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CBSE Sample Papers for Class 10 Hindi Course B Set 2 with Solutions
समय : 3 घंटे
पूर्णांक : 80
सामान्य निर्देश :
(i) इस प्रश्न-पत्र में दो खण्ड हैं– खंड “अ” और “ब”।
(ii) खंड “अ’ में उपप्रश्नों सहित 45 वस्तुपरक प्रश्न पूछे गए हैं, दिए गए निर्देशों का पालन करते हुए कुल 40 प्रश्नों के उत्तर दीजिए।
(iii) खंड “ब ‘ में वर्णनात्मक प्रश्न पूछे गए हैं, आंतरिक विकल्प भी दिए गए हैं।
(iv)निर्देशों को बहुत सावधानी से पढ़िए और उनका पालन कीजिए।
(v) दोनों खंडों के कुल 8 ग्रश्न हैं। दोनों खंडों के प्रश्नों के उत्तर देना अनिवार्य है।
(vi) यभासंभव दोनों खंडों के प्रश्नों के उत्त क्रमश: लिखिए।
खंड ‘अ’- वस्तुपरक प्रश्न (अंक 40)
प्रश्न 1.
निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर इसके आधार पर सर्वाधिक उपयुक्त उत्तर वाले विकल्प चुनकर लिखिए- (1 × 5 = 5)
अच्छा नागरिक बनने के लिए भारत के प्राचीन विचारकों ने कुछ नियमों का प्रावधान किया है। इन नियमों में वाणी और व्यवहार की शुद्धि, कर्त्तव्य और अधिकार का समुचित निर्वाह, शुद्धतम् पारस्परिक सदभाव और सेवा की भावना आदि का नियम बहुत महत्त्वपूर्ण माने गए हैं। ये सभी नियम यदि एक व्यक्ति के चारित्रिक गुणों के रूप में भी अनिवार्य माने जाएँ तो उसका अपना जीवन सुखी और आनंदमय हो सकता है। सभी गुणों का विकास एक बालक में यदि उसकी बाल्यावस्था से ही किया जाए तो वह अपने देश का श्रेष्ठ नागरिक बन सकता है। इन गुणों के कारण वह अपने परिवार, आस-पड़ोस, विद्यालय में अपने सहपाठियों एवं अध्यापकों के प्रति यथोचित व्यवहार कर सकेगा।
वाणी एवं व्यवहार की मधुरता सभी के लिए सुखदायक होती है, समाज में हार्दिक सद्भाव की वृद्धि करती है किन्तु अहंकारहीन व्यक्ति ही स्निग्ध वाणी और शिष्ट व्यवहार का प्रयोग कर सकता है। अहंकारी और दंभी व्यक्ति सदा अशिष्ट वाणी और व्यवहार का अभ्यासी होता है जिसका परिणाम यह होता है कि ऐसे आदमी के व्यवहार में शांति और सौहार्द्र का वातावरण नहीं बनता।
जिस प्रकार एक व्यक्ति समाज में रहकर अपने व्यवहार से कर्त्तव्य और अधिकार के प्रति सजग रहता है, उसी तरह देश के प्रति भी उसका व्यवहार कर्त्तत्य और अधिकार की भावना से भावित रहना चाहिए। इससे उसका कर्त्तव्य हो जाता है कि न तो वह स्वयं ऐसा कोई काम करे और न ही दूसरों को करने दे, जिसमें देश के सम्मान, सम्पत्ति और स्वाभिमान को ठेस लगे।
समाज एवं देश में शांति बनाए रखने के लिए धार्मिक सहिष्णुता भी बहुत आवश्यक है। यह वृत्ति तभी आ सकती है जब व्यक्ति सन्तुलित व्यक्तित्व का हो। वह आंतरिक व बाहरी संघर्ष से परे सामाजिकता की अनुभूति से परिपूर्ण व्यक्तित्व वाला होना चाहिए।
(i) गद्यांश के संदर्भ में अच्छा नागरिक बनने के लिए नियमों का प्रावधान आवश्यक है, क्योंकि यह-
(क) स्वतन्त्रता को बढ़ावा देता है जिससे वातावरण को शान्ति से परिपूर्ण करता है।
(ख) व्यक्तित्व को निखारकर जीवन को आमोद-प्रमोद से परिपूर्ण करता है।
(ग) व्यक्तित्व को निखारकर जीवन को सुख और मंगलकामना से परिपूर्ण करता है।
(घ) व्यक्ति को अहंकार, स्निग्ध वाणी और शिष्ट व्यवहार से परिपूर्ण करता है।
उत्तर:
(ख) व्यक्तित्व को निखारकर जीवन को आमोद-प्रमोद से परिपूर्ण करता है।
व्याख्या- अच्छा नागरिक बनने के लिए प्राचीन विचारकों के अनुसार व्यक्तित्व को निखारना है एवं जीवन को आमोद-प्रमोद से परिपूर्ण करना है।
(ii) निम्नलिखित कथन (A) तथा कारण (R) को ध्यानपूर्वक पढ़िए। उसके बाद दिए गए विकल्पों में से कोई एक सही विकल्प चुनकर लिखिए।
कथन (A) : धार्मिक सहिष्णुता की स्थापना आवश्यक है क्योंकि
कारण (R) : समाज एवं देश में शांति व्यवस्था बनी रहेगी।
(क) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों गलत हैं।
(ख) कथन (A) गलत है लेकिन कारण (R) सही है।
(ग) कथन (A) सही है लेकिन कारण (R) उसकी गलत व्याख्या करता है।
(घ) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों सही हैं तथा कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या करता है।
उत्तर:
(घ) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों सही हैं तथा कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या करता है।
व्याख्या-समाज एवं देश में शान्ति बनाए रखने के लिए धार्मिक सहिष्णुता अत्यन्त आवश्यक है।
(iii) अहंकारी व्यक्ति किसका अभ्यासी होता है? ह।
(क) अशिष्ट वाणी का अभ्यासी होता है।
(ख) मधुर वाणी का अभ्यासी होता है।
(ग) स्तिग्ध वाणी का अभ्यासी होता है।
(घ) उपर्युक्त में से कोई नहीं।
उत्तर:
(क) अशिष्ट वाणी का अभ्यासी होता है।
(iv) सन्तुलित व्यक्तित्व से तात्पर्य है-
(क) आन्तरिक व बाहरी संघर्ष से सम्पूर्ण सामाजिकता की अनुभूति से परिपूर्ण व्यक्तित्व।
(ख) देश में पूर्णतः आदर्श नागरिक का व्यवहार करने वाला सुखदायक व्यक्तित्व।
(ग) आन्तरिक व बाहरी संघर्ष से रहित सम्पूर्ण सामाजिकता की अनुभूति से परिपूर्ण व्यक्तित्व।
(घ) कर्त्तव्य और अधिकार के प्रति सजग रहने वाला भावुक प्रवृत्ति से परिपूर्ण व्यक्तित्व।
उत्तर:
(ग) आन्तरिक व बाहरी संघर्ष से रहित सम्पूर्ण सामाजिकता की अनुभूति से परिपूर्ण व्यक्तित्व।
व्याख्या- आन्तरिक व बाहरी संघर्ष से रहित सम्पूर्ण सामाजिकता की अनुभूति से परिपूर्ण व्यक्तित्व ही सन्तुलित व्यक्ति कहलाता है।
(v) वाणी एवं व्यवहार की मधुरता सभी के लिए सुखदायक होती है। इस कथन के लिए उपयुक्त तर्क है-
(क) देश के सम्मान, सम्पत्ति और स्वाभिमान को ठेस पहुँचती है।
(ख) देश व समाज में शान्ति और सौहार्द्र का वातावरण नहीं बनता।
(ग) कर्त्तव्य और अधिकार का समुचित निर्वाह बहुत आवश्यक है।
(घ) समाज में हार्दिक सदभाव की वृद्धि और सुख की प्रतिष्ठा होती है।
उत्तर:
(घ) समाज में हार्दिक सदभाव की वृद्धि और सुख की प्रतिष्ठा होती है।
व्याख्या-वाणी एवं व्यवहार की मधुरता से समाज में हार्दिक सद्भाव की वृद्धि होती है एवं सुख की प्रतिष्ठा होती है। इसी कारण वाणी एवं व्यवहार की मधुरता सभी के लिए सुखदायक होती है।
प्रश्न 2.
निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर इसके आधार पर सर्वाधिक उपयुक्त उत्तर वाले विकल्प चुनकर लिखिए (1 × 5 = 5)
“एक भारत श्रेष्ठ भारत’ अभियान देश के विभिन्न राज्यों में सांस्कृतिक एकता को बढ़ावा देता है। भारत एक अनोखा राष्ट्र है, जिसका निर्माण विविध भाषा, संस्कृति, धर्म के तानों-बानों, अहिंसा और न्याय के सिद्धान्तों पर आधारित स्वाधीनता संग्राम तथा सांस्कृतिक विकास के समृद्ध इतिहास द्वारा एकता के सूत्र में बाँधकर हुआ है। हम इतिहास की बात करें या वर्तमान की, भारतवर्ष में कला एवं संस्कृति का अनूठा प्रदर्शन हर समय एवं हर स्थान पर हुआ है। नृत्य, संगीत, चित्रकला, मूर्तिकला, वास्तुकला इत्यादि से समृद्ध भारत की पहचान पूरे विश्व में है। भारतीय वास्तुकला एवं मूर्तिकला की परंपरा अत्यंत प्राचीन है। इस कला की कहानी लगभग पाँच हज़ार वर्ष पूर्व सिंधु घाटी की सभ्यता से आरंभ होती है। इसके दो प्रमुख नगरों; मोहनजोदड़ो और हड़प्पा में अच्छी सड़कें, दो मंजिले मकान, स्नान-घर, पक्की ईंटों के प्रयोग के सबूत मिले हैं। गुजरात के लोधथल नामक स्थान की खुदाई से पता चलता है कि वहाँ नावों से सामान उतारने के लिए 216 × 37 मीटर लम्बी-चौड़ी तथा 15 फौट गहरी गोदी बनी हुई थी। ये लोग मिट्टी, पत्थर, धातु, हड्डी, काँच आदि की मूर्तियाँ एवं खिलौने बनाने में कुशल थे। धातु से बनी एक मूर्ति में एक नारी को कमर पर हाथ रखे नृत्य मुद्रा में दर्शाया गया है। दूसरी मूर्ति पशुपतिनाथ शिव की तथा तीसरी मूर्ति दाढ़ी वाले व्यक्ति की है। ये तीनों मूर्तियाँ कला के सर्वश्रेष्ठ नमूने हैं। मूर्ति का श्रेष्ठ होना मूर्तिकार के कौशल पर निर्भर करता है। मूर्ति की प्रत्येक भावभंगिमा को द्शने में मूर्तिकार जी-जान लगा देता है। भारत के प्रत्येक कोने में इस प्रकार की विभिन्न कलाएँ हमारी संस्कृति में प्रतिबिंबित होती हैं। इस अतुलनीय निधि का बचाव और प्रचार-प्रसार ही एक भारत श्रेष्ठ भारत की परिकल्पना है।
(i) भारत को ‘अनोखा राष्ट्र ‘ कहने से लेखक का तात्पर्य है-
(क) बहुमुखी प्रतिभा का प्रदर्शन
(ख) मूर्तिकला के सर्वश्रेष्ठ नमूने
(ग) संवेदनशील भारतीय नागरिक
(घ) विभिन्नता में एकता का प्रतीक
उत्तर:
(घ) विभिन्नता में एकता का प्रतीक
व्याख्या- भारत को “अनोखा राष्ट्र’ कहने से लेखक का तात्पर्य विभिन्नता में एकता का प्रतीक है।
(ii) सिंधु घाटी की सभ्यता प्रतीक है-
(क) मूर्तिकार के कौशल का
(ख) एक भारत श्रेष्ठ भारत का
(ग) प्राचीन सुव्यवस्थित सभ्यता का
(घ) स्वाधीनता संग्राम के नायकों का
उत्तर:
(ग) प्राचीन सुव्यवस्थित सभ्यता का
(iii) गद्यांश हमें संदेश देता है
(क) कलाकार अपनी कला का श्रेष्ठ प्रदर्शन करता है।
(ख) भारतीय नृत्य और संगीत की कला विश्व प्रसिद्ध है।
(ग) भारतीय सभ्यता व संस्कृति का संरक्षण आवश्यक है।
(घ) स्वाधीनता संग्राम में क्रांतिकारियों का विशेष योगदान है।
उत्तर:
(ग) भारतीय सभ्यता व संस्कृति का संरक्षण आवश्यक है।
व्याख्या-गद्यांश हमें यह संदेश देता है कि भारतीय सभ्यता व संस्कृति का संरक्षण आवश्यक है क्योंकि सभ्यता और संस्कृति मानव जीवन का परिचायक है।
(iv) गद्यांश में मूर्तियों का सविस्तार वर्णन दर्शाता है-
(क) सूक्ष्म अवलोकन एवं कला-प्रेम
(ख) प्राचीन मूर्तियों की भावभंगिमा
(ग) स्थूल अवलोकन एवं कला-प्रेम
(घ) सांस्कृतिक एकता एवं सौहार्द्र
उत्तर:
(क) सूक्ष्म अवलोकन एवं कला-प्रेम
(v) निम्नलिखित कथन (A) तथा कारण (R) को ध्यानपूर्वक पढ़िए। उसके बाद दिए गए विकल्पों में से कोई एक सही विकल्प चुनकर लिखिए।
कथन (A) : भारतवर्ष में कला एवं संस्कृति का अनूठा प्रदर्शन हर समय हुआ है।
कारण (R) : भारतीय वास्तुकला एवं मूर्तिकला की परंपरा अत्यंत प्राचीन है।
(क) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों गलत हैं।
(ख) कथन (A) गलत है लेकिन कारण (R) सही है।
(ग) कथन (A) सही है लेकिन कारण (R) उसकी गलत व्याख्या करता है।
(घ) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों सही हैं तथा कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या करता है।
उत्तर:
(ग) कथन (A) सही है लेकिन कारण (R) उसकी गलत व्याख्या करता है।
प्रश्न 3.
निर्देशानुसार ‘पदबंध ‘ पर आधारित पाँच बहुविकल्पीय प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर सही विकल्प चुनकर दीजिए – (1 × 4 = 4)
(i) “बामीरो फटती हुई धरती के किनारे चीखती हुई दौड़ रही थी।’ रेखांकित पदबंध का भेद है-
(क) संज्ञा पदबंध
(ख) सर्वनाम पदबंध
(ग) क्रिया पदबंध
(घ) विशेषण पदबंध
उत्तर:
(ग) क्रिया पदबंध
(ii) “निर्भीक और साहसी वज़ीर अली अपने अधिकार के लिए लड़ रहा था।’ इस वाक्य में विशेषण पदबंध है-
(क) साहसी वज़ीर अली
(ख) लिए लड़ रहा था
(ग) निर्भीक और साहसी
(घ) अपने अधिकार के लिए
उत्तर:
(ग) निर्भीक और साहसी
व्याख्या-‘ निर्भीक और साहसी ‘ वाक्य में विशेषण पदबंध है क्योंकि इसमें पदबंध की विशेषता बताई जा रही है।
(iii) क्रिया पदबंध का उदाहरण छाँटिए-
(क) बिल्ली ने उचककर दो में से एक अंडा तोड़ दिया।
(ख) यह काम तो हमेशा आदर्शवादी लोगों ने ही किया है।
(ग) दोनों कबूतर रातभर खामोश और उदास बैठे रहते हैं।
(घ) शैलेंद्र तो फ़िल्म-निर्माता बनने के लिए सर्वथा अयोग्य थे।
उत्तर:
(ग) दोनों कबूतर रातभर खामोश और उदास बैठे रहते हैं।
(iv) “बादशाह सुलेमान मानव जाति के साथ-साथ पशु-पक्षियों के भी राजा हैं।’ रेखांकित पदबंध का भेद है-
(क) संज्ञा पदबंध
(ख) सर्वनाम पदबंध
(ग) विशेषण पदबंध
(घ) क्रियाविशेषण पदबंध
उत्तर:
(क) संज्ञा पदबंध
(v) “हरिहर काका धीरे-धीरे चलते हुए आँगन तक पहुँचे।’ रेखांकित पदबंध का भेद है-
(क) संज्ञा पदबंध
(ख) क्रिया पदबंध
(ग) विशेषण पदबंध
(घ) क्रियाविशेषण पदबंध
उत्तर:
(घ) क्रियाविशेषण पदबंध
प्रश्न 4.
निर्देशानुसार ‘रचना के आधार पर वाक्य भेद ‘ पर आधारित पाँच बहुविकल्पीय प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर सही विकल्प चुनकर दीजिए- (1 × 4 = 4)
(i) “जब उसने तताँरा को देखा तो वह फूट-फूटकर रोने लगी।’ इस वाक्य का सरल वाक्य होगा-
(क) तताँरा को देखते ही वह फूट-फूटकर रोने लगी।
(ख) तताँरा को देखकर वामीरो फूट-फूटकर रोने लगी।
(ग) वामीरो ने तताँग को देखा और फूट-फूटकर रोने लगी।
(घ) जैसे ही वामीरो ने तताँग को देखा वह फूट-फूटकर रोने लगी।
उत्तर:
(क) तताँरा को देखते ही वह फूट-फूटकर रोने लगी।
(ii) “हम जब अकेले पड़ते हैं तब अपने आप से लगातार बड़बड़ाते रहते हैं।’ रचना के आधार पर वाक्य भेद है-
(क) सरल वाक्य
(ख) संयुक्त वाक्य
(ग) मिश्रित वाक्य
(घ) सामान्य वाक्य
उत्तर:
(ग) मिश्रित वाक्य
व्याख्या-मिश्र वाक्य में प्रधान वाक्य को आश्रित उपवाक्य से जोड़ने के लिए जो आपस में कि, जो, जब, तब, जहाँ आदि का प्रयोग किया जाता है।
(iii) ‘कॉलम-1 को कॉलम-2 के साथ सुमेलित कीजिए और सही विकल्प चुनकर लिखिए-
कॉलमा – 1 | कॉलमा – 2 | |
1 | आपके कार्यक्रम इतने अच्छे होते हैं कि सभी ‘पसंद करते हैं। | संयुक्त वाक्य |
2 | आपके अच्छे कार्यक्रम सभी के पसंदीदा होते हैं। | मिश्रित वाक्य |
3 | आपके कार्यक्रम इतने अच्छे हैं इसलिए सभी को ‘पसंद आते हैं। | सरल वाक्य |
विकल्प
(क) 1-(ii), 2-(iii), 3-(i)
(ख) 1-(iii), 2-(ii), 3-(i)
(ग) 1-(ii), 2-(i), 3-(iii)
(घ) 1-(i), 2-(ii), 3-(iii)
उत्तर:
(क) 1-(ii), 2-(iii), 3-(i)
(iv) निम्नलिखित वाक्यों में से संयुक्त वाक्य है-
(क) आपने मुझे कारतूस दिए इसलिए आपकी जान बडख़शता हूँ।
(ख) उसके अफ़साने सुन के रॉबिनहुड के कारनामे याद आ जाते हैं।
(ग) वह एक छह मंजिली इमारत थी जिसकी छत पर एक सुंदर पर्णकुटी थी।
(घ) ग्वालियर से बंबई की दूरी ने संसार को काफ़ी कुछ बदल दिया था।
उत्तर:
(क) आपने मुझे कारतूस दिए इसलिए आपकी जान बडख़शता हूँ।
(v) “सभी लिख चुके हैं लेकिन कनक अभी तक लिख रही है।’ रचना के आधार पर इस वाक्य का भेद होगा-
(क) सरल वाक्य
(ख) संयुक्त वाक्य
(ग) मिश्र वाक्य
(घ) विधानवाचक वाक्य
उत्तर:
(ख) संयुक्त वाक्य
प्रश्न 5.
निर्देशानुसार ‘समास’ पर आधारित पाँच बहुविकल्पीय प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर सही विकल्प चुनकर दीजिए- (1 × 4 = 4)
(i) “महावीर’ शब्द/समस्तपद कौन-से समास का उदाहरण है?
(क) द्विगु समास
(ख) कर्मधारय समास
(ग) तत्पुरुष समास
(घ) अव्यीभाव समास
उत्तर:
(ख) कर्मधारय समास
व्याख्या-कर्मधारय समास में प्रथम पद विशेषण या उपमान होता है तथा द्वितीय पद विशेष्य या उपमेय होता है।
(ii) “चंद्रखिलौना’-समस्त पद का विग्रह होगा
(क) चंद्र का खिलौना
(ख) चंद्र और खिलौना
(ग) चंद्र रूपी खिलौना
(घ) चंद्र के लिए खिलौना
उत्तर:
(ग) चंद्र रूपी खिलौना
(iii) निम्नलिखित युग्मों पर विचार कीजिए
समस्तपद | समास |
1. गृहप्रवेश | (i) ढंद्व समास |
2. साफ़ – साफ़ | (ii) अव्ययीभाव समास |
3. त्रिकोण | (iii) तत्पुरुष समास |
4. मृगलोचन | (iv) बहुब्रीहि समास |
उपर्युक्त युग्मों में से कौन-से सही सुमेलित हैं
(क) (i) और (ii)
(ख) (i) और (iii)
(ग) (ii) और (iv)
(घ) (iii) और (iv)
उत्तर:
(ग) (ii) और (iv)
(iv) “सत्याग्रह’ शब्द के लिए सही समास- विग्रह और समास का चयन कीजिए– है
(क) सत्य और ग्रह – इंद्र समास ”
(ख) सत्य का आग्रह – तत्पुरुष समास
(ग) सत्य आग्रह – अव्ययीभाव समास
(घ) सत्य के लिए आग्रह – तत्पुरुष समास
उत्तर:
(घ) सत्य के लिए आग्रह – तत्पुरुष समास
(v) “चतुर्मुख’ का समास विग्रह एवं भेद होगा-
(क) चतुर है जो – बहुब्रीहि समास
(ख) चार मुख – तत्पुरुष समास
(ग) चार हैं मुख जिसके अर्थात् ब्रह्मा – बहुब्रीहि समास
(घ) चतुराई झलकती है जिसके मुख से अर्थात् व्यक्ति विशेष – बहुव्रीहि समास
उत्तर:
(ग) चार हैं मुख जिसके अर्थात् ब्रह्मा – बहुब्रीहि समास
प्रश्न 6.
निर्देशानुसार ‘मुहावरे’ पर आधारित छः बहुविकल्पीय प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर सही विकल्प चुनकर दीजिए- (1 × 4 = 4)
(i) मुहावरे और अर्थ के उचित मेल वाले विकल्प का चयन कीजिए-
(क) गिरह बाँधना – मार डालना
(ख) तलवार खींचना – सब कुछ नष्ट करना
(ग) पन्ने रंगना – व्यर्थ में लिखना
(घ) कृदम उठाना – सामना करना
उत्तर:
(ग) पन्ने रंगना – व्यर्थ में लिखना
(ii) “अयोग्य को कोई महत्त्वपूर्ण वस्तु मिलना’ के लिए उपयुक्त मुहावरा है-
(क) दाँतों तले अँगुली दबाना
(ख) अंधे के हाथ बटेर लगना
(ग) अंधे की लाठी बनना
(घ) मोह-माया के बंधन में पड़ना
उत्तर:
(ख) अंधे के हाथ बटेर लगना
व्याख्या-‘ अयोग्य को कोई महत्त्वपूर्ण वस्तु मिलना’ का अर्थ है-अन्धे के हाथ बटेर लगना।
(iii) “अंगूठा दिखाना’ मुहावरे का अर्थ है-
(क) इंकार करना
(ख) विपत्ति मोल लेना
(ग) चिढ़ाना
(घ) उपर्युक्त में से कोई नहीं।
उत्तर:
(क) इंकार करना
(iv) रेखांकित अंश के लिए कौन-सा मुहावरा प्रयुक्त करना उचित रहेगा?
तुम सारा दिन काम में जुटे रहते हो, कभी आराम भी कर लिया करो। है|
(क) कोल्हू का बैल
(ख) खेत का बैल
(ग) तीन तेरह होना
(घ) हक््का-बक्का
उत्तर:
(क) कोल्हू का बैल
(v) पढ़ाई में मेहनत कर मैं ………. हो सकता हूँ। रिक्त स्थान की पूर्ति के लिए उपयुक्त विकल्प का चयन कीजिए। ह।
(क) खून का घूँट
(ख) एक पंथ दो काज
(ग) पैरों पर खड़ा होना
(घ) अपना हाथ जगन्नाथ
उत्तर:
(ग) पैरों पर खड़ा होना
(vi) “अत्यधिक दुःखी होना’ अर्थ के लिए उपयुक्त मुहावरा है-
(क) कड़वे घूँट पीना
(ख) आपे से बाहर होना
(ग) कलेजा मुँह को आना
(घ) अक्ल पर पत्थर पड़ना
उत्तर:
(ग) कलेजा मुँह को आना
प्रश्न 7.
निम्नलिखित पद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर के लिए सही विकल्प का चयन कीजिए- (1 × 5 = 5)
कर चले हम फ़िदा जानो-तन साथियों
अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों,
साँस थमती गई, नब्ज जमती गई
फिर भी बढ़ते कदम को न रुकने दिया,
कट गए सर हमारे तो कुछ गम नहीं
सर हिमालय का हमने न झुकने दिया,
मरते-मरते रहा बाँकपन साथियों
अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों…………1
जिन्दा रहने के मौसम बहुत हैं मगर
जान देने की रुत रोज़ आती नहीं,
हुस्न और इश्क दोनों को रुस्वा करे
वो जवानी जो खूँ में नहाती नहीं,
आज धरती बनी है दुल्हन साथियों
अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों……2
(i) “सर हिमालय का हमने न झुकने दिया ‘-पंक्ति में ‘सर’ किसका प्रतीक है?
(क) स्वाभिमान
(ख) सिर
(ग) घमंड
(घ) पराक्रम ।
उत्तर:
(क) स्वाभिमान
व्याख्या-‘सर हिमालय का हमने न झुकने दिया” पंक्ति में ‘सर’ स्वाभिमान का प्रतीक है।
(ii) पद्यांश में ‘बाँकपन’ शब्द प्रतीक है-
(क) वक्रता
(ख) शारीरिक सौष्ठव
(ग) छवि
(घ) बेमिसालपन।
उत्तर:
(घ) बेमिसालपन।
(iii) धरती के दुल्हन बनने से तात्पर्य है-
(क) दुल्हन की भाँति शरमा रही है।
(ख) चारों ओर हरियाली फैली है।
(ग) बलिदान से गौरवान्वित हुई है।
(घ) दुल्हन की भाँति अपने प्रियतम की राह देख रही है।
उत्तर:
(ग) बलिदान से गौरवान्वित हुई है।
व्याख्या-कवि धरती को दुल्हन मानकर वीर युवकों को धरती रूपी दुल्हन के लिए बलिदान देने का आग्रह कर रहा है।
(iv) सर पर कफून बाँधने का अर्थ है-
(क) बलिदान के लिए तैयार होना
(ख) मरने की कोशिश करना
(ग) अपने लिए जान की बाजी लगाना
(घ) लोगों को दिखाना कि हम मरने से नहीं डरते।
उत्तर:
(क) बलिदान के लिए तैयार होना
(v) पद्यांश से मेल खाते वाक््यों के लिए उचित विकल्प चुनिए-
(क) कवि को मातृभूमि से प्रेम नहीं है।
(ख) कवि धरती को अपनी माता मानता है।
(ग) कवि राजद्रोही है।
(घ) कवि मरने की कोशिश करता है।
उत्तर:
(ख) कवि धरती को अपनी माता मानता है।
प्रश्न 8.
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर देने के लिए उचित विकल्प का चयन कीजिए- (1 × 2 = 2)
(i) तोप कविता के कवि कौन हैं?
(क) सुमित्रानंदन पंत
(ख) वीरेन डंगवाल
(ग) महादेवी वर्मा
(घ) कैफ़ी आजुमी।
उत्तर:
(ख) वीरेन डंगवाल
(ii) कवि की दृष्टि में सबसे बड़ी विभूति कौन-सी है?
(क) सहानुभूति
(ख) परमात्मा
(ग) जगत
(घ) बुद्ध।
उत्तर:
(क) सहानुभूति
व्याख्या-कवि के अनुसार हमें सबके प्रति सहानुभूति की भावना रखनी चाहिए। उनके अनुसार सहानुभूति ही सबसे बड़ी विभूति है।
प्रश्न 9.
निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर के लिए सही विकल्प का चयन कीजिए- (1 × 5 = 5)
वामीरो के रुदन स्वरों को सुनकर उसकी माँ वहाँ पहुँची और दोनों को देखकर आग-बबूला हो उठी। सारे गाँव वालों की उपस्थिति में यह दृश्य उसे अपमानजनक लगा। इस बीच गाँव के कुछ लोग भी वहाँ पहुँच गए। वामीरो की माँ क्रोध में उफ़न उठी । उसने तताँरा को तरह-तरह से अपमानित किया। गाँव के लोग भी तताँरा के विरोध में आवाजें उठाने लगे। यह तताँग के लिए असहनीय था। वामीरो अब भी रोए जा रही थी। तताँरा भी गुस्से से भर उठा। उसे जहाँ विवाह की निषेध परंपरा पर क्षोभ था वहीं अपनी असहायता पर खीझ। वामीरो का दुःख उसे और गहरा कर रहा था। उसे मालूम न था कि क्या कदम उठाना चाहिए? अनायास उसका हाथ तलवार की मूठ पर जा टिका। क्रोध में उसने तलवार निकाली और कुछ विचार करता रहा। क्रोध लगातार अग्नि की तरह बढ़ रहा था।
(i) गद्यांश में क्रोध और अग्नि की तुलना क्यों की गई है? है
(क) क्रोध और अग्नि दोनों ही बड़े गर्म होते हैं।
(ख) क्रोध और अग्नि दोनों ही पर नियंत्रण कठिन है।
(ग) तताँरा का स्वभाव बहुत गुस्से वाला था।
(घ) वामीरो की माँ और ततरा दोनों ही गुस्से में थे।
उत्तर:
(ख) क्रोध और अग्नि दोनों ही पर नियंत्रण कठिन है।
व्याख्या-गद्यांश में क्रोध और अग्नि की तुलना इसलिए की गई है क्योंकि क्रोध और अग्नि दोनों ही पर नियंत्रण कठिन है।
(ii) तताँरा को गुस्सा आने के कारणों पर विचार कीजिए और उचित विकल्प का चयन कीजिए।
(1) वामीरो की माँ ने तताँरा से झगड़ा किया।
(2) वामीरो ने तताँरा से झगड़ा किया।
(3) वामीरो घर से भाग गई थी।
(4) उसे विवाह की निषेध परम्परा पर क्षोभ था।
विकल्प
(क) केवल (1)
(ख) केवल (2)
(ग) केवल (3)
(घ) केवल (4)
उत्तर:
(घ) केवल (4)
व्याख्या-जब गाँव के लोग भी तताँरा के विरोध में आवाजें उठाने लगे, तब तताँरा को गुस्सा आया, उसे विवाह की निषेध परम्परा पर क्षोभ था।
(iii) निम्नलिखित कथन (A) तथा कारण (R) को ध्यानपूर्वक पढ़िए। उसके बाद दिए गए विकल्पों में से कोई एक सही विकल्प चुनकर लिखिए। ह।
कथन (A) : वामीरों की माँ को दृश्य अपमानजनक इसलिए लगा
कारण (R) : क्योंकि माँ गाँव की परम्परा से बँधी थी।
(क) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों गलत हैं।
(ख) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों सही हैं।
(ग) कथन (A) गलत तथा कारण (R) सही है।
(घ) कथन (A) सही तथा कारण (R) गलत है।
उत्तर:
(ख) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों सही हैं।
(iv) तताँरा-वामीरों कथा समाज की किस समस्या की ओर ध्यान इंगित कराती है?
(क) जाति-प्रथा
(ख) बेमेल-विवाह
(ग) विवाह के परंपरागत नियम
(घ) बाल-विवाह।
उत्तर:
(ग) विवाह के परंपरागत नियम
व्याख्या-ततारा-वामीरो कथा समाज की विवाह के परम्परागत नियम की ओर ध्यान इंगित कराती है।
(v) “आग-बबूला हो उठने’ का क्या अर्थ है?
(क) अत्यधिक क्रोध आना
(ख) आग की प्रचंड लपटों की तरह लहराना
(ग) बच्चों की चिंता करना हि
(घ) बहुत परेशान हो उठना।
उत्तर:
(क) अत्यधिक क्रोध आना
व्याख्या-‘ आग-बबूला हो उठने का अर्थ है-अत्यधिक क्रोध आना।
प्रश्न 10.
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर देने के लिए उच्चित विकल्प का चयन कीजिए – (1 × 2 = 2)
(i) निम्नलिखित में से कौन-से वाक्य ‘डायरी का एक पन्ना’ पाठ से मेल खाते हैं-
(1) क्रोध में उसने तलवार निकाली और कुछ विचार करता रहा।
(2) अविनाश बाबू बंगाल प्रांतीय विद्यार्थी संघ के मंत्री थे।
(3) गीत मानो बहता हुआ उसकी तरफ़ जा रहा हो।
(4) निकोबारी उसे बेहद प्रेम करते थे।
विकल्प
(क) केवल (1)
(ख) केवल (2)
(ग) केवल (3)
(घ) (1) और (4)
उत्तर:
(ख) केवल (2)
व्याख्या- अविनाश बाबू बंगाल प्रान्तीय विद्यार्थी संघ के मंत्री थे।
(ii) “अब कहाँ दूसरों के दुःख से दुःखी होने वाले’ पाठ के लेखक कौन हैं? है|
(क) रवीन्द्र केलकर
(ख) निदा फ़ाजली
(ग) कैफ़ी आजमी
(घ) हबीब तनवीर
उत्तर:
(ख) निदा फ़ाजली
खंड ‘ब’- वर्णनात्मक प्रश्न (अंक 40)
प्रश्न 11.
निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर लगभग 60 शब्दों में दीजिए- (3 × 2 = 6)
(i) “बड़े भाई साहब’ पाठ में लेखक ने समूची शिक्षा के किन तौर-तरीकों पर व्यंग्य किया है? क्या आप उनके विचारों से सहमत हैं ? उदाहरण सहित स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
“बड़े भाई साहब’ पाठ में लेखक ने शिक्षा की रटंत प्रणाली पर तीख़ा व्यंग्य किया है। कहानी का बड़ा भाई तक बेचारा दीन पात्र है जो पाठ्यक्रम के एक-एक शब्द को तोते की तरह रटता रहता है। वह किसी भी शब्द को दिमाग तक नहीं पहुँचने देता। वह न तो विषय को समझता है, न समझे हुए विषय को अपनी भाषा में कहना जानता है। इस कारण वह चौबीसों घंटे पढ़ते-पढ़ते निस्तेज हो जाता है, फिर भी परीक्षा में पास नहीं हो पाता। पूरी शिक्षा व्यवस्था पुस्तकीय ज्ञान पर आधारित है। बच्चे पुस्तकीय ज्ञान के बोझ से दबे रहते हैं। हम उनके विचारों से पूरी तरह सहमत हैं। रटने मात्र से विद्या की प्राप्ति संभव नहीं है। इसके लिए समझ का होना बहुत ही आवश्यक है। इसका सबसे बड़ा उदाहरण बड़े भाई स्वयं हैं जो हर कक्षा में दो-दो साल के लिए ठहरते है।
(ii) “कारतूस” पाठ के आधार पर वजीर अली की चारित्रिक विशेषताओं का उदाहरण सहित वर्णन कीजिए।
उत्तर:
आसिफ़उद्दौला का पुत्र/ सआदत अली का भतीजा/ अवध का भूतपूर्व नवाब/ एक जाँबाज़ सिपाही
विशेषताएँ (सोदाहरण)
- देशभक्त – अंग्रेज़ों से नफ़रत, उन्हें देश से बाहर निकालने का प्रयास
- जाँबाज़ – अंग्रेज़ी सेना का डटकर मुकाबला करना
- निडर – कर्नल के खेमे में अकेले घुसकर कारतूस हासिल करना
- नीतिकुशल – अफ़गानिस्तान के शासक (बादशाह) शाहे-ज़मा के सहयोग से अंग्रेज़ों को भारत से भगाने की योजना बनाना
- स्वाभिमानी – वकील द्वारा अपमानित किए जाने पर उसको जान से मार देना (किन्हीं दो विशेषताओं का सोदाहरण उल्लेख करने पर पूर्ण अंक दिए जाएँ, अन्य चरित्रगत उपयुक्त विशेषताएँ भी स्वीकार्य)
व्याख्यात्मक हल-
बजीर अली आसिफ़ड्द्दौला का पुत्र था व सआदतअली का भतीजा था। वह अवध का भूतपूर्व नवाब व एक जाँबाज सिपाही था। ईस्ट इंडिया कम्पनी ने अपने लाभ के लिए वजीर अली को शासन से वंचित कर उसके चाचा सआदतअली को नवाब बना दिया था। तब से वह अंग्रेजों से नफ़रत करने लगा था। वह उनका कट्टर विरोधी हो गया था। वह एक देशभक्त था जो अंग्रेजों को देश से बाहर निकालने का प्रयास करता रहता था। वह एक निडर व बहादुर सिपाही भी था। उसने अकेले ही अंग्रेजी सेना के कर्नल के खेमे में घुसकर, कर्नल से कारतूस हासिल कर लिए थे। कर्नल भी उसकी बहादुरी से अचम्भित रह गया था।
(iii) शैलेन्द्र की फ़िल्म की कहानी सुनकर राजकपूर ने क्या शर्त रखी ? शैलेन्द्र पर इसकी क्या प्रतिक्रिया हुई ?
उत्तर:
शैलेन्द्र द्वारा राजकपूर को फ़िल्म की कहानी सुनाए जाने पर राजकपूर ने बड़े उत्साहपूर्वक उस फ़िल्म में काम करना स्वीकार ‘कर लिया और साथ ही यह शर्त भी रखी कि शैलेन्द्र को राजकपूर का पारिश्रमिक भी एडवांस में देना होगा। यह सुनकर शैलेन्द्र का चेहरा मुर॒झा गया और वे उलझन में पड़ गए कि यह तो बहुत बड़ा स्टार है, मुझसे बहुत पैसे न माँग ले लेकिन हँसते हुए जब राजकपूर ने एक रुपया माँगा तो उनकी उलझन दूर हो गई।
प्रश्न 12.
निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर लगभग 60 शब्दों में दीजिए- (3 × 2 = 6)
(i) ‘ईश्वर भक्ति ने कबीर के अहंकार को दूर कर दिया।” आप इस दोहे को पढ़कर क्या समझे हैं ? अपने विचार लिखिए।
“जब मैं था तब हरि नहीं, अब हरि हैं मैं नाँहि।
सब अँधियारा मिटि गया, जब दीपक देख्या माँहि।।’
उत्तर:
- ईश्वरीय सत्ता सर्वोपरि है। मनुष्य स्वयं को भूलकर ईश्वर को ही स्वयं में व सम्पूर्ण संसार में देखता है।
- व्यक्ति की शक्ति अत्यंत सीमित ।
- झूठा अभिमान किसलिए।
व्याख्यात्मक हल-
“जब मैं था तब हरि नहीं, अब हरि हैं मैं नाँहि। सब अँधियारा मिटि गया, जब दीपक देख्या माँहि।।’ इस दोहे को पढ़कर हम यह समझते हैं कि मनुष्य अहंकारी है तथा स्वयं को महत्त्वपूर्ण मानता है इसलिए वह कण-कण में व्याप्त ईश्वर को नहीं देख पाता है जबकि ईश्वरीय सत्ता सर्वोपरि है और मानव की शक्ति अत्यंत सीमित है। इसका अहसास व्यक्ति को तब होता है जब उसके अन्दर ज्ञान रूपी दीपक का प्रकाश फैलता है और अन्दर का अहंकार रूपी अंधकार समाप्त हो जाता है। इस अवस्था में वह अपने झूठे अभिमान को त्यागकर अपने आपको भूल जाता है और ईश्वर को स्वयं में और सम्पूर्ण संसार में देखने लगता है। इस प्रकार से स्पष्ट है कि ईश्वर की भक्ति ने कबीर के अहंकार को दूर कर दिया है।
(ii) आपके द्वारा इस पाठ्यक्रम में पढ़ी गई किस कविता की अंतिम पंक्तियाँ आपको सर्वाधिक प्रभावित करती हैं और क्यों ? अपने विचार व्यक्त कीजिए।
उत्तर:
“दुःख संताप से व्यथित चित को न दो सांत्वना नहीं सही पर इतना हो दुःख को में कर सकूँ सदा जय।”
आत्मत्राण कविता की प्रस्तुत पंक्तियों में कवि रवींद्रनाथ टैगोर ईश्वर से कहते हैं कि मैं तो आपसे यह विनती कर रहा हूँ, मुझे आप इतनी शक्ति दें कि मैं इन मुसीबतों को देखकर घबराऊँ ना और इनका डटकर सामना करूँ | जब मुझे दु:ख झेलना पड़े, तो भले ही आप मेरे विचलित मन को सांत्वना न दो परन्तु मुझे शक्ति देना कि मैं दुःख पर विजय प्राप्त कर सकूँ।
(iii) “आत्मत्राण’ कविता में कवि की प्रार्थना से क्या संदेश मिलता है? अपने शब्दों में लिखिए।
उत्तर:
- विपत्तियों से छुटकारा पाने की बजाए उनसे संघर्ष करना
- आशावादी दृष्टिकोण
- आत्मबल एवं साहस को बनाए रखना
- सर्वनाश की स्थिति में भी सकारात्मक बने रहने की कामना
- सुख के क्षणों में भी ईश्वर को न भूलना
- समस्त संसार द्वारा धोखा दिए जाने पर भी ईश्वर पर संदेह न करना (उपयुक्त विस्तार पर अंक दिए जाएँ)
व्याख्यात्मक हल-
‘आत्मत्राण’ कविता में कवि की प्रार्थना से विपत्तियों से छुटकारा पाने की बजाए उनसे संघर्ष करने का संदेश मिलता है। कवि ईश्वर की कृपा से स्वयं सामर्थ्यवान होकर विपत्तियों से संघर्ष करना चाहता है। उसके अनुसार, दुःखों से परेशान होकर हमें निराशावादी नहीं बनना चाहिए बल्कि हमेशा आशावादी व आस्थावादी दृष्टिकोण रखना चाहिए विपत्तियों में आत्मबल व साहस को बनाए रखकर स्वयं की रक्षा करनी चाहिए। अगर स्थितियाँ सर्वनाश की अर्थात् सब कुछ नष्ट हो जाने की हों भी तो भी सकारात्मक रहना चाहिए और हिम्मत व हॉसले से उन कठिन स्थितियों का सामना करना चाहिए। कवि कहते हैं कि दु:ख के साथ-साथ सुख के क्षणों में भी ईश्वर को नहीं भूलना चाहिए। हमें उसे निरन्तर याद करते रहना चाहिए। अगर समस्त संसार द्वारा धोखा मिले तो भी ईश्वर पर संदेह नहीं करना चाहिए बल्कि उन पर विश्वास बनाए रखना चाहिए। इस प्रकार सुख में ईश्वर को धन्यवाद देना चाहिए जबकि दुःख में आत्मबल द्वारा जीतने का मार्ग अपनाना चाहिए।
प्रश्न 13.
निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर लगभग 60 शब्दों में दीजिए-(3 × 2 = 6)
(i) येपी ने इफ़्फून की दादी से अपनी दादी बदलने की बात क्यों कही होगी ? इससे बाल मन की किस विशेषता का पता चलता है?
उत्तर:
टोपी और इफ्फन की दादी के बीच बड़ा ही सहज और आत्मीय संबंध था। इफ़्फन और उसकी दादी से दोस्ती के बाद टोपी के जीवन में कुछ खुशियाँ आईं। उसे इफ्फ़न की दादी से भरपूर प्यार मिलता था। वे कभी बच्चों को डाँटती नहीं थीं। उसे बड़े प्यार से अपने पास बैठाकर बातें करती थीं। उनका स्वभाव स्नेहपूर्ण और ममत्व से भरा था। इन्हीं कारणों से टोपी ने इफ्फ़न से दादी बदलने की बात कही। इससे बाल मन की इस बात का पता चलता है कि बच्चे स्नेह और आत्मीयता की भाषा समझते हैं। प्रमाणस्वरूप इफ़्फ़न के पूरे घर में उसकी दादी को छोड़कर हर व्यक्ति किसी न किसी तरीके से टोपी का दिल दुःखाया करता था, फिर भी टोपी किसी-न-किसी बहाने इफ़्फ़न के घर पहुँच जाया करता था। यह दोनों के अटूट प्रेम का परिणाम ही था कि अपने घर के लोगों के मना कर देने के बाद टोपी इफ़्फन के घर जाकर उसकी दादी से कहानी सुना करता था। वह इफ़्फ़न की दादी के आँचल में अपना अकेलापन भूल जाता था। इससे यह भी पता चलता है कि बाल मन पर प्यार व स्नेह का बहुत प्रभाव पड़ता है।
(ii) महंत और अपने भाई, हरिहर काका को एक जैसे क्यों लगने लगते हैं ? ‘हरिहर काका’ कहानी के आधार पर स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
- दोनों ही स्वार्थ में डूबे हुए थे।
- दोनों में से कोई भी हरिहर काका को नहीं, उनकी जमीन-जायदाद चाहते थे।
- उनकी जमीन हथियाने के लिए वे किसी भी हद तक गिर सकते हैं।
- दिखाबा करने के अलावा दोनों कुछ नहीं करते थे।
- दोनों हरिहर काका की जान तक लेने को तैयार थे।
व्याख्यात्मक हल-
हरिहर काका एक वृद्ध और निस्संतान व्यक्ति हैं, अकेलेपन के कारण उन्होंने भाइयों के परिवार का आश्रय लिया। हरिहर काका के हिस्से में 15 बीघा जमीन थी जिस पर भाइयों के अलावा ठाकुरबारी के महंत की दृष्टि थी। महंत और हरिहर काका के भाई दोनों ही स्वार्थ में डूबे हुए थे। हरिहर काका ने जब निश्चय किया कि वे अपनी ज़मीन भाइयों तथा महंत किसी के नाम नहीं लिखेंगे। उन दोनों ने ही ज़मीन हड़पने के लिए जबरदस्ती कागजों पर उनके अँगूठे का निशान लिया व शारीरिक यंत्रणाएँ दीं। जमीन हथियाने के लिए वे इतना गिर गए कि उनकी जान लेने की भी कोशिश की। उनकी देखभाल करने का तो केवल उन्होंने दिखावा ही किया। इसी कारण हरिहर काका को महंत और अपने भाई एक जैसे लगने लगे।
(iii) लेखक को स्कूल जाने के नाम से उदासी क्यों आती थी? “सपनों के से दिन’ पाठ के आधार पर स्पष्ट कीजिए। आपको “ु जाना कैसा लगता है और क्यों ?
उत्तर:
“सपनों के से दिन’ पाठ में लेखक को स्कूल जाने के नाम पर उदासी आ जाती थी। इस उदासी के अनेक कारण थे। उस समय के अभिभावक अपने बच्चों को अधिक पढ़ाना नहीं चाहते थे। लेखक के अधिकतर मित्र स्कूल न जाकर खेल-कूद में समय बिताया करते थे। यह देखकर लेखक का भी मन खेलने के लिए ललचाया करता था। अन्य कारणों में गृह कार्य की अधिकता और अध्यापकों से मार खाने का भय भी लेखक को स्कूल नहीं जाने के लिए प्रेरित करता था। लेखक के पिता नई श्रेणी के लिए नई पुस्तक न देकर हेडमास्टर जी द्वारा दी गई पुरानी पुस्तकों से पढ़ने के लिए कहते थे। स्कूल जाने के प्रति अरुचि पैदा करने में यह भी एक मुख्य कारण था। इन सबके विपरीत मुझे स्कूल जाना अच्छा लगता है। इसका सबसे बड़ा कारण आजकल के पाठ्यक्रम में खेल-कूद का समावेश होना है। अब स्कूलों में केवल पढ़ने की बात ही नहीं होती अपितु खेल-कूद को भी समान महत्त्व दिया जाता है।
प्रश्न 14.
निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर संकेत-बिंदुओं के आधार पर लगभग 100 शब्दों में अनुच्छेद लिखिए- (5 × 1 = 5)
(i) विद्यार्थी जीवन और चरित्र निर्माण
संपूर्ण जीवन की आधारशिला
चरित्र निर्माण की आवश्यकता
देश व समाज के लिए उपयोगी
उत्तर:
मानव जीवन की सबसे अधिक मधुर तथा सुनहरी अवस्था विद्यार्थी जीवन है। सरल, चिंता रहित, उत्साहपूर्ण, आशाओं से भी यह आयु बहुत महत्त्वपूर्ण होती है। विद्याथी जीवन ही सारे जीवन की नींव है। विद्यार्थी का मुख्य कर्त्तव्य विद्या को ग्रहण करना है। इस जीवन में वह अपने लिए, माता-पिता तथा परिवार के लिए अपने समाज के लिए और अपने राष्ट्र के लिए तैयार हो रहा होता है। आलस्य विद्यार्थी का सबसे बड़ा शत्रु है। उसे आलस्य से दूर रहकर समय का सदुपयोग करना चाहिए। जो विद्यार्थी समय का सदुपयोग नहीं करते वे जीवन में सफ़ल नहीं हो पाते। उसे अच्छी आदर्ते अपनानी चाहिए। बड़ों का सम्मान करना चाहिए, मीठा बोलना चाहिए, पर्यावरण सुधार के कार्यक्रमों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेना चाहिए।
(ii) दवेंटी-दबेंटी क्रिकेट का रोमांच
मैच कब और कहाँ
टीमों का संघर्ष
दर्शकों की प्रतिक्रिया
उत्तर:
आज क्रिकेट दुनिया का सर्वाधिक लोकप्रिय खेल बन चुका है। दर्शकों की क्रिकेट के प्रति दीवानगी बढ़ती ही जा रही है। अत्यधिक रोमांच एवं कम समय अन्तराल के कारण अब बीस-बीस ओवरों तक सीमित क्रिकेट सर्वाधिक लोकप्रिय हो गया है। इसे ट्वेंटी-ट्वेंटी क्रिकेट की संज्ञा दी जाती है। भारत ने अपना 20-20 मैच ] दिसम्बर, 2006 को जोहांसबर्ग में दक्षिण अफ्रीका के विरुद्ध खेला था जिसमें यह 6 विकेट से विजयी रहा था। ट्वेंटी-ट्वेंटी क्रिकेट विश्व कप का आयोजन प्रत्येक दो वर्ष के पश्चात् किया जाता है। क्रिकेट के इस प्रारूप सम्बन्धी नियमों को बनाकर उन्हें लागू करने की ज़िम्मेदारी अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद् निभाता है। इसका मुख्यालय दुबई में है।
(iii) दौड़ती हुई जिंदगी
कैसे
कारण
आवश्यकताओं में वृद्धि
क्या करें ?
उत्तर:
वर्तमान में जीवन का हाल यह है कि यहाँ चीजें सरपट भाग रही हैं। लोग जल्दी में हैं। उन्हें डर है कि कहीं धीमें पड़ गए तो आगे बढ़ने की रेस में पीछे न छूट जाएँ। इस आपाधापी में वे तमाम तरह की गड़बड़ियाँ कर देते हैं। इसी तरह के जीवन ने व्यक्ति को लापरवाह एवं अस्त-व्यस्त बनाया है। न सोने का कोई टाइम है, न जागने का। न काम की कोई जवाबदेही और न दिनचर्या का अता-पता। हमें अस्त-व्यस्त हमारी सोच करती है, दूसरा कोई नहीं। अपने जीवन के हर-पल को सार्थक बनाने के लिए व्यस्त भले ही बनें, लेकिन अस्त-व्यस्त नहीं। सही समय पर सही कार्य करना ही संतुलित जीवन का आधार है।
प्रश्न 15.
निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर लगभग 100 शब्दों में पत्र लिखिए- (5 × 1 = 5)
(i) आप वेणु राजगोपाल/वबेणी राजगोपाल हैं। हिंदुस्तान टाइम्स दिल्ली के संपादक के नाम एक पत्र लिखकर सामाजिक जीवन में बढ़ रही हिंसा पर अपने विचार व्यक्त कीजिए। (शब्द-सीमा – लगभग 100 शब्द)
उत्तर:
हिन्दुस्तान टाइम्स
नई दिल्ली
संपादक
‘विषय-सामाजिक जीवन में बढ़ती हिंसा
मान्यवर
‘सविनय निवेदन यह है कि हमारे समाज में महिलाओं को आज भी वह स्थान प्राप्त नहीं है जो पुरुषों को है। आज भी पुरुष का प्रभुत्व स्त्री पर कायम है। स्त्री को शारीरिक पीड़ा दी जाती है। साथ ही उसके साथ दुर्व्यवहार करके उसे अपमानित भी किया जाता है। पुरुष प्राप्त दहेज से असंतुष्ट हैं जिसके कारण वे स्त्रियों के साथ मारपीट भी करते हैं, अतः आपसे निवेदन है कि इस विषय से सम्बन्धित लेख को आप अपने समाचार-पत्र में स्थान दें, जिससे लोगों की मानसिकता ठीक हो सके। आपकी अति कृपा होगी।
वेणु राजगोपाल
दिनांक- …….2022
अथवा
(ii) आपके विद्यालय में खेल की उपयुक्त सामग्री है तथा समय-समय पर सभी स्तरों पर मैच का आयोजन भी किया जाता है। विद्यालय के खेल कप्तान होने के नाते प्रधानाचार्य के प्रति आभार व्यक्त करते हुए पत्र लिखिए।
उत्तर:
सेवा में,
श्रीमान प्रधानाचार्य
राजकीय वरिष्ठ विद्यालय
ज्वाला टेंडी
नई दिल्ली -110005,
विषय-प्रधानाचार्य को आभार पत्र
आदरणीय
मैं सोनू जो कि आपके विद्यालय के क्रिकेट टीम का कप्तान हूँ। आपने समय-समय पर विद्यालय में खेल का आयोजन कराया, जिसमें हमारी टीम ने हिस्सा लिया और विजय भी हुई। आपने कई खेल प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया जिसमें पड़ोसी विद्यालयों की टीमों ने भी भाग लिया। उस खेल प्रतियोगिता में हमारे विद्यालय की टीम विजयी रही जिसके लिए मैं अपनी पूरी टीम की तरफ़ से आपका आभार व्यक्त करता हूँ।
धन्यवाद
क.ख. ग.
कप्तान, क्रिकेट टीम
दिनांक- …….2022
प्रश्न 16.
निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर लगभग 60 शब्दों में सूचना लिखिए- (4 × 1 = 4)
(i) आप विद्यालय के सांस्कृतिक सचिव हैं। बाल दिवस समारोह के अवसर पर विद्यालय में आयोजित होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम की विवरण सहित सूचना तैयार कीजिए ।
उत्तर:
केन्द्रीय विद्यालय, जलवायु बिहार, दिल्ली
सूचना
सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन
आपको यह जानकर अति हर्ष होगा कि आपके विद्यालय में बाल दिवस समारोह के अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है जिसमें अन्य विद्यालय के बालकों को भी आमंत्रित किया गया है। सांस्कृतिक कार्यक्रम में आप सभी छात्र अपने
पारिवारिक सदस्यों को भी साथ लेकर जा सकते हैं। सायं आठ बजे आप सभी लोगों के लिए भोजन की भी व्यवस्था की गई है।
दिनांक- 14 नवंबर 20xx
समय-सायं 7 बजे
स्थान-विद्यालय परिसर
अत्यूष
(सचिव)
सांस्कृतिक इकाई
अथवा
(ii) आप रजत चट्टोपाध्याय/रजनी रस्तोगी, मोहल्ला सुधार समिति के सचिव हैं। स्वच्छता अभियान के अंतर्गत “स्वच्छता पखवाड़ा” कार्यक्रमों में भाग लेने के इच्छुक लोगों के लिए एक सूचना तैयार कीजिए।
उत्तर:
गौतमबुद्ध मोहल्ला
ड्प्र.
सूचना
स्वच्छता के प्रति जागरुकता अभियान
आपको यह जानकर अति हर्ष होगा कि आपके मोहल्ले में स्वच्छता पखवाड़ा अभियान शुरू होने वाला है। इसके द्वारा लोगों को साफ़-सफ़ाई के प्रति जागरुक किया जाएगा और उन्हें बताया जाएगा कि भारत सरकार के मंत्रालयों/विभागों के कार्य क्षेत्र में स्वच्छता
के मुद्दों पर गहनता से बल देने के लिए पखवाड़े का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें ज़्यादा से ज़्यादा व्यक्ति इसमें भाग लेकर इसे सफल बनाने का प्रयत करेंगे।
दिनांक- 5 सितम्बर 20xx
समय-सुबह 0 बजे
स्थान-गौतम बुद्ध मोहल्ला
रजत चट्टोपाध्याय
(सचिव)
मोहल्ला सुधार समिति
प्रश्न 17.
निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर लगभग 40 शब्दों में विज्ञापन तैयार कीजिए- (3 × 1 = 3)
(i) स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा योग दिवस के अवसर के प्रचार-प्रसार के लिए एक आकर्षक विज्ञापन लगभग 40 शब्दों में तैयार कीजिए।
उत्तर:
अथवा
(ii) लोकल फॉर वोकल (स्थानीय उत्पादों का प्रयोग) के प्रचार-प्रसार के लिए एक आकर्षक विज्ञापन लगभग 40 शब्दों में तैयार ‘कीजिए।
उत्तर:
प्रश्न 18.
निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर लगभग 100 शब्दों में लघुकथा/ई-मेल लिखिए- (5 × 1 = 5)
(i) “जैसा करोगे वैसा भरोगे’ विषय पर लघु कथा लगभग 100 शब्दों में लिखिए।
उत्तर:
बहुत समय पहले की बात है। शहर से दूर गाँव में एक दुकानदार था, जो अपने ही गाँव के एक व्यक्ति से रोज़ाना किलो मक्खन खरीदा करता था। वो दुकानदार कई सालों से उस व्यक्ति से मक्खन की खरीददारी कर रहा था। एक दिन उस दुकानदार ने सोचा कि मैं रोज़ इस व्यक्ति से मक्खन खरीदता हूँ लेकिन मैंने बहुत समय से इसके मक्खन का वजन तौल कर नहीं देखा। उसने तौला तो 100 ग्राम कम था। उस दुकानदार को काफी गुस्सा आया। वो व्यक्ति गुस्से में गाँव की पंचायत के पास गया और उसने उस व्यक्ति की शिकायत कर दी। पंचायत ने कहा कि तुम इस दुकानदार को देने वाले मक्खन के वजन में हेरा-फेरी करते हो। क्या तुम्हें अपनी सफ़ाई में कुछ कहना है? वो व्यक्ति बोला कि मैं गरीब आदमी हूँ। मेरे पास वजन तोलने के लिए सही माप नहीं है। मैं रोज़ इस दुकानदार से अपने लिए किलो गेहूँ खरीदता हूँ और अगले दिन उसी गेहूँ से मक्खन तौलता हूँ। अब आपको जो पूछना है इस दुकानदार से पूछिए।
अथवा
(ii) आप श्वेता कपूर/शैलेश कपूर हैं। आप वर्तमान परिप्रेक्ष्य में हिंदी की उपयोगिता जानते हैं इसीलिए ग्यारहवीं कक्षा में विज्ञान विषय के साथ भी हिंदी अतिरिक्त विषय के रूप में पढ़ना चाहते हैं। अपने प्रधानाचार्य को विद्यालय के ई-मेल पते पर ई-मेल लिखकर अनुमति प्राप्त कीजिए। (शब्द-सीमा लगभग 100 शब्द)
उत्तर:
From: [email protected]
To: [email protected]
CC: [email protected]
BCC: ……….
विषय – वर्तमान परिप्रेक्ष्य में हिन्दी की उपयोगिता
मान्यवर, मेरा नाम श्वेता कपूर है और मैं विज्ञान की छात्रा हूँ। ग्याहरवीं कक्षा के सभी विद्यार्थी विज्ञान के साथ-साथ अतिरिक्त विषय के रूप में हिन्दी विषय को पढ़ना चाहते हैं। क्योंकि हिन्दी हमारी राजभाषा है साथ ही हिन्दी ने विश्व स्तर पर भी अपनी पहचान को सुदृढ़ किया है हिन्दी साहित्य समाज को निर्माण के पथ पर अग्रसर भी करती है।
आपसे निवेदन है कि हमें हिन्दी विषय को पढ़ने की अनुमति प्रदान करें, क्योंकि हिन्दी भाषा हमारी मातृ-भाषा है।
धन्यवाद
श्वेता कपूर
उ. प्र.