Understanding the question and answering patterns through Class 12 Geography Question Answer in Hindi Chapter 10 मानव बस्ती will prepare you exam-ready.
Class 12 Geography Chapter 10 in Hindi Question Answer मानव बस्ती
अन्य महत्त्वपूर्ण प्रश्न
वस्तुनिष्ठ प्रश्न
प्रश्न 1.
शुष्क बिन्दु बस्तियाँ कहाँ पाई जाती हैं-
(अ) डेल्टा में
(ब) नदी वेदिकाओं के साथ
(स) झरनों के साथ
(द) घाटियों के साथ।
उत्तर:
(ब) नदी वेदिकाओं के साथ
प्रश्न 2.
सड़क के साथ-साथ मिलने वाला बस्ती प्रतिरूप
(अ) वृत्ताकार प्रतिरूप
(ब) आयताकार प्रतिरूप
(स) रैखिक प्रतिरूप
(द) तारे के आकार का प्रतिरूप।
उत्तर:
(स) रैखिक प्रतिरूप
प्रश्न 3.
लन्दन निम्न में से जिस प्रकार का नगर है, वह है –
(अ) व्यापारिक नगर
(ब) पत्तन नगर
(स) धार्मिक नगर
(द) सांस्कृतिक नगर।
उत्तर:
(ब) पत्तन नगर
प्रश्न 4.
निम्नलिखित में से कौनसी बस्ती का विकास झीलों व तालाबों के चारों ओर होता है-
(अ) टी आकार प्रतिरूप
(ब) क्रास आकार प्रतिरूप
(स) वाई आकार प्रतिरूप
(द) वृत्ताकार प्रतिरूप।
उत्तर:
(द) वृत्ताकार प्रतिरूप।
प्रश्न 5.
इथोपिया की राजधानी है –
(अ) अलबैनी
(स) बगदाद
(ब) अदीस अबाबा
(द) केनबरा।
उत्तर:
(ब) अदीस अबाबा
प्रश्न 6.
अलग-अलग नगरों या शहरों के आपस में मिल जाने पर परिवर्तित विशाल नगरीय क्षेत्र कहलाता है –
(अ) शहर
(ब) सन्नगर
(स) विश्व नगरी
(द) मिलियन सिटी।
उत्तर:
(ब) सन्नगर
प्रश्न 7.
निम्न में से कौनसा सन्नगर है –
(अ) अहमदाबाद
(स) मानचेस्टर
(ब) लाहौर
(द) बोस्टन।
उत्तर:
(स) मानचेस्टर
अतिलघूत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
1991 की भारतीय जनगणना के अनुसार नगरीय बस्ती के लिए वांछित न्यूनतम जनसंख्या घनत्व कितना है ?
उत्तर:
ऐसे स्थान या क्षेत्र जहाँ जनसंख्या घनत्व 400 व्यक्ति प्रति वर्ग किमी. हो ऐसे क्षेत्र को नगरीय बस्ती कहेंगे ।
प्रश्न 2.
रैखिक प्रतिरूप की बस्तियों के अवलोकनार्थ आप कौनसे भूदृश्यों का चयन करेंगे?
उत्तर:
इस प्रकार के प्रतिरूप की बस्तियों में मकान सड़कों, रेललाइनों, नदियों, नहरों, घाटी के किनारे अथवा तटबंधों पर पाये जाते हैं।
प्रश्न 3.
मेगासिटी होने का पहला श्रेय किस नगर को है ?
उत्तर:
मेगासिटी होने का पहला श्रेय ‘न्यूयार्क’ नगर को है।
प्रश्न 4.
‘सन्नगर’ शब्द का सर्वप्रथम प्रयोग किसने किया? इसका वर्ष भी लिखिए।
उत्तर:
‘सन्नगर’ शब्द का सर्वप्रथम प्रयोग 1915 में ‘पैट्रिक गिडिज’ ने किया था।
प्रश्न 5.
मेगासिटी क्या है?
उत्तर:
एक करोड़ से अधिक जनसंख्या रखने वाला महानगरीय क्षेत्र मेगासिटी कहलाते हैं।
प्रश्न 6.
नगरीय बस्तियों की कोई दो पर्यावरणीय समस्याएँ लिखिए।
उत्तर:
- जल की पर्याप्त आपूर्ति का अभाव।
- परम्परागत ईंधन के अधिक प्रयोग से उत्पन्न वायु प्रदूषण।
प्रश्न 7.
बस्तियों के दो प्रमुख प्रकार बताइये।
उत्तर:
- ग्रामीण बस्ती
- नगरीय बस्ती।
प्रश्न 8.
नगरों व शहरों के निवासियों का मुख्य व्यवसाय बताइये।
उत्तर:
नगरों व शहरों के निवासियों का मुख्य व्यवसाय द्वितीयक, तृतीयक व चतुर्थक गतिविधियों से सम्बन्धित होता है।
प्रश्न 9.
गाँवों में रहने वाले व्यक्तियों का मुख्य व्यवसाय बताइये।
उत्तर:
गाँवों में रहने वाले निवासियों का मुख्य व्यवसाय प्राथमिक गतिविधियों यथा – कृषि, लकड़ी काटना, खनन कार्य, पशुपालन आदि से सम्बन्धित होता है।
प्रश्न 10.
आकृति के आधार पर बस्तियों के प्रकार बताइये।
उत्तर:
- संहत बस्ती
- प्रकीर्ण बस्ती।
प्रश्न 11.
नदी बेसिन के निम्न भाग में बस्तियाँ नदी वेदिकाओं एवं तटबन्धों पर क्यों बसाई जाती हैं?
उत्तर:
नदी बेसिन के निम्न भाग में बस्तियाँ नदी वेदिकाओं एवं तटबन्धों पर बसाई जाती हैं क्योंकि ये भाग शुष्क बिन्दु होते हैं।
प्रश्न 12.
सुरक्षा की दृष्टि से पहाड़ियों तथा द्वीपों पर बनी बस्तियों के उदाहरण दीजिए।
उत्तर:
- नाईजीरिया के इन्सेलबर्ग पर बनी बस्तियाँ
- भारत में ऊंचे स्थानों अथवा पहाड़ियों पर स्थित दुर्ग।
प्रश्न 13.
विन्यास के आधार पर ग्रामीण बस्तियों के प्रतिरूप बताइये।
उत्तर;
- मैदानी ग्राम
- पठारी ग्राम
- तटीय ग्राम
- वन ग्राम
- मरुस्थलीय ग्राम
प्रश्न 14.
कार्य के आधार पर ग्रामीण बस्तियों के प्रतिरूप बताइये।
उत्तर:
- कृषि ग्राम
- मछुआरों के ग्राम
- लकड़हारों के ग्राम
- पशुपालक ग्राम।
प्रश्न 15.
ग्रामीण बस्तियों के आयताकार प्रतिरूप किन क्षेत्रों में पाए जाते हैं?
उत्तर:
ग्रामीण बस्तियों का आयताकार प्रतिरूप समतल क्षेत्रों अथवा चौड़ी अन्तरा पर्वतीय घाटियों में पाया जाता है।
प्रश्न 16.
वृत्ताकार प्रतिरूप वाली बस्तियों का विकास किस प्रकार होता है?
उत्तर:
वृत्ताकार प्रतिरूप वाली ग्रामीण बस्तियों के गाँव – झीलों व तालाबों आदि क्षेत्रों के चारों तरफ बस्ती बस जाने से विकसित होते हैं।
प्रश्न 17.
तारे के आकार की ग्रामीण बस्तियों का विकास किस प्रकार होता है?
उत्तर:
जहाँ कई मार्ग आकर एक स्थान पर मिलते हैं और उन मार्गों के सहारे मकान बन जाते हैं, तब वहाँ तारे के आकार की बस्तियाँ विकसित हो जाती हैं।
प्रश्न 18.
प्रशासनिक नगर से क्या अभिप्राय है?
उत्तर:
राष्ट्रीय सरकारों के प्रशासनिक विभागों के मुख्यालयों को प्रशासनिक नगर कहा जाता है।
प्रश्न 19.
किन्हीं चार प्रमुख सांस्कृतिक नगरों के नाम बताइये।
उत्तर:
- जैरुसलम
- मक्का
- जगन्नाथपुरी
- बनारस।
प्रश्न 20.
किन्हीं दो प्रमुख नियोजित नगरों के नाम बताइये।
उत्तर:
- चण्डीगढ़
- केनवरा।
प्रश्न 21.
सन्नगर किसे कहते हैं?
उत्तर:
एक विशाल नगरीय क्षेत्र, जो अलग-अलग शहरों के आपस में मिलने से बनता है, सन्नगर कहलाता है।
प्रश्न 22.
उपनगरों से क्या अभिप्राय है?
उत्तर:
बड़े नगरों के समीप छोटे-छोटे नगर बस जाते हैं जिन्हें उपनगर कहा जाता है।
प्रश्न 23.
नगरीय बस्ती की प्रमुख विशेषताएँ लिखिए।
उत्तर:
उच्च जनघनत्व, त्वरित गतिशीलता, जटिल श्रम विभाजन तथा तीव्र सामाजिक अन्तर नगरीय बस्तियों की प्रमुख विशेषताएँ हैं।
प्रश्न 24.
आस्ट्रेलिया में स्थित उद्यान नगर का नाम तथा इसको बसाने वाले वास्तुविद का नाम लिखिए।
उत्तर:
कैनबरा आस्ट्रेलिया का उद्यान नगर है, जिसकी बसाव योजना को 1912 में अमेरिकन वास्तुविद वाल्टर बरली ग्रिफिन ने तैयार किया था।
प्रश्न 25.
ममफोर्ड द्वारा प्रस्तुत शहर की परिभाषा लिखिए।
उत्तर;
ममफोर्ड के शब्दों में, “वास्तव में शहर उच्च एवं अधिक जटिल प्रकार के सहचारी जीवन का भौतिक रूप है।”
प्रश्न 26.
विश्वनगरी किसे कहते हैं?
उत्तर:
एक ऐसा बड़ा महानगरीय प्रदेश, जिसमें कई सन्नगरों का समूह मिलता है, उसे विश्वनगरी कहते हैं।
प्रश्न 27.
भारत में पाई जाने वाली मेगासिटी के नाम लिखिए।
उत्तर:
दिल्ली, मुम्बई, कोलकाता, बेंगलुरु व चेन्नई भारत की मेगासिटी हैं।
प्रश्न 28.
मिलियन सिटी किसे कहते हैं?
उत्तर:
दस लाख से अधिक जनसंख्या रखने वाले नगरों को मिलियन सिटी कहा जाता है।
लघूत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
भारत में पाई जाने वाली केन्द्रीकृत ग्रामीण बस्तियों की तीन विशेषताएँ बताइये ।
उत्तर:
- भारत में केन्द्रीकृत ग्रामीण बस्तियों में घर पास-पास बने होते हैं।
- इनमें निवास क्षेत्र कृषि क्षेत्र से अलग होता हैं।
- इस प्रकार की बस्तियाँ रैखिक या आयताकार में होती हैं।
प्रश्न 2.
ग्रामों एवं शहरों में आधारभूत अन्तर क्या होता है?
उत्तर:
ग्रामों व शहरों में आधारभूत अन्तर यह होता है कि ग्रामों के निवासियों के मुख्य व्यवसाय प्राथमिक गतिविधियाँ, जैसे- कृषि, पशुपालन, मछली पकड़ना, लकड़ी काटना, खनन आदि से सम्बन्धित होते हैं जबकि शहरों के निवासियों का मुख्य व्यवसाय द्वितीयक, तृतीयक एवं चतुर्थक गतिविधियों से सम्बन्धित होता है।
प्रश्न 3.
उपनगरीकरण क्या है?
उत्तर:
यह नगरीकरण की एक नवीन प्रवृत्ति है, जिसमें मानव बड़े शहर के सघन बसे क्षेत्रों में स्थित आवास को छोड़कर शहर से बाहर एक ऐसे खुले व स्वच्छ वातावरण में अपना घर लेकर रहने लगता है, जहाँ रहन-सहन की उत्तम सुविधाएँ उपलब्ध होती हैं। इस प्रक्रिया से बड़े शहरों के निकट ऐसे उपनगर विकसित हो जाते हैं, जहाँ से प्रतिदिन हजारों व्यक्ति बड़े शहरों में स्थित कार्यस्थलों पर आते जाते हैं।
प्रश्न 4.
‘विश्वनगरी’ (Megalopolis) शब्द का अर्थ बताइये। इसका प्रयोग सर्वप्रथम किसने किया?
उत्तर:
‘विश्वनगरी’ यूनानी शब्द ‘मेगालोपोलिस’ से बना है जिसका अर्थ होता है ‘विशाल नगर’। इस शब्द का प्रयोग सर्वप्रथम ‘जीन गोटमेन’ ने सन् 1957 में किया।
प्रश्न 5.
संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम की ‘नगर रणनीति’ की कोई चार प्राथमिकताएँ लिखिए।
अथवा
संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम ने नगर रणनीति में क्या प्राथमिकताएँ बताई हैं? बताइये।
उत्तर:
संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम ने नगर रणनीति में निम्नलिखित प्राथमिकताएँ बताई हैं –
- नगरीय निर्धनों के लिए आश्रय स्थल में वृद्धि करना।
- आधारभूत नगरीय सुविधाओं यथा – शिक्षा, प्राथमिक स्वास्थ्य, स्वच्छ जल और सफाई का प्रबन्ध आदि को उपलब्ध करवाना।
- महिलाओं की मूलभूत सेवाओं तथा राजकीय सुविधाओं तक पहुँच में सुधार लाना।
- ऊर्जा उपयोग तथा वैकल्पिक परिवहन तन्त्र को उन्नत बनाना।
- वायु प्रदूषण को कम करना।
प्रश्न 6.
भारत की 1991 की जनगणना में नगरीय बस्तियों के लिए निर्धारित मापदण्डों को लिखिए।
उत्तर:
भारत की 1991 की जनगणना के आधार पर नगर के लिए निम्नलिखित आवश्यक तथ्य हैं –
- नगर में एक नगरपालिका, कार्पोरेशन, छावनी बोर्ड या अधिसूचित नगरीय क्षेत्र समिति होनी चाहिए।
- नगर की कम से कम जनसंख्या 5000 हो।
- नगर में 75 प्रतिशत से अधिक व्यक्ति गैर कृषि कार्य में संलग्न हों।
- नगर में जनसंख्या घनत्व कम से कम 400 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर होनी चाहिए।
प्रश्न 7.
बस्तियों को आकृति के आधार पर वर्गीकृत कीजिए।
उत्तर:
आकृति के आधार पर बस्तियाँ निम्नलिखित दो प्रकार की होती हैं-
1. संहत बस्तियाँ इस प्रकार की बस्तियों में मकान एक-दूसरे के समीप मिलते हैं। सामान्यतः ऐसी बस्तियों का विकास नदी घाटियों के सहारे या उपजाऊ मैदानों में मिलता है। यहाँ रहने वाले व्यक्ति मिल-जुलकर रहते हैं एवं उनके व्यवसाय भी समान होते हैं।
2. प्रकीर्ण बस्तियाँ प्रकीर्ण बस्तियों में मकान दूर- दूर होते हैं तथा प्राय: खेतों के द्वारा एक-दूसरे से अलग होते हैं। एक सांस्कृतिक आकृति जैसे पूजा स्थल अथवा बाजार बस्तियों को एक-साथ बाँधता है।
प्रश्न 8.
संहत बसती एवं प्रकीर्ण बस्ती के मध्य दो अन्तर लिखिए।
उत्तर:
संहत बस्ती एवं प्रकीर्ण बस्ती के मध्य अन्तर –
अन्तर का आधार | संहत बस्ती | प्रकीर्ण बस्ती |
(1) मकानों की निकटता | संहत बस्तियों में मकान एक-दूसरे के के समीप बनाये जाते हैं। | प्रकीर्ण बस्तियों में मकान दूर-दूर होते हैं। |
(2) आपसी सम्पर्क | यहाँ रहने वाला समुदाय मिलकर रहता है एवं उनके व्यवसाय भी समान होते हैं। आपसी सम्पर्क रहता है। | एक सांस्कृतिक आकृति जैसे पूजा-स्थल अथवा बाजार से बस्तियों में हैं। |
प्रश्न 9.
नियोजित बस्तियाँ क्या होती हैं? उदाहरण सहित समझाइये
उत्तर:
नियोजित बस्तियाँ सरकार के द्वारा बसाई जाती हैं। ग्रामवासियों द्वारा स्वतः जिन बस्तियों की स्थिति का चयन नहीं किया जाता, उन्हें सरकार द्वारा अधिग्रहीत कर लिया जाता है। फिर सरकार अधिग्रहीत की गई इस प्रकार की भूमि पर निवासियों को सभी प्रकार की सुविधाएँ यथा— आवास, पानी तथा अन्य अवसंरचना आदि उपलब्ध करवाकर बस्तियों को विकसित किया जाता है। यथा इथोपिया में सरकार द्वारा ग्रामीणीकरण योजना एवं भारत में इन्दिरा गाँधी नहर के क्षेत्र में नहरी बस्तियों का विकास किया गया है।
प्रश्न 10.
नम बिन्दु बस्तियाँ क्या होती हैं? इनके कोई चार प्रमुख लाभ बताइये ।
उत्तर:
साधारणतया ग्रामीण बस्तियाँ जल-राशियों के समीप स्थिति होती हैं। यथा— नदियाँ, शीलें, झरने आदि । इनको नम बिन्दु बस्तियाँ कहते हैं। इनके प्रमुख लाभ निम्नलिखित हैं-
- नम बिन्दु बस्तियों में लोगों की जल की आवश्यकता पूरी होती है।
- यहाँ नदियाँ तथा झीलें खेतों के लिए जेल सिंचाई प्रदान करती हैं।
- उपलब्ध जल-राशियों में मत्स्यन क्रिया की जाती है।
- नदियाँ तथा झीलें जल परिवहन भी प्रदान करती
प्रश्न 11.
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार एक स्वस्थ शहर क्या है? स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार एक स्वस्थ शहर में निम्नलिखित सुविधाएँ होनी चाहिए –
- स्वच्छ एवं सुरक्षित वातावरण होना चाहिए।
- सभी निवासियों की आधारभूत आवश्यकताओं की पूर्ति होनी चाहिए।
- स्थानीय सरकार में समुदाय की भागीदारी होनी चाहिए।
- सभी के लिए स्वास्थ्य सुविधाएँ आसानी से उपलब्ध होनी चाहिए।
प्रश्न 12.
प्रशासनिक एवं सांस्कृतिक नगरों के विषय में लिखिए।
उत्तर;
प्रशासनिक नगर – देशों की राजधानियाँ जहाँ पर केन्द्रीय सरकार के प्रशासनिक कार्यालय होते हैं, प्रशासनिक नगर कहलाते हैं। यथा नई दिल्ली, केनवरा, बीजिंग, अदीस अबाबा, वाशिंगटन एवं लन्दन आदि प्रशासनिक नगर हैं। राज्यों में भी इस प्रकार के नगर हो सकते हैं जिनका कार्य प्रशासनिक होता है यथा-ब्रिटिश कोलम्बिया में विक्टोरिया, न्यूयार्क में अलवैनी, तमिलनाडु में चेन्नई, राजस्थान में जयपुर आदि प्रशासनिक नगर हैं। सांस्कृतिक नगर धार्मिक केन्द्र, शैक्षणिक केन्द्र तथा मनोरंजन एवं आमोद-प्रमोद के केन्द्र सांस्कृतिक नगर होते हैं। यथा-जरुसलम, मक्का, जगन्नाथपुरी एवं बनारस आदि सांस्कृतिक नगर हैं।
प्रश्न 13.
नगरीय बस्ती के निर्धारण में विभिन्न देशों द्वारा प्रयुक्त मापदण्डों का उल्लेख कीजिए ।
उत्तर:
विभिन्न देशों में अपनी आवश्यकतानुसार नगरीय बस्ती के मापदण्ड विकसित हैं। भारत में 5000 से अधिक जनसंख्या वाले क्षेत्र नगर कहलाते हैं। कनाडा में 1000 से अधिक जनसंख्या वाली बस्ती, संयुक्त राज्य अमेरिका में 2500 से अधिक जनसंख्या वाली बस्ती, जापान में 30000 से अधिक जनसंख्या वाली बस्ती नगर कहलाती है जबकि डेनमार्क, स्वीडन व फिनलैण्ड में 250 से अधिक, वेनेजुएला में 1000 से अधिक तथा कोलम्बिया में 1500 से अधिक जनसंख्या वाली बस्ती नगर कहलाती है।
प्रश्न 14.
नगरीकरण क्या है? नगरीकरण का प्रमुख कारण क्या है?
उत्तर:
नगरीकरण से तात्पर्य एक देश के नगरीय क्षेत्रों में निवास करने वाली जनसंख्या में आनुपातिक वृद्धि से होता है। नगरीकरण शब्द का प्रयोग किसी क्षेत्र या प्रदेश के सन्दर्भ में न होकर उस जनसंख्या के लिए होता है, जो नगरीय हो रही है। अतः नगरीय जनसंख्या के अनुपात में वृद्धि को नगरीकरण कहा जाता है। नगरीकरण का प्रमुख कारण ग्रामों से नगरों की ओर होने वाला मानवीय प्रवास है। यह प्रवास गाँवों में रोजगार के अवसरों की कमी के कारण उन नगरों की ओर अधिक होता है, जिनमें रोजगार के पर्याप्त अवसर उपलब्ध होते हैं।
प्रश्न 15.
नगरीय केन्द्रों की स्थिति किन कारकों पर निर्भर करती है? लिखिए।
उत्तर:
प्राचीन नगरीय बस्तियों की स्थिति, जल, गृह निर्माण सामग्री एवं उपजाऊ भूमि की उपलब्धता पर निर्भर रहती थी। यद्यपि वर्तमान में भी उपरोक्त कारकों का महत्त्व कम नहीं हुआ है फिर भी आधुनिक प्रौद्योगिकी के कारण ऐसे क्षेत्रों में भी नगरीय बस्तियाँ विकसित हो रही हैं, जहाँ उपरोक्त सुविधाएँ उपलब्ध नहीं हैं क्योंकि जल की कमी को पाइप लाइनों द्वारा एवं गृह निर्माण सामग्री की कमी को यातायात साधनों द्वारा सफलतापूर्वक दूर कर लिया जाता है।
वर्तमान में नगरीय बस्ती की स्थिति को प्रभावित करने वाले अन्य कारकों में व्यापारिक मार्गों की निकटता, प्राकृतिक रूप से सुरक्षित स्थल, खनन क्षेत्रों की समीपता, स्थानीय रूप से उपलब्ध कच्चे माल व शक्ति के साधन, प्राकृतिक दृश्यों से सम्पन्न क्षेत्र, सागरीय तट, ऐतिहासिक अवशेषों वाले क्षेत्र तथा पत्तन पोताश्रय की उपलब्धता जैसे कारक सम्मिलित हैं।
प्रश्न 16.
अदीस अबाबा पर एक संक्षिप्त टिप्पणी लिखिये।
उत्तर:
अदीस अबाबा एक नया नगर है जिसकी स्थापना 1878 ई. में हुई है। अदीस का अर्थ है ‘नया’ तथा अबाबा का अर्थ है ‘पुष्प’। यह नगर इथोपिया की राजधानी है।
अदीस अबाबा का पूरा नगर पर्वतीय घाटी स्थलाकृति पर स्थित है। यहाँ की सड़कों का प्रारूप स्थानीय धरातल से प्रभावित है। राजकीय मुख्यालय प्याज्जा, अरात एवं आमिस्ट किलो से चारों ओर सड़कें जाती हैं। मरकाटो में एक बहुत विकसित बाजार है, जिसके विषय में मान्यता कि उत्तर में काहिरा एवं दक्षिण में जोहंसबर्ग के बीच ये सबसे बड़ा बाजार है।
अदीस अबाबा शिक्षा का भी एक महत्त्वपूर्ण केन्द्र है। यहाँ एक बहु संकाय विश्वविद्यालय, चिकित्सा महाविद्यालय एवं कई अच्छे स्कूल हैं। जिबूती अदीस अबाबा रेलमार्ग का अंतिम स्टेशन है। बोले हवाई अड्डा सापेक्षतः एक नया हवाई अड्डा है। इस नगर का तेजी से विकास हुआ है, क्योंकि यह इथोपिया के मध्य में स्थित है एवं यहां कई प्रकार के कार्य संपन्न किए जाते हैं।
निबन्धात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
ग्रामीण बस्तियों को प्रभावित करने वाले कारकों का उल्लेख कीजिए ।
उत्तर:
ग्रामीण बस्तियों को प्रभावित करने वाले कारक ग्रामीण बस्तियों की स्थिति तथा विकास को प्रभावित करने वाले कारक अग्रलिखित हैं –
(1) जल आपूर्ति – साधारणत: ग्रामीण बस्तियाँ नदियों, झीलों, झरनों आदि जल स्रोतों के समीप विकसित होती हैं ताकि वहाँ के निवासियों को पीने, खाना बनाने, वस्त्र धोने, कृषि भूमि पर सिंचाई करने आदि कार्यों के लिए जल आसानी से उपलब्ध हो सके। इन्हीं जलस्रोतों से वहाँ के निवासी भोजन के लिए मछलियाँ पकड़ते हैं तथा आवागमन के लिए जल यातायात का प्रयोग करते हैं।
(2) भूमि मनुष्य बसने के लिए उस स्थान का चुनाव करता है जहाँ भूमि कृषि कार्य के लिए उपयुक्त व उपजाऊ हो। यूरोप में दलदली क्षेत्र एवं निचले क्षेत्र में बस्तियाँ नहीं बसाई जाती हैं जबकि दक्षिणी-पूर्वी एशिया में रहने वाले लोग नदी घाटियों के निम्न भाग एवं तटवर्ती मैदानों के निकट बस्तियाँ बसाते हैं जो कि उनको नम चावल की कृषि के लिए सहायक होते हैं।
(3) उच्च भूमि के क्षेत्र मानव ने अपने अधिवास के लिए ऊँचे क्षेत्रों का चुनाव इसलिए किया है कि उस स्थान पर बाढ़ के समय होने वाली क्षति से बचा जा सके एवं मानव व मकान सुरक्षित रह सकें। नदी बेसिन के निम्न भाग में बस्तियाँ नदी वेदिकाओं एवं तटबन्धों पर बसाई जाती हैं क्योंकि ये भाग शुष्क बिन्दु होते हैं। उष्ण कटिबन्धीय देशों के दलदली क्षेत्रों
के निकट लोग अपने मकान स्तम्भों पर बनाते हैं जिससे कि बाढ़ व कीड़े- मकौड़ों से बचा जा सके।
(4) गृह निर्माण सामग्री- जहाँ आसानी से लकड़ी, पत्थर आदि प्राप्त हो जाते हैं, मनुष्य वहीं अपनी बस्तियाँ बसाता है। वनों को काट कर प्राचीन गाँवों को बसाया गया था जहाँ लकड़ी बहुतायत में थी। चीन के लोयस क्षेत्र में वहाँ के निवासी कन्दराओं में मकान बनाते थे एवं अफ्रीका के सवाना प्रदेश में कच्ची ईंटों के मकान बनते थे जबकि ध्रुवीय क्षेत्र में एस्किमो हिम-खण्डों से अपने इग्लू का निर्माण करते थे।
(5) सुरक्षा राजनीतिक अस्थिरता, युद्ध या पड़ौसी समूहों के उपद्रवी होने की स्थिति में गाँवों को सुरक्षात्मक पहाड़ियों एवं द्वीपों पर बसाया जाता था। नाइजीरिया में खड़े इन्सेलवर्ग अच्छी सुरक्षित स्थिति प्रदान करते हैं। भारत में अधिकांश दुर्ग ऊँचे स्थानों अथवा पहाड़ियों पर स्थित हैं।
प्रश्न 2.
ग्रामीण बस्तियों के प्रतिरूपों का उल्लेख कीजिए।
उत्तर:
ग्रामीण बस्तियों के प्रतिरूप ग्रामीण बस्तियों के प्रतिरूप यह दर्शाते हैं कि मकानों की स्थिति किस प्रकार एक-दूसरे से सम्बन्धित है। गाँव की आकृति एवं प्रसार को प्रभावित करने वाले कारकों में गाँव की स्थिति, निकटवर्ती स्थलाकृति एवं क्षेत्र का भू- भाग प्रमुख स्थान रखते हैं।
ग्रामीण बस्तियों का वर्गीकरण निम्नलिखित मापदण्डों के आधार पर किया जा सकता हैं-
1. विन्यास के आधार पर – विन्यास के आधार पर ग्रामीण बस्तियों के प्रतिरूप इस प्रकार हैं –
- मैदानी ग्राम
- पठारी ग्राम
- तटीय ग्राम
- वन ग्राम
- मरुस्थलीय ग्राम।
2. कार्य के आधार पर कार्य के आधार पर ग्रामीण बस्तियों के प्रतिरूप निम्न प्रकार के होते है –
- कृषि ग्राम
- मछुआरों के ग्राम
- लकड़हारों के ग्राम
- पशुपालक ग्राम।
3 बस्तियों की आकृति के आधार पर बस्तियों की आकृति के आधार पर ग्रामीण बस्तियों के प्रतिरूप निम्नलिखित होते हैं –
चित्र ग्रामीण बस्तियों के प्रतिरूप –
- रैखिक प्रतिरूप इस प्रकार की बस्तियों में मकान सड़कों, रेल लाइनों, नदियों, नहरों, घाटी के किनारे अथवा तटबन्धों पर स्थित होते हैं।
- आयताकार प्रतिरूप – ग्रामीण बस्तियों का यह प्रतिरूप समतल क्षेत्रों अथवा चौड़ी अन्तरापर्वतीय घाटियों में पाया जाता है। इसमें सड़कें आयाताकार होती हैं जो कि एक-दूसरे को समकोण पर काटती हैं।
- वृत्ताकार प्रतिरूप – इस प्रकार के गाँव झीलों व तालाबों आदि क्षेत्रों के चारों ओर बस्ती बस जाने से विकसित होते हैं। कभी-कभी ग्राम को इस योजना से बसाया जाता है कि उसका मध्य भाग खुला रहे जिसमें पशुओं को रखा जाये जिससे वे जंगली जानवरों से सुरक्षित रह सकें।
- तारों का आकार का प्रतिरूप-जिन स्थानों पर अनेक मार्ग आकर एक स्थान पर मिलते हैं और उन मार्गों के सहारे मकान बन जाते हैं, तब वहाँ तारे के आकार की बस्तियाँ विकसित हो जाती हैं।
- टी आकार, वाई आकार, क्रास आकार – टी आकार की बस्तियाँ सड़क के तिराहे पर विकसित होती हैं। जबकि वाई आकार की बस्तियाँ उन क्षेत्रों में पाई जाती हैं। जहाँ पर दो मार्ग आकर तीसरे मार्ग से मिलते हैं। क्रास आकार की बस्तियाँ चौराहों पर प्रारम्भ होती हैं जहाँ चौराहों से चारों दिशा में बसाव शुरू हो जाता है।
- दोहरे ग्राम नदी पर पुल या फेरी के दोनों ओर इन बस्तियों का विस्तार होता है।
प्रश्न 3.
विभिन्न नगरीय केन्द्रों की अवस्थिति किन कारकों पर निर्भर करती है? समझाइये।
उत्तर:
नगरीय केन्द्रों की अवस्थिति उनके द्वारा सम्पन्न कार्यों के आधार पर देखी जाती है। वैसे नगरीय बस्तियों की अवस्थिति के लिए कुछ सामान्य कारक आवश्यक होते हैं। प्राचीन नगरीय बस्तियों की स्थिति, जल, गृह निर्माण सामग्री एवं उपजाऊ भूमि उपलब्धता पर निर्भर रहती थी।
यद्यपि वर्तमान में भी उपरोक्त कारकों का महत्त्व कम नहीं हुआ है फिर भी आधुनिक प्रौद्योगिकी के कारण ऐसे क्षेत्रों में भी नगरीय बस्तियाँ विकसित हो रही हैं जहाँ उपरोक्त सुविधाएँ नहीं होती हैं। ऐसी स्थिति में पाइपलाइन के द्वारा जल दूर-दूर तक पहुँचाया जा सकता है एवं यातायात के साधनों के माध्यम से गृह निर्माण सामग्री भी दूरस्थ क्षेत्रों से प्राप्त की जा सकती है।
विशेष कार्यों वाले नगरों की अवस्थिति के लिए कुछ अलग प्रकार की चीजें आवश्यक होती हैं। जैसे किसी अवकाश सैरगाह की स्थिति के लिए जो आवश्यक बातें होनी चाहिए वो औद्योगिक नगर, सेना नगर या एक समुद्री पत्तन नगर के लिए आवश्यक स्थितियों से भिन्न होती हैं।
सामरिक नगरों की स्थिति ऐसी जगह होनी चाहिए जहाँ इसे प्राकृतिक सुरक्षा मिले। खनिज नगरों के लिए क्षेत्र में आर्थिक दृष्टिकोण से उपयोगी खनिजों का पाया जाना आवश्यक है। औद्योगिक नगरों के लिए स्थानीय शक्ति के साधन एवं कच्चा माल उपलब्ध होना आवश्यक है। पर्यटन केन्द्र के लिए आकर्षक दृश्य या सामुद्रिक तट, औषधीय जल वाला झरना या कोई ऐतिहासिक अवशेष आवश्यक शर्त है। पत्तन नगर के लिए पोताश्रय होना चाहिए।
प्रश्न 4.
नगरीय क्षेत्रों के कार्यों का संक्षिप्त वर्णन करते हुए नगरों का कार्यात्मक वर्गीकरण दीजिए।
उत्तर:
नगरीय क्षेत्रों के कार्य प्राचीन नगरों के प्रमुख कार्य प्रशासन, व्यापार, उद्योग, सरक्षा एवं धार्मिक हुआ करते थे। वर्तमान समय में सुरक्षा तथा धर्म का कार्यात्मक विभेदीकरण के रूप में महत्त्व घटा है, लेकिन कई नये कार्य इस सूची में जुड़ गए हैं। जैसे मनोरंजनात्मक, यातायात, खनन, निर्माण, आवासीय तथा सबसे नवीन सूचना प्रौद्योगिकी आदि। इनमें से कुछ कार्यों के लिए नगरीय केन्द्रों को समीप के ग्रामीण क्षेत्रों से किसी भी प्रकार के आधारभूत संबंधों की आवश्यकता नहीं होती है।
यद्यपि नगर बहुत से कार्य करते हैं पर उन्हें उनके द्वारा किए गए प्रमुख कार्यों द्वारा ही जाना जाता है। हम शैफील्ड को औद्योगिक नगर, लंदन को पत्तन नगर, चंडीगढ़ को प्रशासकीय नगर के रूप में जानते हैं। बड़े नगरों में विभिन्न प्रकार के कार्य किए जाते हैं। इसके अतिरिक्त समय के अनुसार नए-नए कार्य विकसित होते रहते हैं।
नगरों एवं शहरों का कार्यात्मक वर्गीकरण निम्न प्रकार से किया जा सकता है –
(1) प्रशासनिक नगर राष्ट्र की राजधानियाँ जहाँ पर केन्द्रीय सरकार के प्रशासनिक कार्यालय होते हैं उन्हें प्रशासनिक नगर कहा जाता है। नयी दिल्ली, केनबेरा, बीजिंग, अदीस अबाबा, वाशिंगटन डी.सी. एवं लंदन इत्यादि प्रशासनिक नगर हैं। राज्यों में भी ऐसे नगर हो सकते हैं। जिनका कार्य प्रशासनिक हो, उदाहरण के लिए विक्टोरिया (ब्रिटिश कोलंबिया), अलबैनी (न्यूयार्क), चेन्नई (तमिलनाडु) इत्यादि ।
(2) व्यापारिक एवं व्यावसायिक नगर-कृषि बाजार कस्बे जैसे विनिपेग एवं कंसास नगर, बैंकिंग एवं वित्तीय कार्य करने वाले नगर, जैसे फ्रैंकफर्ट एवं एमसटर्डम, विशाल अंतर्देशीय केंद्र जैसे मैनचेस्टर एवं सेंट लूइस एवं परिवहन के केंद्र जैसे लाहौर, बगदाद एवं आगरा प्रमुख व्यापारिक केंद्र रहे हैं।
(3) सांस्कृतिक नगर जेरूसलम, मक्का, जगन्नाथ पुरी एवं बनारस आदि तीर्थ स्थान सांस्कृतिक नगर हैं। धार्मिक दृष्टिकोण से इनका बहुत महत्त्व है।
(4) अन्य नगर- इनके अतिरिक्त स्वास्थ्य एवं मनोरंजन नगर (मियामी एवं पणजी), औद्योगिक नगर (पिट्सबर्ग एवं जमशेदपुर ), खनन नगर (ब्रोकन हिल एवं धनबाद) एवं परिवहन नगर (सिंगापुर एवं मुगलसराय) आदि के रूप में भी वर्गीकरण किया जा सकता है।
प्रश्न 5.
नगरीय बस्तियों के प्रमुख प्रकारों का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
नगरीय बस्तियों के प्रमुख प्रकार नगरीय बस्ती अपने आकार, उपलब्ध सुविधाओं एवं उनके द्वारा सम्पन्न किए जाने वाले कार्यों के आधार पर निम्नलिखित नामों से जानी जाती है-.
(1) नगर – नगर के लिए जनसंख्या का आकार ही मापदण्ड नहीं होता वरन् नगर में कुछ विशेष कार्य, जैसे— निर्माण, खुदरा व थोक व्यापार एवं व्यावसायिक सेवाएँ प्रमुख रूप से सम्पन्न किए जाते हैं।
(2) शहर – यह अग्रणी नगर होता है जो कि अपने स्थानीय व क्षेत्रीय प्रतिस्पर्धियों को पीछे छोड़ देता है। लेविस ममफोर्ड के अनुसार, “वास्तव में शहर उच्च एवं अधिक जटिल प्रकार के सहचारी जीवन का भौतिक रूप हैं।” शहर नगरों से बड़े होते हैं एवं उनके आर्थिक कार्य भी अधिक होते हैं। यहाँ पर प्रमुख वित्तीय संस्थान, प्रादेशिक प्रशासकीय कार्यालय एवं यातायात के केन्द्र होते हैं।
(3) सन्नगर – सन् 1915 से सर्वप्रथम इस शब्दावली का प्रयोग पैट्रिक गिडिज ने किया था। ये विशाल विकसित नगरीय क्षेत्र होते हैं जो कि मूल रूप से अलग-अलग नगरों या शहरों के आपस में मिल जाने से एक विशाल नगरीय विकास क्षेत्र में परिवर्तित हो जाते हैं। ग्रेटर लन्दन, |मानचेस्टर, शिकागो एवं टोकियो इसके उदाहरण हैं। कोलकाता – हावड़ा, दिल्ली-गाजियाबाद गुड़गांव- फरीदाबाद – बल्लभगढ़ तथा इलाहाबाद नैनी भारत के महत्त्वपूर्ण सन्नगर हैं।
(4) मिलियन सिटी – 10 लाख से अधिक जनसंख्या वाले महानगर मिलियन सिटी कहलाते हैं। विश्व में मिलियन सिटी की संख्या पहले की अपेक्षा लगातार बढ़ रही है। 1800 में लन्दन इस श्रेणी में शामिल किया गया। 1850 में पेरिस, 1860 में न्यूयार्क तथा 1950 तक विश्व में 80 शहर मिलियन सिटी थे। मिलियन सिटी की वृद्धि प्रत्येक तीसरे दशक में तीन गुना बढ़ गई है। सन् 1975 में इनकी संख्या 160 थी जो कि बढ़कर 2016 में 512 हो गई।
(5) विश्व नगरी – यह यूनानी शब्द मेगालोपोलिस से बना है जिसका अर्थ विशाल नगर होता है। इस शब्द का प्रयोग सबसे पहले सन् 1957 में जीन गोटमेन ने किया। यह एक बड़ा महानगर प्रदेश होता है जिसमें सन्नगरों का समूह होता है। विश्वनगरी का सबसे अच्छा उदाहरण संयुक्त राज्य अमेरिका में है जहाँ उत्तर में बोस्टन से दक्षिण में वाशिंगटन तक नगरीय भू-दृश्य के रूप में दिखलाई देता है।
(6) मेगासिटी ऐसे महानगर जिनके नगर तथा उपनगरों की जनसंख्या मिलाकर एक करोड़ से अधिक हो, मेगासिटी कहलाते हैं। सबसे पहले सन् 1950 में न्यूयार्क ने यह श्रेय प्राप्त किया था जब उसकी जनसंख्या 1 करोड़ 25 लाख हो गई।
प्रश्न 6.
विकासशील राष्ट्रों की ग्रामीण बस्तियों की प्रमुख समस्याएँ लिखिए।
उत्तर:
विकासशील राष्ट्रों की ग्रामीण बस्तियों की प्रमुख समस्याएँ निम्न प्रकार से हैं –
(1) इन बस्तियों में स्वच्छ पेयजल की पर्याप्त आपूर्ति का अभाव होता है। विशेष रूप से पर्वतीय एवं शुष्क क्षेत्रों के निवासियों को पेयजल हेतु लम्बी दूरियाँ तय करनी पड़ती हैं। शुद्ध पेयजल के अभाव में यहाँ जल जनित बीमारियाँ, जैसे- हैजा, पीलिया आदि का प्रकोप रहता है।
(2) शौचघर एवं कूड़ा-कचरा निस्तारण की सुविधाओं की कमी के कारण यहाँ स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्याएँ अधिक रहती हैं।
(3) कच्ची सड़क एवं आधुनिक संचार के साधनों की कमी यहाँ की प्रमुख समस्या है। वर्षा ऋतु में इन क्षेत्रों का सम्पर्क आस-पास के क्षेत्र से कट जाता है, जिससे आपातकालीन सेवाएँ उपलब्ध कराने में गम्भीर कठिनाइयाँ उत्पन्न हो जाती हैं।
(4) विशाल ग्रामीण जनसंख्या के लिए स्वास्थ्य एवं शिक्षा सम्बन्धी पर्याप्त सुविधाएँ प्रदान करना भी कठिन हो जाता है। यह समस्या उस समय और विकट हो जाती है। जब ग्रामीणीकरण उचित प्रकार से नहीं हुआ है और विशाल क्षेत्र में मकान दूर-दूर तक विकसित होते हैं।
(5) इन बस्तियों में अधिकांश मकान घटिया स्तर के तथा स्थानीय निर्माण सामग्री से निर्मित किए जाते हैं। भारी वर्षा व बाढ़ के समय ऐसे मकानों को भारी क्षति पहुँचती है एवं हर वर्ष उनके उचित रखरखाव की आवश्यकता पड़ती है।
(6) यहाँ एक ही मकान में मनुष्यों के साथ पशु भी रहते हैं। इन मकानों में पशुओं के चारे को रखने के लिए समुचित स्थान नहीं होता, साथ ही जंगली जानवरों से भी सुरक्षा के कोई इन्तजाम नहीं होते हैं।
प्रश्न 7.
नगरीय बस्तियों को विभिन्न आधारों पर वर्गीकृत कीजिए।
उत्तर:
नगरीय क्षेत्रों की परिभाषा एक देश से दूसरे देश में भिन्न होती है। सामान्यतः नगरीय बस्तियों के वर्गीकरण में निम्नलिखित तीन आधार सर्वप्रमुख हैं –
(1) जनसंख्या का आधार नगरीय क्षेत्रों को परिभाषित करने के लिए अधिकांश देशों ने इसी मापदण्ड को अपनाया है। परन्तु नगर का न्यूनतम जनसंख्या आकार भिन्न-भिन्न देशों में भिन्न-भिन्न है। उदाहरणस्वरूप नगरीय क्षेत्र की श्रेणी में आने के लिए जनसंख्या के आकार की निचली सीमा कोलम्बिया में 1500, अर्जेन्टाइना एवं पुर्तगाल में 2000, संयुक्त राज्य अमेरिका एवं थाईलैण्ड में 2500, भारत में 5000 तथा जापान में 30,000 व्यक्ति है। भारत में नगर के लिए न्यूनतम जनसंख्या आकार के साथ-साथ जनसंख्या घनत्व का 400 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर से अधिक तथा कार्यशील पुरुष श्रमिकों का 75% से अधिक भाग गैर कृषिगत कार्यों में लगा होना भी अनिवार्य है।
(2) व्यावसायिक संरचना – कुछ देशों जैसे- भारत में, जनसंख्या आकार के अलावा आर्थिक क्रियाकलापों को भी नगरीय बस्ती निर्धारित करने के लिए एक मापदण्ड माना जाता है। इटली में उसी बस्ती को नगरीय कहा जाता है, जिसकी आर्थिक रूप से उत्पादक जनसंख्या का 50% गैर कृषि कार्यों में संलग्न हो भारत में यह मापदण्ड 75% तक रखा गया है।
(3) प्रशासन – कुछ देशों में किसी बस्ती को नगरीय बस्ती में वर्गीकृत करने हेतु प्रशासनिक स्वरूप को भी एक आधार माना जाता है। उदाहरण के लिए भारत में 5,000 से कम जनसंख्या रखने वाली उस बस्ती को भी नगर कहा जा सकता है, जहाँ नगरपालिका, छावनी बोर्ड (कॅटोनमेंट बोर्ड) अथवा अधिसूचित नगरीय क्षेत्र समिति कार्यरत हैं। इसी प्रकार लैटिन अमेरिका के देश ब्राजील एवं बोलिविया में जनसंख्या आकार को आधार न मानकर किसी भी प्रशासकीय केन्द्र को नगर माना जाता है।