ठ प्रदेश में कर्नाटक और उत्तरी केरल के भाग सम्मिलित हैं।
(6) कोच्चि बन्दरगाह-यह बन्दरगाह मालाबार तट पर केरल प्रदेश में स्थित है। इस बन्दरगाह की निम्नलिखित विशेषताएँ हैं-
- लैगून झील (बेंवानद झील) के मुहाने पर स्थित एक प्राकृतिक बन्दरगाह है।
- यह केरल, दक्षिणी कर्नाटक तथा दक्षिण-पश्चिमी तमिलनाडु की आवश्यकताओं को पूरा करता है।
- इस बन्दरगाह को स्वेज-कोलंबो मार्ग के पास अवस्थित होने का लाभ प्राप्त है।
प्रश्न 2.
भारत के पूर्वी तट पर अवस्थित बन्दरगाहों का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
भारत के पूर्वी तट पर अवस्थित बन्दरगाह निम्न प्रकार से हैं-
(1) कोलकाता बन्दरगाह-यह हुगली नदी पर अवस्थित है। इसकी मुख्य विशेषताएँ अग्र प्रकार से हैं-
- यह बन्दरगाह बंगाल की खाड़ी में गंगा के डेल्टा प्रदेश में 128 किलोमीटर भीतर की ओर स्थित है।
- इसके पृष्ठ प्रदेश के अंतर्गत उत्तरप्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, सिक्किम और उत्तर-पूर्वी राज्य आते हैं।
- हुगली नदी से निरन्तर मिट्टी जमा होते रहने के कारण यहाँ पर 64 किलोमीटर दूर खुली खाड़ी में ‘डायमण्ड पोताश्रय’ का निर्माण किया गया है।
- यह बन्दरगाह भूटान और नेपाल जैसे स्थलबद्ध पड़ोसी देशों को भी सुविधाएँ उपलब्ध कराता है।
(2) हल्दिया बन्दरगाह-यह कोलकाता से 105 किलोमीटर अन्दर डाउनस्ट्रीम पर स्थित है। इस बन्दरगाह की निम्नलिखित विशेषताएँ हैं-
- यह कोलकाता बन्दरगाह के दबाव को कम करने के लिए विकसित किया गया था।
- इस बन्दरगाह से स्थूल नौभार, जैसे-लौह अयस्क, कोयला, पेट्रोलियम, उर्वरक, जूट व जूट उत्पाद,
(3) पारादीप बन्दरगाह-यह बन्दरगाह बंगाल की खाड़ी में कटक से 100 किलोमीटर दूर महानदी डेल्टा पर स्थित है। इस बन्दरगाह की निम्नलिखित विशेषताएँ हैं-
- यह एक कृत्रिम बन्दरगाह है।
- इसे मुख्यत: बड़े पैमाने पर लौह अयस्क के निर्यात के लिए विकसित किया गया है।
- इसका पोताश्रय सबसे गहरा है, जो भारी पोतों के निपटान के लिए सर्वाधिक अनुकूल है।
- इस बन्दरगाह के पृष्ठ प्रदेश के अन्तर्गत उड़ीसा, झारखण्ड और छत्तीसगढ़ आते हैं।
(4) विशाखापट्टनम बन्दरगाह-यह बन्दरगाह कोरोमण्डल तट पर आन्ध्रप्रदेश में स्थित है। इस बन्दरगाह की विशेषताएँ निम्न प्रकार से हैं–
- यह एक भू-आबद्ध बन्दरगाह है।
- इसे ठोस चट्टान (डाल्फिन नोज चट्टान) एवं बालू को काटकर एक नहर के द्वारा संमुद्र से जोड़ा गया है।
- यह एक कृत्रिम बन्दरगाह है।
- इस बन्दरगाह से मुख्यतः लौह-अयस्क, पेट्रोलियम तथा सामान्य नौभार का निर्यात किया जाता है।
- इस बन्दरगाह का प्रमुख पृष्ठ प्रदेश आन्ध्र प्रदेश है।
(5) चेन्नई बन्दरगाह-यह बन्दरगाह पूर्वी तट पर तमिलनाडु राज्य में स्थित है। इस बन्दरगाह की प्रमुख विशेषताएँ अग्र प्रकार से हैं-
- ह एक कृत्रिम बन्दरगाह है, जिसे 1859 में बनाया गया था।
- तट के समीप उथला जल होने के कारण यह बन्दरगाह बड़े पोतों के लिए अनुकूल नहीं है।
- इस बन्दरगाह के प्रमुख पृष्ठ प्रदेश तमिलनाडु और पुदुच्चेरी हैं।
- यह मुम्बई के पश्चात् दूसरा सर्वाधिक व्यापार वाला बन्दरगाह है।
(6) एन्नौर बन्दरगाह-इस बंदरगाह को चेन्नई के उत्तरं में 25 किमी. दूर, चेन्नई पत्तन के दबाव को कम करने के लिए बनाया गया है।
(7) तूतीकोरिन बन्दरगाह-यह बन्दरगाह चेन्नई बन्दरगाह के दक्षिण में स्थित है। इस बन्दरगाह का विकास भी चेन्नई बन्दरगाह के दबाव को कम करने के लिए किया गया है। यह विभिन्न प्रकार के नौभार का निपटान करता है, जिसके अंतर्गत कोयला, नमक, खाद्यान्न, खाद्य तेल, चीनी, रसायन और पेट्रोलियम उत्पाद शमिल हैं।