Students can access the CBSE Sample Papers for Class 12 Hindi with Solutions and marking scheme Set 2 will help students in understanding the difficulty level of the exam.
समय : 3 घटे
पूर्णांक : 80
सामान्य निर्देश:
- निम्नलिखित निर्देशों को बहुत सावधानी से पढ़िए और उनका पालन कीजिए।
- इस ग्रशत् पत्र में खंड “अ’ में वस्तुपरक’ तथा खंड “ब” में वर्णनात्मक ग्रश्न पूछे गए हैं।
- खंड ‘अ’ में 40 वस्तुपरक प्रश्न पूछे गए हैं, सभी 40 प्रश्नों के उत्तर देने हैं।
- खंड ‘ब’ में वर्णवात्यक प्रश्न पूछे गए हैं। प्रश्नों के उचित आंतरिक विकल्प दिए गए हैं।
- दोनों खंडों के प्रश्नों के उत्तर देना अनिवार्य है।
- यथासंभव दोनों खंडों के प्रश्नों के उत्तर क्रमश: लिखिए।
खंड ‘अ’- वस्तुपरक प्रश्न (अंक 40)
प्रश्न 1
निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर दिए गए प्रश्नों के सर्वाधिक उपयुक्त उत्तर वाले विकल्प को चुनकर लिखिए- (10 × 1 = 10)
मनुष्य के लिए भोजन एक सबसे महत्त्वपूर्ण विषय है। भोजन के लिए लोग न जाने क्या-क्या करते हैं और न जाने कहाँ से कहाँ तक चले जाते हैं। फिर भी हमारी दुनिया की एक बड़ी सच्चाई है कि रोज लगभग 70 करोड़ लोग भूखे रह जाते हैं, जिनमें से करीब 25 करोड़ लोग भुखमरी जैसी स्थिति में रहने को मजबूर हैं। दुनिया में बहुत प्रयासों के बावज़ूद खाद्य असुरक्षा की समस्या बढ़ती चली जा रही है। जलवायु परिवर्तन, अत्यधिक बारिश या कम बारिश के कारण भी सामान्य खाद्यान्न उत्पादन पर गहरा असर पड़ रहा है। दुनिया में एक बड़े इलाके में स्थाई रूप से खेती प्रभावित होने लगी है। लोग खेती छोड़कर दूसरे व्यवसायों में लगने को मजबूर हो रहे हैं और खेती करने वालों की संख्या घट रही है। कृषि उत्पादों की कीमत बढ़ रही है और लगे हाथ मंदी का दौर भी चल ही रहा है। तो कूल मिलाकर दुनिया में यह एक बड़ी चिंता है कि आने वाले समय में बंचितों या भूखे लोगों का
पेट कैसे भरा जाएगा? ऐसे में, “ब्ल्यू फूड’ की चर्चा दिनोंदिन तेज़ होती जा रही है। ‘ब्ल्यू फूडः मतलब जलीय खाद्य पदार्थ।
इसमें कोई शक नहीं कि हमें पानी से मिलने वाले खाद्य पदार्थों के बारे में पूरी जानकारी है, लेकिन हमने कभी इस बात पर ध्यान नहीं दिया कि जलीय खाद्य पदार्थों की क्षेत्र में कितनी संभावना है।
खाद्य आपूर्ति की हमारी योजनाओं में थल भाग या खेतों-वनों में पैदा होने वाले की ही बहुलता होती है। ये ‘ब्ल्यू फूड’ कई खाद्य प्रणालियों का महत्त्वपूर्ण घटक है फिर भी खाद्य नीति बनाते समय इन पर बहुत कम ध्यान दिया गया है। हमें अपनी खाद्य नीति में जलीय खाद्य पदार्थों को भी शामिल करके खाद्य सुरक्षा का विस्तार करना चाहिए। भारत में ओडिशा या दक्षिण भारत के कुछ क्षेत्रों में दोपहर के भोजन में “ब्ल्यू फूड’ के ही एक प्रकार मछली का उपयोग शुरू हो रहा है, लेकिन इस कार्य को बड़े पैमाने पर उन तमाम क्षेत्रों में तो किया ही जा सकता है, जहाँ जलीय खाद्य पदार्थों की प्रचुर उपलब्धता है। जलीय खाद्य पदार्थ, मीठे पानी और समुद्री परिवेश से प्राप्त पशु, पौधे और शैवाल दुनिया में 3.2 अरब से भी अधिक लोगों को प्रोटीन की आपूर्ति करते हैं। दुनिया के कई तटीय, ग्रामीण समुदायों में यह पोषण का मुख्य आधार है। यह बात भी छिपी नहीं है कि जलक्षेत्र 80 करोड़ से अधिक लोगों की आजीविका का आधार है।
लेकिन इतना विशाल क्षेत्र होने के बावजूद दुनिया में लोग भूखे सोने को मजबूर हैं। पोषण का बड़ा अभाव है। हमें जमीन आधारित खाद्य प्रणालियों की सीमा और उसके खतरों को भी समझना चाहिए। गौर कीजिए, ये खाद्य प्रणालियाँ संपूर्ण ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन में एक चौथाई के लिए ज़िम्मेदार हैं अत: जलीय खाद्य को बढ़ावा देने के बारे में हमें गंभीरता से सोचना चाहिए। यह पौष्टिक और टिकाऊ आधार है। जिन देशों में जलीय खाद्य की संभावना ज्यादा है, उन देशों को अपने यहाँ भोजन स्रोत में परिवर्तन पहले करना चाहिए। इस दिशा में प्रयास तेज होने चाहिए। एक सभ्य दुनिया में भोजन से जुड़े नैतिक दबावों के बजाए ज़्यादा जरूरी यह है कि किसी भी इंसान को भूखा न सोना पड़े।
1. प्रस्तुत गद्यांश का उचित शीर्षक हो सकता है-
(क) बढ़ती खाद्य समस्या
(ख) खाद्य असुरक्षा की समस्या
(ग) जलीय खाद्य की जरूरत
(घ) भुखमरी की समस्या
उत्तर:
(क) बढ़ती खाद्य समस्या
व्याख्यात्मक हलः
अनवरत हो रहे प्राकृतिक परिवर्तनों के कारण खेतों के प्रति लोगों कौ अरुचि से खाद्यान्न उत्पादनों पर गहरा असर हुआ और लोग दूसरे व्यवसायों की तरफ़ रुख करने लगे, इससे खाद्य समस्या बढ़ती जा रही है।
2. उपरोक्त गद्यांश के आधार पर बताइए कि खाद्यान्न उत्पादन कम क्यों हो रहा है?
(क) कृषि योग्य भूमि का कम होना
(ख) धरती के तापमान का बढ़ना
(ग) सिंचाई के लिए वर्षा पर निर्भरता
(घ) लोगों की कृषि कार्यों में अरुचि
उत्तर:
(ख) धरती के तापमान का बढ़ना
3. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए-
कथन (I) तटीय और ग्रामीण समुदायों में भोजन का आधार खाद्यान हैं।
कथन (II) तटीय और ग्रामीण समुदायों में भोजन का आधार डेयरी उत्पाद हैं।
“कथन (III) तटीय और ग्रामीण समुदायों में भोजन का आधार जलीय खाद्य पदार्थ हैं।
कथन (Iv) तटीय और ग्रामीण समुदायों में भोजन का आधार कुछ भी नहीं है।
गद्यांश के अनुसार कौन-सा/से कथन सही है/हैं?
(क) केवल कथन (II) सही है
(ख) केवल कथन (IV) सही है
(ग) केवल कथन (III) सही है
(घ). केवल कथन (I) सही है
उत्तर:
(ग) केवल कथन (III) सही है
4. ‘जलीय खाद्य पदार्थ से क्या अभिप्राय है?
(क) जल से पैदा होने वाले खाद्य पदार्थ
(ख) जल में पैदा होने वाले खाद्य पदार्थ
(ग) नदियों के आस-पास पैदा होने वाले खाद्य पदार्थ
(घ) पानी के स्त्रोतों के आस-पास पैदा होने वाले खाद्य पदार्थ
उत्तर:
(ख) जल में पैदा होने वाले खाद्य पदार्थ
5. हमारी खाद्य आपूर्ति की योजनाओं में किन उत्पादों पर विचार नहीं किया जाता है?
(क) खेतों मे पैदा होने वाले उत्पाद
(ख) पशुओं से मिलने वाले उत्पाद
(ग) जल में पैदा होने वाले उत्पाद
(घ) वनों से मिलने वाले उत्पाद
उत्तर:
(ग) जल में पैदा होने वाले उत्पाद
व्याख्यात्मक हलः
आमतौर पर लोग खेती-बाड़ी करने व उससे मिलने वाली खाद्य सामग्री से ही परिचित हैं, जल से मिलने वाले उत्पादों की जानकारी सीमित क्षेत्र तक ही निहित है। इस कारण खाद्य आपूर्ति की योजनाओं में जलीय उत्पादों पर विचार नहीं किया गया।
6. पूर्वी या दक्षिण भारतीय राज्यों में ‘ब्ल्यू फूड’ के रूप में कौन-सा फूड खाया जाता है?
(क) मछली
(ख) झींगा
(ग) शैवाल
(घ) केकड़ा
उत्तर:
(क) मछली
व्याख्यात्मक हलः
ब्ल्यू-फूड’ अर्थात् एक प्रकार की मछली-दक्षिण भारत में दोपहर के खाने में इसका सेवन किया जाता है।
7. दिनोंदिन बढ़ती खाद्य समस्या से कैसे निपटा जा सकता है?
(क) कृषि संबंधी उत्पाद बढ़ाकर
(ख) जलीय खाद्य पदार्थों का सेवन कर
(ग) फल-सब्जियों का सेवन कर
(घ) डेयरी उत्पादों का सेवन कर
उत्तर:
(ख) जलीय खाद्य पदार्थों का सेवन कर
व्याख्यात्मक हलः
जलीय खाद्य पदार्थों की उपलब्धता व उनसे मिलने वाले पौष्टिक घटकों को आजीविका में शामिल करने की जानकारी लोगों तक पहुँचा कर इस समस्या से निजात मिल सकती है।
8. जुमीन आधारित खाद्य प्रणालियाँ जिम्मेदार हैं-
(क) जमीन को बंजर बनाने में
(ख) जमीन को उपजाऊ बनाने में
(ग) ग्रीन हाऊस गैस उत्सर्जन के लिए
(घ) खाद्यान्न की समस्या के लिए
उत्तर:
(ग) ग्रीन हाऊस गैस उत्सर्जन के लिए
व्याख्यात्मक हलः
मानवीय गतिविधियों के कारण होने वाले ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जनों की 25% मात्रा, दुनिया भर की कृषि आधारित खाद्य प्रणालियों से उत्पन्न होती है।
9. अपने भोजन-स्त्रोत में किन देशों को पहले परिवर्तन करना चाहिए?
(क) जो देश नदियों के किनारे बसे हैं
(ख) जो देश तालाबों-पोखरों के किनारे बसे हैं
(गं) जिन देशों में जलीय खाद्य की संभावना अधिक है
(घ) जिन देशों में माँसाहारी भोजन अधिक खाया जाता है
उत्तर:
(गं) जिन देशों में जलीय खाद्य की संभावना अधिक है
व्याख्यात्मक हलः
तटीय क्षेत्रों, जहाँ जलीय खाद्य पदार्थों की अधिकता हो ऐसे स्थानों पर जलीय खाद्य मीठे पानी और समुद्री परिवेश से प्राप्त पशु, पौधे और शैवाल आदि प्रोटीन की आपूर्ति करने वाले खाद्यों को भोजन में शामिल करना चाहिए।
10. आजीविका’ का अर्थ है-
(क) जीवन
(ख) भूख
(गे) जीवित रहने का प्रयास
(घ) व्यवसाय
उत्तर:
(घ) व्यवसाय
प्रश्न 2.
दिए गए पद्यांश पर आधारित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़कर दिए गए प्रश्नों के सर्वाधिक उपयुक्त उत्तर वाले विकल्प को चुनकर लिखिए- (5 × 1 = 5)
1. प्रस्तुत कविता का मूल भाव है-
(क) प्रगति के लिए रिश्तों में आए बिखराव की पीड़ा
(ख) सुविधा के लिए रिश्तों में आए बिखराव की पीड़ा
(ग) आधुनिक जीवन की विवशता
(घ) अपनों से बिछुड़ने की विवशता
उत्तर:
(घ) अपनों से बिछुड़ने की विवशता
व्याख्यात्मक हलः
आगे बढ़ने और जीवन की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए व्यक्ति चाहे-अनचाहे अपनों से दूर जाने के लिए विवश हो ही जाता है, जिसे हम अपने घर अथवा नज़दीकी रिश्तों में देख सकते हैं।
2. कवि की चिन्ता का प्रमुख कारण है-
(क) बढ़ती उम्र में माँका एकाकीपन
(ख) बढ़ती उम्र में माँ का स्वास्थ्य
(ग) शहरी परिवेश में माँ को भूल जाना
(घ) शहरी परिवेश से जुड़ी चीजें भूल जाना
उत्तर:
(ग) शहरी परिवेश में माँ को भूल जाना
व्याख्यात्मक हलः
भागदौड़ की इस दुनिया में जीवन की आवश्यकताओं को पूरा करते-करते व्यक्ति अपने कार्यों में इतना व्यस्त हो जाता है कि अपनों को भी भूल जाता है यही चिन्ता लेखक की माँ को भूल जाने की भी थी।
3. “पानी गिरा नहीं पर गिर सकता है किसी भी समय’ का आशय है-
(क) किसी भी समय वर्षा हो सकती है
(ख) माँ की आँखों से कभी भी आँसू गिर सकते हैं
(ग) माँ के सब्र का बाँध कभी भी टूट सकता है
(घ) माँ की हिम्मत कभी भी जबाव दे सकती है
उत्तर:
(ख) माँ की आँखों से कभी भी आँसू गिर सकते हैं
व्याख्यात्मक हलः
माँ कदाचित जानती है कि बच्चे को बाहर जाना ही होगा किन्तु उसका मातृत्व आँखों में अश्रुओं के बहाने बहने को तत्पर है।
4. प्रस्तुत काव्यांश माँ से सम्बन्धित है। निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए-
कथन (I) माँ अकेलेपन की चिन्ता कर रही है।
कथन (II) माँ, बेटे का उससे बिछड़कर दूर जाने की चिन्ता कर रही है।
कथन (III) माँ, बेटे का अजनबी प्रदेश में जाने की चिन्ता कर रही है।
कथन (IV) माँ को बेटे के वापस न आने की चिन्ता सता रही थी।
निम्नलिखित विकल्पों पर विचार कीजिए तथा सही विकल्प चुनकर लिखिए-
(क) केवल कथन (I) सही है
(ख) केवल कथन (IV) सही है
(ग) केवल कथन (III) सही है
(घ) केवल कथन (II) और (III) सही हैं
उत्तर:
(घ) केवल कथन (II) और (III) सही हैं
5. कॉलम (1) को कॉलम (2) से सुमेलित कीजिए और सही विकल्प का चयन कीजिए– .
कॉलम (1) | कॉलम (2) |
(1) माँ की सोच | (i) सफ़ेद |
(2) साड़ी | (ii) अकेलेपन के बारे में |
(3) कुर्ता | (iii) फटा हुआ |
विकल्प
(क) (1)-(ii), (2)-(i), (3)-(iii)
(ख) (1)-(i), (2)-(ii), (3)-(iii)
(ग) (1)-(iii), (2)-(i), (3)-(ii)
(घ) (1)-(iii), (2)-(ii), (3)-(i)
उत्तर:
(क) (1)-(ii), (2)-(i), (3)-(iii)
प्रश्न 3.
निम्नलिखित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़कर सर्वाधिक उपयुक्त उत्तर वाले विकल्प को चुनकर लिखिए- (5 × 1 = 5)
1. नेट साउंड या नेट कहते हैं-
(क) घटना स्थल से प्रत्यक्षदर्शियों की आवाज को
(ख) शूट करते समय खुद-ब-खुद रिकॉर्ड होने वाली आवाज़ को
(गं) ख़बरों को प्रभावशाली बनाने के लिए कृत्रिम आवाज को
(घ) नेट के माध्यम से आने वाली आवाज को
उत्तर:
(घ) नेट के माध्यम से आने वाली आवाज को
व्याख्यात्मक हलः
नेट के माध्यम से आने वाली आवाज को नेट साउंड या नेट कहते हैं।
2. तथ्यों या सूचनाओं को उनके घटते हुए महत्त्वपूर्ण क्रम में लिखना, कहलाता है-
(क) उल्टा पिरामिड शैली
(ख) सीधा पिरामिड शैली
(ग) कथात्मक शैली
(घ) वर्णनात्मक शैली
उत्तर:
(क) उल्टा पिरामिड शैली
3. ख़बर की पुष्टि करने वाले प्रत्यक्षदर्शियों के कथन को कहते हैं-
(क) एंकर-पैकेज
(ख) फ़ोन-इन हे
(ग) लाइव
(घ) एंकर-बाइट
उत्तर:
(घ) एंकर-बाइट
व्याख्यात्मक हलः
खूबर की पुष्टि करने बाले प्रत्यक्षदर्शियों के कथन को एंकर-बाइट कहते हैं।
4. किसी समाचार संगठन के लिए निश्चित मानदेय पर काम करने बाला पत्रकार कहलाता है-
(क) पूर्णकालिक पत्रकार
(ख) अंशकालिक पत्रकार
(ग) स्वतंत्र पत्रकार
(घ) फ्रीलांसर पत्रकार
उत्तर:
(ख) अंशकालिक पत्रकार
5. समांचार के मुखड़े में ख़बर लिखी जाने का सही ककार क्रम है-
(क) क्या, कौन, कब, कहाँ
(ख) क्या, कौन, कब, क्यों
(ग) कौन, क्यों, क्या, कैसे
(घ) क्या, कहाँ, कब, कैसे
उत्तर:
(क) क्या, कौन, कब, कहाँ
प्रश्न 4.
निम्नलिखित काव्यांश के प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़कर सर्वाधिक उपयुक्त उत्तर वाले विकल्प को चुनकर लिखिए- (5 × 1 = 5)
मैं जग-जीवन का भार लिए फिरता हूँ,
फिर भी जीवन में प्यार लिए फिरता हूँ,
कर दिया किसी ने झंकृत जिनको छूकर
मैं साँसों के दो तार लिए फिरता हूँ।
मैं स्नेह-सुरा का पान किया करता हूँ
मैं कभी न जग का ध्यान किया करता हूँ
जग पूछ रहा उनको, जो जग की गाते,
मैं अपने मन का गान किया करता हूँ
1. प्रस्तुत कविता के कवि का नाम व कविता का नाम है-
(क) कवि-हरिवंशराय बच्चन
कविता-आत्म परिचय
(ख) कवि-आलोक धन्वा
‘कविता-पतंग
(ग) कवि-तुलसीदास
कविता-कवितावली
(घ) कवि-फ़िराक गोरखपुरी
कविता-गजल
उत्तर:
(क) कवि-हरिवंशराय बच्चन
कविता-आत्म परिचय
व्याख्यात्मक हलः
यह कविता कवि हरिवंशराय बच्चन द्वारा लिखी गई है। इस कविता का नाम है-‘ आत्म परिचय’।
2. “मैं जग जीवन का भार लिए फिरता हूँ” पंक्ति में ‘जग जीवन का भार’ शब्दों से कवि का आशय है-
(क) जीवन का उपयोगी सामान
(ख) जीवन की समस्याएँ
(ग) सांसारिक रिश्ते नाते व दायित्व
(घ) विकल्प (ख) व (ग) दोनों
उत्तर:
(घ) विकल्प (ख) व (ग) दोनों
व्याख्यात्मक हलः
कवि के जीवन में अनेक समस्याएँ आती हैं। जिनका वह सामना करता है। साथ ही अपने सांसारिक रिश्तों को व उनके प्रति दायित्वों को भी निभाता है।
3. कवि हरिवंशराय बच्चन की साँसों के तार को किसने छूकर झंकृत कर दिया।
(क) बहन ने
(ख) पत्नी ने
(गं) प्रेयसी ने
(घ) माता ने
उत्तर:
(गं) प्रेयसी ने
व्याख्यात्मक हलः
कवि ने अपने जीवन में निजी प्रेम को उपयुक्त महत्त्व दिया है।
4. निम्नलिखित कथन और कारण को ध्यानपूर्वक पढ़िए और सही विकल्प चुनकर लिखिए-
कथन (A): कवि स्नेह रूपी सुरा को पीता है।
कारण (R): स्नेह सुरा का अर्थ है स्नेहयुक्त प्रेम का नशा।
विकल्प
(क) कथन (A) सही है, किन्तु कारण (R) गलत है.
(ख) कथन (A) गलत है, लेकिन कारण (R) सही है
(ग) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों सही हैं
(घ) कथन (A) तथा कारण (R) दानों गलत हैं
उत्तर:
(ग) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों सही हैं
5. यह संसार किसको पूछता है।
(क) विरोधियों को
(ख) निःस्वार्थ भाव से परिपूर्ण लोगों को
(ग) चापलूसी करने वालों को
(घ) परिश्रमी लोगों को
उत्तर:
(ग) चापलूसी करने वालों को
प्रश्न 5.
निम्नलिखित गद्यांश के प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़कर उपयुक्त उत्तर वाले विकल्प को चुनकर लिखिए- (5 × 1 = 5)
पिता का उस पर अगाध प्रेम होने के कारण स्वभावत: ईर्ष्यालु और संपत्ति की रक्षा में सतर्क विमाता ने उनके मरणांतक रोग का समाचार तब भेजा, जब वह मृत्यु की सूचना भी बन चुका था। रोने-पीटने के अपशकुन से बचने के लिए सास ने भी उसे कुछ न बताया। बहुत दिन से नैहर नहीं गई, सो जाकर देख आवे, यही कहकर और पहना-ओढ़ाकर सास ने उसे विदा कर दिया। इस अप्रत्याशित अनुग्रह ने उसके पैरों में जो पंख लगा दिए थे, वे गाँव की सीमा में पहुँचते ही झड़ गए। ‘हाय लछमिन अब आई! ‘की अस्पष्ट पुनरावृत्तियाँ और स्पष्ट सहानुभूतिपूर्ण दृष्टियाँ उसे घर तक ठेल ले गईं पर वहाँ न पिता का चिहन शेष था, न विमाता के व्यवहार में शिष्टाचार का लेश था। दुःख से शिधिल और अपमान से जलती हुई वह उस घर में पानी भी बिना पिए उल्टे पैरों ससुराल लौट पड़ी। सास को खरी-खोटी सुनाकर उसने विमाता पर आया हुआ क्रोध शांत किया और पति के ऊपर गहने ‘फेंक-फेंककर उसने पिता के चिर विछोह की मर्मव्यथा व्यक्त की।
1. पिता की मृत्यु का समाचार भक्तिन के पास विमाता द्वारा देरी से भेजने का कारण था-
(क) उसे पसंद न करना
(ख) उससे ईर्ष्या करना
(ग) संपत्ति की रक्षा करना
(घ) कोई साधन न होना
उत्तर:
(क) उसे पसंद न करना
2. भक्तिन ने सास के किस व्यवहार को “अप्रत्याशित अनुग्रह’ कहा है?
(क) बिना कहे ही पिता के घर जाने के लिए कहना
(ख) बढ़िया-बढ़िया वस्त्र पहनने के लिए देना
(ग) बढ़िया-बढ़िया गहने पहनने के लिए देना
(घ) पिता के घर जाने के लिए चना-चबेना देना
उत्तर:
(क) बिना कहे ही पिता के घर जाने के लिए कहना
व्याख्यात्मक हलः
भक्तिन की सास ने भक्तिन से कहा कि “बहुत दिन से नैहर नहीं गई, सो जाकर देख आवे।” यह व्यवहार अप्रत्याशित अनुग्रह प्रतीत हुआ।
3. निम्नलिखित कथनों पर विचार करते हुए गद्यांश के अनुसार सही कथन को चयनित कर लिखिए।
(क) गाँव की सीमा में पहुँचते ही लक्ष्मी के पैरों में पंख लग गए
(ख) लक्ष्मी को देखते ही गाँव वाले उसे सहानुभूतिपूर्ण दृष्टि से देखने लगे
(ग) लक्ष्मी ने विमाता पर आया क्रोध पति को खरी-खोटी सुनाकर शांत किया
(घ) लक्ष्मी कभी भी गाँव की सीमा को पार नहीं करना चाहती थी
उत्तर:
(ख) लक्ष्मी को देखते ही गाँव वाले उसे सहानुभूतिपूर्ण दृष्टि से देखने लगे
4. कॉलम (1) को कॉलम (2) से सुमेलित कीजिए और सही विकल्प का चयन कीजिए-
कॉलम (1) | कॉलम (2) |
(1) उल्टे पैरों से ससुराल लौटी | (i) लक्ष्मी |
(2) लक्ष्मी दुःखी है | (ii) पिता के चिर-वियोग से |
(3) क्रोध आया | (iii) विमाता पर |
विकल्प
(क) (1)-(i) (2)-(ii), (3)-(iii)
(ख) (1)-(iii) (2)-ii), (3)-(i)
(ग) (1)-(i) (2)-(iii), (3)-(ii)
(घ) (1)-(ii) (2)-(i), (3)-(iii)
उत्तर:
(क) (1)-(i) (2)-(ii), (3)-(iii)
5. “पैंरो के पंखों का गाँव की सीमा में पहुँचते ही झड़ जाना ‘– का आशय है-
(क) थकावट का दूर हो जाना
(ख) खुशियों का समाप्त हो जाना
(ग) खुशियों का दु:ख में बदल जाना
(घ) पैरों की गति का मंद पड़ जाना
उत्तर:
(ग) खुशियों का दु:ख में बदल जाना
प्रश्न 6.
निम्नलिखित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़कर सर्वाधिक उपयुक्त उत्तर वाले विकल्प को चुनकर लिखिए- (10 × 1 = 10)
1. “सिल्वर वैडिंग’ कहानी की विषय-वस्तु आधारित है-
(क) समाज में बदलते जीवन-मूल्यों पर
(ख) समाज में बदलते पारिवारिक-मूल्यों पर
(ग) समाज में बदलते सामाजिक-मूल्यों पर
(घ) समाज में बदलते सांस्कृतिक-मूल्यों पर
उत्तर:
(क) समाज में बदलते जीवन-मूल्यों पर
2. यशोधर बाबू के मातहत उन्हें क्यों पंसद नहीं करते थे?
(क) वे अपना काम अपने मातहतों से करवाते थे
(ख) उनके कारण उन्हें दफ़्तर में देर तक बैठना पड़ता था
(ग) वे जूनियर के साथ कठोर व्यवहार करते थे
(घ) मातहतों का हँसी-मजाक उन्हें बिल्कुल पसंद नहीं था
उत्तर:
(ख) उनके कारण उन्हें दफ़्तर में देर तक बैठना पड़ता था
व्याख्यात्मक हलः
यशोधर बाबू के मातहत उन्हें पसन्द इसलिए नहीं करते थे क्योंकि उनके कारण उन्हें दफ़्तर में देर तक बैठना पड़ता था।
3. दफ्तर से बाहर निकलते समय यशोधर बाबू किशन दा द्वारा सिखाई गई कौन-सी परंपरा का पालन अवश्य करते ?
(क) जूनियरों के साथ चाय-कॉफी पीना
(ख) जूनियरों के साथ मनोरंजक बात करना
(ग) अपनी टेबल का सारा काम खत्म करना
(घ) जूनियरों के दिन-भर के काम का लेखा-जोखा लेना
उत्तर:
(क) जूनियरों के साथ चाय-कॉफी पीना
4. निम्नलिखित कथन और कारण को ध्यानपूर्वक पढ़िए और सही विकल्प चुनकर लिखिए-
कथन (A) : सिंधु घाटी सभ्यता लघुता में भी महत्ता का अनुभव कराने वाली संस्कृति थी।
‘कारण (R) : लो-प्रोफाइल सभ्यता थी, यहाँ के मूर्तिशिल्प, औज़ार छोटे हैं। यहाँ मिले नरेश के सिर से छोटे सिरपेंच की कल्पना भी नहीं की जा सकती।
विकल्प
(क) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों सही हैं तथा कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या करता है
(ख) कथन (A) गलत है लेकिन कारण (R) सही है
(ग) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों गलत हैं
(घ) कथन (A) सही है लेकिन कारण (R) उसकी गलत व्याख्या करता है
उत्तर:
(क) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों सही हैं तथा कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या करता है
5. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए-
कथन (I) लेखक को टहलते हुए राजस्थान के गाँव कुलधरा की याद आई।
कथन (II) लेखक को टहलते हुए हरियाणा के गाँव कुलधरा की याद आई।
कथन (III) लेखक को टहलते हुए गुजरात के गाँव कुलधरा की याद आई।
कथन (IV) लेखक को टहलते हुए पंजाब के गाँव कुलधरा की याद आई।
सही कथन/कथनों वाले विकल्प को चयनित कर लिखिए-
(क) कथन (I) सही है
(ख) कथन (I) और (IV) सही हैं
(ग) कथन (II) सही है
(घ) कथन (III) सही है
उत्तर:
(क) कथन (I) सही है
6. आनंदा को स्कूल में फिर से नाम लिखवाने की जरूरत क्यों नहीं पड़ी ?
(क) क्योंकि दत्ताजी राव ने उसे स्कूल पढ़ने के लिए भेजा था
(ख) क्योंकि उसका नाम रजिस्टर से कटा नहीं था
(ग) क्योंकि वह गाँव के प्रतिष्ठित परिवार से था
(घ) क्योंकि उसके पिता के मास्टर जी से घनिष्ठ संबंध थे
उत्तर:
(क) क्योंकि दत्ताजी राव ने उसे स्कूल पढ़ने के लिए भेजा था
7. आनंदा ने पाठशाला नहीं जाने की बात क्यों सोची ?
(क) लड़कों द्वारा खिलली उड़ाए जाने के कारण
(ख) मास्टर जी के कठोर व्यवहार के कारण
(ग) स्कूल की वर्दी न होने के कारण
(घ) कॉपी-किताब न होने के कारण
उत्तर:
(क) लड़कों द्वारा खिलली उड़ाए जाने के कारण
व्याख्यात्मक हलः
पाठशाला में लड़कों द्वारा खिल्ली उड़ाए जाने के कारण आनंदा ने पाठशाला नहीं जाने कौ बात सोची।
8. मुअनजो-दड़ो सबसे बड़ा शहर है-
(क) लौह-काल के शहरों में
(ख) ताम्र-काल के शहरों में
(ग) स्वार्ण-काल के शहरों में
(घ) पाषाण-काल के शहरों में
उत्तर:
(ख) ताम्र-काल के शहरों में
9. “मैं पढ़ने जाऊँगा’ आनंदा की अपने पिता से यह बात कहने की हिम्मत क्यों नहीं होती थी ?
(क) पिता के गुस्सैल स्वभाव के कारण
(ख) पिता के बीमार रहने के कारण
(ग) पिता की पढ़ाई में रुचि न होने के कारण
(घ) पिता द्वारा पढ़ाई-खर्च वहन करने की असमर्थता के कारण
उत्तर:
(क) पिता के गुस्सैल स्वभाव के कारण
10. दीवाली बीतते ही गाँव में कैसी चहल-पहल शुरू हो जाती थी?
(क) खेतों में फ़ललों की बुवाई शुरू होने लगती थी
(ख) खेतों में फ़ललों की कटाई शुरू होने लगती थी
(ग) ईख पेरने के लिए कोल्हू चलने लगते थे
(घ) फ़सलों को बेचने का काम शुरू होने लगता था
उत्तर:
(ग) ईख पेरने के लिए कोल्हू चलने लगते थे
खण्ड ‘ब’ वर्णनात्मक प्रश्न (40 अंक)
प्रश्न 7.
निम्नलिखित दिए गए तीन विषयों में से किसी एक विषय पर लगभग 420 शब्दों में रचनात्मक लेख लिखिए- (6 × 1 = 6)
(क) सर्दी की एक कँपकॉँपाती रात
उत्तर:
सर्दी की एक कँपकँपाती रात
शरद ऋतु की चरम सीमा के महीने में उच्च स्तरीय ठंड और सर्द हवाओं का हमें सामना करना पड़ता है। इस समय रातें लम्बी और दिन छोटे होने लगते हैं। कोहरे के कारण वातारण में धुंध छाई रहती है। सर्दी की एक कँपकँपाती रात में मैंने देखा कि एक कुत्ता मेरे दरवाजे पर सिमटा हुआ बैठा है। शायद वह भूखा भी था। मैंने अलमारी से एक कम्बल निकाला और कुत्ते को ढक कर घर के अन्दर ले आई। थोड़ी देर तक वह बिल्कुल शान्त रहा, फिर उसने एक ब्रेड बहुत मुश्किल से खाई। शायद उसे बुखार भी था। अगले दिन सुबह होते ही मैं उसे डॉक्टर के पास ले गई। डॉक्टर ने कुछ दवाइयाँ दीं जिससे वह पूरी तरह स्वस्थ हो गया। अब वह कुत्ता मेरे साथ ही रहता है। मेरे घर का एक सदस्य बन गया है।
(ख) जब पिताजी की पदोन्नति हुई
उत्तर:
जब पिताजी की पदोन्नति हुई
मेरे आदर्श मेरे पिता हैं। बचपन से छोटी से छोटी चीज़ों का ख़्याल रखते हुए आए हैं। मैं आज भी अपने पिता जी के साथ बिताए हुए बचपन के सभी पलों को याद करती हूँ। उनका विनम्र और शांतिपूर्ण व्यक्तित्व है। गलती करने पर भी वह डाँटते नहीं हैं बल्कि बड़ी ही सरलता से बात को समझा देते हैं। ऐसा कहा गया है कि “कड़ी मेहनत हमेशा मीठा फल देती है।’ मेरे पिता जी सब इंस्पेक्टर के पद पर आसीन थे लेकिन अब उनकी पदोन्नति कर दी गई है जिसकी वजह से वह एस.एच.ओ बन गए हैं। मैं भी अपने जीवन में कड़ी मेहनत करूँगी जिससे मैं अपने पिता जी का नाम रोशन कर सकूँ। पिता जी की इस पदोन्नति से माँ अत्यन्त प्रफुल्लित हैं, इसलिए आज उन्होंने पदोन्नति के उपलक्ष्य में एक पार्टी का आयोजन किया है।
(ग) दिनोंदिन गिरता भू -जल स्तर
उत्तर:
दिनोंदिन गिरता भू-जल स्तर
सम्पूर्ण सृष्टि जल से घिरी हुई है, जल के बगैर सृष्टि की कल्पना नहीं की जा सकती है। जल एक प्राकृतिक स्रोत है। जीवन में पानी का महत्त्वपूर्ण स्थान है। आज के दौर में दिनोंदिन भू-जल स्तर कम होता जा रहा है जिससे सम्पूर्ण सृष्टि खतरे में आ पड़ी है। जिन्दगी के पाँच मूल तत्त्वों में से एक जल है। यही हमारे जीवन की वजह है अर्थात् जल की वजह से ही हम जीवित हैं। दक्षिण और उत्तर-पश्चिमी भागों के क्षेत्रों की भौगोलिक स्थिति ऐसी है कि यहाँ पर कम वर्षा होती है। भारत में मानसून की अस्थिरता भी जल संकट का बड़ा कारण है। लोग वनों को काट कर घर बना रहे हैं। जिससे मानसून प्रभावित हो रहा है। जल संकट का प्रभाव सबसे अधिक मानव जीवन पर पड़ रहा है।
प्रश्न 8.
निम्नलिखित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़कर लगभग 40 शब्दों में निर्देशानुसार उत्तर दीजिए- (2 × 2 = 4)
(i) रेडियो नाटक की कहानी में किन बातों का ध्यान रखना आवश्यक है?
उत्तर:
रेडियो नाटक में कहानी संवादों तथा ध्वनि प्रभावों पर ही आधारित होती है। इसमें कहानी का चयन करते समय ध्यान रखने वाली बातों का विवरण इस प्रकार है-
- कहानी एक घटना प्रधान न हो – रेडियो नाटक की कहानी केवल एक ही घटना पर आधारित नहीं होनी चाहिए क्योंकि ऐसी कहानी श्रोताओं को थोड़ी ही देर में उबाऊ बना देती है इसलिए रेडियो नाटक की कहानी में अनेक घटनाएँ होनी चाहिए ताकि श्रोता ऊबे नहीं और सुनना पसन्द करे। ह॒
- अवधि सीमा – सामान्य रूप से रेडियो नाटक की अवधि १5 से 30 मिनट तक होनी चाहिए, इससे अधिक नहीं क्योंकि रेडियो नाटक को सुनने हेतु मनुष्य की एकाग्रता की अवधि १5 से 30 मिनट तक मानी जाती है, इससे ज़्यादा नहीं।
- पात्रों की सीमित संख्या – रेडियो नाटक में पात्रों की संख्या सीमित होनी चाहिए। इसमें पात्रों की संख्या 5-6 से अधिक नहीं होनी चाहिए, क्योंकि श्रोता ध्वनि के सहारे ही पात्रों को याद रख पाता है। यदि रेडियो नाटक में अधिक पात्र होंगे तो श्रोता उन्हें याद नहीं रख पाएगा। इसलिए रेडियो नाटक में पात्रों की संख्या सीमित होनी चाहिए।
अथवा
रेडियो नाटक की विशेषताओं का उल्लेख कीजिए।
उत्तर:
रेडियो नाटक में ध्वनि प्रभावों और संवादों का विशेष महत्त्व होता है। रेडियो नाटक की विशेषताएँ इस प्रकार हैं-
- रैडियो नाटक में पात्रों से सम्बन्धित सभी जानकारियाँ संवादों के माध्यम से मिलती हैं।
- पात्रों की चारित्रिक विशेषताएँ संवादों के द्वारा ही उजागर की जाती हैं।
- रेडियो नाटक का पूरा कथानक संवादों पर आधारित होता है।
- इसमें ध्वनि प्रभावों और संवादों के माध्यम से ही कथा को श्रोताओं तक पहुँचाया जाता है।
- संवादों के माध्यम से ही रेडियो नाटक का उद्देश्य स्पष्ट होता है।
- संवादों के द्वारा ही श्रोताओं को सन्देश दिया जाता है।
(ii) ‘कहानीकार द्वारा कहानी के प्रसंगों या पात्रों के मानसिक दूंद्वों के विवरण के दृश्यों की नाटकीय प्रस्तुति में काफ़ी समस्या आती है।’ इस कथन के संदर्भ में नाट्य रूपांतरण की किन्हीं तीन चुनौतियों का उल्लेख कीजिए।
उत्तर:
नादय रूपांतरण की चुनौतियाँ–
- पात्रों के मनोभावों की
- मानसिक दंद्व के दृश्यों की
- पत्रों की सोच के प्रस्तुतीकरण की
उदाहरण के लिए ईंदगाह कहानी का वह हिस्सा जहाँ हामिद इस हंद्व में है कि क्या खरीदे, क्या ना खरीदे।
व्याख्यात्मक हल:
कहानियों में भाव बोध को अपनी भाव भंगिमा के साथ प्रस्तुत करना उसका नाट्य रूपांतरण है। विभिन्न प्रकार से घटना, कथा अथवा कहानी कहने की शैली रूपांतरण की जननी है। कहानी और नाटक का फ़िल्मों में रूपांतरण तेजी से हो रहा है। अभिव्यक्ति और कथानक को नए रूप में परिवर्तित कर के मंच पर लाया जा रहा है।
अथवा
रेडियो श्रव्य माध्यम है। यह ध्वनि के माध्यम से ही संप्रेषण करता है इसलिए नाटक में ध्वनि संकेतों का विशिष्ट महत्त्व है। रेडियो नाटक में ध्वनि संकेतों की महत्ता स्पष्ट करते हुए कोई तीन बिंदु अवश्य लिखिए।
उत्तर:
रेडियो नाटक में ध्वनि संकेतों की महत्ता-
- मंच नाटक लेखन, फिल्म की पटकथा और रेडियो नाटक लेखन में काफ़ी समानता
- रेडियो में ध्वनि प्रभावों व संवादों के जरिए ही दृश्य का माहौल पैदा किया जाना।
- इसलिए संवाद व ध्वनि सबसे महत्त्वपूर्ण होना
- दृश्य की जगह कट/हिस्सा लिखा जाना
- दृश्यों को ध्वनि-संकेतों से दिखाया जाना।
व्याख्यात्मक हल:
रेडियो नाटक में केवल आवाज़ का ही महत्त्व है, अत: अधिक पात्र एक साथ उपस्थित न किए जाएँ तो अच्छा होगा। साथ ही पात्रों के व्यक्तित्व को शब्दों द्वारा उखाड़ना चाहिए क्योंकि इसमें ध्वनि का अधिक महत्त्व है।
प्रश्न 9.
निम्नलिखित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़कर दिए गए तीन प्रश्नों में से किन्हीं दो प्रश्नों के लगभग 60 शब्दों में उत्तर दीजिए- (3 × 2 = 6)
(i) समाचार लेखन की एक विशेष शैली होती है। इस शैली का नाम बताते हुए समाचार लेखन की इस शैली को स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
समाचार लेखन की एक विशेष शैली का नाम “उल्टा पिरामिड शैली’ है, जिसमें क्लाइमैक्स बिल्कुल आखिर में आता है। इसे उल्टा पिरामिड इसलिए कहा जाता है क्योंकि इसमें सबसे महत्त्वपूर्ण तथ्य या सूचना सबसे पहले दी जाती है और तत्पश्चात् उससे कम महत्त्वपूर्ण और फिर सबसे कम महत्त्वपूर्ण समाचार लिए जाते हैं। इसमें इंट्रो, बॉडी और समापन समाचार प्रस्तुति के तीन चरण होते हैं।
व्याख्यात्मक हल:
उल्टा पिरामिड शैली से हमारा तात्पर्य समाचार लेखन से है। समाचार को पढ़ते समय समाचार के आरम्भ में ही उसकी पूरी जानकारी दे दी जाती है। यह समाचार का मुख्य भाग है।
(ii) बीट रिपोर्टिंग और विशेषीकृत रिपोर्टिंग के अंतर को स्पष्ट कौजिए।
उत्तर:
(क) बीट रिपोर्टर को संवाददाता और विशेषीकृत रिपोर्टर को विशेष संवाददाता कहते हैं।
(ख) बीट रिपोर्टर को अपने क्षेत्र की जानकारी और उसमें दिलचस्पी होना ही पर्याप्त है।उसे केवल सामान्य खबरें ही लिखनी पड़ती हैं जबकि विशेषीकृत रिपोर्टर को अपने विषय-क्षेत्र की घटनाओं, मुद्दों व समस्याओं का बारीक विश्लेषण करके उसका अर्थ भी स्पष्ट करना होता है।
(ग) बीट की रिपोर्टिंग के लिए संवाददाता में उस क्षेत्र के बारे में जानकारी और दिलचस्पी का होना पर्याप्त है लेकिन विशेषीकृत रिपोर्टिंग में सामान्य खबरों से आगे बढ़कर उस विशेष क्षेत्र या विषय से जुड़ी घटनाओं , मुद्दों व समस्याओं का बारीकी से विश्लेषण करना आवश्यक है।
(घ) बीट रिपोर्टिंग और विशेषीकृत रिपोर्टिंग से संबंधित उदाहरण भी दिए जा सकते हैं।
(iii) फ़ीचर क्या है? फ़ीचर को परिभाषित करते हुए अच्छे फ़ीचर की किन्हीं तीन विशेषताओं का उल्लेख कीजिए।
उत्तर:
फीचर एक सुव्यवस्थित सृजनात्मक और आत्मिक लेखन है जिसका उद्देश्य पाठकों को सूचना देने, शिक्षित करने के साथ-साथ मुख्य रूप से उनका मनोरंजन करना होता है।
फ़ीचर समाचार की तरह पाठकों को तात्कालिक घटनाक्रम से अवगत नहीं कराता।
समाचारों से विपरीत फ़ीचर में लेखक के पास अपनी राय या दृष्टिकोण और भावनाएँ जाहिर करने का अवसर होता है।
फ़ीचर लेखन कथात्मक शैली में किया जाता है।
प्रश्न 10.
निम्नलिखित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़कर दिए गए तीन प्रश्नों में से किन्हीं दो प्रश्नों के लगभग 60 शब्दों में उत्तर दीजिए- (3 × 2 = 6)
(i) “आत्मपरिचय’ कविता में कवि ने अपने जीवन में किन परस्पर विरोधी बातों का सामंजस्य बिठाने की बात कही है?
उत्तर:
- कवि का सांसारिक कठिनाइयों से जूझने पर भी इस जीवन से प्यार करना।
- संसार और विपरीत परिस्थितियों की परवाह न करना।
- उसे संसार का अपूर्ण लगना।
- अपने सपनों का अलग ही संसार लिए फिरना।
व्याख्यात्मक हल:
इस कविता में, कवि ने अपने जीवन की अनेक विरोधी बातों का सामंजस्य बिठाने की बात की है। कवि सांसारिक कठिनाइयों से जूझ रहा है, फिर भी वह इस जीवन से प्यार करता है। वह संसार की परवाह नहीं करता। उसे यह संसार अपूर्ण लगता है।
(ii) “रस का अक्षयपात्र’ से कवि ने रचनाकर्म की किन विशेषताओं की ओर इंगित किया है?
उत्तर:
‘रस का अक्षयपात्र’ से कवि ने रचनाकर्म की निम्नलिखित विशेषताओं की ओर इंगित किया है-
- रचना कर्म का अक्षयपात्र कभी खाली नहीं होता।
- रचना कर्म अविनाशी और कालजयी।
- कवि की रचनाएँ हमेशा अमर रहती हैं। पाठकों को अच्छा संदेश और जीवन में सही मार्ग दिखाती हैं।
- बार-बार पढ़े जाने पर भी कविता का रस समाप्त ना होना।
- इन्हीं विशेषताओं के कारण रचना कर्म को रस का अक्षयपात्र कहना।
(iii) “विप्लव-रव से छोटे ही हैं शोभा पाते’ पंक्ति में ‘विप्लव’ से क्या तात्पर्य है? “छोटे ही हैं शोभा पाते’ ऐसा क्यों कहा गया है?
उत्तर:
- ‘विप्लव-रव’ से कवि का तात्पर्य क्रांति से है।
- क्रांति गरीब लोगों या आम जनता में जोश भर देती है।
- गूरीब और आम जनता ही शोषण का शिकार होती है।
- समाज में क्रांति इन्हीं से आरंभ होती है, इसलिए यही क्रांति के जनक होते हैं।
- क्रांति का आगाज होते ही ये नए और सुनहरे भविष्य के सपने संजोने लगते हैं, जिसकी चमक इनके चेहरे पर स्पष्ट दृष्टिगोचर होती है।
- इसलिए छोटे ही क्रांति (विप्लब-रव) के समय शोभा पाते हैं।
प्रश्न 11.
निम्नलिखित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़कर दिए गए तीन प्रश्नों में से किन्हीं दो प्रश्नों के लगभग 40 शब्दों में उत्तर दीजिए- (2 × 2 = 4)
(i) “पतंगों के साथ-साथ वे भी उड़ रहे हैं’-बच्चों का उड़ान से कैसा संबंध है?
उत्तर:
- बच्चों को पतंग का बहुत प्रिय होना।
- आकाश में उड़ती पतंग देखकर बच्चों के मन का उड़ान भरना।
- पतंग की भाँति बालमन का ऊँचाइयों को छूने की चाह।
- आसमान से पार जाने की चाह।
- पतंग की उड़ान का बच्चों के रंग-बिरंगे सपने के समान होना।
- बालकों का मन चंचल होना।
(ii) बात और भाषा परस्पर जुड़े होते हैं कितु कभी-कभी भाषा के चक्कर में सीधी बात भी टेढ़ी हो जाती है कैसे ?
उत्तर:
- बात भाव है और भाषा उसे प्रकट करने का माध्यम।
- बात और भाषा में चोली-दामन का साथ होता है।
- कभी-कभी भाषा के चक्कर में सीधी बात भी टेढ़ी हो जाती है।
- मनुष्य का शब्दों के चमत्कार में उलझकर इस गलतफहमी का शिकार होना कि कठिन और नए शब्दों के प्रयोग से अधिक प्रभावशाली ढंग से बात कही जाती है।
- भाव को भाषा का साधन बना लेना
- भाव की अपेक्षा भाषा पर अधिक ध्यान दिए जाने के कारण भाव की गहराई समाप्त होना।
(iii) कवितावली के छंदों के आधार पर स्पष्ट करें कि तुलसीदास को अपने युग कौ आर्थिक विषमता की अच्छी समझ है।
उत्तर:
तुलसीदास को अपने युग की आर्थिक विषमता की अच्छी समझ थी क्योंकि ‘कवितावली’ में उनके द्वारा-
- समकालीन समाज का यथार्थ चित्रण
- समाज के विभिन वर्गों का चित्रण
- गरीबी के कारण लोगों द्वारा अपनी संतान तक बेच देने का वर्णन
- दरिद्रता रूपी रावण का हाहाकार दिखाना
- किसानों की हीन दशा का मार्मिक वर्णन
प्रश्न 12.
निम्नलिखित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़कर दिए गए तीन प्रश्नों में से किन्हीं दो प्रश्नों के लगभग 60 शब्दों में उत्तर दीजिए- (3 × 2 = 6)
(i) बाज़ार किसी का लिंग, जाति, धर्म, क्षेत्र नहीं देखता, बस देखता है सिर्फ़ उसकी क्रय शक्ति को, और इस रूप में वह एक प्रकार से सामाजिक समता की भी रचना कर रहा है। आप इस कथन से कहाँ तक सहमत हैं ? स्पष्ट करके लिखिए।
उत्तर:
हम इस कथन से पूर्णत: सहमत हैं क्योंकि-
- बाज़ार किसी का लिंग, जाति, धर्म और क्षेत्र नहीं देखता। सिर्फ़ ग्राहक की क्रय-शक्ति देखता है।
- उसे इस बात से कोई मतलब नहीं कि खरीदार औरत है या मर्द, हिंदू है या मुसलमान, उसकी जाति क्या है या वह किस क्षेत्र-विशेष से है।
- यहाँ हर व्यक्ति ग्राहक है।
- आज जबकि जीवन के हर क्षेत्र में भेदभाव है ऐसे में बाजार हर एक को समान मानता है।
- बाज़ार का काम है वस्तुओं का विक्रय, उसे तो ग्राहक चाहिए फिर चाहे वह कोई भी हो।
इस प्रकार यह सामाजिक समता की भी रचना कर रहा है।
(ii) कहानी के किस-किस मोड़ पर लुट्दन के जीवन में क्या-क्या परिवर्तन आए?
उत्तर:
कहानी के आरंभ में लुट्दन के माता-पिता का चल बसना और सास द्वारा पालन-पोषण किया जाना।
कहानी के मध्य में दंगल जीतकर उसका मशहूर पहलवान बन जाना, सुख-सुविधा के सब सामान पास होना, दो जवान बेटों का पिता बन जाना पर पत्ली का स्वर्ग सिधारना।
कहानी के अंत में हैजे से दोनों बेटों की मृत्यु और स्वयं भी हैजे का शिकार होकर संसार से चले जाना।
व्याख्यात्मक हल:
लुट्टन जब नौ वर्ष का था तभी उसके पिता चल बसे थे। सौभाग्यवश उसकी शादी हो चुकी थी। गाँव के लोग उसकी सास को तकलीफ़ दिया करते थे। उन लोगों से बदला लेने के लिए वह कसरत की ओर मुड़ा ताकि शरीर को मज़बूत बना सके। गाँव में उसे पहलवान समझा जाने लगा।
(iii) जाति-प्रथा भारतीय समाज में बेरोज़गारी और भुखमरी का भी एक कारण कैसे बनती जा रही है? क्या यह स्थिति आज भी है? स्पष्ट कीजिए ।
उत्तर:
- जाति-प्रथा के बंधन के कारण मनुष्य को अपना पेशा बदलने की स्वतंत्रता नहीं होती।
- इसी कारण उसे भूखों मरने तक की नौबत आ जाती है।
- जाति-प्रथा पैतृक पेशा अपनाने पर जोर देती है, भले ही वह इस पेशे से पारंगत ना हो।
- जाति-प्रथा व्यक्ति को पेशे विशेष से बाँधकर रखती है, जो समाज में बेरोजगारी और भुखमरी का कारण बनता है। आज समाज की स्थिति में परिवर्तन आ रहा है। आज व्यक्ति को अपना पेशा चुनने और बदलने का अधिकार है।
प्रश्न 13.
निम्नलिखित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़कर दिए गए तीन प्रश्नों में से किन्हीं दो प्रश्नों के लगभग 40 शब्दों में उत्तर दीजिए। (2 × 2 = 4)
(i) लेखक ने शिरीष को कालजयी अवधूत (संन्यासी) की तरह क्यों माना है?
उत्तर:
- संन्यासी की तरह ही सुख-दुःख की परवाह ना करना।
- जीवन की अजेयता के मंत्र की घोषणा करना।
- बाहर गर्मी, धूप, बारिश से प्रभावित ना होना।
- धैर्य के साथ प्रतिकूल परिस्थितियों में अजेय जीवन व्यतीत करना।
- भावनाओं की भीषण गर्मी में भी अजेय रहना।
(ii) लोगों ने लड़कों की टोली को मेंढक-मंडली नाम किस आधार पर दिया ? यह टोली अपने आप को इंद्रसेना कहकर क्यों बुलाती थी?
उत्तर:
- गाँव के लोगों का किशोर लड़कों की उछल-कूद से चिढ़ना
- उनकी वजह से होने वाले सड़क के कौचड़ से चिढ़ना
- इंद्रसेना कहे जाने के कारण
- भगवान इंद्र से वर्षा की विनती करना
- स्वयं को इंद्र की सेना के सैनिक मानना
व्याख्यात्मक हल:
लड़कों की टोली घर-घर जाकर पानी की माँग किया करती थी। लोग अपने घरों से पानी निकालकर इनके ऊपर डाला करते थे। इनके कारण बादलों के राजा इंद्र प्रसन्न होते थे। लोगों से जा-जाकर यह इंद्र से प्रार्थना करने के लिए उन्हें विवश करते थे।
(iii) भक्तिन अच्छी है, यह कहना कठिन होगा क्योंकि उसमें दुर्गुणों का अभाव नहीं। लेखिका ने ऐसा क्यों कहा होगा?
उत्तर:
भक्तिन भोली-भाली, बुद्धिमान, सेवाभाव वाली थी किंतु उसकी भक्ति में कुछ दुर्गुण भी थे, जैसे-
- पैसों को भंडार घर की मटकी में छुपाकर रखना।
- लेखिका से बेवज़ह तर्क-वितर्क करना।
- लेखिका से झूठ बोलना।
प्रश्न 14.
निम्नलिखित प्रश्नों को ध्यानपूर्वक पढ़कर दिए गए किन्हीं दो प्रश्नों के लगभग 40 शब्दों में उत्तर दीजिए। (2 × 2 = 4)
(i) ‘सिल्वर वैडिंग कहानी में यशोधर बाबू को अपने बच्चों की आकर्षक आय “समहाउ इंप्रापर’ क्यों लगती है ?
(ii) लेखक की माँ उसके मन की पीड़ा समझ रही थी? “जूझ ‘ कहानी के आधार पर बताइए।
(iii) स्तूप वाला चबूतरा कहाँ स्थित है? विस्तार से बताइए।
उत्तर:
(i) यशोधर बाबू के अनुसार पैसा कमाने का साधन मर्यादित है तो उससे होने वाली आय पर सभी को गर्व होता है। उनका वेतन बहुत धीरे-धीरे-बढ़ता था तथा उससे अधिक महँगाई बढ़ जाती थी। यशोधर बाबू के बच्चे किसी बड़ी विज्ञापन कम्पनी में नौकरी पाकर रातोंरात मोटा वेतन कमाने लगे थे और यशोधर बाबू को इतनी मोटी तनख़्वाह का रहस्य समझ में नहीं आता था। इन सभी कारणों से यशोधर बाबू को अपने बच्चों की आकर्षक आय ‘समहाउ इंप्रापर’ लगती है।
(ii) लेखक पढ़ना चाहता था लेकिन लेखक के पिता की इच्छा थी कि वह सिर्फ खेत में ही काम करे। पिता ने अपनी इच्छा को ध्यान में रखकर ही लेखक कौ पढ़ाई छुड़वा दी थी। लेखक ने अपनी माँ से दत्ता जी राव के घर चलकर उनकी मदद से अपने पिता को राजी करने की बात कही। इस प्रकार लेखक की माँ उसके मन की पीड़ा को समझ रही थी।
(iii) स्तूप वाले चबूतरा मुअनजो-दड़ो के सबसे खास हिस्से के के एक सिरे पर स्थित है। इस हिस्से को पुरातत्व के विद्वान ‘गढ़’ कहते हैं। चारदीवारी के भीतर ऐतिहासिक शहरों के सत्ता-केन्द्र अवस्थित होते थे, चाहे वह राजसत्ता हो या धर्मसत्ता। बाकी शहर गढ़ से कुछ दूर बसे होते थे।