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CBSE Sample Papers for Class 10 Hindi Course B Set 1 with Solutions
समय : 3 घंटा
पूर्णांक : 80
सामान्य निर्देश :
- इस प्रश्न-पत्र में दो खण्ड हैं- खंड ‘अ’ और ‘ब’।
- खंड ‘अ’ में उपप्रश्नों सहित 45 वस्तुपरक प्रश्न पूछे गए हैं। दिए गए निर्देशों का पालन करते हुए कुल 40 प्रश्नों के उत्तर दीजिए।
- खंड ‘ब’ में वर्णनात्मक प्रश्न पूछे गए हैं। आंतरिक विकल्प भी दिए गए हैं।
- निर्देशों को बहुत सावधानी से पढ़िए और उनका पालन कीजिए।
- दोनों खंडों के कुल 18 प्रश्न हैं। दोनों खंडो के प्रश्नों के उत्तर देना अनिवार्य है।
- यथासंभव दोनों खंडों के प्रश्नों के उत्तर क्रमश: लिखिए।
खण्ड ‘अ’ वस्तुपरक – प्रश्न
प्रश्न 1.
निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर इसके आधार पर सर्वाधिक उपयुक्त उत्तर वाले विकल्प चुनकर लिखिए- (1 × 5 = 5)
आदमी की पहचान उसकी भाषा से होती है और भाषा संस्कार से बनती है। जिसके जैसे संस्कार होंगे, वैसी उसकी भाषा होगी। जब कोई आदमी भाषा बोलता है, तो साथ में उसके संस्कार भी बोलते हैं। यही कारण है कि भाषा शिक्षक का दायित्व बहुत गुरुतर और चुनौतीपूर्ण है। परंपरागत रूप में शिक्षक की भूमिका इन तीन कौशलों – बोलना, पढ़ना और लिखना तक सीमित कर दी गई है। केवल यांत्रिक कौशल किसी जीती-जागती भाषा का उदाहरण नहीं हो सकते हैं। सोचना और महसूस करना दो ऐसे कारक हैं, जिनमें भाषा सही आकार पाती है। इनके बिना भाषा, भाषा नहीं है, इनके बिना भाषा संस्कार नहीं बन सकती, इनके बिना भाषा युगों-युगों का लंबा सफ़र तय नहीं कर सकती, इनके बिना कोई भाषा किसी देश या समाज की धड़कन नहीं बन सकती। केवल संप्रेषण ही भाषा नहीं है। दर्द और मुस्कान के बिना कोई भाषा जीवंत नहीं हो सकती।
भाषा हमारे समाज के निर्माण, विकास, अस्मिता, सामाजिक व सांस्कृतिक पहचान का भी महत्त्वपूर्ण साधन है। भाषा के बिना मनुष्य पूर्ण नहीं है। भाषा में ही हमारे भाव राज्य, संस्कार, प्रांतीयता झलकती है। इस झलक का संबंध व्यक्ति की मानवीय संवेदना और मानसिकता से भी होता है। जिस व्यक्ति के जीवन का उद्देश्य और मानसिकता जिस स्तर की होगी, उसकी भाषा के शब्द और मुख्यार्थ भी उसी स्तर के होंगे। साहित्यकार ऐसी भाषा को आधार बनाते हैं, जो उनके पाठकों एवं श्रोताओं की संवेदना के साथ एकाकार करने में समर्थ हों।
(i) आदमी की पहचान उसकी भाषा से होती है, क्योंकि –
(क) मनुष्य की पूर्णता भाषा द्वारा ही संभव है।
(ख) व्यक्ति के मनोभाव भाषा से ही व्यक्त होते हैं।
(ग) भाषा का प्रचार और विकास कोई रोक नहीं सकता।
(घ) दर्द और मुस्कान के बिना भाषा जीवित नहीं हो सकती।
उत्तर:
(ख) व्यक्ति के मनोभाव भाषा से ही व्यक्त होते हैं।
व्याख्यात्मक हल:
आदमी की पहचान उसकी भाषा से होती है और भाषा संस्कार से बनती है। जिसके जैसे संस्कार होंगे, वैसी ही उसकी भाषा होगी।
(ii) निम्नलिखित कथन (A) तथा कारण (R) को ध्यानपूर्वक पढ़िए। उसके बाद दिए गए विकल्पों में से कोई एक सही विकल्न्प चुनकर लिखिए।
कथन (A) : जब कोई आदमी बोलता है, तो साथ में उसके संस्कार भी बोलते हैं।
कारण (R) : भाषा शिक्षक का दायित्व बहुत चुनौतीपूर्ण होता है, क्योंकि उसे कौशलों का विकास करना होता है।
(क) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों गलत हैं।
(ख) कथन (A) गलत है, लेकिन कारण (R) सही है।
(ग) कथन (A) सही है, लेकिन कारण (R) उसकी गलत व्याख्या करता है।
(घ) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों सही हैं तथा कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या करता है।
उत्तर:
(ग) कथन (A) सही है, लेकिन कारण (R) उसकी गलत व्याख्या करता है।
(iii) गद्यांश में साहित्यकार द्वारा किए गए कार्य का उल्लेख इनमें से कौन-से विकल्प से ज्ञात होता है-
(क) साहित्य समाज का दर्पण है।
(ख) साहित्यकार साहित्य सृजन में व्यस्त रहता है।
(ग) साहित्यकार सामाजिक व सांस्कृतिक पहचान बनाता है।
(घ) साहित्यकार जन सामान्य की अस्मिता का परिचायक होता है।
उत्तर:
(घ) साहित्यकार जन सामान्य की अस्मिता का परिचायक होता है।
(iv) ‘दर्द और मुस्कान के बिना भाषा जीवंत नहीं हो सकती। ‘ लेखक द्वारा ऐसा कथन दर्शाता है-
(क) यथार्थ की समझ
(ख) सामाजिक समरसता
(ग) साहित्य-प्रेम
(घ) भाषा कौशल
उत्तर:
(क) यथार्थ की समझ
(v) भाषा तब सही आकार पाती है, जब
(क) मनुष्य निरंतर उसका अभ्यास करता रहता है।
(ख) भाषा को सरकारी समर्थन भी प्राप्त होता है।
(ग) भाषा सामाजिक संस्थाओं से प्रोत्साहन प्राप्त करती है।
(घ) भाषाई कौशलों के साथ मनुष्य सोचता और महसूस भी करता है।
उत्तर:
(घ) भाषाई कौशलों के साथ मनुष्य सोचता और महसूस भी करता है।
व्यक्ति के मनोभाव भाषा से ही व्यक्त होते हैं।
व्याख्यात्मक हल:
सोचना और महसूस करना दो ऐसे कारक हैं, जिनमें भाषा सही आकार पाती है।
प्रश्न 2.
निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर इसके आधार पर सर्वाधिक उपयुक्त उत्तर वाले विकल्प चुनकर लिखिए- (1 × 5 = 5)
साहित्य को समाज का प्रतिबिंब माना गया है अर्थात् समाज का पूर्णरूप साहित्य में प्रतिबंबित होता रहता है। अनादिकाल से साहित्य अपने इसी धर्म का पूर्ण निर्वाह करता चला आ रहा है। वह समाज के विभिन्न रूपों का चित्रण कर एक ओर तो हमारे सामने समाज का यथार्थ चित्र प्रस्तुत करता है और दूसरी ओर अपनी प्रखर मेधा और स्वस्थ कल्पना द्वारा समाज के विभिन्न पहलुओं का विवेचन करता हुआ यह भी बताता है कि मानव समाज की सुख-समृद्धि, सुरक्षा ओर विकास के लिए कौन-सा मार्ग उपादेय है? एक आलोचक के शब्दों में- “कवि वास्तव में समाज की व्यवस्था, वातावरण, धर्म-कर्म, रीति-नीति तथा सामाजिक शिष्टाचार या लोक व्यवहार से ही अपने काव्य के उपकरण चुनता है और उनका प्रतिपादन अपने आदर्शों के अनुरूप करता है।’”
साहित्यकार उसी समाज का प्रतिनिधित्व करता है, जिसमें वह जन्म लेता है। वह अपनी समस्याओं का सुलझाव, अपने आदर्श की स्थापना अपने समाज के आदर्शों के अनुरूप ही करता है। जिस सामाजिक वातावरण में उसका जन्म होता है, उसी में उसका शारीरिक, बौद्धिक और मानसिक विकास भी होता है। अत: यह कहना सर्वथा असंभव और अविवेकपूर्ण है कि साहित्यकार समाज से पूर्णतः निरपेक्ष या ‘तटस्थ रह कर साहित्य सृजन करता है। वाल्मीकि, तुलसी, सूर, भारतेंदु, प्रेमचंद आदि का साहित्य इस बात का सर्वाधिक सशक्त प्रमाण है कि साहित्यकार समाज से घनिष्ठ रूप से संबंध रखता हुआ ही साहित्य सृजन करता है। समाज की अवहेलना करने वाला साहित्य क्षणजीवी होता है।
(i) साहित्य समाज का प्रतिबिंब है क्योंकि यह –
(क) समाज की वास्तविकता का द्योतक है।
(ख) समाज में लोक व्यवहार का समर्थक है।
(ग) व्यक्ति की समस्याओं का निदान करता है।
(घ) साहित्य को दिशा प्रदान करता है।
उत्तर:
(क) समाज की वास्तविकता का द्योतक है।
व्याख्यात्मक हल:
साहित्य को समाज का प्रतिबिम्ब माना गया है अर्थात् समाज का पूर्णरूप साहित्य में प्रतिबिम्बित होता रहता है।
(ii) गद्यांश दर्शाता है-
(क) समाज एवं साहित्य का पारस्परिक संबंध
(ख) समाज एवं साहित्य की अवहेलना
(ग) साहित्यकार की सृजन शक्ति
(घ) सामाजिक शिष्टाचार एवं लोक व्यवहार
उत्तर:
(क) समाज एवं साहित्य का पारस्परिक संबंध
(iii) साहित्य की क्षणभंगुरता का कारण होगा-
(क) सामाजिक अवज्ञा
(ख) सामाजिक समस्या
(ग) सामाजिक सद्भाव
(घ) सामाजिक समरसता
उत्तर:
(क) सामाजिक अवज्ञा
(iv) वाल्मीकि, तुलसी, सूर के उदाहरण द्वारा लेखक चाहता है-
(क) भाव साम्यता
(ख) प्रत्यक्ष प्रमाण
(ग) सहानुभूति
(घ) शिष्टाचार
उत्तर:
(ख) प्रत्यक्ष प्रमाण
(v) निम्नलिखित कथन (A) तथा कारण (R) को ध्यानपूर्वक पढ़िए। उसके बाद दिए गए विकल्पों में से कोई एक सही विकल्न्प चुनकर लिखिए।
कथन (A) : कवि अपने काव्य के उपकरणों का प्रतिपादन अपने आदर्शों के अनुरूप करता है।
कारण (R) : कवि हृदय अत्यधिक संवेदनशील होता है एवं सदैव देशहित चाहता है।
(क) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों गलत है।
(ख) कथन (A) गलत है, लेकिन कारण (R) सही है।
(ग) कथन (A) सही है, लेकिन कारण (R) उसकी गलत व्याख्या करता है।
(घ) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों सही हैं तथा कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या करता है।
उत्तर:
(ग) कथन (A) सही है, लेकिन कारण (R) उसकी गलत व्याख्या करता है।
प्रश्न 3.
निर्देशानुसार ‘पदबंध’ पर आधारित पाँच बहुविकल्पीय प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर दीजिए- (1 × 4 = 4)
(i) ‘सुलेमान केवल मानव जाति के ही राजा नहीं थे, सारे छोटे-बड़े पशु-पक्षी के भी हाकिम थे। ‘ रेखांकित पदबंध का भेद है-
(क) संज्ञा पदबंध
(ख) सर्वनाम पदबंध
(ग) क्रिया पदबंध
(घ) विशेषण पदबंध
उत्तर:
(क) संज्ञा पदबंध
व्याख्यात्मक हल:
जब किसी वाक्य में पदसमूह या पदबंध संज्ञा का भाव नियत क्रम और निश्चित अर्थ में प्रकट होता है, तब वे संज्ञा ‘पदबंध कहलाते हैं।
(ii) जीने मरने वाले मनुष्य तो हो सकते हैं पर सही अर्थों में नहीं।’ इस वाक्य में विशेषण पदबंध होगा-
(क) मनुष्य तो हो सकते हैं
(ख) सही अर्थों में नहीं
(ग) जीने-मरने वाले मनुष्य
(घ) जीने-मरने वाले
उत्तर:
(घ) जीने-मरने वाले
(iii) क्रियाविशेषण पदबंध का उदाहरण छाँटिए-
(क) ‘प्रैक्टिकल आइडियालिस्टों ‘ के जीवन से आदर्श धीरे-धीरे पीछे हटने लगते हैं।
(ख) ‘प्रैक्टिकल आइडियालिस्टों ‘ के जीवन से आदर्श धीरे-धीरे पीछे हटने लगते हैं।
(ग) ‘प्रैक्टिकल आइडियालिस्टों” के जीवन से आदर्श धीरे-धीरे पीछे हटने लगते हैं।
(घ) ‘प्रैक्ककिल आइडियालिस्टों’ के जीवन से आदर्श धीरे-धीरे पीछे हटने लगते हैं।
उत्तर:
(ख) ‘प्रैक्टिकल आइडियालिस्टों ‘ के जीवन से आदर्श धीरे-धीरे पीछे हटने लगते हैं।
(iv) ‘अक्सर हम या तो गुजरे हुए दिनों की खट्टी-मीठी यादों में उलझे रहते हैं या भविष्य के रंगीन सपने देखते रहते हैं।’
रेखांकित पदबंध का भेद है-
(क) संज्ञा पदबंध
(ख) सर्वनाम पदबंध
(ग) विशेषण पदबंध
(घ) क्रिया पदबंध
उत्तर:
(घ) क्रिया पदबंध
(v) ‘खिड़की के बाहर अब असहाय दोनों कबूतर रात-भर खामोश और उदास बैठे रहते हैं। रेखांकित पदबंध का भेद है-
(क) संज्ञा पदबंध है
(ख) क्रिया पदबंध
(ग) विशेषण पदबंध
(घ) क्रियाविशेषण पदबंध
उत्तर:
(क) संज्ञा पदबंध है
प्रश्न 4.
निर्देशानुसार ‘रचना के आधार पर वाक्य भेद’ पर आधारित पाँच बहुविकल्पीय प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर दीजिए- (1 × 4 = 4)
(i) निम्नलिखित में से उपयुक्त सरल वाक्य छाँटिए-
(क) जो कहोगे उसका परिणाम तो भुगतना ही पड़ेगा
(ख) नूह ने जब उनकी बात सुनी तो दुःखी हो मुद्दत तक रोते रहे।
(ग) दूसरे गाँव के युवक के साथ संबंध परंपरा के विरुद्ध था।
(घ) मैं उनकी लताड़ सुनता और आँसू बहाने लगता।
उत्तर:
(ग) दूसरे गाँव के युवक के साथ संबंध परंपरा के विरुद्ध था।
(ii) ‘जब से कानून भंग का काम शुरू हुआ है तब से आज तक इतनी बड़ी सभा ऐसे मैदान में नहीं की गई थी।’ रचना के आधार पर वाक्य भेद है-
(क) सरल वाक्य
(ख) संयुक्त वाक्य
(ग) मिश्रित वाक्य
(घ) सामान्य वाक्य
उत्तर:
(ग) मिश्रित वाक्य
व्याख्यात्मक हल:
जिस वाक्य में एक प्रधान उपवाक्य तथा एक या एक से अधिक आश्रित उपवाक्य हों, उसे मिश्र वाक्य कहते हैं।
(iii) ‘कॉलम-1 कॉलम-2 के साथ सुमेलित कीजिए और सही विकल्प चुनकर लिखिए-
कॉलम-1 | कॉलम-2 | ||
1. | भाई साहब और मैं कनकौआ लूटने के लिए दौड़ रहे थे। | (i) | संयुक्त वाक्य |
2. | क्योंकि मुझे और भाई साहब को कनकौआ लूटना था इसीलिए हम दौड़ रहे थे। | (ii) | सरल वाक्य |
3. | मुझे कनकौआ लूटना था और भाई साहब मेरे साथ दौड़ रहे थे। | (iii) | मिश्र वाक्य |
विकल्प:
(क) 1. (iii), 2. (i), 3. (ii)
(ख) 1. (ii), 2. (iii), 3. (i)
(ग) 1. (i), 2. (ii), 3. (iii)
(घ) 1. (ii), 2. (i), 3. (iii)
उत्तर:
(ख) 1. (ii), 2. (iii), 3. (i)
(iv) निम्नलिखित बाक्यों में मिश्रित वाक्य है-
(क) जैसे ही वे घर से बाहर निकले, वैसे ही ज़ोर से धमाका हुआ।
(ख) वे लोग घर से बाहर निकले और जोर से धमाका हुआ।
(ग) धमाका होते ही घर से बाहर निकले।
(घ) उनके घर से निकलते ही ज़ोर से धमाका हुआ।
उत्तर:
(ग) धमाका होते ही घर से बाहर निकले।
(v) ‘जैलेंद्र का दृढ़ मंतव्य था कि दर्शकों की रुचि की आड़ में हमें उथलेपन को उन पर नहीं थोपना चाहिए। ‘ रचना के आधार पर इस वाक्य का भेद होगा-
(क) सरल वाक्य
(ख) संयुक्त वाक्य
(ग) मिश्र वाक्य
(घ) विधानावाचक वाक्य
उत्तर:
(ग) मिश्र वाक्य
प्रश्न 5.
निर्देशानुसार समास पर आधारित पाँच बहुविकल्पीय प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर दीजिए- (1 × 4 = 4)
(i) ‘मार्गव्यय’ शब्द/समस्त पद कौन-से समास का उदाहरण है?
(क) टद्विगु समास
(ख) कर्मधारय समास
(ग) तत्पुरुष समास
(घ) अव्ययीभाव समास
उत्तर:
(ग) तत्पुरुष समास
व्याख्यात्मक हल:
समास का वह रूप जिसमें द्वितीय पद या उत्तर पद प्रधान हो उसे तत्पुरुष समास कहते हैं।
(ii) ‘महाजन ‘ – समस्त पद का विग्रह होगा-
(क) महान् है जो जन
(ख) महा है जो जन
(ग) महान् का जन
(घ) जन की महानता
उत्तर:
(क) महान् है जो जन
(iii) निम्नलिखित युग्मों पर विचार कीजिए:
समस्त पद | समास | ||
1. | पराधीन | (i) | तत्पुरुष समास |
2. | महात्मा | (ii) | अव्ययीभाव समास |
3. | नीलकंठ | (iii) | बहुब्रीहि समास |
4. | सज्जन | (iv) | द्विगु समास |
उपर्युक्त युग्मों में से कौन-से सही सुमेलित हैं-
(क) i. और ii.
(ख) i. और iii.
(ग) ii. और iv.
(घ) iii. और iv.
उत्तर:
(ख) i. और iii.
(iv) ‘यथाशक्ति’ शब्द के लिए सही समास-विग्रह और समास का चयन कीजिए-
(क) यथा और शक्ति – दंद्ध समास
(ख) यथा की शक्ति – तत्पुरुष समास
(ग) शक्ति के अनुसार – अव्ययीभाव समास
(घ) यथार्थ शक्ति का धनी अर्थात् व्यक्ति विशेष- बहुब्रीहि समास
उत्तर:
(ग) शक्ति के अनुसार – अव्ययीभाव समास
(v) तिरंगा’ का समास विग्रह एवं भेद होगा-
(क) तीन में रंगा-तत्पुरुष समास
(ख) तीन रंग-द्विगु समास
(ग) तीन रंगों के समान- कर्मधारय
(घ) तीन रंगों वाला अर्थात् भारत का राष्ट्र ध्वज-बहुब्रीहि समास
उत्तर:
(घ) तीन रंगों वाला अर्थात् भारत का राष्ट्र ध्वज-बहुब्रीहि समास
प्रश्न 6.
निर्देशानुसार मुहावरे पर आधारित छः बहुविकल्पीय प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर दीजिए: (1 × 4 = 4)
(i) मुहाबरे और अर्थ के उचित मेल वाले विकल्प का चयन कीजिए-
(क) तूती बोलना- मुसीबत में फँसना
(ख) दूध की मक्खी- अनुपयोगी
(ग) लोहा मानना- कठिन काम करना
(घ) टूट पड़ना- काम शुरू करना
उत्तर:
(ख) दूध की मक्खी- अनुपयोगी
(ii) ‘गहरी नींद से जाग जाना/ होश आना’ के लिए उपयुक्त मुहावरा है-
(क) सुध-बुध खोना
(ख) अलख जगाना
(ग) दिमाग होना
(घ) तंद्रा भंग होना
उत्तर:
(घ) तंद्रा भंग होना
(iii) ‘आड़े हाथों लेना’ मुहावरे का अर्थ है-
(क) घमंड करना
(ख) विरोध करना
(ग) खिंचाई करना
(घ) बेराह चलना
उत्तर:
(ग) खिंचाई करना
व्याख्यात्मक हल:
‘आड़े हाथों लेना’ मुहावरे का अर्थ खिंचाई करना होता है। वाक्य प्रयोग – चोरी करते पकड़े जाने पर मोहित को उसके घरवालों ने आड़े हाथ लिया।
(iv) रेखांकित अंश के लिए कौन-सा मुहावरा प्रयुक्त करना उचित रहेगा?
‘तू मित्र है या शत्रु, जहाँ भी जाता हूँ, वहीं मेरे सामने बाधा उत्पन्न कर देता है।’
(क) मजा चखवाना
(ख) दीवार खड़ी करना
(ग) हावी होना
(घ) राह न सूझना
उत्तर:
(ख) दीवार खड़ी करना
(v) सेठ दीनदयाल अपने क्षेत्र के जाने-माने व्यापारी हैं। …………. के द्वारा ही उनकी गिनती चुने हुए धनवानों में होती है।
रिक्त स्थानों की पूर्ति के लिए उपयुक्त विकल्प का चयन कीजिए।
(क) सातवें आसमान पर होने
(ख) नतमस्तक होने
(ग) हवा में उड़ने
(घ) दो से चार बनाने के गणित
उत्तर:
(घ) दो से चार बनाने के गणित
(vi) “परेशानी देखकर घबरा जाना’ अर्थ के लिए उपयुक्त मुहावरा है-
(क) हाथ-पाँव फूल जाना
(ख) प्राण ले लेना
(ग) सिर फिरना
(घ) ठंडा पड़ना
उत्तर:
(क) हाथ-पाँव फूल जाना
प्रश्न 7.
निम्नलिखित पद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर के लिए सही विकल्प का चयन कीजिए- (1 × 5 = 5)
साँस थमती गई, नब्जु जमती गई,
फिर भी बढ़ते कदम को न रुकने दिया,
कट गए सर हमारे तो कुछ गम नहीं,
सर हिमालय का हमने न झुकने दिया,
मरते-मरते रहा बाँकपन साथियों,
अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों ।
जिंदा रहने के मौसम बहुत हैं मगर
जान देने की रूत रोज़ आती नहीं
हुस्न और इश्क दोनों को रुसवा करे
वो जवानी जो खूँ में नहाती नहीं,
आज धरती बनी है दुलहन साथियो
अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों!
(i) ‘सर हिमालय का हमने न झुकने दिया ‘ का अर्थ है-
(क) हिमालय को सजाना
(ख) हिमालय की हिफाजत करना
(ग) भारत के गौरव को बनाए रखना
(घ) भारत का गुणगान करना
उत्तर:
(ग) भारत के गौरव को बनाए रखना
(ii) कविद्धारा ‘साथियों’ संबोधन का प्रयोग ……. के लिए किया गया है।
(क) कवियों
(ख) शहीदों
(ग) सैनिकों
(घ) देशवासियों
उत्तर:
(घ) देशवासियों
(iii) ‘मरते-मरते रहा बाँकपन साथियों ‘ कवि ने ऐसा कहा है क्योंकि-
(क) सैनिक धरती को दुल्हन की तरह सजा हुआ देखकर प्रसन्न हो गए।
(ख) सैनिकों ने मातृभूमि की रक्षा हेतु जोश और साहस से युद्ध किया।
(ग) देशवासियों को बार-बार पुकारकर सैनिकों ने उनमें देशभक्ति का भाव जगाया।
(घ) सैनिकों ने कभी भी टेढ़ेपन से बातचीत नहीं की, देश रक्षा ही एकमात्र उद्देश्य रहा।
उत्तर:
(ख) सैनिकों ने मातृभूमि की रक्षा हेतु जोश और साहस से युद्ध किया।
(iv) ‘जान देने की रुत रोज आती नहीं ‘ का भाव है-
(क) सैनिकों के हृदय में जीवित रहने की इच्छा नहीं
(ख) जीवित रहने का समय आनंददायक होना चाहिए
(ग) आत्म बलिदान द्वारा भी देश की रक्षा के लिए तत्पर
(घ) जीवन और मरण सब कुछ ईश्वर की इच्छा पर निर्भर
उत्तर:
(ग) आत्म बलिदान द्वारा भी देश की रक्षा के लिए तत्पर
व्याख्यात्मक हल:
देश के लिए प्राण न्यौछावर करने की खुशी कभी-कभी ही मिल पाती है अर्थात् सैनिक देश पर मर मिटने का एक भी मौका नहीं खोना चाहते हैं।
(v) इस काव्यांश का संदेश यह है कि हमें-
(क) हुस्न और इश्क को रुसवा करना चाहिए
(ख) देश को दूसरों के हवाले कर देना चाहिए.
(ग) धरती को दुल्हन की तरह सजाना चाहिए
(घ) देश पर कुर्बान होने के लिए तैयार रहना चाहिए
उत्तर:
(घ) देश पर कुर्बान होने के लिए तैयार रहना चाहिए
प्रश्न 8.
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर देने के लिए उचित विकल्प का चयन कीजिए: (1 × 2 = 2)
(i) तोप के अतीत और वर्तमान का वर्णन करने के उपरांत कवि ने एक महत्त्वपूर्ण संदेश दिया है कि
(क) स्थिति सदैव एक जैसी नहीं रहती।
(ख) गौरैया जैसे पक्षी भी खेलते हैं।
(ग) कंपनी बाग में भी सजावट की गई है।
(घ) तोप बड़े-बड़े योद्धाओं के पसीने छुटा देती है।
उत्तर:
(क) स्थिति सदैव एक जैसी नहीं रहती।
व्याख्यात्मक हल:
तोप अतीत और वर्तमान का वर्णन करने के उपरान्त कवि ने एक महत्त्वपूर्ण सन्देश यह दिया है कि स्थिति सदैव एक जैसी नहीं रहती। वह समय के अनुसार बदल जाती है।
(ii) निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए और उपयुक्त कथन चुनिए।
(क) पशु प्रवृत्ति को बनाए रखना ही सुमृत्यु है।
(ख) सच्ची मनुष्यता ही सुमृत्यु के समान है।
(ग) सुमृत्यु वही है जिसमें व्यक्ति को कष्ट न हो।
(घ) सुमृत्यु वही है जिसे मरने के बाद भी लोग याद करें।
उत्तर:
(घ) सुमृत्यु वही है जिसे मरने के बाद भी लोग याद करें।
प्रश्न 9.
निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर के लिए सही विकल्प का चयन कीजिए- (1 × 5 = 5)
क्रोध में उसने तलवार निकाली और कुछ विचार करता रहा। क्रोध लगातार अग्नि की तरह बढ़ रहा था। लोग सहम उठे। एक सनन्नाटा-सा खिंच गया। जब कोई राह न सूझी तो क्रोध का शमन करने के लिए उसमें शक्ति भर उसे धरती में घोंप दिया और ताकत से उसे खींचने लगा। वह पसीने से नहा उठा। सब घबराए हुए थे। वह तलवार को अपनी तरफ़ खींचते-खींचते दूर तक पहुँच गया। वह हाँफ रहा था। अचानक जहाँ तक लकीर खिंच गई थी, वहाँ एक दरार होने लगी। मानो धरती दो टुकड़ों में बैँटने लगी हो। एक गड़गड़ाहट सी गूँजने लगी और लकीर की सीध में धरती फटती ही जा रही थी। द्वीप के अंतिम सिरे तक तताँरा धरती को मानो क्रोध में काटता जा रहा था। सभी भयाकूल हो उठे। लोगों ने ऐसे दृश्य की कल्पना न की थी, वे सिहर उठे। उधर वामीरो फटती हुई धरती के किनारे चीखती हुई दौड़ रही थी- तताँरा ……तत्ताँरा…..तताँग उसकी करुण चीख मानो गड़गड़ाहट में डूब गई। तताँरा दुर्भाग्यवश दूसरी तरफ़ था। द्वीप के अंतिम सिरे तक धरती को चाकता वह जैसे ही अंतिम छोर पर पहुँचा, द्वीप दो टुकड़ों में विभक्त हो चुका था। एक तरफ़ तताँरा था दूसरी तरफ़ वामीरो।
(i) लोगों का सहम जाना किस बात का परिचायक है?
(क) भय
(ख) करुणा
(ग) क्रोध
(घ) प्रसन्नता
उत्तर:
(क) भय
(ii) तताँरा को कोई राह न सूझने के कारणों पर विचार कीजिए और उचित विकल्प का चयन कीजिए।
(i) आत्मसमर्पण का भाव
(ii) वामीरों से अत्यधिक प्रेम
(iii) तलवार की दैवीय शक्ति
(iv) गाँव वालों के प्रति रोष
विकल्प:
(क) (i) और (iii)
(ख) (i), (iii), (iv)
(ग) केवल (iii)
(घ) (i), (ii) और (iv)
उत्तर:
(घ) (i), (ii) और (iv)
(iii) निम्नलिखित कथन- कारण को पढ़कर उचित विकल्प का चयन कीजिए।
कथन (A) : लोगों ने ऐसे दृश्य की कल्पना न की थी।
कारण (R) : ग्रामवासियों ने यह कदापि न सोचा था कि तताँरा की प्रतिक्रिया इतनी विनाशकारी सिद्ध हो सकती है।
(क) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों गलत है।
(ख) कथन (A) गलत है, लेकिन कारण (R) सही है।
(ग) कथन (A) सही है, लेकिन कारण (R) उसकी गलत व्याख्या करता है।
(घ) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों सही हैं तथा कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या करता है।
उत्तर:
(घ) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों सही हैं तथा कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या करता है।
(iv) तताँरा और बामीरो अलग कैसे हुए?
(क) अपमान के डर से
(ख) गाँव वालों के दबाव में
(ग) पशु मेले की भीड़ के कारण
(घ) भूमि के दो भागों में कटने से
उत्तर:
(घ) भूमि के दो भागों में कटने से
व्याख्यात्मक हल:
क्रोध में तताँर ने अपनी तलवार पूरी ताकृत से जमीन में घुसा दी थी। उसके बाद द्वीप दो भागों में विभक्त हो गया। इसी वजह से वे दोनों अलग हो गए।
(v) गद्यांश के आधार पर निम्नलिखित में से कौन-सा विचार मेल खाता है-
(क) जो मनुष्य अपने क्रोध को अपने वश में कर लेता है, वह दूसरों के क्रोध से स्वयंमेव बच जाता है।- सुकरात
(ख) क्रोध में मनुष्य अपने मन की बात नहीं कहता, वह केवल दूसरों का दिल दुखाना चाहता है।- प्रेमचंद
(ग) वह आदमी वास्तव में बुद्धिमान है जो क्रोध में भी गलत बात मुँह से नहीं निकालता।- शेखसादी
(घ) ईर्ष्या, लोभ, क्रोध एवं कठोर वचन- इन चारों से सदा बचते रहना ही वस्तुत: धर्म है।- तिरुवल्लुवर
उत्तर:
(ख) क्रोध में मनुष्य अपने मन की बात नहीं कहता, वह केवल दूसरों का दिल दुखाना चाहता है।- प्रेमचंद
प्रश्न 10.
निम्नलिखित प्रएनों के उत्तर देने के लिए उचित विकल्प का चयन कीजिए- (1 × 2 = 2)
(i) निम्नलिखित में से कौन-से वाक्य डायरी का एक पन्ना’ से मेल खाते हैं-
(i) पुरानी सभ्यता के बारे में ज़्यादा किस्से-कहानियाँ सुनने को मिलते हैं।
(ii) एक संगठित समाज कृत संकल्प हो तो वह कुछ भी कर सकता है।
(iii) यह पाठ हमारे क्रांतिकारियों की याद दिलाता है और देशभक्ति का भाव भरता है।
(iv) 26 जनवरी 1930 को गुलाम भारत में पहली बार स्वतंत्रता दिवस मनाया गया था।
विकल्प:
(क) केवल (i)
(ख) (i) और (ii)
(ग) केवल (iv)
(घ) (ii), (iii), (iv)
उत्तर:
(घ) (ii), (iii), (iv)
(ii) ग्वालियर से मुंबई के बीच लेखक ने एक बदलाव महसूस किया कि-
(क) बस्ती ने जंगल का रूप ले लिया है।
(ख) जंगल ने बस्ती का रूप ले लिया है।
(ग) वर्सोवा नाम का शहर बस गया है।
(घ) पशु-पक्षी जंगलों को छोड़कर चले गए हैं।
उत्तर:
(ख) जंगल ने बस्ती का रूप ले लिया है।
व्याख्यात्मक हल:
ग्वालियर से मुम्बई के बीच लेखक ने एक बदलाव यह महसूस किया कि अब जंगल ने बस्ती का रूप ले लिया है। पहले वहाँ जंगल था, पेड़ थे, परिन्दे और दूसरे जानवर थे।
खण्ड ‘ब’ वर्णनात्मक प्रश्न
प्रश्न 11.
निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर लगभग 60 शब्दों में दीजिए- (3 × 2 = 6)
(i) परिवार के अनुभवी जनों द्वारा दी गई सीख भविष्य निर्माण में सहायक सिद्ध होती है। आपके द्वारा स्पर्श पाद्यपुस्तक में पढ़े गए पाठ के माध्यम से भी यह ज्ञात होता है। कहानी के पात्रों के माध्यम से कथन को सिद्ध कीजिए।
उत्तर:
कहानी – बड़े भाई साहब
पात्र – बड़े भाई
शिक्षार्थी अपने मतानुसार लिखेंगे ।
व्याख्यात्मक हल:
परिवार के अनुभवी जनों द्वारा दी गई सीख भविष्य निर्माण में सहायक सिद्ध होती है। बड़े भाई साहब चाहते थे कि उनका छोटा भाई हरदम पढ़ता रहे जिससे उसे अच्छे अंक प्राप्त हो सकें। वह खेल-कूद में अपना समय व्यर्थ न करे इसलिए वह अपने छोटे भाई को समय-समय पर सलाह देते रहते थे। छोटा बालक अनुभवहीन होता है जबकि बड़े लोगों के पास अनुभव होता है जिसकी वजह से उनका दिशा निर्देशन बालक के विकास में सहायक होता है।
(ii) पादयक्रम में पढ़ी एकांकी द्वारा सिद्ध कीजिए कि मुटठी पर आदमी भी बड़ी फ़ौज पर काबू पा सकते हैं।
उत्तर:
एकांकी – कारतूस
कर्नल का कथन
- वजीर अली द्वारा मुट्ठी भर आदमियों के बलबूते अंग्रेजी फ़ौज को बरसों से चकमा देना
- अंग्रेजों को खुली चुनौती
व्याख्यात्मक हल:
वज़ीर अली एक साहसी व वीर व्यक्ति था। उसे अंग्रेज़ी सरकार पकड़ भी नहीं पा रही थी। कम्पनी के वकील को उसने वकील के घर जाकर ही मार डाला था। वह कर्नल को मूर्ख बनाकर उससे दस कारतूस भी ले गया था। कर्नल बजीर अली को पकड़ना चाहता था लेकिन वह उसे कभी नहीं पकड़ पाया। इस कारण कहा जा सकता है कि मुट्ठी भर आदमी भी बड़ी फ़ौज पर काबू पा सकते हैं।
(iii) आशय स्पष्ट कीजिए- “व्यथा आदमी को पराजित नहीं करती उसे आगे बढ़ने का संदेश देती है।’
उत्तर:
- शैलेन्द्र ने बताया है कि दुःख मनुष्य को आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है।
- जब मुश्किल आती है तो वह उससे छुटकारा पाने की बात सोचने लगता है।
- अर्थात् वह जीवन में हार नहीं मानता
व्याख्यात्मक हल:
दुःख व्यक्ति को कभी पराजित नहीं करता बल्कि जीवन में आगे बढ़ने का सन्देश देता है तथा परिस्थितियों के साथ सामंजस्य स्थापित करने की प्रेरणा देता है। असफ़लता ही सफ़लता के लिए सीढ़ी का काम करती है। ‘व्यथा आदमी को पराजित नहीं करती उसे आगे बढ़ने का सन्देश देती है। ‘यह पंक्ति लेखक ने शैलेन्द्र के गीतों के सन्दर्भ में लिखी है। इनके गीत जिन्दगी से जूझने का सन्देश देते हैं।
प्रश्न 12.
निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर लगभग 60 शब्दों में दीजिए- (3 × 2 = 6)
(i) कबीर ने निंदक को पास रखने की सलाह क्यों दी है? क्या यह सलाह आपको उचित प्रतीत होती है? कारण सहित स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
- निंदक को सदा अपने समीप रखना चाहिए।
- उसके द्वारा निंदा होने के भय से हम कोई बुरा कार्य नहीं करेंगे।
- निंदकों की निंदा-भरी बातें सुन-सुनकर हमें आत्मसुधार करने का मौका मिलेगा।
व्याख्यात्मक हल:
कबीर ने निंदक को पास रखने की सलाह इसलिए दी है क्योंकि निंदक व्यक्ति सदैव हमारी बुराइयों को उजागर करता रहता है जिससे हम अपनी गलतियों में सुधार कर सकते हैं। निंदक व्यक्ति इंसान का स्वभाव शीतल बना देते हैं।
(ii) आपके द्वारा इस पाठ्यक्रम में पढ़ी गई किस कविता की अंतिम पंक्तियाँ आपको सर्वाधिक प्रभावित करती हैं और क्यों ? अपने विचार व्यक्त कीजिए।
उत्तर:
शिक्षार्थी अपने मतानुसार लिखेंगे
व्याख्यात्मक हल:
इस पाठ्यक्रम की तोप कविता की अन्तिम पंक्तियाँ ‘ये बताती हैं कि दरअसल कितनी भी बड़ी हो तोप, एक दिन तो होना ही है उनका मुँह बन्द ! ‘ने मुझे सर्वाधिक प्रभावित किया है। कवि ने गौरेये के माध्यम से बताया है कि मानो वह कह रही हों कि कोई कितना भी अत्याचारी और क्रूर हो उसका अंत एक-न-एक दिन जुरूर होता है। इसलिए हमें अपनी शक्ति और धन का घमंड नहीं करना चाहिए। सभी के साथ विनम्रतापूर्ण व्यवहार करना चाहिए।
(iii) रवींद्रनाथ ठाकुर और मीरा की भक्ति का तुलनात्मक विश्लेषण कीजिए।
उत्तर:
- रवींद्रनाथ ठाकुर – ईश्वर में अगाध विश्वास
- ईश्वर के सामर्थ्य से परिचित
- सफ़लता के लिए ईश्वर पर आश्रित नहीं होना
- प्रार्थना में मानव मन की कमजोरियों से मुक्ति
- भौतिक सुखों की माँग नहीं
- मीरा – दैन्य और माधुर्य भाव की भक्ति
- आरध्य से मनुहार और अवसर आने पर उलाहना भी
- कृष्ण के रूप – सौंदर्य का वर्णन
- गिरधर गोपाल के अनन्य और एकनिष्ठ प्रेम से अभिभूत
प्रश्न 13.
निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर लगभग 60 शब्दों में दीजिए- (3 × 2 = 6)
(i) ठाकुर हरिनाम सिंह के तीनों लड़कों को एहसास था कि वे कलेक्टर के बेटे हैं। लेखक द्वारा ऐसा कहा जाना ठाकुर हरिनाम सिंह के तीनों बेटों और टोपी के विषय में किस विचारधारा को स्पष्ट करता है।
उत्तर:
- ठाकुर हरिनाम सिंह के तीनों लड़के घमंडी
- पिता के कलेक्टर होने का एहसास
- अंग्रेज़ी बोलने वाले
- टोपी भावुक और सरल हृदय
व्याख्यात्मक हल:
ठाकुर हरिनाम सिंह बनारस के नए कलेक्टर थे जो इफ्फुन के पिता के तबादले के बाद बनारस में आए थे। इनके लड़के इफ़्फून के साथ सभ्य नहीं थे। उन्हें अपने पिता के कलेक्टर होने का घमंड था। उन्होंने टोपी के साथ दुर्व्यवहार किया तथा उसे चपरासी के बेटे के समान समझा।
(ii) उनकी इस स्थिति ने मुझे चिंतित कर दिया है। जैसे कोई नाव बीच मझधार में फँसी हो और उस पर सवार लोग चिल्ला कर भी अपनी रक्षा न कर सकते हों क्योंकि उनकी चिल्लाहट दूर तक फैले सागर के बीच उठती गिरती लहरों में विलीन हो जाने के अतिरिक्त कर ही क्या सकती है। लेखक के इस कथन की संदर्भ सहित विवेचना कीजिए।
उत्तर:
- लेखक हरिहर काका से मिलने गया और उनकी तबीयत के बारे में पूछा
- हरिहर काका ने सिर उठाकर एक बार लेखक की ओर देखा और सिर झुका लिया
- इसके बाद उन्होंने दुबारा सिर नहीं उठाया
- उनकी यंत्रणा और मनोदशा के बारे में आँखों ने बहुत कुछ कह दिया पर काका कुछ बोल न सके
- उनकी इस दशा ने लेखक को चिंतित कर दिया
- सागर के बीच विलीन होने वाली नाव जैसी स्थिति अर्थात् गाँव में इतने सारे लोग होते हुए भी वे अकेले और असहाय
- जीवन के प्रति निराशा
(iii) ‘सपनों के से दिन! पाठ के आधार पर बताइए कि स्कूल की छुट्टियों के शुरू और आखिरी दिनों में बच्चों की दृष्टि में क्या अंतर होता था? क्या यही स्थिति आपकी भी होती है? अपने विचार लिखिए।
उत्तर:
- छुट्टियाँ शुरू होते ही बच्चे छुट्टियों का काम समाप्त करनां चाहते, पर यह सोच कर कि अभी समय बहुत है बाद में कर लेंगे पहले दो-तीन सप्ताह खेलकूद में बिता देते।
- माँ के साथ ननिहाल चले जाते
- वहाँ खेलकूद और मस्ती रहती
- छुट्टियाँ बीतने लगती तो डर बढ़ जाता
- छुट्टियाँ में मिले काम का हिसाब लगाते तो स्कूल की पिटाई का डर सताता
- शिक्षार्थी अपने मतानुसार लिखेंगे
व्याख्यात्मक हल:
स्कूल की छुट्टियाँ शुरू होते ही बच्चे काम को समाप्त करना चाहते हैं लेकिन वे कर नहीं पाते क्योंकि वे सोचते हैं कि अभी उनके पास बहुत समय है। बाद में काम समाप्त कर लेंगे लेकिन ऐसा करते हुए उनकी छुट्टियाँ समाप्त हो जाती हैं जिसके कारण उन्हें स्कूल में पिटाई का डर सताता है। यह स्थिति मेरी भी हो सकती है इसलिए मैं छुट्टियों का काम समय के साथ समाप्त कर लेती हूँ।
प्रश्न 14.
निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर संकेत-बिंदुओं के आधार पर लगभग 100 शब्दों में अनुच्छेद लिखिए- (5 × 1 = 5)
(i) प्रकृति की रक्षा मानव की सुरक्षा
- मनुष्य प्रकृति का अंग.
- प्रकृति से खिलवाड़
- दुष्प्रभाव और दूर करने के उपाय
उत्तर:
‘प्रकृति की रक्षा मानव की सुरक्षा’
प्रकृति और मानव के बीच में बहुत गहरा संबंध है यह दोनों ही एक दूसरे के पूरक हैं। मनुष्य के लिए धरती उसके घर के आँगन के समान और आसमान छत के समान है। मनुष्य को प्रकृति से अन्न, जल, हवा, धूप, आग आदि ग्राप्त होते हैं इनके बिना मनुष्य जीवित नहीं रह सकता। अत: मानव का कर्त्तव्य है कि वह प्रकृति की सुरक्षा करे। हमें अपनी प्रकृति से प्रेम करना चाहिए क्योंकि यहाँ पर पेड़-पौधे, पशु-पक्षी तथा जीव पनपते हैं लेकिन जब मनुष्य प्रकृति की सुरक्षा करने के बजाए प्रकृति से खिलवाड़ करता है तो इससे विनाश होता है। वृक्षों के लगातार कटने और घास के मैदानों को जलाने से पौधों व जानवरों का जीवन नष्ट हो जाता है। जब मानव जंगलों को ही समाप्त कर देगा तो जंगली जानवर कहाँ जाएँगे वह शहरों की तरफ़ पलायन करेंगे। इससे मनुष्यों को ही खतरा है इसलिए हमें अधिक-से-अधिक पेड़ लगाने चाहिए व प्रकृति के साथ खिलवाड़ नहीं करना चाहिए। अभी भी मानव को सँभल जाना चाहिए जबकि पृथ्वी की ओजोन परत को फिर से नहीं बनाया जा सकता परन्तु मनुष्य प्रदूषण और ग्लोबल वार्मिंग के मुद्दों को संबोधित करके इसके आगे की बर्बादी को रोक सकता है। हालाँकि हम लुप्त हो चुकी जानवरों की प्रजातियों को वापस नहीं ला सकते हैं लेकिन फिर भी हम लुप्त प्राय जानवरों की रक्षा कर सकते हैं अत: हम सभी को मिलकर प्रकृति की सुरक्षा का प्रयास करना चाहिए। तो चलो प्रकृति बचाएँ और स्वस्थ सुरक्षित जीवन पाएँ।
(ii) जी टबेन्टी और भारत
- जी 20 क्या है?
- गठन का कारण
- कार्यशैली और भारत की भूमिका
उत्तर:
‘जी दवेंटी और भारत’
G-20 यानी “ग्रुप ऑफ ट्वेन्टी’ यूगोपियन संघ और 19 देशों का एक समूह है जिसका मुख्य कार्य वैश्विक आर्थिक सहयोग प्रदान करना और आर्थिक स्थिति पर नियंत्रण बनाए रखना है। यह समूह दुनिया की 85 प्रतिशत अर्थव्यवस्था और 75 वैश्विक व्यापार को नियंत्रित करता है। इसके अलावा ये देश जलवायु परिवर्तन और स्वास्थ्य से जुड़े मुद्दों पर भी बात करते हैं।
G-20 में वे देश शामिल हैं जो अर्थव्यवस्था के क्षेत्र में शीर्ष स्थान पर हैं। हर वर्ष इन देशों द्वारा एक सम्मेलन किया जाता है। इस दौरान अलग-अलग देशों के प्रधानमंत्री, वित्तमंत्री आदि सम्मेलन में हिस्सा लेते हैं। मंत्री स्तर की बैठक में मंत्री, गर्वनर आदि शामिल होते हैं इसलिए इसे एक अहम् सम्मेलन का दर्जा दिया गया है। इस सम्मेलन में देशों के बीच शा तिप्रिय माहौल को कायम रखने पर बल दिया जाता है। इस वर्ष (2022) के सम्मेलन में भारत को इसका अध्यक्ष बनाया गया जहाँ अमेरिका के राष्ट्रपति ‘बाइडेन’, ब्रिटेन के प्धा नमंत्री ऋषि सुनक, चीन के राष्ट्रपति शी-जिनपिंग और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रो जैसे नेताओं ने कार्यक्रम में हिस्सा लिया।
G-20 में शामिल सदस्य देशों के नाम- भारत, रूस, अमेरिका, फ्रांस, जापान, ऑस्ट्रेलिया, चीन, यूनाइटेड किंगडम, जर्मनी, ब्राजील, कनाडा, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, अर्जेंटीना, मेक्सिको, इंडोनेशिया, इटली, रिपब्लिक ऑफ कोरिया, तुर्की यूरोपीय सघ।
यदि इन सभी देशों की GDP को जोड़ा जाए तो यह दुनिया भर के देशों की 85 फीसदी है इसलिए इन्हें दुनिया के शक्तिशाली देशों में गिना जाता है क्योंकि दुनिया की 60 फीसदी आबादी इन 20 देशों से ही आती है।
G-20 के कार्यों को दो ट्रैक में बाँठ गया है- पहला फाइनेंस ट्रैक, दूसरा शेरपा ट्रैक। फाइनेंस ट्रैक के अन्तर्गत सदस्य देशों के वित्तमंत्री, केंद्रीय बैंक के गवर्नर और उनके प्रतिनिधियों के साथ बैठकें की जाती हैं, जहाँ मौद्रिक और राजकोषीय मुद्दों, वित्तीय विनियमों इत्यादि पर ध्यान केंद्रित किया जाता है। ये बैठकें साल में कई बार होती हैं। शेरपा ट्रैक के अंतर्गत व्यापक मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया जाता है जैसे राजनीतिक जुड़ाव, भ्रष्टाचार विरोधी, विकास इत्यादि। प्रत्येक देश को इसके शेरपा (सिविल सेवक या राजनयिक) द्वारा ही रिप्रजेन्ट किया जाता है, जो अपने संबंधित देश के नेता की ओर से योजना बनाना, गाइड करना और लागू करना जैसे कार्य करता है। G-20 की अध्यक्षता भारत कर रहा है। भारत ने इसकी अध्यक्षता । दिसंबर 2022 को ग्रहण की है। G-20 में भारत ही एकमात्र ऐसा देश है जो एक ‘अगुवा राष्ट्र’ की भूमिका निभाएगा।
(iii) करत-करत अभ्यास के जड़मति होत सुजान
- सूक्ति का आशय
- जीवन में अभ्यास का महत्त्व
- सफ़लता का मूलमंत्र
उत्तर:
‘करत-करत अभ्यास के जड़मति होत सुजान’
‘करत-करत अभ्यास के जड़मति होत सुजान’ अर्थात् निरंतर अभ्यास के द्वारा मूर्ख-से-मूर्ख व्यक्ति भी बुद्धिमान बन सकता है यानी कोई भी व्यक्ति अपने अन्दर किसी भी प्रकार की कुशलता का निर्माण कर सकता है यदि वह निरंतर परिश्रम करे। अपने-अपने क्षेत्रों में जिस व्यक्ति ने भी सफ़लता प्राप्त की है उसके जीवन में अभ्यास की महत्त्वपूर्ण भूमिका रही है। अभ्यास के द्वारा मूर्ख व्यक्ति भी विद्वान बन सकता है जैसे कालीदास निरंतर अभ्यास के द्वारा संस्कृत के मह्ान् विद्वान बन गए थे। आज यदि हम बल्ब की रोशनी प्राप्त कर रहे हैं तो उसके पीछे भी अभ्यास की शक्ति निहित है। एडिसन ने बार-बार असफ़ल होने के बावज़ूद अभ्यास करना नहीं छोड़ा और एक दिन उस वस्तु का आविष्कार कर दिया जिसने दुनिया को प्रकाश दिया। सफ़लता के लिए हमें जिन मूलमंत्रों का पालन करना चाहिए वह इस प्रकार हैं- सीखने की आदत, चुनौती का सामना करना और खुद का मूल्यांकन करना। जीवन में चमत्कार नहीं वरन् परिश्रम काम आता है। आगे बढ़ने के लिए खुद पर विश्वास रना चाहिए तथा किसी भी परिस्थिति से घबराना नहीं चाहिए।
प्रश्न 15.
निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर लगभग 100 शब्दों में पत्र लिखिए- (5 × 1 = 5)
(i) आप विद्यालय के हिंदी संघ के सचिव रजत चट्टोपाध्याय और श्वेता चट्टोपाध्याय हैं। अपने विद्यालय के प्रधानाचार्य को पत्र लिखिए जिसमें पुस्तकालय में हिंदी की अच्छी पुस्तकें व पत्रिकाएँ मँगवाने के लिए निवेदन किया गया हो।
(शब्द-सीमा- लगभग 100 शब्द)
उत्तर:
सेवा में,
प्रधानाचार्य,
मॉडल पब्लिक स्कूल
नई दिल्ली
दिनांक ; ………….
विषय-पुस्तकालय में हिन्दी की पुस्तकें मँगवाने के सन्दर्भ में
महोदय,
विनम्र निवेदन है कि मैं विद्यालय के हिन्दी संघ का सचिव रजत चट्टोपाध्याय हूँ। हमारे विद्यालय के पुस्तकालय में सभी विषयों से संबंधित बहुत-सी ज्ञानवर्धक पुस्तकें हैं किंतु हिन्दी की अच्छी पुस्तकों का अभाव है। कुछ विद्यार्थी पाठ्यक्रम के साथ-साथ महान् लेखकों की रचनाएँ भी पढ़ना चाहते हैं अत: मेरा आपसे अनुरोध है कि विद्यालय के पुस्तकालय हेतु प्रेमचंद, जयशंकर प्रसाद, जैनेंद्र, शरतरंद्र, सुमित्रानंदन पंत और ‘सूर्यकान्त त्रिपाठी निराला’ जैसे महान् साहित्यकारों तथा व्याकरण संबधी कुछ श्रेष्ठ हिन्दी की पुस्तकें मँगवाने की कृषा करें।
सधन्यवाद
आपका अआज्ञाकारी
रजत चट्टोपाध्याय
हिन्दी संघ सचिव
अथवा
(ii) आप शौर्य शर्मा/ शारवी शर्मा हैं। नवभारत टाइम्स के संपादक को पत्र लिखिए जिसमें सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के सुझाव हों।
(शब्द-सीमा- लगभग 100 शब्द)
उत्तर:
सेवा में,
संपादक;
नवभारत टाइम्स,
नई दिल्ली
दिनांक : ………….
विषय-सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के सम्बन्ध में सुझाव
महोदय,
निवेदन है कि इन दिनों दिल्ली में सड़क दुर्घटनाओं की अधिकता हो गई है। वाहन चालक यातायात के नियमों का आसानी से उल्लंघन करते हैं। मैं आपके लोकप्रिय समाचार-पत्र द्वारा सरकार और समाज का ध्यान बढ़ती हुई सड़क दुर्घटनाओं की ओर आकर्षित करना चाहता हूँ। आशा है कि आप इसे जनहित में अवश्य प्रकाशित करेंगे। मेरा आपसे अनुरोध है कि आप मेरी बातों को सरकार तथा जनता तक पहुँचाने का कष्ट करें। प्रात: 9.00 से 12.00 बजे तक और शाम को 5.00 से 8.00 बजे तक सभी व्यस्त चौराहों पर यातायात पुलिस के सिपाही तैनात रहें व नियमों का उल्लंघन करने वालों पर कड़ी कार्यवाही करें एवं उन्हें सड़क दुर्घटनाओं से होने वाली हानियों के बारे में अवगत कराएँ।
धन्यवाद
निवेदक
शौर्य शर्मा
चाँदनी चौक
नई दिल्ली
प्रश्न 16.
निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर लगभग 60 शब्दों में सूचना लिखिए- (4 × 1 = 4)
(i) विद्यालय द्वारा चिकित्सा जाँच शिविर का आयोजन किया जा रहा है। स्वास्थ्य संगठन के सचिव होने के नाते कक्षा छठी से बारहवीं तक के सभी विद्यार्थियों को कार्यक्रम के विवरण सहित इसकी सूचना प्रदान कीजिए।
उत्तर:
सेन्ट कॉलम बस स्कूल
कमला नगर, आगरा
सूचना
दिनांक ; 28/xx/2xxx
चिकित्सा जाँच शिविर
आप सभी को सूचित किया जाता है कि आपके विद्यालय (सेन्ट कॉलम बस स्कूल) में पुष्पांजलि अस्पताल के स्वास्थ्य विशेषज्ञ दिनांक 29/xx/2xxx को प्रात: 8.00 बजे आ रहे हैं। 8.00 से 10.00 बजे तक उनके महत्त्वपूर्ण व्याख्यान हैं तथा 10.00 से शाम 5.00 बजे तक आपके स्वास्थ्य की जाँच की जाएगी। आप सभी से अनुरोध है कि आप सभी अपने अभिभावकों एवं परिजनों के साथ आकर इस कार्यक्रम को सफ़ल बनाएँ तथा निःशुल्क चिकित्सा जाँच शिविर का लाभ उठाएँ।
धन्यवाद
स्वास्थ्य संगठन सचिव
मोहन
अथवा
(ii) संस्कृति क्लब की ओर से “एक भारत श्रेष्ठ भारत’ कार्यक्रम को बढ़ावा देने के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इसकी जानकारी देते हुए तथा सहभागिता के लिए प्रेरित करते हुए अध्यक्ष की ओर से सूचना लिखिए।
उत्तर:
संस्कृति क्लब
‘फतेहाबाद रोड, आगरा
सूचना
दिनांक: 14/xx/2xxx
सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन
आप सभी को सूचित किया जाता है कि संस्कृत क्लब की ओर से दिनांक 16/xx/2/xxx को शाम 4.00 बजे से 8.00 बजे तक “एक भारत श्रेष्ठ भारत” कार्यक्रम को बढ़ावा देने के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इसमें अनेक सांस्कृतिक गतिविधियाँ होंगी जिसके लिए आपके सहयोग की आवश्यकता होगी अतः आप समय से पहुँच कर अपना महत्त्वपूर्ण योगदान दें।
धन्यवाद
सांस्कृतिक कार्यक्रम अध्यक्ष
राकेश शर्मा
प्रश्न 17.
निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर लगभग 40 शब्दों में विज्ञापन तैयार कीजिए- (3 × 1 = 3)
(i) योग को बढ़ावा देते हुए एक आकर्षक विज्ञापन लगभग 40 शब्दों में तैयार कीजिए।
उत्तर:
अथवा
(ii) अंतर्राष्ट्रीय पोषक अनाज वर्ष 2023 के प्रचार-प्रसार के लिए एक आकर्षक विज्ञापन लगभग 40 शब्दों में तैयार कीजिए ।
उत्तर:
प्रश्न 18.
निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर लगभग 100 शब्दों में लघुकथा/ई-मेल लिखिए- (5 × 1 = 5)
(i) “पश्चाताप’ विषय पर लघुकथा लगभग 100 शब्दों में लिखिए।
उत्तर:
पश्चाताप
एक बार एक व्यक्ति अपनी गरीबी से बहुत परेशान हो गया और उसने परेशान होकर अपना जीवन समाप्त करने का निर्णय ले लिया। इसके बाद वह एक काएँ के पास पहुँचा जैसे ही वह कुएँ में छलांग लगाने लगा तभी वहाँ एक महात्मा आ गए और उन्होंने उस व्यक्ति को ऐसा करने से मना कर दिया। तब व्यक्ति ने महात्मा को अपनी परेशानी के बारे में बताया। महात्मा ने व्यक्ति की परेशानी सुनकर कहा मेरे पास एक विद्या है जिससे जादुई घड़ा बन जाता है। तुम जो भी इस घड़े से माँगोगे, वह तुम्हें मिल जाएगा परन्तु जिस दिन यह घड़ा फूट गया उसी समय जो कुछ भी इस घड़े ने दिया था वह सब गायब हो जाएगा। महात्मा ने कहा कि यदि तुम एक वर्ष तक मेरे आश्रम में रहो, तो यह घड़ा मैं तुम्हें दे सकता हूँ और यदि चार वर्ष तक मेरे आश्रम में रहो तो मैं यह घड़ा बनाने की विद्या तुम्हें सिखा दूँगा। अब तुम बताओ कि तुम कया चाहते हो ? व्यक्ति ने कहा कि महाराज मैं तो एक साल ही आपकी सेवा करना चाहूँगा। मुझे तो जल्द-से-जल्द यह घड़ा चाहिए। मैं इसे सँभाल कर रखूँगा। कभी इसे फूटने नहीं दूँगा। इस तरह एक वर्ष सेवा करने के बाद व्यक्ति घड़ा प्राप्त करके अपने घर आ गया। उसने घड़े से अपनी हर इच्छा पूरी ‘की। जिसमें मकान, महल, नौकर, धन आदि सम्मिलित थे। एक दिन वह धन के नशे में इतना चूर हो गया कि घड़ा लेकर नाचने ‘लगा। इसी दौरान घड़ा उसके हाथ से चटकर ‘फूट गया। घड़ा फूटते ही सभी गायब हो गया जो घड़े से उसे मिला था। अब वह व्यक्ति पश्चाताप करने लगा कि काश मैंने लालच न किया होता और महात्मा से घड़ा बनाने की विद्या सीख ली होती तो आज मेरा यह हाल न होता।
अथवा
(ii) आपके बैंक खाते में गलती से 5000 रुपए की राशि अधिक आ गई है। इसकी जानकारी बैंक अधिकारी को ईमेल लिखकर दीजिए।
(शब्द-सीमा- लगभग 100 शब्द)
उत्तर:
ई-मेल लेखन
From : [email protected]
To : [email protected]
cc : [email protected]
दिनांक – ………….
विषय- बैंक खाते में अधिक राशि आने के सम्बन्ध में
महोदय
विनम्र निवेदन है कि मेरा नाम रमनदीप है और मैं आपकी बैंक का खाता धारक हूँ। मैं आपको यह जानकारी देना चाहता हूँ कि गलती से मेरे बैंक खाते में 5000 रु. की राशि अधिक आ गई है। यह राशि किसी गरीब व्यक्ति की भी हो सकती है तो मेरा आपसे विनम्र निवेदन है कि इस राशि की जानकारी जुटाकर आप इसके असली हकदार को पहुँचाने का कष्ट करें।
सधन्यवाद
आपका खाता धारक
रमनदीप सिंह